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Japji Sahib Kirtan Roop ll Bhai Jaskaran Singh Patiale Wale ll ਜਪਜੀ ਸਾਹਿਬ ਕੀਰਤਨ ਰੂਪ ਵਿਚ

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  • Опубліковано 18 сер 2024
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КОМЕНТАРІ • 54

  • @veenaarora6632
    @veenaarora6632 2 місяці тому +4

    Satnam Shri waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji 🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹🙏

  • @GursewakSingh-my7ee
    @GursewakSingh-my7ee 29 днів тому +2

    Waheguru ji ka Khalsa waheguru ji ki fathe

  • @AmandeepSingh-io7yl
    @AmandeepSingh-io7yl 5 днів тому

    Waheguru Waheguru

  • @BhaiSurinderSinghJi1313
    @BhaiSurinderSinghJi1313 Рік тому +5

    Wahjii great bhai sahab ji

  • @GureakGamer
    @GureakGamer Місяць тому +1

    Waheguru ji waheguru ji 😊🎉🎉🎉🎉

  • @manjitkaurs9767
    @manjitkaurs9767 7 місяців тому +2

    Waheguru ji 🙏❤️

  • @SurjitSingh-pe1ix
    @SurjitSingh-pe1ix 4 місяці тому +3

    ........ Satnaam Weheguru ji

  • @harjeetkaur3459
    @harjeetkaur3459 5 місяців тому +2

    Dhan dhan mere guru nanak dev ji sarya bachya de sir te sada Mehra bharya hath rakh0 te apne charna naal jodi rakhna 💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖💖

  • @RAJAN_31286
    @RAJAN_31286 7 місяців тому +8

    ❤ ਸਤਿਨਾਮ ਸ਼੍ਰੀ ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਜੀ ❤

  • @naibsingh3803
    @naibsingh3803 11 місяців тому +3

    Waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji waheguru ji 🙏🙏🙏🙏🙏

  • @pardeepsethi9432
    @pardeepsethi9432 Місяць тому +1

    Waheguru ji 🙏

  • @Prabhjotkaur00097
    @Prabhjotkaur00097 9 місяців тому +2

    Waheguru Ji

  • @pardeepsethi9432
    @pardeepsethi9432 Місяць тому +1

    Waheguru ji

  • @YogeshKumar-px5zc
    @YogeshKumar-px5zc 5 місяців тому +1

    तीरथि नावा जे तिसु भावा विणु भाणे कि नाइ करी ॥
    जेती सिरठि उपाई वेखा विणु करमा कि मिलै लई ॥
    मति विचि रतन जवाहर माणिक जे इक गुर की सिख सुणी ॥
    गुरा इक देहि बुझाई ॥
    सभना जीआ का इकु दाता सो मै विसरि न जाई ॥६॥
    जे जुग चारे आरजा होर दसूणी होइ ॥
    नवा खंडा विचि जाणीऐ नालि चलै सभु कोइ ॥
    चंगा नाउ रखाइ कै जसु कीरति जगि लेइ ॥
    जे तिसु नदरि न आवई त वात न पुछै के ॥
    कीटा अंदरि कीटु करि दोसी दोसु धरे ॥
    नानक निरगुणि गुणु करे गुणवंतिआ गुणु दे ॥
    तेहा कोइ न सुझई जि तिसु गुणु कोइ करे ॥७॥
    सुणिऐ सिध पीर सुरि नाथ ॥
    सुणिऐ धरति धवल आकास ॥
    सुणिऐ दीप लोअ पाताल ॥
    सुणिऐ पोहि न सकै कालु ॥
    नानक भगता सदा विगासु ॥
    सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥८॥
    सुणिऐ ईसरु बरमा इंदु ॥
    सुणिऐ मुखि सालाहण मंदु ॥
    सुणिऐ जोग जुगति तनि भेद ॥
    सुणिऐ सासत सिम्रिति वेद ॥
    नानक भगता सदा विगासु ॥
    सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥९॥
    सुणिऐ सतु संतोखु गिआनु ॥
    सुणिऐ अठसठि का इसनानु ॥
    सुणिऐ पड़ि पड़ि पावहि मानु ॥
    सुणिऐ लागै सहजि धिआनु ॥
    नानक भगता सदा विगासु ॥
    सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥१०॥
    सुणिऐ सरा गुणा के गाह ॥
    सुणिऐ सेख पीर पातिसाह ॥
    सुणिऐ अंधे पावहि राहु ॥
    सुणिऐ हाथ होवै असगाहु ॥
    नानक भगता सदा विगासु ॥
    सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥११

  • @lovepreetsinghajji2946
    @lovepreetsinghajji2946 Місяць тому

    satnam shri waheguru ji ❤

  • @jatt-army4370
    @jatt-army4370 29 днів тому

    Waheguru ji ka khalsa waheguru ji ki Fateh ❤🙏🏻

  • @pawanshingwani8318
    @pawanshingwani8318 6 місяців тому

    💐🌹🙏🏽 Satnaam shri Wahegurug shukrana Babag har har vele har pal shukrana babaji 💐🌹🙏🏽🙏🏽

  • @theafghanstories2884
    @theafghanstories2884 Рік тому +2

    Waheguru hi kirpa karo

  • @himanshubhasin3556
    @himanshubhasin3556 5 місяців тому

    Waheguru waheguru waheguru waheguru waheguru ji 🙏🛐🕉️💐💐💐🌺🌺

  • @rajanrajput187
    @rajanrajput187 Рік тому +2

    Wmk❤️🙏

  • @sukhdevram4374
    @sukhdevram4374 6 місяців тому +1

    Bhut vdia kirtan

  • @SukhdevSingh-fr9kl
    @SukhdevSingh-fr9kl 7 місяців тому

    Satnam shri waheguru ji

  • @LakhvinderSandhu-re3yk
    @LakhvinderSandhu-re3yk 7 місяців тому

    Waheguru waheguru waheguru ji

  • @happySingh-zo8xi
    @happySingh-zo8xi 7 місяців тому

    dhan guru Ramdas ji

  • @user-kl4vn5gy3w
    @user-kl4vn5gy3w 6 місяців тому

    Waheguru ji🙏🏼

  • @pawanjeetkaur7610
    @pawanjeetkaur7610 5 місяців тому

    Waheguru satnaam ji

  • @simeratwal4785
    @simeratwal4785 3 місяці тому

    Waheguru g baksh lao

  • @singhisking8284
    @singhisking8284 4 місяці тому

    Waheguru ji...

  • @TejinderSingh-ul6ir
    @TejinderSingh-ul6ir Рік тому +2

    Bhai Jaskaran Singh Ji aup ji nu bahut Bahut vadiyain 🎉, Waheguru Hourr banian kirtan roup vich Karan dah bal bashan ji🎉.

  • @YogeshKumar-px5zc
    @YogeshKumar-px5zc 5 місяців тому

    ੴ सतिनामु करता पुरखु निरभउ निरवैरु अकाल मूरति अजूनी सैभं गुरप्रसादि ॥
    ॥ जपु ॥
    आदि सचु जुगादि सचु ॥
    है भी सचु नानक होसी भी सचु ॥१॥
    सोचै सोचि न होवई जे सोची लख वार ॥
    चुपै चुप न होवई जे लाइ रहा लिव तार ॥
    भुखिआ भुख न उतरी जे बंना पुरीआ भार ॥
    सहस सिआणपा लख होहि त इक न चलै नालि ॥
    किव सचिआरा होईऐ किव कूड़ै तुटै पालि ॥
    हुकमि रजाई चलणा नानक लिखिआ नालि ॥१॥
    हुकमी होवनि आकार हुकमु न कहिआ जाई ॥
    हुकमी होवनि जीअ हुकमि मिलै वडिआई ॥
    हुकमी उतमु नीचु हुकमि लिखि दुख सुख पाईअहि ॥
    इकना हुकमी बखसीस इकि हुकमी सदा भवाईअहि ॥
    हुकमै अंदरि सभु को बाहरि हुकम न कोइ ॥
    नानक हुकमै जे बुझै त हउमै कहै न कोइ ॥२॥
    गावै को ताणु होवै किसै ताणु ॥
    गावै को दाति जाणै नीसाणु ॥
    गावै को गुण वडिआईआ चार ॥
    गावै को विदिआ विखमु वीचारु ॥
    गावै को साजि करे तनु खेह ॥
    गावै को जीअ लै फिरि देह ॥
    गावै को जापै दिसै दूरि ॥
    गावै को वेखै हादरा हदूरि ॥
    कथना कथी न आवै तोटि ॥
    कथि कथि कथी कोटी कोटि कोटि ॥
    देदा दे लैदे थकि पाहि ॥
    जुगा जुगंतरि खाही खाहि ॥
    हुकमी हुकमु चलाए राहु ॥
    नानक विगसै वेपरवाहु ॥३॥
    साचा साहिबु साचु नाइ भाखिआ भाउ अपारु ॥
    आखहि मंगहि देहि देहि दाति करे दातारु ॥
    फेरि कि अगै रखीऐ जितु दिसै दरबारु ॥
    मुहौ कि बोलणु बोलीऐ जितु सुणि धरे पिआरु ॥
    अम्रित वेला सचु नाउ वडिआई वीचारु ॥
    करमी आवै कपड़ा नदरी मोखु दुआरु ॥
    नानक एवै जाणीऐ सभु आपे सचिआरु ॥४॥
    थापिआ न जाइ कीता न होइ ॥
    आपे आपि निरंजनु सोइ ॥
    जिनि सेविआ तिनि पाइआ मानु ॥
    नानक गावीऐ गुणी निधानु ॥
    गावीऐ सुणीऐ मनि रखीऐ भाउ ॥
    दुखु परहरि सुखु घरि लै जाइ ॥
    गुरमुखि नादं गुरमुखि वेदं गुरमुखि रहिआ समाई ॥
    गुरु ईसरु गुरु गोरखु बरमा गुरु पारबती माई ॥
    जे हउ जाणा आखा नाही कहणा कथनु न जाई ॥
    गुरा इक देहि बुझाई ॥
    सभना जीआ का इकु दाता सो मै विसरि न जाई ॥५॥

    • @YogeshKumar-px5zc
      @YogeshKumar-px5zc 5 місяців тому

      तीरथि नावा जे तिसु भावा विणु भाणे कि नाइ करी ॥
      जेती सिरठि उपाई वेखा विणु करमा कि मिलै लई ॥
      मति विचि रतन जवाहर माणिक जे इक गुर की सिख सुणी ॥
      गुरा इक देहि बुझाई ॥
      सभना जीआ का इकु दाता सो मै विसरि न जाई ॥६॥
      जे जुग चारे आरजा होर दसूणी होइ ॥
      नवा खंडा विचि जाणीऐ नालि चलै सभु कोइ ॥
      चंगा नाउ रखाइ कै जसु कीरति जगि लेइ ॥
      जे तिसु नदरि न आवई त वात न पुछै के ॥
      कीटा अंदरि कीटु करि दोसी दोसु धरे ॥
      नानक निरगुणि गुणु करे गुणवंतिआ गुणु दे ॥
      तेहा कोइ न सुझई जि तिसु गुणु कोइ करे ॥७॥
      सुणिऐ सिध पीर सुरि नाथ ॥
      सुणिऐ धरति धवल आकास ॥
      सुणिऐ दीप लोअ पाताल ॥
      सुणिऐ पोहि न सकै कालु ॥
      नानक भगता सदा विगासु ॥
      सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥८॥
      सुणिऐ ईसरु बरमा इंदु ॥
      सुणिऐ मुखि सालाहण मंदु ॥
      सुणिऐ जोग जुगति तनि भेद ॥
      सुणिऐ सासत सिम्रिति वेद ॥
      नानक भगता सदा विगासु ॥
      सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥९॥
      सुणिऐ सतु संतोखु गिआनु ॥
      सुणिऐ अठसठि का इसनानु ॥
      सुणिऐ पड़ि पड़ि पावहि मानु ॥
      सुणिऐ लागै सहजि धिआनु ॥
      नानक भगता सदा विगासु ॥
      सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥१०॥
      सुणिऐ सरा गुणा के गाह ॥
      सुणिऐ सेख पीर पातिसाह ॥
      सुणिऐ अंधे पावहि राहु ॥
      सुणिऐ हाथ होवै असगाहु ॥
      नानक भगता सदा विगासु ॥
      सुणिऐ दूख पाप का नासु ॥११

    • @YogeshKumar-px5zc
      @YogeshKumar-px5zc 5 місяців тому

      मंने की गति कही न जाइ ॥
      जे को कहै पिछै पछुताइ ॥
      कागदि कलम न लिखणहारु ॥
      मंने का बहि करनि वीचारु ॥
      ऐसा नामु निरंजनु होइ ॥
      जे को मंनि जाणै मनि कोइ ॥१२॥
      मंनै सुरति होवै मनि बुधि ॥
      मंनै सगल भवण की सुधि ॥
      मंनै मुहि चोटा ना खाइ ॥
      मंनै जम कै साथि न जाइ ॥
      ऐसा नामु निरंजनु होइ ॥
      जे को मंनि जाणै मनि कोइ ॥१३॥
      मंनै मारगि ठाक न पाइ ॥
      मंनै पति सिउ परगटु जाइ ॥
      मंनै मगु न चलै पंथु ॥
      मंनै धरम सेती सनबंधु ॥
      ऐसा नामु निरंजनु होइ ॥
      जे को मंनि जाणै मनि कोइ ॥१४॥
      मंनै पावहि मोखु दुआरु ॥
      मंनै परवारै साधारु ॥
      मंनै तरै तारे गुरु सिख ॥
      मंनै नानक भवहि न भिख ॥
      ऐसा नामु निरंजनु होइ ॥
      जे को मंनि जाणै मनि कोइ ॥१५॥
      पंच परवाण पंच परधानु ॥
      पंचे पावहि दरगहि मानु ॥
      पंचे सोहहि दरि राजानु ॥
      पंचा का गुरु एकु धिआनु ॥
      जे को कहै करै वीचारु ॥
      करते कै करणै नाही सुमारु ॥
      धौलु धरमु दइआ का पूतु ॥
      संतोखु थापि रखिआ जिनि सूति ॥
      जे को बुझै होवै सचिआरु ॥
      धवलै उपरि केता भारु ॥
      धरती होरु परै होरु होरु ॥
      तिस ते भारु तलै कवणु जोरु ॥
      जीअ जाति रंगा के नाव ॥
      सभना लिखिआ वुड़ी कलाम ॥
      एहु लेखा लिखि जाणै कोइ ॥
      लेखा लिखिआ केता होइ ॥
      केता ताणु सुआलिहु रूपु ॥
      केती दाति जाणै कौणु कूतु ॥
      कीता पसाउ एको कवाउ ॥
      तिस ते होए लख दरीआउ ॥
      कुदरति कवण कहा वीचारु ॥
      वारिआ न जावा एक वार ॥
      जो तुधु भावै साई भली कार ॥
      तू सदा सलामति निरंकार ॥१६॥

    • @YogeshKumar-px5zc
      @YogeshKumar-px5zc 5 місяців тому

      असंख जप असंख भाउ ॥
      असंख पूजा असंख तप ताउ ॥
      असंख गरंथ मुखि वेद पाठ ॥
      असंख जोग मनि रहहि उदास ॥
      असंख भगत गुण गिआन वीचार ॥
      असंख सती असंख दातार ॥
      असंख सूर मुह भख सार ॥
      असंख मोनि लिव लाइ तार ॥
      कुदरति कवण कहा वीचारु ॥
      वारिआ न जावा एक वार ॥
      जो तुधु भावै साई भली कार ॥
      तू सदा सलामति निरंकार ॥१७॥
      असंख मूरख अंध घोर ॥
      असंख चोर हरामखोर ॥
      असंख अमर करि जाहि जोर ॥
      असंख गलवढ हतिआ कमाहि ॥
      असंख पापी पापु करि जाहि ॥
      असंख कूड़िआर कूड़े फिराहि ॥
      असंख मलेछ मलु भखि खाहि ॥
      असंख निंदक सिरि करहि भारु ॥
      नानकु नीचु कहै वीचारु ॥
      वारिआ न जावा एक वार ॥
      जो तुधु भावै साई भली कार ॥
      तू सदा सलामति निरंकार ॥१८॥
      असंख नाव असंख थाव ॥
      अगम अगम असंख लोअ ॥
      असंख कहहि सिरि भारु होइ ॥
      अखरी नामु अखरी सालाह ॥
      अखरी गिआनु गीत गुण गाह ॥
      अखरी लिखणु बोलणु बाणि ॥
      अखरा सिरि संजोगु वखाणि ॥
      जिनि एहि लिखे तिसु सिरि नाहि ॥
      जिव फुरमाए तिव तिव पाहि ॥
      जेता कीता तेता नाउ ॥
      विणु नावै नाही को थाउ ॥
      कुदरति कवण कहा वीचारु ॥
      वारिआ न जावा एक वार ॥
      जो तुधु भावै साई भली कार ॥
      तू सदा सलामति निरंकार ॥१९॥

    • @YogeshKumar-px5zc
      @YogeshKumar-px5zc 5 місяців тому

      भरीऐ हथु पैरु तनु देह ॥
      पाणी धोतै उतरसु खेह ॥
      मूत पलीती कपड़ु होइ ॥
      दे साबूणु लईऐ ओहु धोइ ॥
      भरीऐ मति पापा कै संगि ॥
      ओहु धोपै नावै कै रंगि ॥
      पुंनी पापी आखणु नाहि ॥
      करि करि करणा लिखि लै जाहु ॥
      आपे बीजि आपे ही खाहु ॥
      नानक हुकमी आवहु जाहु ॥२०॥
      तीरथु तपु दइआ दतु दानु ॥
      जे को पावै तिल का मानु ॥
      सुणिआ मंनिआ मनि कीता भाउ ॥
      अंतरगति तीरथि मलि नाउ ॥
      सभि गुण तेरे मै नाही कोइ ॥
      विणु गुण कीते भगति न होइ ॥
      सुअसति आथि बाणी बरमाउ ॥
      सति सुहाणु सदा मनि चाउ ॥
      कवणु सु वेला वखतु कवणु कवण थिति कवणु वारु ॥
      कवणि सि रुती माहु कवणु जितु होआ आकारु ॥
      वेल न पाईआ पंडती जि होवै लेखु पुराणु ॥
      वखतु न पाइओ कादीआ जि लिखनि लेखु कुराणु ॥
      थिति वारु ना जोगी जाणै रुति माहु ना कोई ॥
      जा करता सिरठी कउ साजे आपे जाणै सोई ॥
      किव करि आखा किव सालाही किउ वरनी किव जाणा

    • @YogeshKumar-px5zc
      @YogeshKumar-px5zc 5 місяців тому

      जि लिखनि लेखु कुराणु ॥
      थिति वारु ना जोगी जाणै रुति माहु ना कोई ॥
      जा करता सिरठी कउ साजे आपे जाणै सोई ॥
      किव करि आखा किव सालाही किउ वरनी किव जाणा ॥
      नानक आखणि सभु को आखै इक दू इकु सिआणा ॥
      वडा साहिबु वडी नाई कीता जा का होवै ॥
      नानक जे को आपौ जाणै अगै गइआ न सोहै ॥२१॥
      पाताला पाताल लख आगासा आगास ॥
      ओड़क ओड़क भालि थके वेद कहनि इक वात ॥
      सहस अठारह कहनि कतेबा असुलू इकु धातु ॥
      लेखा होइ त लिखीऐ लेखै होइ विणासु ॥
      नानक वडा आखीऐ आपे जाणै आपु ॥२२॥
      सालाही सालाहि एती सुरति न पाईआ ॥
      नदीआ अतै वाह पवहि समुंदि न जाणीअहि ॥
      समुंद साह सुलतान गिरहा सेती मालु धनु ॥
      कीड़ी तुलि न होवनी जे तिसु मनहु न वीसरहि ॥२३॥
      अंतु न सिफती कहणि न अंतु ॥
      अंतु न करणै देणि न अंतु ॥
      अंतु न वेखणि सुणणि न अंतु ॥
      अंतु न जापै किआ मनि मंतु ॥
      अंतु न जापै कीता आकारु ॥
      अंतु न जापै पारावारु ॥
      अंत कारणि केते बिललाहि ॥
      ता के अंत न पाए जाहि ॥
      एहु अंतु न जाणै कोइ ॥
      बहुता कहीऐ बहुता होइ ॥
      वडा साहिबु ऊचा थाउ ॥
      ऊचे उपरि ऊचा नाउ ॥
      एवडु ऊचा होवै कोइ ॥
      तिसु ऊचे कउ जाणै सोइ ॥
      जेवडु आपि जाणै आपि आपि ॥
      नानक नदरी करमी दाति ॥२४॥

  • @ardaskaur1535
    @ardaskaur1535 6 місяців тому

    ਵਾਹਿਗੁਰੂ ਜੀ

  • @kubersingh6759
    @kubersingh6759 Рік тому +4

    Waheguru Waheguru Waheguru Waheguru Waheguru 🙏

  • @user-tz3qs9jr9t
    @user-tz3qs9jr9t 2 місяці тому

    Waheguru ji

  • @JaspreetSingh-qy5fv
    @JaspreetSingh-qy5fv Рік тому +2

    Waheguru Ji

  • @lovepreetkaur9631
    @lovepreetkaur9631 3 місяці тому

    Waheguru ji 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • @sarabjitkaurgill6595
    @sarabjitkaurgill6595 Рік тому +2

    Waheguru ji

  • @komalbhateja7351
    @komalbhateja7351 9 місяців тому +1

    Waheguru ji 🙏

  • @mandeepkaurahedi2071
    @mandeepkaurahedi2071 Рік тому +2

    Waheguru ji 🙏

  • @bholasingh5066
    @bholasingh5066 8 місяців тому +1

    Waheguru Waheguru

  • @pawanjeetkaur7610
    @pawanjeetkaur7610 5 місяців тому

    Satnam shri waheguru ji