बड़े घर की बेटी | भाग 2 | मुंशी प्रेमचंद | by_ बोलती कहानी

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  • Опубліковано 28 лис 2024
  • मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानी "बड़े घर की बेटी" भारतीय समाज की पारंपरिक मान्यताओं, संस्कारों, और मानवीय संबंधों का एक अनूठा चित्रण है। यह कहानी अनूपनगर के जमींदार ठाकुर भगवतीसिंह की बेटी आनंदी और उसके पति श्रीपत राय के जीवन पर आधारित है। आनंदी एक संपन्न परिवार की बेटी है, जो अपनी शादी के बाद गरीब मगर संस्कारी श्रीपत राय के घर आ जाती है।
    आनंदी का स्वाभिमान और साहस उसे नई परिस्थितियों में भी धैर्य बनाए रखने में मदद करता है। कहानी में एक बिंदु पर श्रीपत राय और उनके छोटे भाई के बीच विवाद उत्पन्न हो जाता है। आनंदी के बड़ों के घर से आने की वजह से वह सहज ही क्रोधित हो सकती थी, लेकिन वह अपने बड़े दिल और विवेक से परिवार में शांति बनाए रखती है।
    प्रेमचंद ने इस कहानी में ग्रामीण समाज की विषमताओं, महिला के स्वाभिमान, और संयम की महत्ता को बखूबी प्रस्तुत किया है। आनंदी का चरित्र इस बात का प्रतीक है कि एक सशक्त महिला समाज में सामंजस्य बनाए रखने के लिए कितनी अहम भूमिका निभा सकती है।
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