जिससे विश्व उत्पन्न होता है वो क्या है?
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- Опубліковано 20 тра 2024
- प्रत्येक अंश अपने अंशी से
नेचुरल आकृष्ट होता है।
इसीलिये अनन्तकोटि ब्रह्माण्ड के
ब्रह्मा से लेकर चींटी तक
सब केवल अपने अंशी को चाहता है।
आनंद!
आनंद!!
किसी ने सिखाया?
आपके बाप ने, माँ ने किसी ने सिखाया
कि बेटा! आनंद चाहना।
दुःख नहीं चाहना कभी।
ये लेक्चर दिया किसी ने?
ना जी! सबको नेचुरल ज्ञान है,
आनंद चाहिये, आनंद चाहिये।
Pranam gurudev
राधे ! राधे ! श्रीमद् सद्गुरु सरकार श्री कृपालु महाप्रभु की जय 🙏🙏🙏❤️❤️❤️🙏🙏🙏🏵️🌸🌷🌷🌷🌸🏵️
राधे राधे 🙏🙏जय जय श्री राधे 🙏🙏
🌹🌹राधे राधे जय श्री राधे 🌹🌹🙏🙏
दण्डवत प्रणाम गुरु महाराज
Mere parama Priyatam gurudev ki jay ho ♥️ radhe radhe
Radhe Radhe didiji JaiGurudev Ji Jai hoo jai hoo jai hoo
Guru dev..👏🌹🌹🌹
Jai shree radha ♥️♥️♥️♥️
Radhe Radhe 🙏🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
🙏🙏🙏🙏🙏🌹 Radhe Radhe,🌹🌹🙏🙏🙏🙏🙏
Radhe juu ♥️
Radhe radhe 🙏
Ye uncle abhi tak jinda h