योग वशिष्ठ निर्वाण प्रकरण उत्तरार्ध सर्ग - 62
Вставка
- Опубліковано 21 жов 2024
- योग वशिष्ठ निर्वाण प्रकरण उत्तरार्ध सर्ग - 62
पूज्य गुरुदेव के पुराने साधक एवं ज्ञानमार्गी जिज्ञासु , मुमुक्षु और विवेकवान साधकों को गुरुदेव की आज्ञा कहो या संकेत समझ कर आश्रम के इष्ट ग्रंथ श्री योगवाशिष्ठ महारामायण का पाठ करना चाहिए
परन्तु जिन्हें इस विशाल ग्रंथ को पढने में अरुचि या असमर्थता लगती हो उन की सहायता हेतु अब यह ग्रंथ ऑडियो रूप में उपलब्ध है।
यह ग्रंथ में 1- वैराग्य प्रकरण 2- मुमुक्षु व्यवहार प्रकरण 3- उत्पत्ति प्रकरण 4- स्थिति प्रकरण 5- उपशम प्रकरण और 6- निर्वाण प्रकरण ऐसे 6 प्रकरण है जो कि विभिन्न सर्गो में विभाजित है।इसे सिद्धांत ग्रंथ वाल्मीकि रामायण भी कहते है।
ईश्वर की ओर यूट्यूब चैनल इस प्रकार की सेवाओं में आगे बढ़ने के लिए आपके सहयोग एवं प्रोत्साहन की अभिलाषा करता है। हरी ॐ
ईश्वर की ओर ; Ishwar Ki Aur Channel
Follow on Facebook -www.facebook.c...
Join Telegram Channel Link For Regular Updates-Telegram Channel Link Is-t.me/IshwarKiAur
www.instagram....
Follow On Twitter
Take a look at Ishwar Ki Aur { Towards The God } (@IshwarKiAur1): Is...
#योगवाशिष्ठ
#IshwarKiAur
#AsharamjiBapu
#निर्वाण_प्रकरण
हरि ॐ 🌹🙏