शान्त एवं भक्ति के वातावरण में आयोजित इस 'ध्यान संगीत' ने, खासकर संत कबीर की "निर्गुन भक्ति एवं गायन धारा" से अनुप्राणित सेशन के इस आयोजन ने मुझे बहुत प्रभावित किया। निर्गुण भक्ति गायन का प्रमुख उद्देश्य ईश्वर के साथ एकात्मता और भावनात्मक संबंध विकसित करना होता है। श्री प्रतीक जी ने कबीर दास के "आत्मारूप पंछी" के प्रतीकात्मक दर्शन को बड़े ही सहज तौर पर समझाते हुए अध्यात्मिक तन्मयता का भाव बिखेरते हुए निर्गुन गायन प्रस्तुत किया। यद्यपि मैं सगुण ब्रह्म का उपासक हूं, तो भी सत्य तो यही है कि 'वह' परमात्म तत्व निराकार ही है और अपनी शक्ति एवं प्रभावों के साथ सृष्टि के समस्त जैव-अजैव तत्वों में व्याप्त है। श्री प्रतीक जी के गायन से मैं तो निर्विकार परम शक्ति की अनुभूति में खो सा गया। ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा पैदा कर सकते हैं। मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।
मां सरस्वती के मानस पुत्र श्री प्रतीक चैतन्य जी के पिछले पांच ध्यान संगीत के सत्र में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इस ध्यान संगीत कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पहले मेरा मन भटकतता रहता था और मेरा कभी ध्यान नहीं लगता था।लेकिन अब मेरा ध्यान बहुत ही आसानी से लग जाता है। और इसका मेरे मन मास्तिक के ऊपर अभूतपूर्व प्रभाव पड़ा है। इस कार्यक्रम में नियमित रूप से समिलित होने के फलस्वरूप मेरे मन मस्तिक में एक अदभुद सुखद अनुभूति का एहसास होता है। जिसके परिणाम स्वरूप मुझे गजब का सुकून और हर पल मानसिक ताजगी का एहसास होता रहता है। जिसके लिए मैं श्री प्रतीक चैतन्य जी को बारंबार धन्यवाद देता हूं। तथा इन्हें कोटि कोटि प्रणाम करता हूं। संतोष मणि त्रिपाठी। वाराणसी
Every time I listen to his renditions, I transcend into a space of peace & serenity. I have never experienced this kind of impact of any music till date. Unique & mesmerizing...
माता दुर्गा की कृपा से में ध्यान संगीत के सत्र में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। और पहले मेरा मन भटकतता रहता था और मेरा कभी ध्यान नहीं लगता था। लेकिन अब मेरा ध्यान बहुत ही आसानी से लग जाता है। और मेरा मन करता है की अब ये कार्यकम प्रतिदिन हो जो मन को शांत दिला सके जिसके लिए मैं श्री प्रतीक चैतन्य जी को धन्यवाद देता हूं की जो हमलोगो को ध्यान संगीत का आभास करा पाए तथा में उनको मन से कोटि कोटि प्रणाम करता हूं वाराणसी C.B Mishra
In a peaceful and devotional setting, this 'Meditative Music' event, particularly inspired by Sant Kabir's 'Formless Devotion and Melody,' greatly impressed me. The primary goal of formless devotional singing is to develop a profound connection with God and emotions. Mr. Pratik adeptly explained Kabir Das's symbolic insights, spreading spiritual awareness, and presented formless singing. Through Mr. Pratik's singing, I felt immersed in the experience of the changeless supreme power. Such events can generate positive energy within society. My sincere best wishes.
What a great performance "Ghat Ghat Panchhi Bolta." Through this music, you've described how it not only brings enjoyment of natural beauty but also fosters a deep connection with the divine. This music leads us toward inner peace and spiritual joy, providing an opportunity to align with our true selves. Through this music, we connect with divine energy, guiding our lives onto an ideal and spiritual path. It conveys the message that even in the absence of the divine, we can find joy in its presence, making our lives an essential part of reverence and spirituality. Dhirendra Tripathi
Dhyan Sangeet session creates a serene and meditative atmosphere allowing listeners to go deep into the state of self discovery and spiritual awakening. I was fortunate enough to experience it live. This rendition by Shri Prateek Chaitanya beautifully captured the essence of Kabir's words. Thank you for this upload 🙏🏻
शान्त एवं भक्ति के वातावरण में आयोजित इस 'ध्यान संगीत' ने, खासकर संत कबीर की "निर्गुन भक्ति एवं गायन धारा" से अनुप्राणित सेशन के इस आयोजन ने मुझे बहुत प्रभावित किया। निर्गुण भक्ति गायन का प्रमुख उद्देश्य ईश्वर के साथ एकात्मता और भावनात्मक संबंध विकसित करना होता है। श्री प्रतीक जी ने कबीर दास के "आत्मारूप पंछी" के प्रतीकात्मक दर्शन को बड़े ही सहज तौर पर समझाते हुए अध्यात्मिक तन्मयता का भाव बिखेरते हुए निर्गुन गायन प्रस्तुत किया। यद्यपि मैं सगुण ब्रह्म का उपासक हूं, तो भी सत्य तो यही है कि 'वह' परमात्म तत्व निराकार ही है और अपनी शक्ति एवं प्रभावों के साथ सृष्टि के समस्त जैव-अजैव तत्वों में व्याप्त है। श्री प्रतीक जी के गायन से मैं तो निर्विकार परम शक्ति की अनुभूति में खो सा गया। ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक ऊर्जा पैदा कर सकते हैं। मेरी हार्दिक शुभकामनाएं।
मां सरस्वती के मानस पुत्र श्री प्रतीक चैतन्य जी के पिछले पांच ध्यान संगीत के सत्र में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इस ध्यान संगीत कार्यक्रम में सम्मिलित होने से पहले मेरा मन भटकतता रहता था और मेरा कभी ध्यान नहीं लगता था।लेकिन अब मेरा ध्यान बहुत ही आसानी से लग जाता है। और इसका मेरे मन मास्तिक के ऊपर अभूतपूर्व प्रभाव पड़ा है। इस कार्यक्रम में नियमित रूप से समिलित होने के फलस्वरूप मेरे मन मस्तिक में एक अदभुद सुखद अनुभूति का एहसास होता है। जिसके परिणाम स्वरूप मुझे गजब का सुकून और हर पल मानसिक ताजगी का एहसास होता रहता है। जिसके लिए मैं श्री प्रतीक चैतन्य जी को बारंबार धन्यवाद देता हूं। तथा इन्हें कोटि कोटि प्रणाम करता हूं।
संतोष मणि त्रिपाठी।
वाराणसी
Every time I listen to his renditions, I transcend into a space of peace & serenity. I have never experienced this kind of impact of any music till date. Unique & mesmerizing...
माता दुर्गा की कृपा से में ध्यान संगीत के सत्र में सम्मिलित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। और पहले मेरा मन भटकतता रहता था और मेरा कभी ध्यान नहीं लगता था। लेकिन अब मेरा ध्यान बहुत ही आसानी से लग जाता है। और मेरा मन करता है की अब ये कार्यकम प्रतिदिन हो जो मन को शांत दिला सके जिसके लिए मैं श्री प्रतीक चैतन्य जी को धन्यवाद देता हूं की जो हमलोगो को ध्यान संगीत का आभास करा पाए तथा में उनको मन से कोटि कोटि प्रणाम करता हूं
वाराणसी
C.B Mishra
Bahut sundar ❤❤❤
In a peaceful and devotional setting, this 'Meditative Music' event, particularly inspired by Sant Kabir's 'Formless Devotion and Melody,' greatly impressed me. The primary goal of formless devotional singing is to develop a profound connection with God and emotions. Mr. Pratik adeptly explained Kabir Das's symbolic insights, spreading spiritual awareness, and presented formless singing. Through Mr. Pratik's singing, I felt immersed in the experience of the changeless supreme power. Such events can generate positive energy within society. My sincere best wishes.
What a great performance "Ghat Ghat Panchhi Bolta." Through this music, you've described how it not only brings enjoyment of natural beauty but also fosters a deep connection with the divine. This music leads us toward inner peace and spiritual joy, providing an opportunity to align with our true selves.
Through this music, we connect with divine energy, guiding our lives onto an ideal and spiritual path. It conveys the message that even in the absence of the divine, we can find joy in its presence, making our lives an essential part of reverence and spirituality.
Dhirendra Tripathi
Kabeer saheb is real God
Saheb bandagi 🙏🌹
Dhyan Sangeet session creates a serene and meditative atmosphere allowing listeners to go deep into the state of self discovery and spiritual awakening. I was fortunate enough to experience it live. This rendition by Shri Prateek Chaitanya beautifully captured the essence of Kabir's words. Thank you for this upload 🙏🏻
Bahut hi sunder madhur Gayaki
Timeless from Kabir Das Ji. Beautifully sung by Sir.
Bahut hi shandar
How calm and serene!! Pure bliss
भाव अलग नही तुम्हारा स्वार्थ अलग अलग करवाता हे
अद्भुत, पारलौकिक शक्तियों का आभास
Nice❤
What Raag it was on??? Would like to know…
very nice🙏🕉
Uanka. Rang. Nirala. Ha. Kabir Saheb. Panchi. To. Bolata. Ha