अरे बहन जी आप भी पत्रकार हो कुछ भी मुंह में आ रहा है वही बोल दे रही हो कृपया करके यह तो पता करो एलआईसी में भी तो मृत्यु प्रमाण पत्र के रूप में कुछ गया होगा तभी यह कागज के पास आया है और हो सकता है या किसी और राजेंद्र का कागज हो कहीं और का हो गलती से एड्रेस मिस्प्रिंट होकर उनके यहां पर पहुंच गया हो मोबाइल नंबर वन का प्रिंट हो गया हो कोई बड़ा विषय नहीं है
मैं लगभग पिछले 16 वर्षों से एलआईसी का काम भी करता हूं , तथा Financial Cosultancy के साथ-साथ छोटा सा Advocate भी हूँ, हमारे कार्यकाल में भी ऐसा बहुत बार देखा गया है कि कहीं दूसरे गांव का कागज कहीं दूसरे गांव के बंदे के पास पहुंच जाता है जैसे कि एक सीसर गांव का मेरे गांव का कागज sisay में पहुंच गया था, हां लेकिन इतना जरूर है कि मीडिया को तो वैसे भी आदत रहती है बड़ा चढ़ा कर बताओ कुछ ना कुछ तड़का तड़का लगा के बाकी राजेंद्र जी मीडिया समाधान नहीं है आप किसी भी कार्यालय में जाएं बड़े अधिकारी से मिले इतना बताएं कि यह मेरे कागज नहीं है जी दूसरी बात आपको कहीं जाकर मिलने की जरूरत भी नहीं है यदि यह कागज आपके हैं ही नहीं तो डाक में आपके डाकघर द्वारा लिखित प्रमाण भेज दो कि यह राजेंद्र कोई और राजेंद्र है यह कागजात इसके नहीं है उसके बाद दोबारा आपके पास पलट कर कोई चिट्ठी भी नहीं आएगी
जब एक सामान्य सी बात है कि गांव में जब किसी का प्रथम बार किसी के घर आने वाला मेहमान गलती से सही घर में जाने की बजाय हमारे घर पर आ जाए तो हम उसको यह कह कर भेज देते हैं कि हम नहीं है जी आगे मकान पता करो। तो आपका इसमें कोई खर्चा भी नहीं लगेगा आपके गांव के डाक के माध्यम से ही वापस इसी चिट्ठी के साथ है की एक लिखित चिट्ठी भेजी दो और यदि आपको इन सब में मजा आ रहा है तो लगे रहे जनाब, चाहे मीडिया के साथ टाइम पास करो , चाहे पूरे समाज को बताते रहो किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा
गलती से किसी और का लेटर हो, हो सकता है फर्जी कीसी ने क्लेम दाखिल कर दिया हो ... अब क्योंकि बड़ी कम्पनी है तो बहकाने वाले भी बहुत होंगे के बड़ा मान हानि करो ये करो, वो करो.. अब इसको इतना बढ़ाने वाली कोई बात नहीं है..
लेकिन हां यह बात है कि अब आपको बात का मुद्दा जरूर मिल गया है की बड़ी कंपनी है कुछ ना कुछ इस गलती के लिए या एक मतलब अपनी बात को ऊपर करने के लिए मैं किसी तरह कोई पैसा मिल जाए क्योंकि हर आदमी आजकल यही चाहता है कि मेरे को फर्जी फंड का पैसा कहीं से भी मिल जाए
इसी नाम के किसी व्यक्ति का डेथ। क्लेम के पेपर समिट करे होंगे और सेम नाम से पाल्सी होगी अगर जिस एजेंट ने बीमा किया होगा उसने क्लेम के पेपर जमा नही करवाया होंगे ऐसे ही सेम। नाम। का घटना हुई थी उनका तो क्लेम भी पास हो गया था और बाद पैसे भी जमा एलआईसी में करवआय गलती हो जाती हैं
Tell the public in whose name this letter has been issued by the LIC . If he is declared dead, how the letter can be issued in the name of a dead man . Clarify the true story. If the claim is there, then it is from the family itself .
देवी जी आपने लिख तो दिया जी कि सौ करोड़ का मानहानि दावा ठोक दो भारतीय कानून के नियमों का पता करो कि 100 करोड़ का मानहानि दावा ठोकने के लिए क्या क्या जरुरत पड़ेंगे क्या यह सभी जरूर को पूरी कर पाएंगे
इतने नौजवान सैनिक चलें गये वो एक भी क्यों नहीं आए कोई ये बुजुर्ग कमजोरी से कोमा में चला गया होगा
अरे बहन जी आप भी पत्रकार हो कुछ भी मुंह में आ रहा है वही बोल दे रही हो कृपया करके यह तो पता करो एलआईसी में भी तो मृत्यु प्रमाण पत्र के रूप में कुछ गया होगा तभी यह कागज के पास आया है और हो सकता है या किसी और राजेंद्र का कागज हो कहीं और का हो गलती से एड्रेस मिस्प्रिंट होकर उनके यहां पर पहुंच गया हो मोबाइल नंबर वन का प्रिंट हो गया हो कोई बड़ा विषय नहीं है
क्या नाम और पॉलिसी नंबर मिलाया है वैसे ही बकबक करने लगे
Video bhut Ache bnaate ho aap
मैं लगभग पिछले 16 वर्षों से एलआईसी का काम भी करता हूं , तथा Financial Cosultancy के साथ-साथ छोटा सा Advocate भी हूँ, हमारे कार्यकाल में भी ऐसा बहुत बार देखा गया है कि कहीं दूसरे गांव का कागज कहीं दूसरे गांव के बंदे के पास पहुंच जाता है जैसे कि एक सीसर गांव का मेरे गांव का कागज sisay में पहुंच गया था, हां लेकिन इतना जरूर है कि मीडिया को तो वैसे भी आदत रहती है बड़ा चढ़ा कर बताओ कुछ ना कुछ तड़का तड़का लगा के
बाकी राजेंद्र जी मीडिया समाधान नहीं है आप किसी भी कार्यालय में जाएं बड़े अधिकारी से मिले इतना बताएं कि यह मेरे कागज नहीं है जी दूसरी बात आपको कहीं जाकर मिलने की जरूरत भी नहीं है यदि यह कागज आपके हैं ही नहीं तो डाक में आपके डाकघर द्वारा लिखित प्रमाण भेज दो कि यह राजेंद्र कोई और राजेंद्र है यह कागजात इसके नहीं है उसके बाद दोबारा आपके पास पलट कर कोई चिट्ठी भी नहीं आएगी
जब एक सामान्य सी बात है कि गांव में जब किसी का प्रथम बार किसी के घर आने वाला मेहमान गलती से सही घर में जाने की बजाय हमारे घर पर आ जाए तो हम उसको यह कह कर भेज देते हैं कि हम नहीं है जी आगे मकान पता करो।
तो आपका इसमें कोई खर्चा भी नहीं लगेगा आपके गांव के डाक के माध्यम से ही वापस इसी चिट्ठी के साथ है की एक लिखित चिट्ठी भेजी दो और यदि आपको इन सब में मजा आ रहा है तो लगे रहे जनाब, चाहे मीडिया के साथ टाइम पास करो , चाहे पूरे समाज को बताते रहो किसी को कोई फर्क नहीं पड़ेगा
👍👍
किसी जानकार की शरारत है। दावा पत्र एल आई सी के पास किसने भेजा ये पता करना जरूरी है
Iski jaanch Karai Jaaye
गलती से किसी और का लेटर हो, हो सकता है फर्जी कीसी ने क्लेम दाखिल कर दिया हो ...
अब क्योंकि बड़ी कम्पनी है तो बहकाने वाले भी बहुत होंगे के बड़ा मान हानि करो ये करो, वो करो..
अब इसको इतना बढ़ाने वाली कोई बात नहीं है..
क्यूं तमाशा कर रहा है।मुवावजा खातर । कुछ नहीं बावले।
❤😊
लेकिन हां यह बात है कि अब आपको बात का मुद्दा जरूर मिल गया है की बड़ी कंपनी है कुछ ना कुछ इस गलती के लिए या एक मतलब अपनी बात को ऊपर करने के लिए मैं किसी तरह कोई पैसा मिल जाए क्योंकि हर आदमी आजकल यही चाहता है कि मेरे को फर्जी फंड का पैसा कहीं से भी मिल जाए
Lic vale sidhe yamraj se online sewa de rhe h ji
Sabi sawadhan rhe 🤣🤣🤣
Rajasthan se ram ram ji
🙏🙏🙏
Y h online ghpla
Bima company per kaarvayi honi chahie
Lic par kas hona cihaye
Har har mahadav
एल आई सी पर कई करोड़ रुपए का मान हानि का दावा ठोका जाए
Tau yehi to chhav hai
@@Skyyy-Mk Ha fr dikkat k h bhai ism
जब माफी मांग ली और मानते हैं ग़लती हुई है लेकिन ताऊ को बहना मिलेगा। रुपए ऐंठने का करोड़ो चाहिए ताऊ ग पुरा घोचा लागेड़ा है क मौका है लूट ले
@@omrahar6713 ha wo to dikh raha hai bhai
Tai ki widow pension banwa dau kuchh tau faida utha lo
Iss letter ki photo copy karva kar rakho, kahi aisa naa ho ki aap jao aur woh iss letter ko lekar ise Distryoy kar sakte hai
LIC KAITHAL N MERE. SAATH BHI AISA HI KIYA THA MERI POLICY SURINDER KR DI THI
Bhut bhut bhut😁😁😁😁😁😁
Major mistake by LIC death certificate kaha h LIC ke paas
इसी नाम के किसी व्यक्ति का डेथ। क्लेम के पेपर समिट करे होंगे और सेम नाम से पाल्सी होगी अगर जिस एजेंट ने बीमा किया होगा उसने क्लेम के पेपर जमा नही करवाया होंगे ऐसे ही सेम। नाम। का घटना हुई थी उनका तो क्लेम भी पास हो गया था और बाद पैसे भी जमा एलआईसी में करवआय गलती हो जाती हैं
😢 bhai Re bhabhi ki vidhva pension banva le
Tell the public in whose name this letter has been issued by the LIC . If he is declared dead, how the letter can be issued in the name of a dead man . Clarify the true story. If the claim is there, then it is from the family itself .
Expired hone ke bad profit jada milega.
बकवास
Clerical mistake hai...aur kucj nahi
सो करोड़ का मान हानि का दाव ठोक दे भाई
Acha ji km m kaam nhi chle ga kya muje to km mil jay to bhi kaam chla lu ga
देवी जी आपने लिख तो दिया जी कि सौ करोड़ का मानहानि दावा ठोक दो भारतीय कानून के नियमों का पता करो कि 100 करोड़ का मानहानि दावा ठोकने के लिए क्या क्या जरुरत पड़ेंगे क्या यह सभी जरूर को पूरी कर पाएंगे
@@santoshboora7605 ji kese ho
Madam ji aap. Lic office me. Mihlo aap ji
Are bhai Kuchh to fayda utha le aur na David bhai pension banva le
Kisi jaankari ki sararat lagti hai.
मरा हुआ जिंदा आदमी
Taau Maan haani ka case karde. or Muavja Clame kar .