ॐ जय श्री श्याम जी 🙏🚩 ॐ जय माता दी ॐ जय सियाराम जी ॐ जय श्री हनुमान जी ॐ हर हर महादेव जी ॐ जय श्री गणेशाय नमः ॐ जय श्री शनिदेव जी ॐ सूर्या नमः ॐ जय श्री गणेशाय नमः ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः 🙏🚩 ॐ जय श्री श्याम देवाय नमः 🙏🚩
🙏 कृपाचार्य तथा द्रोणाचार्य 🙏 गौतम ऋषि के पुत्र का नाम शरद्वान था। उनका जन्म बाणों के साथ हुआ था। उन्हें वेदाभ्यास में जरा भी रुचि नहीं थी और धनुर्विद्या से उन्हें अत्यधिक लगाव था। वे धनुर्विद्या में इतने निपुण हो गये कि देवराज इन्द्र उनसे भयभीत रहने लगे। इन्द्र ने उन्हें साधना से डिगाने के लिये नामपदी नामक एक देवकन्या को उनके पास भेज दिया। उस देवकन्या के सौन्दर्य के प्रभाव से कृप नामक बालक उत्पन्न हुआ और दूसरे भाग से कृपी नामक कन्या उत्पन्न हुई। कृप भी धनुर्विद्या में अपने पिता के समान ही पारंगत हुये। भीष्म जी ने इन्हीं कृप को पाण्डवों और कौरवों की शिक्षा-दीक्षा के लिये नियुक्त किया और वे कृपाचार्य के नाम से विख्यात हुये। कृपाचार्य के द्वारा पाण्डवों तथा कौरवों की प्रारंभिक शिक्षा समाप्त होने के पश्चात् अस्त्र-शस्त्रों की विशेष शिक्षा के लिये भीष्म जी ने द्रोण नामक आचार्य को नियुक्त किया। द्रोण के साथ प्रषत् नामक राजा के पुत्र द्रुपद भी शिक्षा प्राप्त कर रहे थे तथा दोनों में प्रगाढ़ मैत्री हो गई। उन्हीं दिनों परशुराम अपनी समस्त सम्पत्ति को ब्राह्मणों में दान कर के महेन्द्राचल पर्वत पर तप कर रहे थे। एक बार द्रोण उनके पास पहुँचे और उनसे दान देने का अनुरोध किया। इस पर परशुराम बोले, वत्स तुम विलम्ब से आये हो, मैंने तो अपना सब कुछ पहले से ही ब्राह्मणों को दान में दे डाला है। अब मेरे पास केवल अस्त्र-शस्त्र ही शेष बचे हैं। तुम चाहो तो उन्हें दान में ले सकते हो। द्रोण यही तो चाहते थे अतः उन्होंने कहा, हे गुरुदेव आपके अस्त्र-शस्त्र प्राप्त कर के मुझे अत्यधिक प्रसन्नता होगी, किन्तु आप को मुझे इन अस्त्र-शस्त्रों की शिक्षा-दीक्षा देनी होगी तथा विधि-विधान भी बताना होगा। इस प्रकार परशुराम के शिष्य बन कर द्रोण अस्त्र-शस्त्रादि सहित समस्त विद्याओं के अभूतपूर्व ज्ञाता हो गये। शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात द्रोण का विवाह कृपाचार्य की बहन कृपी के साथ हो गया। कृपी से उनका एक पुत्र हुआ। उनके उस पुत्र के मुख से जन्म के समय अश्व की ध्वनि निकली इसलिये उसका नाम अश्वत्थामा रखा गया। किसी प्रकार का राजाश्रय प्राप्त न होने के कारण द्रोण अपनी पत्नी कृपी तथा पुत्र अश्वत्थामा के साथ निर्धनता के साथ रह रहे थे। एक दिन उनका पुत्र अश्वत्थामा दूध पीने के लिये मचल उठा किन्तु अपनी निर्धनता के कारण द्रोण पुत्र के लिये गाय के दूध की व्यवस्था न कर सके। अकस्मात् उन्हें अपने बाल्यकाल के मित्र राजा द्रुपद का स्मरण हो आया जो कि पाञ्चाल देश के नरेश बन चुके थे। द्रोण ने द्रुपद के पास जाकर कहा, मित्र मैं तुम्हारा सहपाठी रह चुका हूँ। मुझे दूध के लिये एक गाय की आवश्यकता है और तुमसे सहायता प्राप्त करने की अभिलाषा ले कर मैं तुम्हारे पास आया हूँ। इस पर द्रुपद अपनी पुरानी मित्रता को भूलकर तथा स्वयं के नरेश होने के अहंकार के वश में आकर द्रोण पर बिगड़ उठे और कहा, तुम्हें मुझको अपना मित्र बताते हुये लज्जा नहीं आती? मित्रता केवल समान वर्ग के लोगों में होती है, तुम जैसे निर्धन और मुझ जैसे राजा में नहीं। अपमानित होकर द्रोण वहाँ से लौट आये और कृपाचार्य के घर गुप्त रूप से रहने लगे। एक दिन युधिष्ठिर आदि राजकुमार जब गेंद खेल रहे थे तो उनकी गेंद एक कुएँ में जा गिरी। उधर से गुजरते हुये द्रोण से राजकुमारों ने गेंद को कुएँ से निकालने लिये सहायता माँगी। द्रोण ने कहा, यदि तुम लोग मेरे तथा मेरे परिवार के लिये भोजन का प्रबन्ध करो तो मैं तुम्हारा गेंद निकाल दूँगा। युधिष्ठिर बोले, देव यदि हमारे पितामह की अनुमति होगी तो आप सदा के लिये भोजन पा सकेंगे। द्रोणाचार्य ने तत्काल एक मुट्ठी सींक लेकर उसे मन्त्र से अभिमन्त्रित किया और एक सींक से गेंद को छेदा। फिर दूसरे सींक से गेंद में फँसे सींक को छेदा। इस प्रकार सींक से सींक को छेदते हुये गेंद को कुएँ से निकाल दिया। इस अद्भुत प्रयोग के विषय में तथा द्रोण के समस्त विषयों मे प्रकाण्ड पण्डित होने के विषय में ज्ञात होने पर भीष्म पितामह ने उन्हें राजकुमारों के उच्च शिक्षा के नियुक्त कर राजाश्रय में ले लिया और वे द्रोणाचार्य के नाम से विख्यात हुये।.
Kya din the bhai jab hume Mahabharat dekhne ka intezaar reh ta tha kabhi dil me khayal tak nahi aata tha ke ye Mahabharath Hinduo ka hai afsos aaj bacho ko bhi Hindu aur Musalmano ke naam par alag kar rahe hai
Madarso ki shiksha lena band kar do, kyoki madarso me kewal ek particular community ko badane ki shiksha di jaati he aur anya dusre communities ke opposition me aur aisi shiksha jeevan me manusya ke kabhi swang ke kaam bhi nahi aati. madarso me padne wala kewal umra bhar nafrat ka jeevan jite he. isliye madarso ko chhodkar public schoolo me pado jaha par apni ajiwika chalane ki shiksha di jaati he.
जिंदगी खेलती भी उसी के साथ है, जो खिलाड़ी बेहतरीन होता है, दर्द सबके एक से है, मगर हौंसले सबके अलग अलग है, कोई हताश हो के बिखर जाता है, तो कोई संघर्ष करके निखर जाता।
महाभारत का कोई भी प्रसंग हमे जीवन का मार्गदर्शन करता है जिससे हमे सीख व समझ मिलती है महाभारत भगवत गीता संसार में सर्वोच्च है जिसमे जीवन का सारा ज्ञान मिलता है सनातन धर्म इनही ग्रन्थों की बदोलत सारी दूनिया मे सम्मानित है जय श्री कृष्ण जय श्री राम
@@LuckyLucky-zl2sw beta abdul pehle to ye hee sathya hai....or agar ye jhoot bhi hai to kam se kam shanti aman chain or sachhai ka maarg hee btaya gaya hai.......bachhio se buddho ki shadi k liye ya mohmad ka pishab ya tatti khane ko nhi btaya gaya........
वाह , यही तो सत्य है शक्ती से दूर मत भागो, अपितु उसका सदुपयोग करना सिखो. यही महासत्य भूलने के कारण शक्तीपात करके भारत पहले निर्बल बना और बाद मे परतंत्र.आज वही प्राचीन महासत्य जानके उसको फिरसे उजागर करके भारत को एक बार फिर से महाशक्तीमान महाभारत बनाना अत्यावश्यक है.
Isliye arjun uttam youdha tha 9:28 use pata tha shakti ka sahi istamal, jis ne youdh se pahle kah diya ki ,mai mahadev ke pashupatastra ka upyog nahi karunga❤ Jai shree krishna 🧡
हारे के सहारे , खाटू वाले बाबा श्याम की जय
जय हो भीमसेन जी की
कौनसी जगह पर स्थित है श्री श्याम
@@Ravi_00786 shikr rajsthan 🙏🙏🙏
Original Lake, original locations, exact dressing, exact faces, thats Real Mahabharath.. 👌🏼👌🏼🔥
dil ko ek sukun aata hai ❤️
@@darkknight2414 थथथंथथथथथथथथथथथथथथथथथ
Aajkal aisi location milna he mushkil hai
@@darkknight2414⁸⁸
😊😊😊
जय बजरंगबली।।
सम्पूर्ण हनुमान चालीसा
जय बजरंगबली।।
दोहा :
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि।
बरनऊं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई :
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
रामदूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुंडल कुंचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै।
कांधे मूंज जनेऊ साजै।।
संकर सुवन केसरीनंदन।
तेज प्रताप महा जग बन्दन।।
विद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचंद्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्रीरघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कंठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।
लंकेस्वर भए सब जग जाना।।
जुग सहस्र जोजन पर भानू।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी सरना।
तुम रक्षक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिसाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरै सब पीरा।
जपत निरंतर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोइ अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु-संत के तुम रखवारे।
असुर निकंदन राम दुलारे।।
अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुम्हरे भजन राम को पावै।
जनम-जनम के दुख बिसरावै।।
अन्तकाल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरि-भक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जै जै जै हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर कोई।
छूटहि बंदि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय मंह डेरा।।
दोहा :पवन तनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
Sailendra yadav bhai ko dil se dhanyawad.inta lamba Hanuman chalisa likhne ke liye.mai bhi likh sakta per bahut din lag jayega ....
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Vhuv h b v
5 r
जय श्रीराम', 'जय श्रीराम', 'सियावर रामचंद्र की जय...
Jai shree Ram
Jai Bajrangbali
ॐ जय श्री श्याम जी 🙏🚩
ॐ जय माता दी
ॐ जय सियाराम जी
ॐ जय श्री हनुमान जी
ॐ हर हर महादेव जी
ॐ जय श्री गणेशाय नमः
ॐ जय श्री शनिदेव जी
ॐ सूर्या नमः
ॐ जय श्री गणेशाय नमः
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः 🙏🚩
ॐ जय श्री श्याम देवाय नमः 🙏🚩
बहुत सुंदर सीख है किन्तु लोग शक्ति का दुरुपयोग ही कर रहे हैं खुद को श्रेष्ठ सिद्ध करने के लिए 😢
बोलो खाटू वाले श्याम बर्बरीक महाराज कि जय।🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳हारे का तू है सहारा साँवरे ।
Khatu shayam ke baare me padh toh lo fake h khatu shayam kuch nhi h
@@princeop9824 tere jaiso k liye tera baap bhi fake hota hai saale mulle.💪💪.
@@princeop9824 bhai Bata kese fake h🙂 ab bhi samay h dusro ki aasta ka samman krna sikho aur tum Kaho to me sikha du
@@princeop9824 khatushyamji is the Krishna of kaliyuga as stated in skanda puran
Khatu kya hai bhai
Pravin Kumar Ji ek ese Abhineta the jinhone Mahabali Bheem Ji ko wastavik roop me hamare samne me prastut kr diya .koti koti dhanywaad 🙏
स्व प्रवीण कुमार जी महाबली भीमसेन के रूप में आपकी अमिट छवि भारतीय जनमानस में सदा सर्वदा बनी रहेगी....
भगवान आपकी आत्मा को शांति प्रदान करे🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Jai baba syam ki
0p0pp0lllllhhh v
കറക്റ്റ് ആണ് ഇതെ പോലെ ഒരാൾ ഇനി വരില്ല
😮😮😮
वीर बर्बरीक महाराज की जय।।
जय खाटू वाले बाबा की।।
महर्षि जी को असल स्थिति से अवगत कराने के लिए धन्यवाद देना चाहिए था।।
जय हिन्द, जय भारत।।
वंदे मातरम्, भारत माता की जय।।
जय हिन्द, जय हिन्द की सेना।।
JAI KHATU SHYAM JI 🙏🚩🥰
हारे का सहारा लेकिन बाबा श्याम हमारा
O
Hare ka sahara baba shyaam humara ......lekin koi remove kro brother sentance m se
Kya granth he sanatan dharm ka🚩🚩 जय हो सनातन धर्म की🚩🚩
🙏 कृपाचार्य तथा द्रोणाचार्य 🙏
गौतम ऋषि के पुत्र का नाम शरद्वान था। उनका जन्म बाणों के साथ हुआ था। उन्हें वेदाभ्यास में जरा भी रुचि नहीं थी और धनुर्विद्या से उन्हें अत्यधिक लगाव था। वे धनुर्विद्या में इतने निपुण हो गये कि देवराज इन्द्र उनसे भयभीत रहने लगे।
इन्द्र ने उन्हें साधना से डिगाने के लिये नामपदी नामक एक देवकन्या को उनके पास भेज दिया। उस देवकन्या के सौन्दर्य के प्रभाव से कृप नामक बालक उत्पन्न हुआ और दूसरे भाग से कृपी नामक कन्या उत्पन्न हुई।
कृप भी धनुर्विद्या में अपने पिता के समान ही पारंगत हुये। भीष्म जी ने इन्हीं कृप को पाण्डवों और कौरवों की शिक्षा-दीक्षा के लिये नियुक्त किया और वे कृपाचार्य के नाम से विख्यात हुये।
कृपाचार्य के द्वारा पाण्डवों तथा कौरवों की प्रारंभिक शिक्षा समाप्त होने के पश्चात् अस्त्र-शस्त्रों की विशेष शिक्षा के लिये भीष्म जी ने द्रोण नामक आचार्य को नियुक्त किया। द्रोण के साथ प्रषत् नामक राजा के पुत्र द्रुपद भी शिक्षा प्राप्त कर रहे थे तथा दोनों में प्रगाढ़ मैत्री हो गई।
उन्हीं दिनों परशुराम अपनी समस्त सम्पत्ति को ब्राह्मणों में दान कर के महेन्द्राचल पर्वत पर तप कर रहे थे। एक बार द्रोण उनके पास पहुँचे और उनसे दान देने का अनुरोध किया। इस पर परशुराम बोले, वत्स तुम विलम्ब से आये हो, मैंने तो अपना सब कुछ पहले से ही ब्राह्मणों को दान में दे डाला है। अब मेरे पास केवल अस्त्र-शस्त्र ही शेष बचे हैं। तुम चाहो तो उन्हें दान में ले सकते हो। द्रोण यही तो चाहते थे अतः उन्होंने कहा, हे गुरुदेव आपके अस्त्र-शस्त्र प्राप्त कर के मुझे अत्यधिक प्रसन्नता होगी, किन्तु आप को मुझे इन अस्त्र-शस्त्रों की शिक्षा-दीक्षा देनी होगी तथा विधि-विधान भी बताना होगा। इस प्रकार परशुराम के शिष्य बन कर द्रोण अस्त्र-शस्त्रादि सहित समस्त विद्याओं के अभूतपूर्व ज्ञाता हो गये।
शिक्षा प्राप्त करने के पश्चात द्रोण का विवाह कृपाचार्य की बहन कृपी के साथ हो गया। कृपी से उनका एक पुत्र हुआ। उनके उस पुत्र के मुख से जन्म के समय अश्व की ध्वनि निकली इसलिये उसका नाम अश्वत्थामा रखा गया। किसी प्रकार का राजाश्रय प्राप्त न होने के कारण द्रोण अपनी पत्नी कृपी तथा पुत्र अश्वत्थामा के साथ निर्धनता के साथ रह रहे थे। एक दिन उनका पुत्र अश्वत्थामा दूध पीने के लिये मचल उठा किन्तु अपनी निर्धनता के कारण द्रोण पुत्र के लिये गाय के दूध की व्यवस्था न कर सके। अकस्मात् उन्हें अपने बाल्यकाल के मित्र राजा द्रुपद का स्मरण हो आया जो कि पाञ्चाल देश के नरेश बन चुके थे। द्रोण ने द्रुपद के पास जाकर कहा, मित्र मैं तुम्हारा सहपाठी रह चुका हूँ। मुझे दूध के लिये एक गाय की आवश्यकता है और तुमसे सहायता प्राप्त करने की अभिलाषा ले कर मैं तुम्हारे पास आया हूँ।
इस पर द्रुपद अपनी पुरानी मित्रता को भूलकर तथा स्वयं के नरेश होने के अहंकार के वश में आकर द्रोण पर बिगड़ उठे और कहा, तुम्हें मुझको अपना मित्र बताते हुये लज्जा नहीं आती? मित्रता केवल समान वर्ग के लोगों में होती है, तुम जैसे निर्धन और मुझ जैसे राजा में नहीं।
अपमानित होकर द्रोण वहाँ से लौट आये और कृपाचार्य के घर गुप्त रूप से रहने लगे। एक दिन युधिष्ठिर आदि राजकुमार जब गेंद खेल रहे थे तो उनकी गेंद एक कुएँ में जा गिरी। उधर से गुजरते हुये द्रोण से राजकुमारों ने गेंद को कुएँ से निकालने लिये सहायता माँगी। द्रोण ने कहा, यदि तुम लोग मेरे तथा मेरे परिवार के लिये भोजन का प्रबन्ध करो तो मैं तुम्हारा गेंद निकाल दूँगा।
युधिष्ठिर बोले, देव यदि हमारे पितामह की अनुमति होगी तो आप सदा के लिये भोजन पा सकेंगे। द्रोणाचार्य ने तत्काल एक मुट्ठी सींक लेकर उसे मन्त्र से अभिमन्त्रित किया और एक सींक से गेंद को छेदा। फिर दूसरे सींक से गेंद में फँसे सींक को छेदा। इस प्रकार सींक से सींक को छेदते हुये गेंद को कुएँ से निकाल दिया।
इस अद्भुत प्रयोग के विषय में तथा द्रोण के समस्त विषयों मे प्रकाण्ड पण्डित होने के विषय में ज्ञात होने पर भीष्म पितामह ने उन्हें राजकुमारों के उच्च शिक्षा के नियुक्त कर राजाश्रय में ले लिया और वे द्रोणाचार्य के नाम से विख्यात हुये।.
Aap ne khub sundar baat batayi 🙏🙏
आदरणीय आपके द्वारा दी गई जानकारी अविस्मरणीय और महतवपूर्ण भी है आपका आभार व्यक्त करता हूं,,,,।
Bht bdhya
Good ❤
Nice
6:10 That's Popular Meme 😂🔥
🙏⛳ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः⛳🙏
मेरे खाटू श्याम आज भी इतने ही प्यारे हैं 😊
Acha
कहां हे इनका मंदिर
@@Ravi_00786 खाटू नगरी सीकर राजस्थान ।
जय हारे के सहारे की ।
जय लखदातार की ।।।।🌹🌹
Hare ke sahare ki jai 🙏🙏
Jay ho radhe radhe
जय श्री खाटू श्याम बाबा🙏
ओम श्री श्याम देवाय नमः 🙏🙏
जय हो बाबा खाटू श्याम जी महाराज जी की
No waha mahadev shiv hein
जय जय कूल देव खाटू श्याम प्रभू की , जय हो हो लखदातार की , जय हो तीन बाण धारी की , जय हो नीले के असवार की , जय हो हारे के सहारे खाटू श्याम प्यारे की
जय हो वीर् बर्बरीक
कालांतर मे श्री खाटूश्याम हमारे
जय हो सावरें। हारे के सहारे।
बहुत ही ज्ञानवर्धक
Mera pasandeeda dharavahik hai mahabharat
Without VFX so amazing 👍👍
1:10.... applies on today's situation in our country 😂
😲😲 mahabharat prediction never wrong
Mahabharat is much faster, well acted and intellectually better than today's tv shows.
U r right.
अच्छी एक्टिंग ह दोनो कलाकारों की
Fascinating to learn that bheem was Asian and commonwealth games gold bronze champion in 70s.
Kya din the bhai jab hume Mahabharat dekhne ka intezaar reh ta tha kabhi dil me khayal tak nahi aata tha ke ye Mahabharath Hinduo ka hai afsos aaj bacho ko bhi Hindu aur Musalmano ke naam par alag kar rahe hai
Vha...Keya bat hi..batdi bat khedi 👌👌👌👌
Tumhare jaise sab log agr is baat ko samjh jaaye to ye saari ladayi hi khatm ho jaaye
Ghoor kal yug h bhai isliye kuch bhi hoga
Very correct
Madarso ki shiksha lena band kar do, kyoki madarso me kewal ek particular community ko badane ki shiksha di jaati he aur anya dusre communities ke opposition me aur aisi shiksha jeevan me manusya ke kabhi swang ke kaam bhi nahi aati. madarso me padne wala kewal umra bhar nafrat ka jeevan jite he. isliye madarso ko chhodkar public schoolo me pado jaha par apni ajiwika chalane ki shiksha di jaati he.
ਮਨ ਨੂੰ ਸਕੂਨ ਮਿਲਿਆ ਹੈ , ਇਹ ਸਬ ਭਾਰਤੀ ਧਰਮਾ ਲਈ ਮੇਲ-ਮਿਲਾਪ ਨੂੰ ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਢੰਗ ਨਾਲ ਪੇਸ਼ ਕਰਨ ਲਈ ਆਦਰ ਯੋਗ ਅਗਵਾਈ ਕਰਦਾ ਹੈ
Does this long script translate to "Peace of mind?"
पहले के लोग इतनी छोटी छोटी बातों पर लड़ पड़ते थे, आश्चर्य होता है।
Choti baat nhi dharm ko sab se pehle aage rakha jata tha.. Dharm se bad ke kuch nhi hota tha.
धर्म सत्य और स्वाभिमान पर युद्ध हो जाते थे
पहले निरंकुश राजतंत्र होता था और अब एक लोकतंत्रात्मक सवैधानिक राज्य है
Haa..jaise aaj k log to bade sehensheel hain naa
Aaj kal to log parking par lad jate hai 🤣
Barbarik khatu shyam baba ki jai🙏🙏
Bheem utha utha ke patka🤣🤣
@@deepakkumarjena6681 मजाक मत बना
@@deepakkumarjena6681 lond ke tujhe kya pata,, veer barbarik ka itihaas,, saale muth maarne wale mutthal. Bhosdike behenchod.
चाहे वक्त कितना भी बदल जाए ,
मां की मोहब्बत कभी नहीं बदलती है।
Thanks for supporting cid ..
👍👍
Hi priya kesi ho
जी जी बिल्कुल
@@sanjayjajoria3701 yarr tum log ladki dekhe nhi ki 😂
Sahi kaha aapne
Such a lovely old serials which teaches us love n respects to our elders. 🙏 To BR Chopra for old Ramayan , Mahabharat 🚩🚩
Mahabharat best 💯 h sb se ❤
Jo log khatu shyam ji ko mante hai wahi like kare
ओम हरी शरणम 🌹🌹
Jai Dev Khatu ji. Jai Dev Kamrunag ji ❤❤❤❤
जय श्री बर्बरीक जय श्री खाटू श्याम बाबा जय जय भीम सेन🙏🙏
Jay khatu bale shyam ki jay
Pravinji ke alava bhim ka role aur koi nahi kar sakta🙏🙏🙏.,,...
B r chopra ki mahabharat sabse best hai
Don't run away or give up strength, rather use it for helping mankind. What a lesson that is and how relevant it is on India's 75th independence day 🙏
O
O
@@AbhijeetAnand2.0माहाभारत
Wrong comment section💀
@@thesleepingwind135 wrong place for people who do not understand Mahabharat's relevance in our current life
The fights still look so real and superb even in rewatch!!
Grandson angry with his grandfather 🤣🤣😂 for not giving chocolate 🍫 Jai Khatu Shyam ji
Jai shree Krishna
jai kamrunaag
@@ajjubanna5768 bu BBY by by
7
Tum jaiso ko sirf majak banana hi aata hai
हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा ❤
Hara ka sahara Baba Shyam 🎉🎉🎉🎉🎉🎉Hamara❤❤❤👏👏👏🙏🏽🙏🏽🙏🏽
Mare khatu shyam ji itne bole Hain
Jai shree shyam ji ki jai
🙏🙏🙏
Mare khatu shyam ji kitne bole Hain
Jai shree shyam ji ki jai
🙏🙏🙏
Jai ho khatu shyam ji maharaj❤️
हारें के सहारे की जय 🙏🙏🌹
जिंदगी खेलती भी उसी के साथ है,
जो खिलाड़ी बेहतरीन होता है,
दर्द सबके एक से है, मगर हौंसले सबके अलग अलग है,
कोई हताश हो के बिखर जाता है,
तो कोई संघर्ष करके निखर जाता।
P9
Thanks
Beautiful ❤️
Jai Shree khatu shyam ji 🙏
JAI SHREE SHYAM ❣️
जय भीमसेन जय वीर बार्बरिक खाटूश्यामजी
Barbrik ko hi khatu shaym ji ka avatar kehte hain koi bta sakta hai 🤔🤔🤔🤔 maine yeh katha nhi suni..
@@gonysharma barbrik se Krishna Ne shish ka Daan liya thaa aur Badle Mein Apna Naam Shyam Ji diya thaa
@@satyahishivhai2195 .. Ji bai mujhe baad mein pta chala maine yeh katha na hi sunni thi or na hi padi thi.. Jai khatu shyam ji ki 🙏🙏🙏🙏
जय श्री श्याम हरे
Barbarik is most powerful dev🚩🚩🚩🙏🙏
Jai shree Shyam Baba
Yahi h khatu shyam
Mujhe pta h bhai🚩🚩
@@sumitbhardwaj2390 iiiiiiu i
Khatu shyam baba ki jay ho
Koun koun reel dekh kar aaya hai
Hum abhi reel dekh kar aa raha hain
Mai
Aadimanav
konsi reel
Mee too
हारे के सहारे खाटू वाले श्याम जी महाराज की जय
महाभारत का कोई भी प्रसंग हमे जीवन का मार्गदर्शन करता है जिससे हमे सीख व समझ मिलती है महाभारत भगवत गीता संसार में सर्वोच्च है जिसमे जीवन का सारा ज्ञान मिलता है सनातन धर्म इनही ग्रन्थों की बदोलत सारी दूनिया मे सम्मानित है जय श्री कृष्ण जय श्री राम
Be vs vs
U
Lllll
सब नकली बर्हमनो का प्रपंच झूठ
@@LuckyLucky-zl2sw beta abdul pehle to ye hee sathya hai....or agar ye jhoot bhi hai to kam se kam shanti aman chain or sachhai ka maarg hee btaya gaya hai.......bachhio se buddho ki shadi k liye ya mohmad ka pishab ya tatti khane ko nhi btaya gaya........
Jay shree katushyam ji ❤❤❤❤❤
जहाँ दिया शीश का दान वह भूमि है चुलकाना धाम(पानीपत) हरियाणा । जय हो चुलकाना वाले श्याम बाबा की ।🙏 जय श्री श्याम 🙏
Jai bhim
Jai shree krishna 🙏❤️
Jai shree khatu shyam baba ji 🙏❤️🙏❤️❤️🙏❤️🙏
Great way of of Chopra Brothers...
Jay Shree Ram Ji ❤❤❤❤❤
वाह , यही तो सत्य है शक्ती से दूर मत भागो, अपितु उसका सदुपयोग करना सिखो. यही महासत्य भूलने के कारण शक्तीपात करके भारत पहले निर्बल बना और बाद मे परतंत्र.आज वही प्राचीन महासत्य जानके उसको फिरसे उजागर करके भारत को एक बार फिर से महाशक्तीमान महाभारत बनाना अत्यावश्यक है.
Ppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppppp
Ha
Mera Mera kyun karte ho Bhai sab des Apne he
@@anant8269 ठिक है तो तू जाकर रह चीन मे, कीतने बार भी यदि तूमने दुसरे के शरिर को अपना ही बोला तो भी वो तुम्हारा नहीं हो जायेगा.
@@ns7379 mujhe jante ho Bhai aap agar Nahi jante to aapki jankari ke liye Bata dete he ye sari duniya MERI he aur aap bhi
@@anant8269 अच्छा तो तू स्वयं को भगवान समझता है.
जय श्री श्याम जी
जय श्री खाटू श्याम 🙏🙏
Isliye arjun uttam youdha tha 9:28 use pata tha shakti ka sahi istamal, jis ne youdh se pahle kah diya ki ,mai mahadev ke pashupatastra ka upyog nahi karunga❤ Jai shree krishna 🧡
Jay ho Khatu Shyam Maharaj Ji Ki 🙏🙏🙏
Jai khatu shyam
6:09 Jee bhar kar lado. Samapt kar do ek doosre ko.
जय श्री कृष्ण✨🖤
हर हर महादेव✨♥️
जय श्री राम✨💕
जय भगवान✨💕♥️🖤
महाभारत ✨💙
गुरु मुनीबर ✨💕
भीम सेन✨💕
बर्बरीक ✨💕
जय भगवान✨🖤♥️
भागवत गीता🖤💕♥️
जय भगवान🤜🖤💕♥️🤛
Majanhatat
Mhan
Ppl
🇮🇳
A 😂
Jay ho shyam sarkar ki😊😊😊🚩
Great Mythological Story of Bhim
its history not myth
@@krishna_theist Ok
Ek no
Barbarik was the greatest warrior...
44⅘
Not the 'greatest' only great
Jai shri shyam baba 🌹🌹🌹🌸🌸🌸🙏🏻🙏🏻
Mahabharat ki Jay Ho
जो अपने खूबसूरत आंखो से मेरा कॉमेंट को पढ़ रहा है भगवान करें उसके माता पिता को हमेशा खुश रखे जय श्री राम 🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Hh
जय श्री राम 🙏
झगड़ा शुरू करने से पहले ही एक दूसरे का परिचय पूछ लेते तो लहूलुहान होने की नौबत ना आती !! दोनों कान पकड़कर माफी मांगो !!🙏🕉️🙏
MP
Waw
श्री श्याम बाबा सच्चे मन से चाहने वाले लाइक करे 👍
जय श्री खाटू श्याम जी 👏👏👏
जय श्री राधे जय श्री राधे
Jai ho veer gatothkach Jai veer bheem
Haare ka sahara baba shyam hamara
Jai shri khatu shyam ji ke charno me sat sat naman
जय श्री श्याम जी हारे का सहारा खाटू वाला श्याम जी हमारा
Entire History of BharatVarsh is just Epic.
Jai shri shyam baba ji🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤❤❤❤❤❤❤❤
Fir ke kamisner shab he... Guruji
Rest in peace pravin kumar ji
Esi series banna impossible hai great mahabarat
जय श्री कृष्णा 👏
JAY Jagannath ji🙏🏿🙏🏿
Jay sree krishna ji 🙏🏿🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Jai Shree Jagannath Jai Ho 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
हारे का सारा नही कमजोरी की उम्मीद है खाटू श्याम जी कमजोर खाटू श्याम नही कमजोर लोग की इच्छाएं है इस दुनिया में मनुष्य से 3ज्यादा पापी कुछ नही
Ghatu shyam have capability to end whole mahabharat ..........❤️
Bolo khatu shyam baba ki jai..Jai bheem ji
jay ho bhim balvan 💪🏻💪🏻