" आरती " आरती जांटी वाले की। लखमीचन्द निराले की ।। उन्नीस सौ तीन के सन् में, उदमीराम-घर जन्मे। खेले शिवदेई-आँगन में, चराई धेनुका बन में ।। लकुटिया संग,पाली को ढंग,जय हो सच्चे ग्वाले की।।लखमीचन्द निराले की।। आरती------ सतगुरु मानसिंह तेरे, सच्चे मन से सदा टेरे। वे आबाद रहेंगे डेरे, जहाँ पर तुम जैसे हों चेरे।। के सारी उमर,गुरू को सुमर,की पूजा बसौदी विद्याले की।।लखमीचन्द निराले की।। आरती------- तुमको भूले नहीं समाज, तुम हो गुणियों में सरताज। जय-जय गन्धर्व हे कविराज, तुम पर दुनिया करती नाज।। हे हरि-स्वरूप,तेरी छवि है अनूप,के जैसे कृष्ण-काले की।।लखमीचन्द निराले की।। आरती-------- जब तक सूरज का उजियारा, बहे गंगा की निर्मल धारा। जब तक सृष्टि का है पसारा,तब तक नाम रहेगा तुम्हारा।। ना हो मध्यम,जगे हरदम,ज्योत तेरे ज्ञान-उजाले की।।लखमीचन्द निराले की।। आरती--------- जय-जय कलयुग के अवतार, तुझको गाता है संसार। राजेश शर्मा है बलिहार, तेरे भरे ज्ञान-भंडार।। मेरी रखना टेक,घूंट दो-एक,पिलादो अमृत-प्याले की।।लखमीचन्द निराले की।। आरती------- Master Rajesh Sharma 7015228043
जय हो दादा की, अमर कर दिया आप ने❤
Bhut bdiya sang kr rhyh ji
Meharsingh bahut badhiya song hai bhai
Bahut bahut badhiya song hai Pandit ji
बहुत बहुत बढ़िया सॉन्ग है भाई
Dada lakhmi Chand amar rahen.
Bahut achchi baat hain.
" आरती "
आरती जांटी वाले की।
लखमीचन्द निराले की ।।
उन्नीस सौ तीन के सन् में, उदमीराम-घर जन्मे।
खेले शिवदेई-आँगन में,
चराई धेनुका बन में ।।
लकुटिया संग,पाली को ढंग,जय हो सच्चे ग्वाले की।।लखमीचन्द निराले की।।
आरती------
सतगुरु मानसिंह तेरे,
सच्चे मन से सदा टेरे।
वे आबाद रहेंगे डेरे,
जहाँ पर तुम जैसे हों चेरे।।
के सारी उमर,गुरू को सुमर,की पूजा बसौदी विद्याले की।।लखमीचन्द निराले की।।
आरती-------
तुमको भूले नहीं समाज,
तुम हो गुणियों में सरताज।
जय-जय गन्धर्व हे कविराज,
तुम पर दुनिया करती नाज।।
हे हरि-स्वरूप,तेरी छवि है अनूप,के जैसे कृष्ण-काले की।।लखमीचन्द निराले की।।
आरती--------
जब तक सूरज का उजियारा,
बहे गंगा की निर्मल धारा।
जब तक सृष्टि का है पसारा,तब तक नाम रहेगा तुम्हारा।।
ना हो मध्यम,जगे हरदम,ज्योत तेरे ज्ञान-उजाले की।।लखमीचन्द निराले की।।
आरती---------
जय-जय कलयुग के अवतार,
तुझको गाता है संसार।
राजेश शर्मा है बलिहार,
तेरे भरे ज्ञान-भंडार।।
मेरी रखना टेक,घूंट दो-एक,पिलादो अमृत-प्याले की।।लखमीचन्द निराले की।।
आरती-------
Master Rajesh Sharma
7015228043
Very very good
Veryve 8:37
Very,very,good,guruji 9:55
WahDada❤Lakhmichnad😮KePote😂Aapne😢Haryana😢Sanskirti😢Ko😢Jagaya😮ShyamChopraBadmalik