नरुका साहब आप ने बहुत सुन्दर ढंग से कामतेश्वर कोच राजवंशी राजवंश को सन्दर्भित किया! महाराजा अन्तराय जी द्वारा बताया गया था! मेरी चिंता इस बात कि है की अनेक असली क्षत्रिय वंश विभिन्न वर्ग श्रेणीयों में बटे हुए!इनके असलियत की पहचान कर उन्हें क्षत्रित्व से जोड़ कर एक कर दिया जाय! बिखरा हुआ क्षत्रिय समाज असहाय महसूस करता! क्षत्रिय होते हुए भी तिरस्कार अपमान झेलता है! कहीं कहीं उसकी स्थिति निचले अस्तर की हो गई है जो उनके मूल के बारे में नहीं जानते की ये लोग क्षत्रिय है!अपने ही क्षत्रिय भाई उन्हें हेय की दृष्टि से देखते है पुकारते है! उनकी सम्पूर्ण वंशवलियों को पता लगा कर एक सूत्र में बाँधा जाये! तभी सम्पूर्ण क्षत्रिय का कल्याण होगा! जो रियल में st sc obc दर्जे के लोग है! वे लोग भी उन्हें अपने दर्जे का समझते है! क्यों की उन्हें उनकी परिस्थिति के अनुसार सम्मलित कर लिया गया है! या तो उन्हें वोट बैंक की नजरिये से समल्लित कर लिया गया! उसकी समाजिक दशा बिगड़ती ही चली गाली! क्षत्रिय वंशवाली होते हुए दलित अनुसूचित जाति जनजाति पिछडो की हो गई! नेता पार्टियां जबरजस्त राजनैतिक वोट की राजनीत करतें है! समाज को मोहरा बनाते है! उसमे क्षत्रिय राजपूत भी सम्मिललित होते है! बहुत से क्षत्रिय राजपूत भाइयों को पता ही नहीं है की ये लोग हमारे अपने भाई है! क्षत्रिय समाज का अंग है! दलित जातियाँ इन्हें अपना कहने लगी है! सामाजिक हास्य बन गया क्षत्रिय! जैसे भारत के बिहार बंगाल असम इत्यादि क्षेत्र का राजवंशी रजवार भारशिव भरवंश राजभर क्षत्रिय इत्यादि इन्हे एक कर क्षत्रिय राजपूत समाज के द्वारा अपनत्व का सम्मान खुले मंचों से किया जाना चाहिए और इन्हें खुल कर क्षत्रिय राजपुत्र से सम्बोधन होना चाहिए! जिससे सभी प्रकार के क्षत्रियों में घर घर सन्देश चला हाय! इनके प्रति बहुत सी दुख दाई परिस्थिति उभर का सामने आती है बहुत से अपने लोग ही इनका अपमान करतें है! अंको क्षत्रिय बिखरी हुई जातियों के रूप में है! सभी क्षत्रिय समाज और आदरणीय नरुका जी से आशा है कि बिखरे हुए स्वजन एक होंगे ! प्रणाम!! राम राम साहब!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह!
आपसे यही विनम्र निवेदन है कि क्षत्रीयो अलग अलग जगह अलग पहचान है कही जनरल,कही एस सी,कही ओबीसी मे है आप सभी क्षत्रीयो को एकजुट करके एक ध्वज के निचे लाने का प्रयास करे ,चाहे राजवंशी को ,या त्रिपुरा, के देववर्मन, केरल के नैयर
आदरणीय राजेंद्र सिंह नरुका जी रतन सिंह जी उत्तराखंड असकोट के रजवर कुछ राजस्थान उत्तरप्रदेसज के भागो में पाए जाने वाले रजवर नेपाल में पाए रजवर ये क्षत्रिय वंशावली से सम्बंधित है असकोट का राजपरिवार रजवार का इतिहास अवध के सूर्यवंशी राजभर क्षत्रियों से जुडा हुआ है! उत्तरी दक्षिणी बिहार झारखण्ड छत्तीसगढ़( सरगुजा ) का रजवार बंगाल इत्यादि क्षेत्रों में पाए जाने वाला कहीं st कहीं sc कि श्रेणी में सरकार ने डाल रखा है! ये भ्रामक स्थिति नहीं है! जबकि ये लोग निम्न लोग या किसी के हाथ का भोजन पानी नहीं करते है! जिस प्रकार बंगाल असम बिहार के राजवंशियों को अलग अलग श्रेणीयों में विभजीत कर डाला गया है! असम बंगाल बिहार बांग्लादेश भूटान नेपाल के राजवंशियों से भारशिव भरक्षत्रिय राजभर राजवंश से भी इतिहासिक पुराणिक सम्बन्ध है और क्षत्रिय रजवरों से भी है! उसी प्रकार अन्य क्षत्रिय राजपूतों से भी है!जो इतिहासिक पुराणिक है! बिहार उत्तर प्रदेश झारखण्ड मे बसने वाले चेरों चेरू राजवंश तथा श्योरी राजवंश ये भी भरक्षत्रिय राजभर राजवंश जे जुड़े हुए है चेरू राजवंश और श्योरी राजवंश भारशिवनाग वंश कि संतति हैइनके अनेक किले अवशेष आज भी है! चेरो राजवंश को इन प्रदेश क्षेत्रों में st कि श्रेणी में डाल कर रखा गया है! चेरू राय सिंह लिखता है और अपने आप को राजपूत कहता है! असली भरक्षत्रियों से उत्पन्न चेरों चेरू 12000, बारह हजारी कहतें है!भरक्षत्रियों से प्राचीन सम्बन्ध चेरों और श्योरी का रहा है! कुछ st sc की बहुत सी ऐसी जिनका सम्बन्ध जातियाँ है क्षत्रियों से नहीं है! फिर भी क्षत्रियों के टाइटल गौत्र उपाधियों को लिखती है! ये भ्रम उत्पन्न करना ही तो है! इसमें सावधानी की अति आवश्यकता है! जैसे नागवंशी रावत सिंह राव उपाधि टाइटल लगाना इत्यादि इत्यादि!कुछ समय से sc श्रेणी की पासी जाति बहुत ही ज्यादा उतावली है! क्षत्रिय समाज को अति अभद्र शब्द कहती है!आखित क्षत्रिय समाज क्षत्रिय है! चाहें किसी भी टाइटल का क्षत्रिय क्यों न हो! इसका कुछ समाधान हैजो समाज को अपमानित करता है!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह! जय शिव चंडी जय भवानी!!
अनन्त देव नारायण महाराजा कुच बिहार की जो खोई हुई या यू कहे कोग्रेशियो की नीच हरकत से वापस महाराजा ने शानदार एकता का परिचय दिया और श त्रियो की जीत हुई है
Sir m aapse puchna chata hu ki devnarayan ji kya chouhan the ya chouhan gujar .kyo ki unki Saadi dhara ke parmaar vash ke rajkumari se hu jab ki dhara ka parmar vash to rajput h .. बगड़ावत or बडगुजर क्या ak h ???¿
Joy ma Bhabani Joy Shiv Chandi Coochbehar Ka Maha Raja Ananta devbarma , Joy chhatriyo Dharam , Coochbehar Ka Narayani Sena ka Joy , Rajasthan Ka Karni Sena ka Joy
Bahut achhe Video he Naruka gi ko bahut bahut Dhanyabad Coochbehar state Jarur Gathan hoga Coochbehar Riyasat ke Janata ke Nigal Sampatti Rajbangshi Samaj Jarur bapos Lega Dhakhin bangali Kolkata basi jitne birodh kare chhal chaturi kare Ob Coochbehar Rajya basi it ke jabab pathar se dega Kolkata Coochbehar Riyasat ke janta ko 73 sal se bahut Luta he bissas ghat kiye he ob nahi chalega Kolkata ki chalbaji, thokbaj, chhal chaturi, kutniti ob Coochbehar Riyasat ke Bhoomi putra apna jamin Jarur bapos Lega Joy Coochbehar Joy Bharat
Aaj se 80 shal pahle mere dadaji ke pass jati praman Patra main kachhwah kshatriya likha Hua amane pada tha lekin dusre Chauhan or bhi log thye unhon kachhi kahna suru ker diya
Naruka Sahab shikawar Rajput chatriyai Hum Hai shikar se hi shikarwar Rajput ki utpatti hu Hai Hum Aap se Bat chit karna chah tai hai Bat chit kar na hai Hum Bihar se hai Banka Bihar
Cocch behar is not belong to rajputs... लेकिन जब रॉयल फैमिलीज के रिश्ते उनसे हो जाते है तो वो राजपूत बन जाते है , बल्कि हकीकत ये है की रक्तशुधता व परंपराओं का ध्यान सिर्फ आम राजपूत के लिए है ।। धन्य हो 👏🏻👏🏻.. बाकी सबके अपने अपने विचार ❤❤
@@yuvrajsinghjadaun4936 जिस तरह इस राजवंश पर आपने सवाल उठाया, उस तरह आप पर भी उठाया जा सकता है | या फिर आपके पास ऐसे ऐतिहासिक दस्तावेज हों जो यह साबित करते हों कि कूच बिहार राजवंश क्षत्रिय नहीं है तो प्रमाण प्रस्तुत कीजिये
@@gyandarpan शेखावत साहब में ज्यादा उलझनों में जाना नही चाहता लेकिन हा में 36 राजवंशो में से एक यदुकुलीन जादौन चंद्रवंशी क्षत्रिय (राजपूत)हूं ~करौली राज.🙏🏻🙏🏻
सतयुग से लेकर राजा मानसिंह प्रथम (16 वी सदी), मानसिंह ही द्वितीय (20 वी सदी) कीट महाराव बृजराजसिंह जी (20वी सदी) तक तो लगातार होते रहे है अब किस काल मे नही होते थे वो थोड़ा आप बता दीजिए
क्या नरूका जी.. अब दलित आदिवासियों को राजपूत बनवाओगे। बंगाल का राजवंशी समाज आदिवासी श्रेणी में आता है. ST category. ये क्षत्रिय राजपूत कब से हो गए? अगर ऐसा है तो राजभर जाटव कोइरी को भी राजपूत बना लो। इनके भी अलग-अलग जगह रजवाड़े रहे हैं। बुद्धि भ्रष्ट हो गई है तुम्हारी
वर्णसङ्करता त्यागकर आर्यत्व अपनाओ किसीके बहकावे मेँ आकर अपनेआर्यधर्मदेशभाषाजाति से पतित मत होवो अपनेवर्णाश्रमधर्म का कठोरता से पालन करो। ऐसे बहकानेहारे जाल्लीराजपूतोँ से सावधान रहो अन्यथा पतित होकर वर्ण से गिरना निश्चित् है।।
Agar vastav mai koi vayakti Rajput samaj ka pichad gaya hai jaise naruki ji bata raha hai lakin vo rakt se Kshtriya Rajput hona chahiye Aor puran Vansabali aor dastawaj bhi milna chahiye to ya baat sahi lakin yadi jhutii baat ya jo perman na dA paya usa kshtriya nahi manna chahiye
नरुका साहब ओर रतन सिंह जी ने इतिहास को बहुत ही सुंदर संभाषण से प्रेषित कीया है। दिल से धन्यवाद, साभार।
नरूका सर जी आप कोच राजवंशी के बारे में बहुत अच्छा से समझाया इसके लिए आपको थैंक यू
नरुका साहब आप ने बहुत सुन्दर ढंग से कामतेश्वर कोच राजवंशी राजवंश को सन्दर्भित किया! महाराजा अन्तराय जी द्वारा बताया गया था! मेरी चिंता इस बात कि है की अनेक असली क्षत्रिय वंश विभिन्न वर्ग श्रेणीयों में बटे हुए!इनके असलियत की पहचान कर उन्हें क्षत्रित्व से जोड़ कर एक कर दिया जाय! बिखरा हुआ क्षत्रिय समाज असहाय महसूस करता! क्षत्रिय होते हुए भी तिरस्कार अपमान झेलता है! कहीं कहीं उसकी स्थिति निचले अस्तर की हो गई है जो उनके मूल के बारे में नहीं जानते की ये लोग क्षत्रिय है!अपने ही क्षत्रिय भाई उन्हें हेय की दृष्टि से देखते है पुकारते है! उनकी सम्पूर्ण वंशवलियों को पता लगा कर एक सूत्र में बाँधा जाये! तभी सम्पूर्ण क्षत्रिय का कल्याण होगा! जो रियल में st sc obc दर्जे के लोग है! वे लोग भी उन्हें अपने दर्जे का समझते है! क्यों की उन्हें उनकी परिस्थिति के अनुसार सम्मलित कर लिया गया है! या तो उन्हें वोट बैंक की नजरिये से समल्लित कर लिया गया! उसकी समाजिक दशा बिगड़ती ही चली गाली! क्षत्रिय वंशवाली होते हुए दलित अनुसूचित जाति जनजाति पिछडो की हो गई! नेता पार्टियां जबरजस्त राजनैतिक वोट की राजनीत करतें है! समाज को मोहरा बनाते है! उसमे क्षत्रिय राजपूत भी सम्मिललित होते है! बहुत से क्षत्रिय राजपूत भाइयों को पता ही नहीं है की ये लोग हमारे अपने भाई है! क्षत्रिय समाज का अंग है! दलित जातियाँ इन्हें अपना कहने लगी है! सामाजिक हास्य बन गया क्षत्रिय! जैसे भारत के बिहार बंगाल असम इत्यादि क्षेत्र का राजवंशी रजवार भारशिव भरवंश राजभर क्षत्रिय इत्यादि इन्हे एक कर क्षत्रिय राजपूत समाज के द्वारा अपनत्व का सम्मान खुले मंचों से किया जाना चाहिए और इन्हें खुल कर क्षत्रिय राजपुत्र से सम्बोधन होना चाहिए! जिससे सभी प्रकार के क्षत्रियों में घर घर सन्देश चला हाय! इनके प्रति बहुत सी दुख दाई परिस्थिति उभर का सामने आती है बहुत से अपने लोग ही इनका अपमान करतें है! अंको क्षत्रिय बिखरी हुई जातियों के रूप में है! सभी क्षत्रिय समाज और आदरणीय नरुका जी से आशा है कि बिखरे हुए स्वजन एक होंगे ! प्रणाम!! राम राम साहब!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह!
Manda state bhee Rajbharon ki thi.Jayachand ke bhai Vijay Chand ne inse yuddh me jeet liya.Prime Minister V.P.Singh isi Manda state ke shashak the
आपसे यही विनम्र निवेदन है कि क्षत्रीयो अलग अलग जगह अलग पहचान है कही जनरल,कही एस सी,कही ओबीसी मे है आप सभी क्षत्रीयो को एकजुट करके एक ध्वज के निचे लाने का प्रयास करे ,चाहे राजवंशी को ,या त्रिपुरा, के देववर्मन, केरल के नैयर
एकदम सही
Har jagah k humlawar ak he koum k log the.. Muslims
Himachal ke pahadi area me st sc and karnatak me OBC me hai
सुंदर वार्ता के लिए आप महनुभाव का आदर प्रणाम आभार धन्यबाद!! जय शिव चंडी---------------जय भवानी!!ॐ नमः भारशिवाय!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह!!
अति उत्तम शानदार ऐतिहासिक प्रस्तुति के लिए बहुत बधाई
बहुत सुंदर तरीके से समझाया आपने नरूका जी
Thank kr naruka Singh ji true information about Jai rajputana
बहुत सुंदर जानकारी दी,, हमने history में पढ़ा था 🙏
बहुत सुंदर जानकारी 🙏🙏
बहुत ही सुंदर और सराहनीय सहज
पुराने कूच बिहार राज्य चाहिए
जयमाताकी
नरूका जी ज्ञानियो में अग्रणी ह ❤❤जय जमवाय
खूब खूब आभार आपका हुक्म जानकारी देने के लिए
अद्भुत कहानी है सत्य है
Jankari ke liye dhanyawad 🙏🙏
नरवरपुर के नरूका जी निमि/नेमि वंश के राजा मिथि हुए और इनही के परिवार में कामेश्वर सिंह थे। दरभंगा/दरबंगा को मिथालांचल भी बोला जाता है।
Atisunder🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very nice information Hkm
जय श्री राम सा
Bahut bahut dhanyvad
Satik jankari ke liye dhanyvad
Jai shiv chandi Jai maa bhawani 🙏🙏🙏
Rajendra. Singh. Naruka. Ji. Ko. Bahut. Bahut. Dhanyabad. Jai. Marana. Pratap.
आदरणीय राजेंद्र सिंह नरुका जी रतन सिंह जी उत्तराखंड असकोट के रजवर कुछ राजस्थान उत्तरप्रदेसज के भागो में पाए जाने वाले रजवर नेपाल में पाए रजवर ये क्षत्रिय वंशावली से सम्बंधित है असकोट का राजपरिवार रजवार का इतिहास अवध के सूर्यवंशी राजभर क्षत्रियों से जुडा हुआ है! उत्तरी दक्षिणी बिहार झारखण्ड छत्तीसगढ़( सरगुजा ) का रजवार बंगाल इत्यादि क्षेत्रों में पाए जाने वाला कहीं st कहीं sc कि श्रेणी में सरकार ने डाल रखा है! ये भ्रामक स्थिति नहीं है! जबकि ये लोग निम्न लोग या किसी के हाथ का भोजन पानी नहीं करते है! जिस प्रकार बंगाल असम बिहार के राजवंशियों को अलग अलग श्रेणीयों में विभजीत कर डाला गया है! असम बंगाल बिहार बांग्लादेश भूटान नेपाल के राजवंशियों से भारशिव भरक्षत्रिय राजभर राजवंश से भी इतिहासिक पुराणिक सम्बन्ध है और क्षत्रिय रजवरों से भी है! उसी प्रकार अन्य क्षत्रिय राजपूतों से भी है!जो इतिहासिक पुराणिक है! बिहार उत्तर प्रदेश झारखण्ड मे बसने वाले चेरों चेरू राजवंश तथा श्योरी राजवंश ये भी भरक्षत्रिय राजभर राजवंश जे जुड़े हुए है चेरू राजवंश और श्योरी राजवंश भारशिवनाग वंश कि संतति हैइनके अनेक किले अवशेष आज भी है! चेरो राजवंश को इन प्रदेश क्षेत्रों में st कि श्रेणी में डाल कर रखा गया है! चेरू राय सिंह लिखता है और अपने आप को राजपूत कहता है! असली भरक्षत्रियों से उत्पन्न चेरों चेरू 12000, बारह हजारी कहतें है!भरक्षत्रियों से प्राचीन सम्बन्ध चेरों और श्योरी का रहा है! कुछ st sc की बहुत सी ऐसी जिनका सम्बन्ध जातियाँ है क्षत्रियों से नहीं है! फिर भी क्षत्रियों के टाइटल गौत्र उपाधियों को लिखती है! ये भ्रम उत्पन्न करना ही तो है! इसमें सावधानी की अति आवश्यकता है! जैसे नागवंशी रावत सिंह राव उपाधि टाइटल लगाना इत्यादि इत्यादि!कुछ समय से sc श्रेणी की पासी जाति बहुत ही ज्यादा उतावली है! क्षत्रिय समाज को अति अभद्र शब्द कहती है!आखित क्षत्रिय समाज क्षत्रिय है! चाहें किसी भी टाइटल का क्षत्रिय क्यों न हो! इसका कुछ समाधान हैजो समाज को अपमानित करता है!! भारशिव राजभर क्षत्रिय उदयभान सिंह! जय शिव चंडी जय भवानी!!
नरूका साहब खांडेराय बड़गूजर के वंशजों के बारे में भी बताईये।
आप से बहुत सिखा जा सकता है।...
अति सुंदर
God give you the strength ❤🎉
Jai Rajbanshi Jai Rajputana 🙏🙏🙏
Inda pratiharo ke bare me bhi ek video jarur banaye
अनन्त देव नारायण महाराजा कुच बिहार की जो खोई हुई या यू कहे कोग्रेशियो की नीच हरकत से वापस महाराजा ने शानदार एकता का परिचय दिया और श त्रियो की जीत हुई है
Wah!Aapne Aankhe kholdee
ভাল লাগিল ধন্যবাদ।
Jai shree Krishna
Sir m aapse puchna chata hu ki devnarayan ji kya chouhan the ya chouhan gujar .kyo ki unki Saadi dhara ke parmaar vash ke rajkumari se hu jab ki dhara ka parmar vash to rajput h .. बगड़ावत or बडगुजर क्या ak h ???¿
Joy ma Bhabani Joy Shiv Chandi Coochbehar Ka Maha Raja Ananta devbarma , Joy chhatriyo Dharam , Coochbehar Ka Narayani Sena ka Joy , Rajasthan Ka Karni Sena ka Joy
Jay man Bhawani maharaja Jay Ho Jay Shiv Chandi maharaja joy
मै अंकल नरुका जी से निवेदन करता हूं कि कुर्मि क्षत्रियों के बारे में बताएं
कुर्मियों का इतिहास मुझे पता है यह एक नंबर के डरपोक होते है,,
Coochbehar ❤
बहुत सुंदर
Bahut achhe Video he Naruka gi ko bahut bahut Dhanyabad Coochbehar state Jarur Gathan hoga Coochbehar Riyasat ke Janata ke Nigal Sampatti Rajbangshi Samaj Jarur bapos Lega Dhakhin bangali Kolkata basi jitne birodh kare chhal chaturi kare Ob Coochbehar Rajya basi it ke jabab pathar se dega Kolkata Coochbehar Riyasat ke janta ko 73 sal se bahut Luta he bissas ghat kiye he ob nahi chalega Kolkata ki chalbaji, thokbaj, chhal chaturi, kutniti ob Coochbehar Riyasat ke Bhoomi putra apna jamin Jarur bapos Lega Joy Coochbehar Joy Bharat
Sir rawat rajput ki video upload kro
❤❤
❤❤❤ Jay shiv chandi maharajar Jay houk
Mein coochbehar se he hun
Jay maa vabaniyee
Aaj se 80 shal pahle mere dadaji ke pass jati praman Patra main kachhwah kshatriya likha Hua amane pada tha lekin dusre Chauhan or bhi log thye unhon kachhi kahna suru ker diya
Me nepal se dekha raha hu
Naruka Sahab shikawar Rajput chatriyai Hum Hai shikar se hi
shikarwar Rajput ki utpatti hu
Hai Hum Aap se Bat chit karna chah tai hai Bat chit kar na hai
Hum Bihar se hai Banka Bihar
Joy shiv chandi JOY SHIV CHANDI
In India there two sections in India sharma and verma. Intellectuals and bahubali. All sections of Indian society are classified in these two classes.
Coch bihar rajvanshi ke full vanshavali ka milega sir
Hokam बिखरे kshatiray को एक जुट आप ही कर सकते है मिस्काल या आई कार्ड बना कर समाज के पत्येक व्यक्ति को उपलब्ध करावे जिसका कुछ सुल्क रखे धन्यवाद
Cocch behar is not belong to rajputs...
लेकिन जब रॉयल फैमिलीज के रिश्ते उनसे हो जाते है तो वो राजपूत बन जाते है , बल्कि हकीकत ये है की रक्तशुधता व परंपराओं का ध्यान सिर्फ आम राजपूत के लिए है ।। धन्य हो 👏🏻👏🏻.. बाकी सबके अपने अपने विचार ❤❤
मतलब राजपूत होने का प्रमाण पत्र आपसे लेना होगा 😀😀😂😅
@@gyandarpan .. में कोई सर्टिफिकेट दाता नही आज के जमाने में हर कोई मन में क्षत्रिय बना बैठा है 😂😂 👏🏻
@@yuvrajsinghjadaun4936 जिस तरह इस राजवंश पर आपने सवाल उठाया, उस तरह आप पर भी उठाया जा सकता है | या फिर आपके पास ऐसे ऐतिहासिक दस्तावेज हों जो यह साबित करते हों कि कूच बिहार राजवंश क्षत्रिय नहीं है तो प्रमाण प्रस्तुत कीजिये
@@gyandarpan शेखावत साहब में ज्यादा उलझनों में जाना नही चाहता लेकिन हा में 36 राजवंशो में से एक यदुकुलीन जादौन चंद्रवंशी क्षत्रिय (राजपूत)हूं ~करौली राज.🙏🏻🙏🏻
सतयुग से लेकर राजा मानसिंह प्रथम (16 वी सदी), मानसिंह ही द्वितीय (20 वी सदी) कीट महाराव बृजराजसिंह जी (20वी सदी) तक तो लगातार होते रहे है अब किस काल मे नही होते थे वो थोड़ा आप बता दीजिए
Jay shiv chandi
Kshatriyo me power bahut hai ab apni ek alag seperate party banani chahiye usi ke baad hamari maange sabhi puri hongi
हिल पहाड़ी एरिया के राजपूत S T catagory me आते h
Shri Jitendra Narayan ji bhoop bahadur
Joy shree ram
क्या नरूका जी.. अब दलित आदिवासियों को राजपूत बनवाओगे। बंगाल का राजवंशी समाज आदिवासी श्रेणी में आता है. ST category.
ये क्षत्रिय राजपूत कब से हो गए?
अगर ऐसा है तो राजभर जाटव कोइरी को भी राजपूत बना लो। इनके भी अलग-अलग जगह रजवाड़े रहे हैं। बुद्धि भ्रष्ट हो गई है तुम्हारी
सदियों से राजपूतों के साथ वैवाहिक संबंध होते आये हैं। sc st obc का वर्ण व्यवस्था से कोई लेना देना नहीं ।
वर्णसङ्करता त्यागकर आर्यत्व अपनाओ किसीके बहकावे मेँ आकर अपनेआर्यधर्मदेशभाषाजाति से पतित मत होवो अपनेवर्णाश्रमधर्म का कठोरता से पालन करो। ऐसे बहकानेहारे जाल्लीराजपूतोँ से सावधान रहो अन्यथा पतित होकर वर्ण से गिरना निश्चित् है।।
Agar vastav mai koi vayakti Rajput samaj ka pichad gaya hai jaise naruki ji bata raha hai lakin vo rakt se Kshtriya Rajput hona chahiye Aor puran Vansabali aor dastawaj bhi milna chahiye to ya baat sahi lakin yadi jhutii baat ya jo perman na dA paya usa kshtriya nahi manna chahiye
कोच राजवंशी, त्रिपुरा राज परिवार अजा जजा क्यों आते है
ये राजनैतिक रूप से सक्षम लोगो ने जब जहां मजबूती मिली सुविधा लेली । जैसे कि उत्तराखंड में भी इसी तरह सुविधा ली गई है ।
@@ramrajyamissionवह अक्षत्रियलोग हैँ।।
यह तो मुगलोँ को भी अपनाजामाता बनाकर क्षत्रिय सिद्ध करने का कुत्सितविफलप्रयास कर रहा है।।
गायत्रीदेवी अक्षत्रिय मराठा थी।।
तुम्हें पता नहीं है तुम छोटी जाती हो या आदमी हो ऑल वर्ल्ड में सकते हैं तो 17
Koch rajbanshi
हडका आरिया है!
Satyug Treta Dwapar Kalyug yah kapnik bhramit byavastha hai.Aryon ne apne ko Bharat ka mool niwasi batane ke liye yah jhoothi kahani banai hai.Yah biswasniy nahi hai.
😂😂😂😂
Ye kon log.hai 😂😂😂😂😂
video pura suno pata chal jayega
Jai Mata G ri Hukam
Sab Khsatriya ko ekjut hona chahiye regionalism ko chhodke
कूच बिहार, त्रिपुरा व अनेकों राजपरिवार आदिवासी कबीले है
नहीं भाई सब क्षत्रिय राजपूत है
इतनी सुन्दर गायत्री देवी को कोई वबकूफ गदहा ही आदिवासी कहेगा
कूच बिहार के राजा को sc कहने वाला महामूर्ख है
Bahut bahut dhanyvad
Bahut bahut dhanyvad