हैदर रिन्द सोढे बिना सुन पई यह ढाटी विरह सुनकर आंखों में आँसू आ जाते है 1971 का दृश्य

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  • Опубліковано 11 жов 2024
  • barmer boys barmer jaisalmer folk songs बाड़मेर जेसलमेर सुपरहिट लोकगीत #yaduvanshicreators
    कुटल खान देवड़ा kutal khan चम्पामेथी सुपरहिट जोड़ी 1971 में सोढा राजपूत जब पाकिस्तान छोड़कर जब भारत आये तब पीछे हैदर रिन्द ने यह लोकगीत गाया था याद में सोढे बिन सुन पई भाया यानी बिना सोढा यहाँ सुन है सुन यानी कुछ नही सुनान भी कहते है मारवाडी में इसे haidar rind folk songs

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