Shavej bhai bahut acchi aur Sundar baat aapane batai dil khush ho gaya Mukesh ji Rafi Sahab aur Kishor yah sab aapane apni jagah per master aur Mayur ke Jaise unka Ishara khul jata tha fir bhi Khayyam Sahab aur Burman Dada unke geet likhane wale donon geetkar ine sab ne apna apna Kam bahut acchi tarah se nibhaya aur sab logon ka Dil bahla ke vah log Amar Ho Gaye thank you for very nice information
@Z29sept वैसे देखा जाए तो ये सभी अदाकार संगीतकार गीतकार ज़िन्दगी में उस मक़ाम पर पहुंच चुके होते हैं कि उनके नाम के साथ जी यां साहिब ना भी लगाया जाए तब भी उनकी इज़्ज़त में कोई कमी नहीं आयेगी । ये हमारे देश के लोगों में ही रिवाज यां इसे अंधभक्ति कह लो जो फिल्मी हीरो हीरोइन क्रिकेट खिलाड़ी और राजनीतिक नेता को भगवान बना देते हैं और उसकी पूजा करने लगते हैं । मैंने पाकिस्तान के टीवी प्रोग्राम में देखा है जिसमें ऐंकर आफ़ताब इक़बाल हमेशा देश के प्रधानमंत्री इमरान खान को सिर्फ इमरान खान कह कर ही सम्बोधन करता था । इसलिए अगर ग़लती से साहिब यां जी ना भी कहा गया हो तो कोई इतनी बड़ी बात नहीं । इसमें किसी को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं की गई । बाकी मैं अपनी बात करुं तो मैं सिर्फ मुहम्मद रफ़ी और साहिर लुधियानवी जी के नाम के साथ साहिब लगाता हूं और किसी के साथ नहीं ।
क्यों नहीं होता, हम सब अच्छी तरीके से जानते हैं कि रफी निसंदेह किशोर दा से श्रेष्ठ गायक थे और मुकेश व मन्ना डे भी किशोर दा से बेहतर गायक थे और किशोर दा इन सभी का सम्मान भी उसी नजर से क्या करते थे।
@@dineshchauhan274 इस बात में कोई शक नहीं किशोर कुमार जी भी बहुत अच्छे गायक थे लेकिन जितने versatile रफ़ी साहिब थे उतने किशोर कुमार जी नहीं थे । किशोर कुमार जी न तो रफ़ी साहिब के जैसी ग़ज़ल न कव्वाली और ना ही भजन गा सकते थे । यही नहीं तकरीबन 8-9 गीत ऐसे भी हैं जिन्हें रफ़ी साहिब ने किशोर कुमार जी के लिए गाया है यानि फिल्म में हीरो किशोर कुमार जी थे लेकिन पार्श्व गायक मुहम्मद रफ़ी साहब थे । खुद किशोर कुमार जी रफ़ी साहिब की बेहद इज़्ज़त किया करते थे और रफ़ी साहिब की फौतगी पे वो बहुत रोये थे ।
@@dineshchauhan274aapne bilkul sahi kaha ye gana kisi dusre singers ki awaaz utna hit na hota kyuki kuch gaane kisi perfect singers k liye hi bane hote he or vo hum logo se musician jyada jante he😊
दोनो ही बहुत अच्छे है पर हमे फिर सुबह होगी का गाना आशमां पर है खुदा और जमीं पर हम जादा melodious लगा
बहोत ही दिलचस्प और खासम खास फिल्म है! मैं आज भी इसे बडे चाव से देखता हूँ, दिल में उतारते रहता हूँ!
Shavez ji both the Music Directors are legends & complimenting each other ...hats off to both of them ....❤
All songs of both the films. Duet of Rafi and Mukesh in Kal Subha Hogi was master piece.
दोनों पीकचरके लाजवाब हे
Nice & unheard stories of bollywood. I am impressed. Weldone Shavez ji.
Thank you
Shavej bhai bahut acchi aur Sundar baat aapane batai dil khush ho gaya Mukesh ji Rafi Sahab aur Kishor yah sab aapane apni jagah per master aur Mayur ke Jaise unka Ishara khul jata tha fir bhi Khayyam Sahab aur Burman Dada unke geet likhane wale donon geetkar ine sab ne apna apna Kam bahut acchi tarah se nibhaya aur sab logon ka Dil bahla ke vah log Amar Ho Gaye thank you for very nice information
Video pasand karne ke liye apka bhi dhanyawad 👍
Wonderful post indeed 👏
👍💐
Mukeshji ye shrusti ka mahan sarjak the.
Super kissa. Good presentation
Thank you
रूप तेरा मस्तान प्यार मेरा दीवान ए गीत में भी खयाम साहब की संगीत की जलक हे ❤❤❤
Nice information Shavez ji. I liked cheen arab hamara.
Aaradhana songs are the best till today but Khayyam sahab n S D Burman dada both are legends
Nice information 🎉
Very nice information. I didn't know it earlier.
👍
सभी गाने अच्छे हैं।
ऐसे गीत है जिसकी तर्ज भी मिलती है और संगीत भी मिलता है रागभी मिलती है
Aradhana songs are best
EXCELLENT NARRATION......NO ONE COULD HAVE GUESS THE INSPIRED SONG .....VERY SURPRISING
...🙂🙂🙂
Thank you
Gunguna rohe hai bhamr 51 ..aasman pe hai Khuda 49.Namaste adab Khuda ko
Dono geet super duper hai dono amar geet hai sada logo ke dil mai gunguna te raaj karenge
Aap ka tahe dil se sukariya karte hai 💖💖💖
Nice
Great minds think alike🙏🌹🙏
Sirf mukesh hamari pasand
Ashma pey hei Khuda or Jaminpe hum. & Bagome bahar hai.
अगर रफी साहब यह गाना गाते तो वह feelings नही आती जो किशोर दा कि मदहोश आवाज में थी
इस वीडियो में किशोर दा के गाने को रफ़ी साहब से गवाने के संबंध में कोई बात ही नहीं की गई है।
Roop Tera Mastana se kishordha ne filmfer award liya tha
Nice Sir
Good video.
Very interesting....I would never have thought about the similarity between the two songs...
Sir kya aap ne Alka Yagnik wala video delete Kiya hai please bataye....??
Ji... Us par views hi nahin aa rahe thae.. wo facebook par available hai Retro Shavez par
Aapne Khayyam Saaheb ko Khayyam keh kar unko neecha dikhane ki koshish ki hai baaqi har ko Ji hai, Saaheb hai, Da hai. 😮😮😮
Sahab munh se nikal gaya hoga.. meri aisi koi intention nahin thi... Khayyam sahab ke pichhle har video me main Khayyam sahab hi bola hai...
@Z29sept वैसे देखा जाए तो ये सभी अदाकार संगीतकार गीतकार ज़िन्दगी में उस मक़ाम पर पहुंच चुके होते हैं कि उनके नाम के साथ जी यां साहिब ना भी लगाया जाए तब भी उनकी इज़्ज़त में कोई कमी नहीं आयेगी । ये हमारे देश के लोगों में ही रिवाज यां इसे अंधभक्ति कह लो जो फिल्मी हीरो हीरोइन क्रिकेट खिलाड़ी और राजनीतिक नेता को भगवान बना देते हैं और उसकी पूजा करने लगते हैं । मैंने पाकिस्तान के टीवी प्रोग्राम में देखा है जिसमें ऐंकर आफ़ताब इक़बाल हमेशा देश के प्रधानमंत्री इमरान खान को सिर्फ इमरान खान कह कर ही सम्बोधन करता था । इसलिए अगर ग़लती से साहिब यां जी ना भी कहा गया हो तो कोई इतनी बड़ी बात नहीं । इसमें किसी को नीचा दिखाने की कोशिश नहीं की गई । बाकी मैं अपनी बात करुं तो मैं सिर्फ मुहम्मद रफ़ी और साहिर लुधियानवी जी के नाम के साथ साहिब लगाता हूं और किसी के साथ नहीं ।
अगर एस डी बर्मन बीमार न होते तो रूप तेरा मस्ताना गाना भी रफ़ी साहिब ने ही गाना था ।
Yes, no doubt
Per itna hit na hota
क्यों नहीं होता, हम सब अच्छी तरीके से जानते हैं कि रफी निसंदेह किशोर दा से श्रेष्ठ गायक थे और मुकेश व मन्ना डे भी किशोर दा से बेहतर गायक थे और किशोर दा इन सभी का सम्मान भी उसी नजर से क्या करते थे।
@@dineshchauhan274 इस बात में कोई शक नहीं किशोर कुमार जी भी बहुत अच्छे गायक थे लेकिन जितने versatile रफ़ी साहिब थे उतने किशोर कुमार जी नहीं थे । किशोर कुमार जी न तो रफ़ी साहिब के जैसी ग़ज़ल न कव्वाली और ना ही भजन गा सकते थे । यही नहीं तकरीबन 8-9 गीत ऐसे भी हैं जिन्हें रफ़ी साहिब ने किशोर कुमार जी के लिए गाया है यानि फिल्म में हीरो किशोर कुमार जी थे लेकिन पार्श्व गायक मुहम्मद रफ़ी साहब थे । खुद किशोर कुमार जी रफ़ी साहिब की बेहद इज़्ज़त किया करते थे और रफ़ी साहिब की फौतगी पे वो बहुत रोये थे ।
@@dineshchauhan274aapne bilkul sahi kaha ye gana kisi dusre singers ki awaaz utna hit na hota kyuki kuch gaane kisi perfect singers k liye hi bane hote he or vo hum logo se musician jyada jante he😊
Oh! Shit
झुठी कहानी!
Yahan jhuthi kahani nahin batai jaati