❤❤❤परम पूज्य श्री सतगुरु देव भगवान जी के श्री चरणों में कोटि कोटि साष्टांग दण्डवत प्रणाम ❤❤❤हमारे प्यारे गुरुदेव भगवान की जय हो जय हो 🥀🌸🥀👌🥀🌸🥀🙏🌸🥀🌸👍🙏👌🌸🙏🥀👌🌸🙏🥀👌🌸🙏🥀👌🙏🥀🌹👌👌
मैं मनुष्य रूप धारण किये हुए ब्रह्म को देख रहा हूँ ? सुन रहा हूँ ! अतः " रामब्रह्म व्यापक जग जाना । परमानन्द परेश पुराना ॥ " देखो ! गोस्वामी तुलसीदास जी ने इनका नाम लिखा कि नहीं ? अब कोई कहे कि मैं गलत कह रहा हूँ अर्थात " कहाँ क मिट्टी कहाँ का रोड़ा ।भानुमति का कुनबा जोड़ा ॥ " तो यहाँ पर यह लोकोक्ति सही नहीं ठहरती बल्कि जो प्रमाण सही ठहरता है वह निम्नलिखित है :- " जेहि विधि सुखी होहिं पुर लोगा ' करहिं कृपानिधि सोइ संयोगा "" 🙏
जय गुरुदेव
☘️🕉☘️🕉☘️🕉☘️🙏
Dhan Dhan Swami Jio
🙏🙏Om Guruwe Namh 🙏🙏
Guru ji ke charno mein koti koti pranam 🙏🙏🙏
❤❤❤परम पूज्य श्री सतगुरु देव भगवान जी के श्री चरणों में कोटि कोटि साष्टांग दण्डवत प्रणाम ❤❤❤हमारे प्यारे गुरुदेव भगवान की जय हो जय हो 🥀🌸🥀👌🥀🌸🥀🙏🌸🥀🌸👍🙏👌🌸🙏🥀👌🌸🙏🥀👌🌸🙏🥀👌🙏🥀🌹👌👌
Pranam gurudevji
❤ जय श्री सच्चिदानंद
🕉 jai shri parmatmane namah. 🕉 jai shri ram jai ram jai jai ram. 🕉 namah shivay. 🕉 han hanumatye namho namah.
Pranàm Prabhu ji 🙏🙏
Hindustan jindabad 💐💐💐
परम् पूज्यनीय अहर्निश स्मरणीय अनन्त श्री विभूषित परम ब्रह्मज्ञानी सद्गुरुदेव भगवन के पावन श्री चरण कमलों में शत शत साष्टांग चरण स्पर्श स्वीकार हो।
Param pujya Shri sadgurudev Bhagwan Ji ke Pavan Shri charanon mein koti koti dandvat pranam❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉
श्री राम जय राम जय जय राम 🙏🙏🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷
Jai jai gurudev bhagwan ki
Pujya Gurudev bhagwan ko naman
सत्य् की पह 💧चान्....,👌
परम पूज्य श्री सद्गुरु देव भगवान के पावन चरण कमलों में कोटि कोटि साष्टांग दंडवत प्रणाम!🙏🌹🙏💥🙏🌹🙏
Jai gurudev 🙏🙏❤️❤️
परम् पूज्य ब्रह्मज्ञानी युगपुरुष गुरुदेव भगवान जी के चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺 चरण स्पर्श 🙏🙏🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷🌺🌷
DaduRam SatRam 🙏🙏
Jay gurudev ki
Sadar pranam 🎉🎉🎉🎉
Jay shree gurudev 🙏🙏
ॐ श्री सदगुरु देवाय परमात्मने नमः 🙏
ओम शान्ति: 🙏
हे गुरुदेव भगवान आपको बारम्बार ❤❤❤🙏🙏🙏 नमन है।
जय श्री गुरुदेव जी 🙏🙏
🙏🙏
Dandvat Pranam Guruji
जय हो सद्गुरू सरकार की
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मैं मनुष्य रूप धारण किये हुए ब्रह्म को देख रहा हूँ ? सुन रहा हूँ !
अतः
" रामब्रह्म व्यापक जग जाना ।
परमानन्द परेश पुराना ॥ "
देखो ! गोस्वामी तुलसीदास जी ने इनका नाम लिखा कि नहीं ?
अब कोई कहे कि मैं गलत कह रहा हूँ अर्थात " कहाँ क मिट्टी कहाँ का रोड़ा ।भानुमति का कुनबा जोड़ा ॥ "
तो यहाँ पर यह लोकोक्ति सही नहीं ठहरती बल्कि जो प्रमाण सही ठहरता है वह निम्नलिखित है :-
" जेहि विधि सुखी होहिं पुर लोगा '
करहिं कृपानिधि सोइ संयोगा ""
🙏
Jai Guru Dev Ji Ki 🎉🎉🎉
Jai Ho guru dev ji ki 🙏🙏
Jai gurudev je
🙏🙏🙏