अगर आपको ये वीडियो पसंद आया है तो आपको ये वीडियो भी पसंद आएगा 1- क्या आप मदनिका के भ्रम जाल से बच पाएंगे? आखिर इसके पीछे क्या छुपा है? ua-cam.com/video/4L_jHr0S-yc/v-deo.html 2- 770 साल पुराना आर्क रिएक्टर ua-cam.com/video/9ntH0zt58O4/v-deo.html 3) प्राचीन भारतीयों ने वॉइसमेल का किया इस्तेमाल ua-cam.com/video/min8tmc9jHI/v-deo.html
तुम महान हो हमें बताते भारत अपना कैसा था। पूर्व काल में जीवनशैली कला ज्ञान सब कैसा था।।गौरव मय अतीत अपना था चित्रों में नक्काशी में। मंदिर बता रहे हैं हमको विकसित ज्ञानी विज्ञानी थे।। धन्यवाद
नक्काशियां बहुत मंदिरों में बहुत बार देखी है। लेकिन आपके नज़रिए से देखने पर अद्भुत लगता है। no words for you presentation. Thank you so much praveen sir, it is so much interesting
प्रविण भाई, आप जरूर प्राचीन काल के महापुरुष है, तभी संभव हो पा रहा है आपके माध्यम से यह सबकुछ .... अभ्यासपुर्ण, विद्वत्तापूर्ण और अध्यात्म विज्ञान को सटिकता से विष्लेषीत करता आपका ज्ञान। आप यह कार्य अधिकाधिक समर्थता से करते रहे। इस द्वारा सत्य सनातन को विश्वभर में समृद्ध करे। इश्वर आपको आरोग्यपूर्ण शतायुषी करे। आपको बहुत प्रणाम। जय सत्य सनातन। जय श्रीराम🙏🙏🙏 वंदेमातरम्🚩🚩🚩
आपने तो समस्त अध्यात्म को व्यक्त कर दिया है । एक सामान्य व्यक्ति से परम को उपलब्ध व्यक्ति तक की यात्रा को सामान्य शब्दों में । एसा अभी तक कोई सन्त कोई गुरु कर नहीं सका । आपके श्रम और मनन को प्रणाम करता हूँ ।
प्रवीणजी में आपका आभारी हूं और रहूंगा। आपने इतने बड़े पैमाने पर भारतीय संस्कृति को लेकर जो विस्तृत छानबीन कर विवरण प्रस्तुत किया है वो बड़े सम्मान के लायक हैं। ❤
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपको मेरा काम पसंद आया। कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
I salute you as a Natural Cultural Ambassador of India! Wonderful research work and analytical information about the great cultural heritage of India! 💐🙏👌
नमस्ते प्रवीण मोहनजी एक ओर अच्छी विडीओ जो अच्छा संदेश तथा इन सब मे छिपि हुई अद्यत्म् से जुड़ने की बात बताती हे।आप की ये खोज मुझे बहुत उत्साहित करती हे।धन्यवाद
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपको मेरा काम पसंद आया। कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
@@PraveenMohanHindi 3. विष्णु लीला- गोलोकी लीला के पश्चात् वैकुण्ठ नाथ विष्णु भगवान ने ११२ वर्ष तक श्री कृष्ण के तन में लीला की । इस लौकिक लीला में गुरुकुल शिक्षा, रुक्मणि (लक्ष्मी) हरण, योग साधना, असुरों का संहार, द्वारिका स्थापन, महाभारत युद्ध, गीता उपदेश आदि सम्मिलित हैं । बृहद्सदाशिव संहिता ग्रन्थ में त्रिधा लीला का बहुत ही सुन्दर वर्णन है, जो इस प्रकार है- सच्चिदानन्द लक्षणों वाले अक्षरातीत ने ही श्री कृष्ण के रूप में, प्रियाओं द्वारा प्रार्थना किये जाने पर, नित्य वृन्दावन में प्रेमपूर्वक लीला की ।।७।। खेल देखने की इच्छा के कारण होने वाली वियोगमयी लीला के विहार में अपनी प्रियाओं का अनुसरण करने वाले परब्रह्म ने अपने अंशरूप आवेश के साथ अक्षर ब्रह्म की सुरता (चित्तवृत्ति) सहित व्रजमण्डल में आकर वास किया ।।८।। नित्य वृन्दावन के अन्दर जो गुह्य लीला हुई, वह अक्षर ब्रह्म से भी परे स्थित अक्षरातीत की लीला थी । वह गुह्य से भी गुह्य एवं मन-वाणी से अगम है । वह लीला अब अक्षर ब्रह्म के हृदय में अखण्ड रूप से स्थित है ।।९।। नित्य वृन्दावन में परब्रह्म की लीला रूप जो परम ऐश्वर्य स्थित है, वही गोकुल में बाल्यावस्था तथा किशोर लीला के भेद से कहा गया है ।।१०।। वैकुण्ठ का जो वैभव है, वह मथुरा एवं द्वारिका में स्थित कहा गया है । वृन्दावन और मधुवन में जो लीला रूप ऐश्वर्य स्थित है, वह गोलोक के आश्रय से हुआ है ।।११।। रास लीला के समय श्रुतियों द्वारा स्तुति किए जाने पर श्री कृष्ण जी ने प्रसन्न होकर उन्हें इच्छानुकूल वरदान दिया । अतः वृन्दावन एवं मधुवन के अन्दर गोलोकी श्री कृष्ण जी ने उन सखियों के साथ सात दिन तक लीला की । पुनः ब्रज मण्डल को छोड़कर मथुरा चले गए । चार दिनों के अन्दर कंस आदि को मारकर धाम पहुँचा दिया ।।१२,१३।। इसके बाद वे अपने तेज सहित गोपियों के हृदय रूपी धाम में गुप्त रूप से स्थित हो गए । तब उनके विरह से व्याकुल चित्त वाली श्रुति रूपा सखियाँ उस गोलोक धाम में चली गईं ।।१४।। इसके बाद पृथ्वी का भार हरण करने की इच्छा से मथुरा में चक्रधारी विष्णु रूप श्री कृष्ण कुछ वर्षों तक रहे ।।१५।। इसके बाद वे द्वारिका गये और तत्पश्चात् वैकुण्ठ में विराजमान हो गए । इस प्रकार श्री कृष्ण जी की त्रिधा लीला का यह रहस्य बहुत ही गोपनीय तरीके से कहा गया है ।।१६।। बुद्ध गीता ग्रन्थ के श्रुतिः अध्याय श्लोक १० में ब्रह्मा जी ने नारद जी से त्रिधा लीला का निम्न वर्णन किया है- "विष्णु एवं आदि विष्णु का स्वरूप एक ही है । इनसे भिन्न जो अक्षर ब्रह्म हैं, उनकी ये स्वप्न में कला रूप हैं । जन्म के समय जो वसुदेव को पुत्र के रूप में प्राप्त हुआ था, वह विष्णु भगवान का परम तेजोमय स्वरूप था । जो जेल से गोकुल में ले जाया गया था, वह उनसे भी भिन्न गोलोकी शक्ति का स्वरूप था । व्रज में जिसने सखियों के साथ लीला की, वह परम ज्योतिमय अलौकिक अक्षर ब्रह्म का स्वरूप था । जिसने योगमाया के अन्दर रास की लीला की, वह अक्षर ब्रह्म की आत्मा से युक्त अक्षरातीत की शक्ति के द्वारा किया हुआ कहा गया । इस प्रकार विष्णु, अक्षर ब्रह्म, एवं अक्षरातीत की प्रतिभासिक लीला के ये तीन स्थान हैं, किन्तु परब्रह्म अक्षरातीत की वास्तविक लीला का तेजोमय स्थान इनसे भिन्न ही है, जो उनके ही समान चेतन रूप वाला तथा अखण्ड है ।"
आपका हर एक एपिसोड तथ्यात्मक और वह सभी चीजों को उजागर करती हैं जो वक्त के साथ धूमिल हो हुए हैं आपके इस अथक प्रयास से हम सभी को एक वास्तविक सत्य से परिचित कराता है और हमें हमारे आदित्य बुजुर्गों के प्रति सम्मान करना सिखाता है साथिया सिखाता है कि हम कैसे पश्चिमी देशों के द्वारा के हुए खोजो को वास्तविक खोज मान बैठे हैं जबकि यहां हमारे भारतीय इतिहास का गौरव दिवस रहा है जय संस्कृति जय भारती🙏🚩
मैं यहां पर एकाधिक बाहर गया हूं, पर इस दृष्टिकोण से कभी देखा नहीं था इन आकृतियों को। इस बार अगर जब जाऊंगा तब जरूर कोशिश करूंगा इस दृष्टिकोण से देखने का इनको।
आपकी वीडियो देखकर तो मैं सोच में पड़ जाता हूं कि कितना कुछ है हमें अपने बारे में जानने के लिए उस वक्त के इंसान ने पहले ही सोच लिया था कि आने वाला समय कैसा होगा
Sure aap blessed ho, aap ke jesi soch abhi tk itne hajaro varsho me kisi ki nhi thi. Ab me hr Murthy ko aap ki tarah dekhti hu. Gujarat se hu fir bhi Rani ki vav suna hai dekha nhi shame on me. Ab jaungi aur aap se sikha wese dekhungi. Thank you sir.
Sir, my Heart 💓 skips it's beat and my thoughts disappear with eagerness to listen to every word you speak. Your wisdom, understanding and ability to explain things have not been seen or heard to understand. I feel you truly have merged and demonstrated true human life with your perception, amazing. Please Sir, accept my respect and admiration. You Indeed are OUR True Researcher who is not only Gem but Super Indian historian and cultural Master. Thank You for your shared knowledge, expertise and magical ability to simplifying and bringing history knowledge to us!!!!! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💖💐💐💐💐💐💗❣️🙏
धन्य है भारतीय कलाकारों को जो प्राचीन काल से बहुत सभ्य व शान्ति प्रिय थे। वे बहुत मेहनती तथा धोती कुर्ता पहनते थे परन्तु कलाकृति में इंसान को हुबहु ढाल देते थे।
This is very deep analysis about our very ancient art. Many people visited these places but never understand this way the meaning of these ancient art. Thank you so much for connecting us with our very rich ancient art with your very deep thoughtful analysis, knowledge. Thank you.
वाह खूब, श्रिंगार मय भारतीय संस्कृति का दर्शन किया। आपको बारम्बार साधुवाद। युरोप ने हमारी संस्कृति को नेस्तनाबूद करने की कोई कमी नहीं रखी,पर भारत मेरा राजा भरत को जो ठहरा।कवि सी पी पारीक गोठियाना अजमेर राजस्थान।
नमस्कार प्रवीन जी! मुझे आपकी वीडियोज बहुत अच्छी लगती हैं, जो मन्दिरों में छुपे गूढ़ रहस्यों को उजागर करती हैं, और लोग तो इनका गलत मतलब ही निकालते हैं, पर आपने एक अच्छे शिक्षक की तरह पूरे विषय को अच्छे से समझाया, आज की पीढ़ी को आप जैसे शिक्षक की बहुत आवश्यकता है। धन्यवाद!!
आज की हर बात जो हम विदेशी समझते है वो प्राचीन और प्रगत भारत की ही देनं है लेकीन हिंदू विरोधी ताकत ने उसे नकारा ब्राह्मण द्वेष और विरोध भी इसका एक प्रमुख कारण है
All the things are related to our Indian culture. They came here ...Saw all the deep history which was shown in the pictures forms in our temple...They got the ideas and immediately implemented in business or research. Till today. They are not like us ...अरे ये बहुत मुश्किल है हमशे न हो पायेगा या फिर कौन करे इतनी मेहनत..। वो लोग हमारे कल्चर को तुरंत सीख कर इस्तेमाल करने लगते है। हम लोग आलसी ही रहेंगे
Pravin mohan ji aapne in nakkashi ke bareme is taraha samjaya he jese koi satsang me koi sant apne sant bhakto ko samjata he hamne jo video dekha aur apne jo video dikhaya is liye dhanya vad 🙏
PRAVEENJI YOUR EXPLORATIVE, SCIENTIFIC AND ANALYTICAL ABILITIES ARE ONE OF THE BEST IN THE WORLD. WE CANNOT THANK YOU ENOUGH FOR EDUCATING THE WORLD!! GOD BLESS YOU AND WE PRAY THAT YOUR REMARKABLE JOURNEY NEVER ENDS!! 👍♥️🙏♥️👍
आप सही कह रहे हो, सातों चक्र कुण्डलिनी शक्ति की सहायता से अनुभव किया जैसे हवा को। लेकिन अफसोस रैगुलर नहीं कर सका। सिद्धयोगी की शक्तिपात दीक्षा से आप सभी 1 दिन से लेकर 1महीने के अन्दर अनुभव हो जाएगा, गुरु ही चेतन कर सकता है। भाव सच्चा रखो। क्रियायोग, रामलाल जी सिद्धयोगी जोधपुर, जग्गीवासुदेव जी तमिलनाडु, माँ अमृतानंद केरल, इनमें से किसी एक से दीक्षा ले सकते हो। अपना हाथ जग्गननाथ।
Dhanaywad Parveen Mohan. Jahan tak meri soch hey hamarey Mandiro ki kalakritiya hamey koi sandesh daiti heiney. Yah hamarey par nirbhar karta hey hum ussey kis parkar grahan kartey heiney.
Extra ordinary, other worldly. I am always influenced by your videos to wonder why these mandirs were constructed only 1000 years ago? No other country has so much fine and precise carvings . My question is afther 10th century why suddenly these technique and artform has vanished?
I am glad to know that you liked my work. Please connect more and more people with this family. So that our new generation can also become aware of ancient knowledge. Thank You
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपको मेरा काम पसंद आया। कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके।
Realy speaking, Pravin ,you got keen understandning about our sculpture. We were not uneducated junglee people' but much progressed than to day. Every statue explains something.
अगर आपको ये वीडियो पसंद आया है तो आपको ये वीडियो भी पसंद आएगा
1- क्या आप मदनिका के भ्रम जाल से बच पाएंगे? आखिर इसके पीछे क्या छुपा है?
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2- 770 साल पुराना आर्क रिएक्टर
ua-cam.com/video/9ntH0zt58O4/v-deo.html
3) प्राचीन भारतीयों ने वॉइसमेल का किया इस्तेमाल
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Please old voice me video banao
You are great
Hamari sanskriti ki dharohar ko bachane me apa ek sayogi he aap ka dhanyawad. Par video voice old maker me kare
Use video jyada aakarshak lagega
Jaise Sadhguru ki voice jaisa use video jyada aakarshak lagega
प्रवीण भाई जी मेल ट्रांसलेटर रखिए,
आपका विडियो बहुत अच्छा लगता है 🙏
तुम महान हो हमें बताते भारत अपना कैसा था। पूर्व काल में जीवनशैली कला ज्ञान सब कैसा था।।गौरव मय अतीत अपना था चित्रों में नक्काशी में। मंदिर बता रहे हैं हमको विकसित ज्ञानी विज्ञानी थे।। धन्यवाद
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
नक्काशियां बहुत मंदिरों में बहुत बार देखी है। लेकिन आपके नज़रिए से देखने पर अद्भुत लगता है। no words for you presentation. Thank you so much praveen sir, it is so much interesting
Thanks a lot for watching the video!! Do share the video with your friends too!!🤝
वाह इतनी कुशाग्र बुद्धि और इतना विलक्षण और पारखी नजर ।
आपको शुभकामनाएं ।🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
इश्वर से प्राथना है कि आपकी
हर व्हीडीओ प्रत्येक हिदूस्थानी देखे
और समझे हमारी प्राचीन सभ्यता कितनी
उन्नत थी
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
प्रविण भाई, आप जरूर प्राचीन काल के महापुरुष है, तभी संभव हो पा रहा है आपके माध्यम से यह सबकुछ .... अभ्यासपुर्ण, विद्वत्तापूर्ण और अध्यात्म विज्ञान को सटिकता से विष्लेषीत करता आपका ज्ञान। आप यह कार्य अधिकाधिक समर्थता से करते रहे। इस द्वारा सत्य सनातन को विश्वभर में समृद्ध करे। इश्वर आपको आरोग्यपूर्ण शतायुषी करे। आपको बहुत प्रणाम। जय सत्य सनातन। जय श्रीराम🙏🙏🙏 वंदेमातरम्🚩🚩🚩
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके।
मैं ढोंगी बाबाओं से ज्यादा आप जैसे राष्ट्र भक्तों को सपोर्ट व सलाम करती हूँ,बहुत काम की जानकारी।
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|
@@PraveenMohanHindi जी जरूर🙂
@@rakshairongirl9316 Uss Hisab tuo ap Prachin kal Chal Rahe Risi Parampara ko Vi Pakhandi manti hai
@@PraveenMohanHindi bro what is the key that the lords hold in their hand in last part of video.
@@rakshairongirl9316 🤠🤠 hi
आपने तो समस्त अध्यात्म को व्यक्त कर दिया है । एक सामान्य व्यक्ति से
परम को उपलब्ध व्यक्ति तक की यात्रा को
सामान्य शब्दों में ।
एसा अभी तक कोई सन्त कोई गुरु कर
नहीं सका ।
आपके श्रम और मनन को प्रणाम करता हूँ ।
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद कृपया इसे सबके साथ शेयर करें
प्रवीणजी में आपका आभारी हूं और रहूंगा। आपने इतने बड़े पैमाने पर भारतीय संस्कृति को लेकर जो विस्तृत छानबीन कर विवरण प्रस्तुत किया है वो बड़े सम्मान के लायक हैं। ❤
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, इसे सभी के साथ शेयर करें
पुनः शानदार प्रस्तुति प्रवीण जी, इन नक्काशियों में छिपे भारतीय दर्शन को आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से समझाया है।🙏🙏🙏🙏🚩🚩🚩🚩
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपको मेरा काम पसंद आया। कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
उत्तम खोज
I salute you as a Natural Cultural Ambassador of India!
Wonderful research work and analytical information about the great cultural heritage of India! 💐🙏👌
Thanks a ton 🤝 Please add more and more people to this family. So that our new generation can also be aware of ancient knowledge.
प्रवीण जी बहुत ही मार्मिक बातो को आपने नोट किया है, आम लोग जिसे कभी ध्यान में नही ला पाते। आपको अनेक शुभ कामनाएं।
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
@@PraveenMohanHindi ,, Ji jarur .
प्रवीण जी आप बहुत सुन्दर व्याख्या करते हैं। आप के प्रयास सराहनीय है। ईश्वर आप को सदैव स्वस्थ व प्रसन्न रखे।
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद कृपया इसे सबके साथ शेयर करें
Yahi Satya hai...India was is and will remain Vishwaguru! We need to stuidy our rich heritage
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
आपके विचार बहुत अच्छे है,सामान्य व्यक्ति मुर्तीयो के ऊपरी भाग को अपनी मानसिक स्थिती से देखता है,मे खुश नसीब हूँ जो आपके चेनल को देखता हूँ,धन्यवाद,
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
नमस्ते प्रवीण मोहनजी एक ओर अच्छी विडीओ जो अच्छा संदेश तथा इन सब मे छिपि हुई अद्यत्म् से जुड़ने की बात बताती हे।आप की ये खोज मुझे बहुत उत्साहित करती हे।धन्यवाद
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपको मेरा काम पसंद आया। कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
आप एक शानदार जबरदस्त परसन
ॐ नमः शिवाय 🙏🏻
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें| ॐ नमः शिवाय 🙏🏻
नमस्कार 🙏🏻 धन्यवाद आपको जो आपने हमे इतनी जानकारी दी….मैं जल्द ही यहाँ जाऊँगी…..🙏🏻
नमस्कार 🙏🏻 वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|
So nice of you young man...
Revealing our ancient valuable heritage, we're proud of you.
Thank you so much!! Do share the video with your friends too!!
अब आनंद आएगा वीडियो देखने में, बहुत ही सुंदर और लंबा वीडियो बनने वाला है, 🙏🙏🙏💟💟💟
धन्यवाद, कृपया इसे सभी के साथ शेयर करें
@@PraveenMohanHindi
3. विष्णु लीला-
गोलोकी लीला के पश्चात् वैकुण्ठ नाथ विष्णु भगवान ने ११२ वर्ष तक श्री कृष्ण के तन में लीला की । इस लौकिक लीला में गुरुकुल शिक्षा, रुक्मणि (लक्ष्मी) हरण, योग साधना, असुरों का संहार, द्वारिका स्थापन, महाभारत युद्ध, गीता उपदेश आदि सम्मिलित हैं ।
बृहद्सदाशिव संहिता ग्रन्थ में त्रिधा लीला का बहुत ही सुन्दर वर्णन है, जो इस प्रकार है-
सच्चिदानन्द लक्षणों वाले अक्षरातीत ने ही श्री कृष्ण के रूप में, प्रियाओं द्वारा प्रार्थना किये जाने पर, नित्य वृन्दावन में प्रेमपूर्वक लीला की ।।७।। खेल देखने की इच्छा के कारण होने वाली वियोगमयी लीला के विहार में अपनी प्रियाओं का अनुसरण करने वाले परब्रह्म ने अपने अंशरूप आवेश के साथ अक्षर ब्रह्म की सुरता (चित्तवृत्ति) सहित व्रजमण्डल में आकर वास किया ।।८।। नित्य वृन्दावन के अन्दर जो गुह्य लीला हुई, वह अक्षर ब्रह्म से भी परे स्थित अक्षरातीत की लीला थी । वह गुह्य से भी गुह्य एवं मन-वाणी से अगम है । वह लीला अब अक्षर ब्रह्म के हृदय में अखण्ड रूप से स्थित है ।।९।। नित्य वृन्दावन में परब्रह्म की लीला रूप जो परम ऐश्वर्य स्थित है, वही गोकुल में बाल्यावस्था तथा किशोर लीला के भेद से कहा गया है ।।१०।।
वैकुण्ठ का जो वैभव है, वह मथुरा एवं द्वारिका में स्थित कहा गया है । वृन्दावन और मधुवन में जो लीला रूप ऐश्वर्य स्थित है, वह गोलोक के आश्रय से हुआ है ।।११।।
रास लीला के समय श्रुतियों द्वारा स्तुति किए जाने पर श्री कृष्ण जी ने प्रसन्न होकर उन्हें इच्छानुकूल वरदान दिया । अतः वृन्दावन एवं मधुवन के अन्दर गोलोकी श्री कृष्ण जी ने उन सखियों के साथ सात दिन तक लीला की । पुनः ब्रज मण्डल को छोड़कर मथुरा चले गए । चार दिनों के अन्दर कंस आदि को मारकर धाम पहुँचा दिया ।।१२,१३।। इसके बाद वे अपने तेज सहित गोपियों के हृदय रूपी धाम में गुप्त रूप से स्थित हो गए । तब उनके विरह से व्याकुल चित्त वाली श्रुति रूपा सखियाँ उस गोलोक धाम में चली गईं ।।१४।।
इसके बाद पृथ्वी का भार हरण करने की इच्छा से मथुरा में चक्रधारी विष्णु रूप श्री कृष्ण कुछ वर्षों तक रहे ।।१५।। इसके बाद वे द्वारिका गये और तत्पश्चात् वैकुण्ठ में विराजमान हो गए । इस प्रकार श्री कृष्ण जी की त्रिधा लीला का यह रहस्य बहुत ही गोपनीय तरीके से कहा गया है ।।१६।।
बुद्ध गीता ग्रन्थ के श्रुतिः अध्याय श्लोक १० में ब्रह्मा जी ने नारद जी से त्रिधा लीला का निम्न वर्णन किया है-
"विष्णु एवं आदि विष्णु का स्वरूप एक ही है । इनसे भिन्न जो अक्षर ब्रह्म हैं, उनकी ये स्वप्न में कला रूप हैं । जन्म के समय जो वसुदेव को पुत्र के रूप में प्राप्त हुआ था, वह विष्णु भगवान का परम तेजोमय स्वरूप था । जो जेल से गोकुल में ले जाया गया था, वह उनसे भी भिन्न गोलोकी शक्ति का स्वरूप था । व्रज में जिसने सखियों के साथ लीला की, वह परम ज्योतिमय अलौकिक अक्षर ब्रह्म का स्वरूप था । जिसने योगमाया के अन्दर रास की लीला की, वह अक्षर ब्रह्म की आत्मा से युक्त अक्षरातीत की शक्ति के द्वारा किया हुआ कहा गया । इस प्रकार विष्णु, अक्षर ब्रह्म, एवं अक्षरातीत की प्रतिभासिक लीला के ये तीन स्थान हैं, किन्तु परब्रह्म अक्षरातीत की वास्तविक लीला का तेजोमय स्थान इनसे भिन्न ही है, जो उनके ही समान चेतन रूप वाला तथा अखण्ड है ।"
आपका हर एक एपिसोड तथ्यात्मक और वह सभी चीजों को उजागर करती हैं जो वक्त के साथ धूमिल हो हुए हैं आपके इस अथक प्रयास से हम सभी को एक वास्तविक सत्य से परिचित कराता है और हमें हमारे आदित्य बुजुर्गों के प्रति सम्मान करना सिखाता है साथिया सिखाता है कि हम कैसे पश्चिमी देशों के द्वारा के हुए खोजो को वास्तविक खोज मान बैठे हैं जबकि यहां हमारे भारतीय इतिहास का गौरव दिवस रहा है जय संस्कृति जय भारती🙏🚩
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
@@PraveenMohanHindi veryvgreat
मैं यहां पर एकाधिक बाहर गया हूं, पर इस दृष्टिकोण से कभी देखा नहीं था इन आकृतियों को। इस बार अगर जब जाऊंगा तब जरूर कोशिश करूंगा इस दृष्टिकोण से देखने का इनको।
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|
आपकी वीडियो देखकर तो मैं सोच में पड़ जाता हूं कि कितना कुछ है हमें अपने बारे में जानने के लिए उस वक्त के इंसान ने पहले ही सोच लिया था कि आने वाला समय कैसा होगा
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद 🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
Sure aap blessed ho, aap ke jesi soch abhi tk itne hajaro varsho me kisi ki nhi thi. Ab me hr Murthy ko aap ki tarah dekhti hu. Gujarat se hu fir bhi Rani ki vav suna hai dekha nhi shame on me. Ab jaungi aur aap se sikha wese dekhungi. Thank you sir.
Glad you like my work. Thank you so much for your kind words.
वो मदनिकाए वास्तव मे विषकन्याए है जो हर कला मे पारंगत होती थी
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|
😂😂🤣🤣🤣🤣
अदभुद शब्द नहीं प्रसंसा में🚩🙏
Sir, my Heart 💓 skips it's beat and my thoughts disappear with eagerness to listen to every word you speak. Your wisdom, understanding and ability to explain things have not been seen or heard to understand. I feel you truly have merged and demonstrated true human life with your perception, amazing. Please Sir, accept my respect and admiration. You Indeed are OUR True Researcher who is not only Gem but Super Indian historian and cultural Master. Thank You for your shared knowledge, expertise and magical ability to simplifying and bringing history knowledge to us!!!!! 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏💖💐💐💐💐💐💗❣️🙏
Most welcome!! Do share the video with your friends too!!
Agree with you ....Praveen sir ji is our true history teacher.....Proud of you sir....Who is giving us true knowledge of our true Bharat was...😍🙏
प्रणाम प्रविण भाई. आप सच में महान है.
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
@@PraveenMohanHindi रिप्लाय के लिए धन्यवाद. ,🙏
में हिंदुस्तानी हूं ।मेरे लिए बहुत गर्व और संतोष की बात।
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|🙏🏻
Aisi karigiri krna itni hitech machino se v possible nhi h..
Incredible India 😍😍😍😍😍
Yes true. Please add more and more people to this family. So that our new generation can also be aware of ancient knowledge. Thank you 🙏🏻
धन्य है भारतीय कलाकारों को जो प्राचीन काल से बहुत सभ्य व शान्ति प्रिय थे। वे बहुत मेहनती तथा धोती कुर्ता पहनते थे परन्तु कलाकृति में इंसान को हुबहु ढाल देते थे।
बहुत आभार श्री मान 🙏, अगर आपसे इस तरह की व्याख्या न सुनता तो, हम मूर्तियो में छुपे रहस्य को समझ न पाते... और आपकी बातें रोचक भी है,,,❤❤
बहुत बहुत धन्यवाद, कृपया इसे सभी के साथ शेयर करें
जल प्रलय क्यों आया ?आपकी इन विश्लेषणात्मक विवेचन से स्पष्ट हो रहा है । धन्यवाद प्रवीण भाई
Atyanta sundar Jay Jagannath 🙏🙏🙏🚩🚩🚩 Bharat sabme age hai
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|
Pervin mohan ji jesa insan pure u tube pr nhi h, bahut hi sundar abhivyakti, thanks mohan ji
Thank you for enlighten us again with our ancient culture.
It's my pleasure!! Do share the video with your friends too!!
This is very deep analysis about our very ancient art.
Many people visited these places but never understand this way the meaning of these ancient art.
Thank you so much for connecting us with our very rich ancient art with your very deep thoughtful analysis, knowledge.
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अद्भूत-अनुपम-अतुल्याः प्रस्तुतिः ....💐
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
वाह खूब, श्रिंगार मय भारतीय संस्कृति का दर्शन किया। आपको बारम्बार साधुवाद। युरोप ने हमारी संस्कृति को नेस्तनाबूद करने की कोई कमी नहीं रखी,पर भारत मेरा राजा भरत को जो ठहरा।कवि सी पी पारीक गोठियाना अजमेर राजस्थान।
बहुत सुंदर विश्लेषण, (शानदार, अद्भुत)
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
सिंदूर लगाने के पीछे बहुत बड़ा विज्ञान है भाई साहब ।
sir aapki aawaj chenge ho gaye hai achhi jankaari dene k liye dhanyawad aap aarkiyolojist hain sir thanks
Love your effort 🧡 keep going, you are the hope of India 🙏🇮🇳
Thank you so much 😀 Please add more and more people to this family. So that our new generation can also be aware of ancient knowledge.
@@PraveenMohanHindi sure 🤞
नमस्कार प्रवीन जी! मुझे आपकी वीडियोज बहुत अच्छी लगती हैं, जो मन्दिरों में छुपे गूढ़ रहस्यों को उजागर करती हैं, और लोग तो इनका गलत मतलब ही निकालते हैं, पर आपने एक अच्छे शिक्षक की तरह पूरे विषय को अच्छे से समझाया, आज की पीढ़ी को आप जैसे शिक्षक की बहुत आवश्यकता है। धन्यवाद!!
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके।
अद्भुत कार्य कर रहे हैं आप.🙏🙏🚩🚩🚩
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|🙏🏻
नमन है शर आप को जो भारत के इन छुपे रहस्यों को सामने ला रहे है (जय श्री राम)
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। जय श्री राम 🙏🏻
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति हे।
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
Great Sanatan you are Praveen ji
Thank you so much!! Do share the video with your friends too!!
हमारा भारतीय सनातन संस्कृति बहुत धनी, समृद्ध एवं वैभवशाली रही है। हमें अपनी संस्कृति पर गर्व करना चाहिए। धन्यवाद सर !
बहुत बहुत बहुत शानदार विशलेषण
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके।
आज की हर बात जो हम विदेशी समझते है वो प्राचीन और प्रगत भारत की ही देनं है लेकीन हिंदू विरोधी ताकत ने उसे नकारा ब्राह्मण द्वेष और विरोध भी इसका एक प्रमुख कारण है
All the things are related to our Indian culture. They came here ...Saw all the deep history which was shown in the pictures forms in our temple...They got the ideas and immediately implemented in business or research. Till today. They are not like us ...अरे ये बहुत मुश्किल है हमशे न हो पायेगा या फिर कौन करे इतनी मेहनत..। वो लोग हमारे कल्चर को तुरंत सीख कर इस्तेमाल करने लगते है। हम लोग आलसी ही रहेंगे
Maine Rani ki Vaav dekhi... Paatan... Gujarat..... Surya mandir. Modhera Gujarat bhi dekha😃🙏🏻
Pravin mohan ji aapne in nakkashi ke bareme is taraha samjaya he jese koi satsang me koi sant apne sant bhakto ko samjata he hamne jo video dekha aur apne jo video dikhaya is liye dhanya vad 🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
PRAVEENJI YOUR EXPLORATIVE, SCIENTIFIC AND ANALYTICAL ABILITIES ARE ONE OF THE BEST IN THE WORLD.
WE CANNOT THANK YOU ENOUGH FOR EDUCATING THE WORLD!!
GOD BLESS YOU AND WE PRAY THAT YOUR REMARKABLE JOURNEY NEVER ENDS!!
👍♥️🙏♥️👍
Thank you so much!!🙏 Please share this video with all your friends and family to spread this knowledge.
Praveen mohan ji
You are a great archeological fighter
My love with you sir
Thanks for your kind words!! Do share the video with your friends too!!
आपका प्रत्येक वीडियो ज्ञानवर्धक होता है साथ ही भारतीय संस्कृति को अच्छे से व्याख्यात्मक रूप से प्रस्तुत करते हैं.
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके।
बहुत सुन्दर प्रस्तुति! 👌😊👍
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया इस वीडियो को अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें जिस से ये ज्ञान आगे बढ़ सके|
आप सही कह रहे हो, सातों चक्र कुण्डलिनी शक्ति की सहायता से अनुभव किया जैसे हवा को। लेकिन अफसोस रैगुलर नहीं कर सका। सिद्धयोगी की शक्तिपात दीक्षा से आप सभी 1 दिन से लेकर 1महीने के अन्दर अनुभव हो जाएगा, गुरु ही चेतन कर सकता है। भाव सच्चा रखो। क्रियायोग, रामलाल जी सिद्धयोगी जोधपुर, जग्गीवासुदेव जी तमिलनाडु, माँ अमृतानंद केरल, इनमें से किसी एक से दीक्षा ले सकते हो। अपना हाथ जग्गननाथ।
आप महान आत्मा है माननीय वर
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
There is certainly a secret mystery which you have explained in a simple way. Very nice explanation and most heart touching. Thanks
Thank you so much 😀Please add more and more people to this family. So that our new generation can also be aware of ancient knowledge.
बहुत सरल विधि से समझाया आपने हमारा भारत क्या है हमारी संस्कृति क्या है। मै आपको नमन करता हूँ। 🙏
अद्भुत प्रवीण जी
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें| इस ज्ञान को भावी पीढ़ी तक पहुँचाना है| 🙏🏻
This is amazing shringaara the riyal ladies used to have thousands of years ago in India
Thanks for watching the video!! Do share the video with your friends too!!
कितनी प्रशंशा करू आपकी!!!!
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
Thanks
Thanks and Welcome!! Do share the video with your friends too!!
We salute to your knowledge sirg
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अभी अभी ते रानीकी वाव देखके आये है हम! बहोत खुबसुरत है!
Where it's located mam ?
Dhanaywad Parveen Mohan. Jahan tak meri soch hey hamarey Mandiro ki kalakritiya hamey koi sandesh daiti heiney. Yah hamarey par nirbhar karta hey hum ussey kis parkar grahan kartey heiney.
Yes. true👍
Wow... beautiful elaboration 🙏🙏
Thanks a lot 😊 Do share the video with your friends too!!
Great nice wonderful informative video Praveen ji,how much knowledge you have, best wishes, Jay Hind 🇮🇳🙏
Thanks a lot!! Please connect more and more people with this family so that our new generation can also know its great history. 😊🙏🏻
Heil Sanatan Dharma 🙏
🙏🏻कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
🙏🙏 adbhut Gyan diya hai 🙏🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
Very nice work, sir, and knowledge of what you have shared is wonderful.
Many thanks! Do share the video with your friends too!!
Very nice Pravinji. Great shilpkala and information.
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Great research
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Good knowledgeable about indian culture
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Really headsoff to you, superb
Thanks a lot, please share it with everyone
This is really incredible thank you very much for great analysis
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@@PraveenMohanHindi i really appreciate your response.
Keep doing great work
U r really doing gr for Indian to recognize
Self
Extra ordinary, other worldly. I am always influenced by your videos to wonder why these mandirs were constructed only 1000 years ago? No other country has so much fine and precise carvings . My question is afther 10th century why suddenly these technique and artform has vanished?
अत्यंत उत्कृष्ट 🌹
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें|
Love you praveen bhai. Great work
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बहुत बढिया जानकारी !
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Thanks for explaining and exploring India
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@@PraveenMohanHindi sure sir 🙏
We are all with you
अति सुन्दर विश्लेषण. धन्यवाद
🙏🏻 I pray God for your long life and good health be happy always my bro 🙌🏻 🙌🏻
Thank you so much!!
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Bhai , great aap bahut mehnat kr rhe ho
Thank you so much, please share it with everyone
Very well explained 👌👌👌👌👌🙏🙏🙏🙏🙏
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Sir , this is one of the best videos you have made. Respect for you sir
Thanks a ton!! Do share the video with your friends too!!
Sir I always watch your videos,it changed my Outlook towards our ancient Indian culture.your observations are very accurate
I am glad to know that you liked my work. Please connect more and more people with this family. So that our new generation can also become aware of ancient knowledge. Thank You
Yes sure 😊
अद्वितीय और अद्भुत जानकारी दी है, आपने आपका बहुत बहुत धन्यवाद, मैं पाटन से ही हूं।
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद, कृपया इस वीडियो को अपने मित्रों के साथ शेयर करें| इस ज्ञान को भावी पीढ़ी तक पहुँचाना है| 🙏🏻
@@PraveenMohanHindi जरुर जरुर महाशय ..🙏
प्राचीन मुर्तीयॉं एवं संस्कृति पर आपका विश्लेषण सटीक है | 🙏🚩🚩🚩🚩🚩
मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपको मेरा काम पसंद आया। कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके।
साधुवाद है आपको🙏🔱🚩
जय सीताराम🙏🚩
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। जय श्री राम 🙏🏻
प्रवीण जी शानदार 🙏🙏❤
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके। धन्यवाद 🙏🏻
Thanks 🙏
You’re welcome 😊 Do share the video with your friends too!!
अत्युत्तमम्।
बहुत-बहुत धन्यवाद🙏🏻 कृपया अधिक से अधिक लोगों को इस परिवार से जोड़े। जिससे हमारी नई पीढ़ी भी प्राचीन ज्ञान से अवगत हो सके।
👌Excellent Presentation 🙏
Thanks a lot!! Do share the video with your friends too!1
Realy speaking, Pravin ,you got keen understandning about our sculpture. We were not uneducated junglee people' but much progressed than to day. Every statue explains something.
Добрый вечер, Правин. Мы смотрим Вас из России. Сделайте , пожалуйста, русские субтитры.
🇮🇳❤️🇷🇺
He has English channel, UA-cam's new feature can auto translate captions to Russian
@@wilklablacquit благодарю.
Apka gyan mahan h.. Bilkul humari ankhein kholdi