आपको प्रणाम कर्ताहु।मेने यज्ञ के बरेमे बहुत पढ़ा और सुना हे।लेकिन आपने प्रायश्चित आहुति ब्रम्हा को अवलंबित करके वीरासन में बैठकर देने की विधि बहुत अच्छी तरह से बताई बहोत बहोत धन्यवाद,में भी धन्य हुवा।
बहुत सुंदर व्याख्यान अबतक यूट्यूब पर कुष्कंडिका और पंच भू संस्कार का एक निवेदन आचार्य जी धीरे कुश कंडिका करते हुए बताइए जिससे सभी को बहुत सीखने को मिलेगा 🙏🙏
महाराज जी आपको सादर प्रणाम🙏🙏🌹🌹 जो आपने बताया है ,वीडियो में अति उत्तम है, प्रायोगिक है ।परंतु अपूर्ण होने के कारण कोई तात्पर्य नहीं है । इसलिए आपसे निवेदन है की !एक वीडियो में पूर्णता प्रैक्टिकल करके या रेखा चित्र के माध्यम से समझाने की कृपा करें। किस कारण से किस विधि को करते हैं उसका वैज्ञानिक कारण समझाएं तो अति उत्तम है, क्योंकि प्रमाण हीन होने के कारण प्रत्येक कर्मों की महत्ता समाप्त होती जा रही हैं। यह हमारी प्रार्थना स्वीकार करें काफी प्रसन्नता होगी🙏🙏🌹🌹
@@vedvedangvedacharya7237 महाराज जी हमारे शब्दों से कोई विशेष प्रभाव ना समझिए हमारा तात्पर्य यह है की जो पंडित जी लो केवल अग्नि प्रज्वलित करके समिधा के द्वारा उसमें सीधे एकदम आहुतियां छोड़ना चालू कर देते हैं वे लोग शास्त्रीय वैदिक कर्मकांड से परे है उनके लिए क्रियाओ को समझाना आवश्यक लगता है उन्हें आपकी शास्त्रीय भाषा समझ में नहीं आएगी इसलिए प्रैक्टिकल दिखाने की कृपा करें
Guru g ko koti koti prnam🙏🙏, guru g apne is video me hwan ki widhi atiuttam trika btaye h, kripya kr ke yese pustak( book) ka nam btaye jisme ye sab sari widiya, o karmkand krane ke liye uttam ho, 🙏🙏🙏🙏
कुश बिछाने के प्रकरण में कुछ लोग बताते हैं कि पूर्व में और पश्चिम में बिछाए गये कुश का अग्र भाग पूर्व में होना चाहिए और दक्षिण और उत्तर के कुश का अग्र भाग उत्तर मुख होना चाहिए। क्या सही माने?
बहुत सुंदर विधि है समझाने की जय श्री राधे कृष्णा
Jai. Guruji....
Pranam.....
Bhot. Hi. Aasan. Tarike. SE
Aapne. Samzaya
Bahut hi saral tarike se aapne samza diya pranam
आपको प्रणाम कर्ताहु।मेने यज्ञ के बरेमे बहुत पढ़ा और सुना हे।लेकिन आपने प्रायश्चित आहुति ब्रम्हा को अवलंबित करके वीरासन में बैठकर देने की विधि बहुत अच्छी तरह से बताई बहोत बहोत धन्यवाद,में भी धन्य हुवा।
Bahut shundar maharaj ji
Aap ke charno me koti koti pranam
सदा सर्वदा सुखी भव
Dhyan waad guru g
❤❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Kya bat❤❤❤❤❤
अनुग्रहीतोस्मि 🙏
बहुत सुंदर व्याख्यान अबतक यूट्यूब पर कुष्कंडिका और पंच भू संस्कार का एक निवेदन आचार्य जी धीरे कुश कंडिका करते हुए बताइए जिससे सभी को बहुत सीखने को मिलेगा 🙏🙏
जी
वीडियो बड़ा हो जायेगा
कोई बात नहीं लेकिन आप बहुत ही अच्छा बताते हैं इसलिए बहुत लोगो को ज्ञान मिलेगा प्रैक्टिकल देखते हुए 🙏🙏
बिल्कुल उचित बहुत सुन्दर प्रस्तुतीकरण 🎉🎉😊
Om shri ram
Guru g Aapke chrno me koti koti parnam
जय हो
pt. Anil pathak ka sadar pranam swikar kare
सुखी भव
Guru Ji Vistaar se ek Video bhi dijiye Pranam🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Ji
Ram charit manas path bathane ki puri ant tak ki bidhi vidhan havan sahit vedio send kar do
और आचार्य बहुत प्रिय वीडियो बनाई है आपने।
गुरू देव
विस्तार से एवं प्रक्टिकल कर बताईए
जी
@@vedvedangvedacharya7237 हां गुरु जी आपकी कुश कंडिका पर विस्तार से वीडियो कब आयेगी हमे प्रतीक्षा है। धन्यवाद गुरू जी 🙏🙏
जी
आचार्य घर पे नित्य होम भी कैसे करे वह भी कहिए आपके अगले वीडियो मैं।
जैसे हम संध्या करते वैसे नित्य होम भी होता है वैसे।
isi vidhi se
जी
Guru ji pranam ! dono prakar se Havan vidi kramanusar likhit Pdf bhejne ka kust kare
मतलब
राधे राधे श्याम महाराज जी
Gurudev nitya hawan vidhi bataye Or nitya hawan vidhi me purn aahuti hoti he ya nahi
मेरे एक वीडियो में बताई हुई ह
Jai shree ram
महाराज जी आपको सादर प्रणाम🙏🙏🌹🌹
जो आपने बताया है ,वीडियो में अति उत्तम है, प्रायोगिक है ।परंतु अपूर्ण होने के कारण कोई तात्पर्य नहीं है । इसलिए आपसे निवेदन है की !एक वीडियो में पूर्णता प्रैक्टिकल करके या रेखा चित्र के माध्यम से समझाने की कृपा करें। किस कारण से किस विधि को करते हैं उसका वैज्ञानिक कारण समझाएं तो अति उत्तम है, क्योंकि प्रमाण हीन होने के कारण प्रत्येक कर्मों की महत्ता समाप्त होती जा रही हैं।
यह हमारी प्रार्थना स्वीकार करें काफी प्रसन्नता होगी🙏🙏🌹🌹
जो नही समझ मे आया वो बताईये व किस का प्रमाण
आपकी बात पूर्णतया समझमे नही आई
वैसे मैं सभी विषयों को प्रमाण सहित रखने का प्रयास करता हूं
@@vedvedangvedacharya7237 महाराज जी हमारे शब्दों से कोई विशेष प्रभाव ना समझिए हमारा तात्पर्य यह है की जो पंडित जी लो केवल अग्नि प्रज्वलित करके समिधा के द्वारा उसमें सीधे एकदम आहुतियां छोड़ना चालू कर देते हैं वे लोग शास्त्रीय वैदिक कर्मकांड से परे है उनके लिए क्रियाओ को समझाना आवश्यक लगता है उन्हें आपकी शास्त्रीय भाषा समझ में नहीं आएगी इसलिए प्रैक्टिकल दिखाने की कृपा करें
@@vedvedangvedacharya7237 हमारे अपूर्णता शब्द का तात्पर्य यही है कर्मकांड की भाषा कठिन है जैसे "उपमयनकुशासप्त"
"समिधस्तिस्त्र :"पवित्रेद्वे""
Guru g ko koti koti prnam🙏🙏, guru g apne is video me hwan ki widhi atiuttam trika btaye h, kripya kr ke yese pustak( book) ka nam btaye jisme ye sab sari widiya, o karmkand krane ke liye uttam ho, 🙏🙏🙏🙏
जी
अवश्य
नव आहुति किस पुस्तक में मिलेंगी गुरु जी बतायें। 🙏
बृहद ब्रह्मकर्म समुच्चय
Ved path ke pustan yani pnuthi kahanse prapt kaun
Jo
हूं,भुव,स्व आहुति कब दी जाती है
नव आहुति में
@@vedvedangvedacharya7237 नव आहुति किस प्रकार हैं कौन कौनसी हैं अवश्य बताएं गुरु जी।🙏🙏
जय माँ भद्रकलि आचार्य जी🙏। कुशकण्डिका और वैदिक यज्ञ की रीती अलग हैं क्या और अलग हैं हो कुशकण्डिका यज्ञ विधि भी बताइए
कुश कंडिका वैदिक यज्ञ के विधान में ही आती है सही तरीके से कुश कंडिका करना ही वैदिक यज्ञ की विधि है यह वैदिक यज्ञ का प्रधान अंग है
@@vedvedangvedacharya7237 धन्यवाद आचार्य जी
Guruji kripya thoda vistar se btaye,🚩🚩Jai jankinath
अवश्य वीडियो बड़ा न हो जाये इस कारण से विस्तार नही किया था अगले वीडियो में बताऊंगा
गुरू देव
कुछ व परिधि इत्यादि देवताओं की कब होगी
पूजन का क्रम क्या होगा
नही समझा मैं
गुरू देव
कुंड व परिधि पूजन के बारे मे क्रम से व विस्तार से बताईए
Maharaj kripa karke , practical saamaan ke sath dikhayein. Aise samajhna thoda kathin jaan pad raha hai.
जी
9414744794
नव आहुति समझ नहीं आई
Apko to thik kisi ko bhi samjh nahi aai
Or gurudev ne do bara nav aahuti k nare me bataya b nhi
यदि आप व्यवहारिक करके दिखाते तो 100% समझ आता सभी के माफ कीजिए।
दिखाऊंगा
@@vedvedangvedacharya7237 धन्यवाद गुरुजी🙏
कुश बिछाने के प्रकरण में कुछ लोग बताते हैं कि पूर्व में और पश्चिम में बिछाए गये कुश का अग्र भाग पूर्व में होना चाहिए और दक्षिण और उत्तर के कुश का अग्र भाग उत्तर मुख होना चाहिए। क्या सही माने?
नही
गुरुदेव थोड़े ज्योतिष के वीडियो बनाओ
जरूर
@@vedvedangvedacharya7237 धन्यवाद
प्रणाम गुरुजी
गुरु जी आप अपना नम्बर देदो
9414744794