nb-2025-02-06-मेरी महारानी श्रीराधा रानी // छांड़ो लंगर मोरी बहियाँ गहो न // होरी के रसिया गायन

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  • Опубліковано 5 лют 2025
  • मेरी महारानी श्रीराधा रानी |
    जाके बल मैं सबसौं तोरी लोक वेद कुल कानी |
    प्राण जीवन धन लाल बिहारी को वारि पियत नित पानी |
    भगवत रसिक सहायक सब दिन सर्वोपरि सुखदानी ||
    छांड़ो लंगर मोरी बहियाँ गहो न ।
    मैं तो नार पराये घर की, मेरे भरोसे गुपाल रहो न ।
    जो तुम मेरी बहियाँ गहत हो, नयन जोर मोरे प्राण हरो न ॥
    वृंदावन की कुंजगली में, रीत छोड़ अनरीत करो न ।
    'मीरा' के प्रभु गिरिधर नागर, चरण कमल चित टारे टरो न ॥
    अचक आय उँगरी पकरी याने कैसी करी ।।
    अँगुरी पकर मेरो पहुचो पकर्‌यो, कित ह्वै जाऊँ गिरारो सकर्‌यो,
    लिपटत लाग रही धकरी, याने कैसी करी ।।
    छतियन कीच दई केसर की, मुरकत गूँज खुली बेसर की,
    मोतिन माल भली बिखरी, याने कैसी करी ।।
    जो कहुँ ननद सुनैगी मेरी, ये होरी की बातें तेरी,
    (अँखियन) छतियन बीच गुलाल धरी, याने कैसी करी ।।
    शालिग्राम देखियत वारौ, श्रीमुखचन्द्र कमरिया वारौ,
    अंतर को कारो सिगरी, याने कैसी करी ।।
    तुम्हारी राह में बैठे, थके हम बेसहारे हैं ।
    तुम्ही बोलो कहाँ जाएँ, विपत्ती के जो मारे हैं ॥
    ये नैया छोटी सी टूटी, भँवर में घिर गई भारी,
    तुम्ही सोचो कहाँ डूबें, जो बिलकुल बीच धारे हैं ।
    कटीली राह है टेढ़ी, पिया घर दूर है चलना,
    कदम काँपै चले कैसे, अरे जो दम के मारे हैं ।
    नगरिया दूर कान्हा की, पहुँचना है बड़ा मुश्किल,
    सहारा उनके हाथों का मिलेगा, इस सहारे हैं ।
    सहारा उनका न मिलता, सहारा जीव का जब तक,
    सहारे औरों के छूटें, तभी मिलते वो प्यारे हैं ।
    लगे मोहन ही प्यारे तब, प्यारे जग के सब छूटें,
    होवे प्रेम जब तेरा, मिलते बंसीवारे हैं ।
    न जप से तप से वे मिलते, न मिलते यज्ञ संयम से,
    न मिलते ज्ञान जोग से ही, प्रेम बिन सब ही हारे हैं ।
    तपस्वी तप किये हारे, औ हारे जोगी ज्ञानी भी,
    आचारी धर्मी कर्मी हो, सभी साधन ये हारे हैं ।
    रहे ना धर्म कलियुग में, ना व्रत और नेम कौ आधार,
    रहे ना पाठ ना ही स्वाध्याय, ध्यानी हू हारे हैं ।
    नहीं है दान ना सद्धर्म, न सत्पात्र न सत्संग,
    नहीं हैं व्यास भी निर्लोभ कहूँ, धन नर को मारे हैं ।
    नहीं है त्याग नहीं सत्पुरुष, नहीं सत्कर्म नहीं सेवा,
    नहीं भक्ति न पूजा हू रही, सन्मार्ग हू हारे हैं ।
    हारे हैं सभी साधन व साधक भी सभी हारे,
    जो हारे सब तरफ से वो, शरण तेरी ही तारे हैं । ( पे...22 ) गज़ल

КОМЕНТАРІ • 3

  • @deepaktiwary4403
    @deepaktiwary4403 4 години тому

    Jai shree radhe 🙏🙏🙏

  • @sandipshah1493
    @sandipshah1493 2 години тому

    🙏 राधे कृष्ण राधे कृष्ण कृष्ण कृष्ण राधे राधे राधे श्याम राधे श्याम श्याम श्याम राधे राधे 🙏🙏🌹🌹🌹श्री बाबा महाराज की जय हो 🙏 श्री राधा रानी की जय
    🙏श्री बाबा महाराज के पावन चरणों में कोटि कोटि दंडवत प्रणाम