✨परब्रह्म :- यह केवल सात शंख ब्रह्माण्ड का स्वामी (प्रभु) है। यह अक्षर पुरुष भी कहलाता है। परन्तु यह तथा इसके ब्रह्माण्ड भी वास्तव में अविनाशी नहीं है। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sat Saheb Ji Mere Bandi Chhod Bhagwan Ji Rampal Ji MaharaJ Ji Ki Jay Ho Excellent Satsang H Ji Kabir Is God AaPJi Ke CharanKamlon Mein Lgaaye Rkhna Daata Ji AaPJi Ke CharanKamlon Se Kbhi Dur Na Krna PitaaJi Mere AaPJi Ke CharanKamlon Ki Dhul Bna Lo Parmatma Ji Greatest Spiritual Knowledge 🙏
मृत्यु लोक में अपना किया ही जीव भोगता है। सतलोक में कोई अभाव नहीं है। सब परमात्मा के कोटे से मिलता है और इसी वजह से वहाँ राग-द्वेष नहीं है। सब मिलकर प्रेम से रहते हैं और परमात्मा का गुणगान करते हैं।
ब्रह्मा :- ब्रह्मा ब्रह्म का ज्येष्ठ पुत्र है, विष्णु मध्य वाला पुत्र है तथा शिव अंतिम तीसरा पुत्र है। ये तीनों ब्रह्म के पुत्र केवल एक ब्रह्माण्ड में एक विभाग (गुण) के स्वामी (प्रभु) हैं तथा नाशवान हैं।
मनुष्य जन्म का एकमात्र उद्देश्य भौतिकवादी सुखों को प्राप्त करना नही है बल्कि सच्ची भक्ति करना है; मनुष्य जन्म का अंतिम उद्देश्य मोक्ष की प्राप्ति और जन्म तथा पुनःजन्म के दुष्चक्र से छुटकारा पाना है।
It Is Written In Yajurved Adhyay 19 Mantra 25, 26that a True Guru will elaborate the incomplete sentences of the Vedas i.e the coded words and one-fourth shlokas by completing them. Must Watch ANB News tv-8:30pm @SaintRampalJiM
पृथ्वी लोक में पांच तत्व का शरीर होता है। लेकिन सतलोक में हमारा पांच तत्व का शरीर नहीं होता। वहाँ हमारा नूरी शरीर होता है। जो नश्वर नहीं होता। वह सत ज्ञान प्राप्त करने के लिए Satlok Ashram UA-cam Channel पर Visit करें |
पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी का यह तत्वज्ञान मन के दोषों को हर कर आत्मा को निर्मल बनाता है! सतभक्ति भाव दृढ़ होता है! बन्दीछोड़ सतगुरु जी के चरनों में कोटि कोटि प्रणाम! 🌼🌼🌼🌼🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌼🌼🙏
गीता अध्याय15 श्लोक 16,17 में स्पष्ट किया है कि तीन प्रभु हैं। एक ब्रह्म दूसरा परब्रह्म तीसरा पूर्ण ब्रह्म। ब्रह्म और परब्रह्म नाशवान है, "कबीर परमात्मा अविनाशी हैं।"
Param pita parmatma puran bramh jagatguru tatb darsi sant rampal ji mharaj ji ke Sri charn kamlo me koti koti dandawat pranam dasi ki 🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️
सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है। वर्तमान में पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी ही है आओ उनके तत्व ज्ञान को समझकर शरण ग्रहण करें और अपना कल्याण करवाएं।
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 का भावार्थ है कि पूर्ण परमात्मा को प्राप्त करने का ॐ, तत् सत् यह मन्त्र जाप स्मरण करने का निर्देश है। इस नाम को तत्वदर्शी संत से प्राप्त करो। वह तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई सतभक्ति से ही सर्व कष्ट और रोग दूर होते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ही दुनिया के मुक्तिदाता हैं। उनके द्वारा बताई सतभक्ति मर्यादा में रहकर करने से मोक्ष निश्चित है।
कबीर तन पंछी भया, जहां मन तहां उडी जाइ,। जो जैसी संगती कर, सो तैसा ही फल पाइ.।। अर्थ :कबीर कहते हैं कि संसारी व्यक्ति का शरीर पक्षी बन गया है और जहां उसका मन होता है, शरीर उड़कर वहीं पहुँच जाता है। सच है कि जो जैसा साथ करता है, वह वैसा ही फल पाता है
सर्व धर्मों के पवित्र शास्त्रों में, तत्वदर्शी संत सतगुरु रामपाल जी महाराज प्रमाणित करते हैं कि सर्व सृष्टी रचनहार सर्व पाप विनाशक, सर्व शक्तिमान, अविनाशी परमात्मा मानव सदृश शरीर में आकार में है तथा सत्यलोक में रहता है। उसका नाम अल्लाह कबीर है।
Saint rampal ji maharaj ji gives us sat bhagati and leave our evils Saint rampal ji maharaj ji tells us true spiritual knowledge according our holy scriptures
कबीर पत्थर पूजे हरि मिले तो मैं पूजू पहाड़, जासे तो घर की चकिया भली जाको खायड, वेद पड़े पर भेद न जाने बांचे पुराण अट्ठारहा, पत्थर को जे पुजते फिरते भूल गए सिरजनहार आ
ब्रह्मा :- ब्रह्मा ब्रह्म का ज्येष्ठ पुत्र है, विष्णु मध्य वाला पुत्र है तथा शिव अंतिम तीसरा पुत्र है। ये तीनों ब्रह्म के पुत्र केवल एक ब्रह्माण्ड में एक विभाग (गुण) के स्वामी (प्रभु) हैं तथा नाशवान हैं। - जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज सत ज्ञान प्राप्त करने के लिए Satlok Ashram UA-cam Channel पर Visit करें
सत्संग की आधी घड़ी तप के वर्ष हजार। तो भी बराबर है नहीं कह कबीर विचार।। पूर्ण संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनने से मनुष्य जीवन जीने का मूल उद्देश्य का मालूम चलता है। सभी धर्म ग्रंथों के गूढ़ रहस्यों की जानकारी मिलती है। मनुष्य के विचारों में शुद्धता आती है आदि। आप भी पूर्ण संत रामपाल जी महाराज के सत्संग अवश्य सुनिए 🙏🙏🙏🙏
सच्चा सतगुरु वही है जो गीता अध्याय 16 के श्लोक 23व24 के अनुसार भक्त समाज को शास्त्र अनुकूल भक्ति साधना बताए। शास्त्र अनुकूल साधना केवल संत रामपाल जी महाराज के पास ही मौजूद है। अधिक जानकारी के लिए Sant Rampal Ji Maharaj UA-cam channel पर visit करें।
शास्त्रों से प्रमाणित सृष्टि रचना सतगुरु रामपाल जी महाराज जी ने बताई है।
सभी धर्म गुरुओं की सच्चाई खोलकर देखा रहे हैं जगत गुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Awadhbihari Etawah up ❤ jagatguru sant Rampal Ji Maharaj ki Jay Ho 🌹🌹🌹🙏🙏
✨परब्रह्म :- यह केवल सात शंख ब्रह्माण्ड का स्वामी (प्रभु) है। यह अक्षर पुरुष भी कहलाता है। परन्तु यह तथा इसके ब्रह्माण्ड भी वास्तव में अविनाशी नहीं है।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
Sat saheb
पुरे विश्व मे पुर्णसंत केवल संतरामपालजी महराज जी है । जो शास्त्रों के अनुसार सतभक्ति बताते है।
पवित्र श्रीमद भगवत गीता अध्याय 15 श्लोक 1 से 4 तक के अनुसार तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं ।
Malik ke charno me dandwat parnam 🙏🙏🌹🌹🌹
कबीर पर्वत पर्वत मै फिरा कारण अपने राम राम जैसे संत मिले जिन सारे सब काम
Sat Saheb Ji
Mere Bandi Chhod Bhagwan Ji Rampal Ji MaharaJ Ji Ki Jay Ho
Excellent Satsang H Ji
Kabir Is God
AaPJi Ke CharanKamlon Mein Lgaaye Rkhna Daata Ji
AaPJi Ke CharanKamlon Se Kbhi Dur Na Krna PitaaJi Mere
AaPJi Ke CharanKamlon Ki Dhul Bna Lo Parmatma Ji
Greatest Spiritual Knowledge 🙏
Koti Koti Dandwat Pranam Parmatma Ji AaPJi Ke CharanKamlon Mein
ज्ञानी सुने तो हृदय लगाई, मूर्ख सुने तो गम ना पाई ।
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश लेकर मोक्ष पाये अपना कल्याण कराये
गरीब , ऐसा निर्मल नाम है , निर्मल करे शरीर । और ज्ञान मंडलीक है , चकवै ज्ञान कबीर
आए हैं सो जाएंगे राजा रंक फकिर।
एक सिंहासन चढकर जा एक बांधे जा जंजीर।।
कबीर अंतर्यामी एक तू आत्म के आधार ।
जो तुम छोडे हाथ तो कौन उतारे पार ।।
अकेले "ब्रह्म" के नाम ओम् (ऊं) से पूर्ण मोक्ष प्राप्त नही हो सकता।
"ऊं नाम का जाप ब्रह्म का है।
मृत्यु लोक में अपना किया ही जीव भोगता है।
सतलोक में कोई अभाव नहीं है। सब परमात्मा के कोटे से मिलता है और इसी वजह से वहाँ राग-द्वेष नहीं है। सब मिलकर प्रेम से रहते हैं और परमात्मा का गुणगान करते हैं।
गुरु बिन काहू ना पाया ज्ञाना, ज्यों थोथा भुस चढ़े मूढ़ किसाना।
गुरु बिन वेद पढ़ें जो प्राणी, समझे न सार रहे अज्ञानी।।
ब्रह्मा :- ब्रह्मा ब्रह्म का ज्येष्ठ पुत्र है, विष्णु मध्य वाला पुत्र है तथा शिव अंतिम तीसरा पुत्र है। ये तीनों ब्रह्म के पुत्र केवल एक ब्रह्माण्ड में एक विभाग (गुण) के स्वामी (प्रभु) हैं तथा
नाशवान हैं।
प्रेम बिना धीरज नहीं, बिरह बिना बैराग ।
सतगुरु बि1ना मिटते नहीं, मन मनसा के दाग ॥
Great spiritual leader
Kabir Kabir Kabir Kabir satsahebji
पत्थर का जल मे क्या भीजे, चाहे करोड़ वर्ष रहे ।
चंदन वन मे रंग ला दे, इक बासं विटंबी ना सीजे ।।
मनुष्य जन्म का एकमात्र उद्देश्य भौतिकवादी सुखों को प्राप्त करना नही है बल्कि सच्ची भक्ति करना है;
मनुष्य जन्म का अंतिम उद्देश्य मोक्ष की प्राप्ति और जन्म तथा पुनःजन्म के दुष्चक्र से छुटकारा पाना है।
पूर्ण गुरु के बिना जो भी भक्ति की जाती है उससे मोक्ष संभव नही है ये सभी काल जाल मे ही फसा कर रखती है
*🙏बन्दीछोड सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो🙏*
ये मन मलिन है, धोये न छूटै रंग।
कै छुटै हरि नाम से, कै छुटै सत्संग।।
गरीब ,द्वार धणी के पङा रहे धके धणी।के खाय
सौ काल झकझोरहि दवार छोङ न जाय।
बन्दीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की जय हो।।
Hay mere pita g 😭
Lejao ish duniYa s Malik jldi jLdi😭🙏🙏
Bhagat ji bhagti kro Malik satlok bhi le jayenge
Only Saint Rampal Ji Maharaj told about the incomplete and complete God and the real way of worship of complete God.
साध साध सब नेक है, आप आपनी ठोर।
जो सतलोक ले जाएंगे, बो साधु कोई ओर।।
Great spiritual knowledge 🙏🙏
Saint Rampal ji Maharaj ji is the true saint who only knows about who is the father of Brahma,vishnu and mahesh.
True spiritual knowledge 🙏🙇🙏
The real spiritual knowledge 🙏 ❤️❤️
Sat, sahib ji 🙏 🙏 🙏
वेद पढ़े पर भेद न जाने, बांचे पूराण अठारह। पत्थर की पूजा करे, भूल गये सीरजनहारा
कुल करनी के कारणे, हंसा गया बिगोय।
तब यह कुल बंश के कर लेगा, जब चार पावाँ का होए।।
नहीं भरोसा इस देही का , ये बिनस जावै छिन माहि।
श्वांस उश्वांस में नाम जपो , और जतन कुछ नाहि।।
supreme, god, Kabir
Must Listen the spiritual discourses of saint Rampal ji Maharaj
दसवा अंग गुरु को दिजीए, जीवन जन्म सफल कर लिजीए l
Kabir saheb is all of world god.
तीनों गुण रजगुण ब्रह्मा जी सतगुण विष्णु जी तमगुण शिव जी है ब्रह्म (काल) तथा प्रकृति (दुर्गा)से उत्पन्न हुए हैं तथा तीनों नाशवान है
कबीर हरि की भक्ति करो तब इस यार असोस बार-बार ना पाओगे मनोज जन्म की मौज
तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी मूल सद्गुरु है उनसे नाम दीक्षा लेकर सतनाम प्राप्त करें और अपना उद्धार करें |
सतभक्ति करने से हमारे जीवन में आने वाले सभी दुःख व कष्ट टल जाते हैं।
पूरे विश्व में सतगुरु रामपाल जी महाराज के अलावा कोई तत्वदर्शी संत नहीं है
Kabir bhagwaan ki jai ho
Kabir Parmeshwar purn Parmatma Hai Isko jaane ke liye Sant Rampal Ji Maharaj ke Satsang sune ismein pramanit Karke Guruji dikhayen hain
Bandi chod ki jay
Sat shaib
बहुत अच्छा ज्ञान
Kabir is supreme god. Santrampal ji m is a trueguru.
कबीर, अक्षर पुरूष एक पेड है, निरंजन वाकि डार ।
तीनो देवा शाखा है, ये पात रूप संसार ।।
सात द्वीप नौ खंड में, गुरु से बडा ना कोय।
करता करे ना कर सके, गुरु करे सो होय।।
The universe has been composed by Kabir Saheb, listen to the evidence with the Satsang Shraddha TV channel from 2 pm to 3 pm.
Spiritual knowledge based on holy scriptures
It Is Written In Yajurved Adhyay 19 Mantra 25, 26that a True Guru will elaborate the incomplete sentences of the Vedas i.e the coded words and one-fourth shlokas by completing them.
Must Watch ANB News tv-8:30pm
@SaintRampalJiM
Amazing
Sat saheb
Sat saheb 🙏
Nice satsang
पृथ्वी लोक में पांच तत्व का शरीर होता है।
लेकिन सतलोक में हमारा पांच तत्व का शरीर नहीं होता। वहाँ हमारा नूरी शरीर होता है। जो नश्वर नहीं होता। वह सत ज्ञान प्राप्त करने के लिए Satlok Ashram UA-cam Channel पर Visit करें |
Kabir, jai jai jai karunamai jai jai jai jagdish I
Jai jai jai tu jagatguru puran bisbe bis I |🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️
True knowledge by complete saint.
Saint Rampalji Maharaj give true knowledge in the world 🌎
पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी का यह तत्वज्ञान मन के दोषों को हर कर आत्मा को निर्मल बनाता है! सतभक्ति भाव दृढ़ होता है! बन्दीछोड़ सतगुरु जी के चरनों में कोटि कोटि प्रणाम! 🌼🌼🌼🌼🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌼🌼🙏
Malik apne charno me rkhana 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
केवल संत रामपाल जी महाराज ही शास्त्र अनुकूल भक्ति बताते हैं। जिसके करने मोक्ष प्राप्त होगा।
गीता अध्याय15 श्लोक 16,17 में स्पष्ट किया है कि तीन प्रभु हैं। एक ब्रह्म दूसरा परब्रह्म तीसरा पूर्ण ब्रह्म। ब्रह्म और परब्रह्म नाशवान है, "कबीर परमात्मा अविनाशी हैं।"
Know more about God watch sadhna TV show every day 7:30 pm
Great knowledge
Param pita parmatma puran bramh jagatguru tatb darsi sant rampal ji mharaj ji ke Sri charn kamlo me koti koti dandawat pranam dasi ki 🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️ 🙇♀️
अनमोल वचन है संत जी के🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤️❤️❤️❤️❤️❤️
सत भक्ति करने से मनुष्यों को दैविक शक्तियां पूर्ण लाभ देती हैं और साधक परमेश्वर पर आश्रित रहने से बगैर किसी चिंता के जीवन जीता है।
वर्तमान में पूर्ण संत रामपाल जी महाराज जी ही है आओ उनके तत्व ज्ञान को समझकर शरण ग्रहण करें और अपना कल्याण करवाएं।
Satya bhakti karne se hamare sabhi kasht tal jaate Hain
ये ज्ञान बहुत अनमोल है, रोम रोम खड़े हो जाते है जब ऐसा निर्मल ज्ञान कानो में पड़ता है 🙏🙏🙏
गीता अध्याय 17 श्लोक 23 का भावार्थ है कि पूर्ण परमात्मा को प्राप्त करने का ॐ, तत् सत् यह मन्त्र जाप स्मरण करने का निर्देश है। इस नाम को तत्वदर्शी संत से प्राप्त करो।
वह तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं।
Complete spritual knowledge.
पूर्ण गुरु से नाम दीक्षा लेकर भक्ति करने से मोक्ष होगा जोकि पूरे विश्व में संत रामपाल जी महाराज ही है
बहुत ही अनमोल सत्संग है
Pure Vishva bhar mein jagatguru tatvadarshi sant Rampal Ji Maharaj ji jaisa koi sant nahin hai
बहुत ही अद्वितीय आध्यात्मिक ज्ञान है जी।🙏
संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई सतभक्ति से ही सर्व कष्ट और रोग दूर होते हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी ही दुनिया के मुक्तिदाता हैं।
उनके द्वारा बताई सतभक्ति मर्यादा में रहकर करने से मोक्ष निश्चित है।
कबीर तन पंछी भया, जहां मन तहां उडी जाइ,।
जो जैसी संगती कर, सो तैसा ही फल पाइ.।।
अर्थ :कबीर कहते हैं कि संसारी व्यक्ति का शरीर पक्षी बन गया है और जहां उसका मन होता है, शरीर उड़कर वहीं पहुँच जाता है। सच है कि जो जैसा साथ करता है, वह वैसा ही फल पाता है
सर्व धर्मों के पवित्र शास्त्रों में, तत्वदर्शी संत सतगुरु रामपाल जी महाराज प्रमाणित करते हैं कि सर्व सृष्टी रचनहार सर्व पाप विनाशक, सर्व शक्तिमान, अविनाशी परमात्मा मानव सदृश शरीर में आकार में है तथा सत्यलोक में रहता है। उसका नाम अल्लाह कबीर है।
Saint rampal ji maharaj ji gives us sat bhagati and leave our evils Saint rampal ji maharaj ji tells us true spiritual knowledge according our holy scriptures
According to Sant Rampal ji Maharaj 2021 would be satyug.
राम नाम कि लुट है,लुट सके तो लुट ,अंत काल पछताएगा, जब प्राणा जाएगे छूट,
सत साहेब जी
👏🏻👏🏻
कबीर पत्थर पूजे हरि मिले तो मैं पूजू पहाड़, जासे तो घर की चकिया भली जाको खायड,
वेद पड़े पर भेद न जाने बांचे पुराण अट्ठारहा, पत्थर को जे पुजते फिरते भूल गए सिरजनहार आ
ब्रह्मा :- ब्रह्मा ब्रह्म का ज्येष्ठ पुत्र है, विष्णु मध्य वाला पुत्र है तथा शिव अंतिम तीसरा पुत्र है। ये तीनों ब्रह्म के पुत्र केवल एक ब्रह्माण्ड में एक विभाग (गुण) के स्वामी (प्रभु) हैं तथा
नाशवान हैं।
- जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
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सत्संग की आधी घड़ी तप के वर्ष हजार।
तो भी बराबर है नहीं कह कबीर विचार।।
पूर्ण संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनने से मनुष्य जीवन जीने का मूल उद्देश्य का मालूम चलता है। सभी धर्म ग्रंथों के गूढ़ रहस्यों की जानकारी मिलती है। मनुष्य के विचारों में शुद्धता आती है आदि।
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सतगुरु रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान सर्वश्रेष्ठ है।
सच्चा सतगुरु वही है जो गीता अध्याय 16 के श्लोक 23व24 के अनुसार भक्त समाज को शास्त्र अनुकूल भक्ति साधना बताए। शास्त्र अनुकूल साधना केवल संत रामपाल जी महाराज के पास ही मौजूद है।
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जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा! हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा!
फाही सुरत मलुकी वेब, उह ठगवाड़ा ठगी देस।।
खरा सिआणां बहुता भार, धाणक रूप रहा करतार।।
हम ही अलख अल्लाह हैं, कुतुम गोस और पीर।
गरीबदास खालिक धनी,हमरा नाम ...कबीर।
मनुष्य जीवन का केवल एक ही उद्देश्य है सतभक्ति करके मोक्ष प्राप्त करना। सतभक्ति न करने से 84 लाख योनियों में जीव को महान कष्ट उठाना पड़ता है।
पूरे विश्व मे सतगुरु रामपाल जी के इलावा कोई तत्वदर्शी संत नहीं है
सात समुद्र की मसि करूं, लेखनी करूं वनराय।
धरती का कागज करूं, गुरू गुणं लिखा ना जाय।।
कबीर ,हरि के नाम बिना नारी कुत्तिया होए गली गली भकत फिरे टूक ना डाले कोई ।।
गरीबी ने यज्ञ हवन जो करही , मिता जावे कबूल नहीं फलही ।
कबीर,गुरु बिना माला फेरते ,गुरु बिन देते दान ।
गुरु बिन दोनों निष्फल है पूछो वेद पुराण।।
राम नाम रटते रहो जब तक घट में प्राण कबहू तो दीन दयाल के भिनक पडे़गी कान
अनंत कोटि ब्रह्मांड का एक रत्ती नहीं भार सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजनहार
अनंत कोटि ब्रह्मांड का एक रत्ती नहीं भार सतगुरु पुरुष कबीर है कुल के सिरजनहार l
कबीर, श्वास-उश्वास में नाम जपो, व्यर्था श्वांस मत खोओ।
ना जाने इस श्वांस का, आवन हो के ना होय।।🙏🙏
मानुष जन्म पाए के जो नहीं है रटे हरि नाम यह सुंदर काया किस काम की जिस मुख नहीं राम
True spiritual knowledge
भक्ति बिना क्या होत है, भ्रर्म रहा संसार।
रति कंचन पाया नहीं, रावण चलती बार।।
कबीर, यह तन जावेगा, सके तो ठाहर लाए।
एक सेवा कर सतगुरु की, और गोविंद के गुण गाए।।
सत साहेब जी
संत रामपाल जी महाराज ही पूरे विश्व में एकमात्र संत है जो वेदों के अनुसार भगति साधना बताते है।
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