Man of the tournament of world cup 2011❤ and hero of the 2007 T20 world cup❤ without him impossible to win this trophies 😢😢 miss u yuvi paaji. Ur agressive batting, bowling and fielding always remember.no one can beat u , u r great allrounder always❤
जब गेंद युवराज सिंह के बल्ले से टकराती थी तो जो आवाज आती थी , वह इतनी आश्चर्यजनक होती थी मानो कानों के लिए इससे बेहतर सुनने के लिए कुछ हो ही नहीं सकता। युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे महान और सबसे बड़े मैच विनर हैं। एक महान स्टाइलिश , क्लासिकल बल्लेबाज, एक महान क्षेत्ररक्षक और एक अच्छा उपयोगी गेंदबाज। मैच जीतने की क्षमता के लिए पूरी तरह से सम्पूर्ण खिलाड़ी। एक खिलाड़ी जिसने भारतीय क्रिकेट के स्तर और दिशा को बदल दिया। युवी ने भारतीय क्रिकेट में एक अलग अंदाज और आक्रामकता लाई। मैं दावे के साथ कहता हूं कि अगर युवराज सिंह को कैंसर जैसी घातक बीमारी नहीं होती तो अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के बाद युवराज सिंह का ही नाम आता क्योंकि उन्होंने 29 साल की उम्र में 8000 रन बनाए थे। कैंसर और गंदी राजनीति ने उनके सुनहरे करियर को तबाह कर दिया। हो सकता है कि ऐसे कुछ खिलाड़ी हों जिनका रिकॉर्ड सिर्फ कागजों पर ही युवराज सिंह से बेहतर हो, लेकिन युवराज सिंह जैसा खिलाड़ी नहीं, क्योंकि युवराज सिंह का प्रभाव अद्भुत और अविश्वसनीय है। वह गेंद के सबसे प्यारे, साफ-सुथरे स्ट्राइकर हैं । युवराज सिंह विश्व क्रिकेट के सबसे सुंदर बल्लेबाजो मे से एक है। युवराज सिंह वो शख्स थे जिसने मोहम्मद कैफ की कप्तानी में भी अंडर 19 विश्व कप टूर्नामेंट में भारत को 1999-2000 में अंडर 19 विश्व कप जीताया था और मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे । युवराज सिंह ने 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी में उस समय की ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अपने करियर की पहली पारी में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली के आउट होने के बाद मैक्ग्रा, ब्रेट ली जैसे खतरनाक गेंदबाजों का सामना करते हुए 84 रन बनाए थे। जब भारत ने पहली बार इंग्लैंड की धरती पर सीरीज जीती थी तो नेटवेस्ट सीरीज का फाइनल भी कैफ के साथ युवराज ने जीताया था। जब 2002 में भारत ने चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती, तो युवराज ने पूरे टूर्नामेंट में बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में अद्भुत प्रदर्शन किया। 2006-7 में जब राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 16-17 मैच जीतने का रिकॉर्ड बनाया था, तब युवराज सिंह उन 17 मैचों में से 11 मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे थे। 2007 टी20 वर्ल्ड कप जिताने में युवराज सिंह का योगदान सबसे अहम था। 2011 विश्व कप जीताने मे भी युवराज सिंह का सबसे महत्वपूर्ण योगदान था और मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे।युवराज सिंह ने मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर भारतीय फील्डिंग का स्तर बदल दिया था । आज भी सच्चे और दिल से क्रिकेट को पसंद करने वाले को ग्राउंड पर चैंपियन युवराज सिंह की याद आती है।
YUVI PAJI ne 2 world cup Bharat ko jitaye hain us din agr england k khilaf 6 six nhi marte ek over me to Bharat match haar jata bcz YUVI k 12 balls pr 50 runs ki vjh se bharat ne 218 runs bnaye the or sirf 20 runs se jeeta tha even england ne bhi 198 bna diye the...
Man of the tournament of world cup 2011❤ and hero of the 2007 T20 world cup❤ without him impossible to win this trophies 😢😢 miss u yuvi paaji. Ur agressive batting, bowling and fielding always remember.no one can beat u , u r great allrounder always❤
Yuvi bhai respect ❤❤
Yuvraj Singh jaan❤❤
जब गेंद युवराज सिंह के बल्ले से टकराती थी तो जो आवाज आती थी , वह इतनी आश्चर्यजनक होती थी मानो कानों के लिए इससे बेहतर सुनने के लिए कुछ हो ही नहीं सकता। युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे महान और सबसे बड़े मैच विनर हैं। एक महान स्टाइलिश , क्लासिकल बल्लेबाज, एक महान क्षेत्ररक्षक और एक अच्छा उपयोगी गेंदबाज। मैच जीतने की क्षमता के लिए पूरी तरह से सम्पूर्ण खिलाड़ी। एक खिलाड़ी जिसने भारतीय क्रिकेट के स्तर और दिशा को बदल दिया। युवी ने भारतीय क्रिकेट में एक अलग अंदाज और आक्रामकता लाई। मैं दावे के साथ कहता हूं कि अगर युवराज सिंह को कैंसर जैसी घातक बीमारी नहीं होती तो अंतरराष्ट्रीय वनडे क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के बाद युवराज सिंह का ही नाम आता क्योंकि उन्होंने 29 साल की उम्र में 8000 रन बनाए थे। कैंसर और गंदी राजनीति ने उनके सुनहरे करियर को तबाह कर दिया। हो सकता है कि ऐसे कुछ खिलाड़ी हों जिनका रिकॉर्ड सिर्फ कागजों पर ही युवराज सिंह से बेहतर हो, लेकिन युवराज सिंह जैसा खिलाड़ी नहीं, क्योंकि युवराज सिंह का प्रभाव अद्भुत और अविश्वसनीय है। वह गेंद के सबसे प्यारे, साफ-सुथरे स्ट्राइकर हैं । युवराज सिंह विश्व क्रिकेट के सबसे सुंदर बल्लेबाजो मे से एक है। युवराज सिंह वो शख्स थे जिसने मोहम्मद कैफ की कप्तानी में भी अंडर 19 विश्व कप टूर्नामेंट में भारत को 1999-2000 में अंडर 19 विश्व कप जीताया था और मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे । युवराज सिंह ने 2000 में चैंपियंस ट्रॉफी में उस समय की ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ अपने करियर की पहली पारी में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली के आउट होने के बाद मैक्ग्रा, ब्रेट ली जैसे खतरनाक गेंदबाजों का सामना करते हुए 84 रन बनाए थे। जब भारत ने पहली बार इंग्लैंड की धरती पर सीरीज जीती थी तो नेटवेस्ट सीरीज का फाइनल भी कैफ के साथ युवराज ने जीताया था। जब 2002 में भारत ने चैंपियनशिप ट्रॉफी जीती, तो युवराज ने पूरे टूर्नामेंट में बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण में अद्भुत प्रदर्शन किया। 2006-7 में जब राहुल द्रविड़ की कप्तानी में भारत ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 16-17 मैच जीतने का रिकॉर्ड बनाया था, तब युवराज सिंह उन 17 मैचों में से 11 मैचों में मैन ऑफ द मैच रहे थे। 2007 टी20 वर्ल्ड कप जिताने में युवराज सिंह का योगदान सबसे अहम था। 2011 विश्व कप जीताने मे भी युवराज सिंह का सबसे महत्वपूर्ण योगदान था और मैन ऑफ द टूर्नामेंट बने थे।युवराज सिंह ने मोहम्मद कैफ के साथ मिलकर भारतीय फील्डिंग का स्तर बदल दिया था । आज भी सच्चे और दिल से क्रिकेट को पसंद करने वाले को ग्राउंड पर चैंपियन युवराज सिंह की याद आती है।
Yuvi ❤
YUVI + DHONI + RAINA YEH TRIO AISA THA KI KISI BHI TEAM KE KHILAF AKELE SCORE CHASE KAR LE YEH TRIO ABHI MIL JAYE TO INDIA KA LEVEL AA JAYENGA ❤❤
Yuvi pa op❤❤
always king cricketer Yuvraj Singh ❤️
Reaction on Rohit Sharma please 😊
Bhuvi blowing reaction now ❤
Ms dhoni ipl craze reaction
Jaat powar
Ms dhoni reaction
❤❤
Kuldeep Yadav ka video
YUVI PAJI ne 2 world cup Bharat ko jitaye hain us din agr england k khilaf 6 six nhi marte ek over me to Bharat match haar jata bcz YUVI k 12 balls pr 50 runs ki vjh se bharat ne 218 runs bnaye the or sirf 20 runs se jeeta tha even england ne bhi 198 bna diye the...
❤❤❤