Nani Bai Ka Mayra || नानी बाई को मायरो || Kailash Surangi || Katha || भाग 2 || Narasi ji ro mayro

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  • Опубліковано 28 сер 2024

КОМЕНТАРІ • 14

  • @devmusicmukundpura
    @devmusicmukundpura Рік тому +3

    Jai ho 🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾🙏🏾

  • @OfficialSureshNitharwal
    @OfficialSureshNitharwal Рік тому +3

    Super

  • @ganeshkumawat7612
    @ganeshkumawat7612 Рік тому +2

    Wa sa jora

  • @sabkuchhkaro6080
    @sabkuchhkaro6080 Рік тому +2

    Waa sa bhagat ji katha sunkar aanand aa gya

  • @rajasthaniseries21
    @rajasthaniseries21 9 місяців тому +2

    Wa sa

  • @rajasthaniseries21
    @rajasthaniseries21 9 місяців тому +1

    Nice

  • @ishwaryadav9871
    @ishwaryadav9871 Рік тому +3

    ढूंढाड़ी का गायकी सरदार, कवि भगवान सहाय जी सैन।
    यां क कंठ कलम म सरस्वती, य भजन करे दिन रैन।।
    बसे ग्राम आकेड़ा जयपुर, जात क छ नाई।
    चावे जस्यो भजन जोड़कर, गा दे मिनटा माई।।
    पापा जी छ भँवर लाल जी सैन,
    गायकी सरदार कवि ..........
    गा बा को अंदाज निरालो, करे नाच का लटका।
    दिल सबको खुश हो जावे, सुण सुण आंका खटका।।
    सारँगी असी बजावे सुण कर आवे दिल म चैन,
    गायकी सरदार कवि...........
    म्हर जीण जगदम्बा करती,यांको चाले चमत्कार।
    हजारों चेला पेट भरे आ का भजना न गा गार।।
    आंका गुरु गणेश राम जी सैन,
    गायकी सरदार कवि..........
    लड़का या क तीन छ, सुदामा कृष्ण नारद मुनी।
    संगीत का य मास्टर छ एक स बढ़कर एक गुनी।।
    आ की कला देख कर गुरुजी का चमक उठे ह नैन,
    गायकी सरदार कवि..........
    म्हे थाकां भजना का प्रेमी हरदम सुणता थाने।
    थाकी कला को थोड़ो सो प्रसाद दे दीज्यो थे म्हाने।।
    ईश्वर यादव छ थांको एक फैन,
    गायकी सरदार कवि...........
    ढूंढाड़ी का गायकी सरदार, कवि भगवान सहाय जी सैन।
    यां क कंठ कलम म सरस्वती, य भजन करे दिन रैन।।