Latest Pahari Natti 2017 | MAESTI GARIBI-NEGI PAULSRAM (MELTHI KI THHARI) By Chiraag Jyoti Majta
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- Опубліковано 15 жов 2024
- तो अन्ततः , डाउनलोड कीजिए Chiraag Jyoti Majta का गीत इस लिंक से-- musichunterz.ne...
कहानी-
यह कहानी शताब्दियों पुरानी है । पारसा,सिधरोटी,छुपाड़ी इत्यादि गाँव के समीप बाने(बॉर्डर, इसके इलावा क़ाईना भी बाने का खूंद व टाहू और कुई के साथ रियासत के प्रमुख खूंद) के खूंद शेखल गाँव की ग़रिबी नामक युवती का विवाह
12-20 इलाक़े के कुपड़ी गाँव के पौलसराम से हुआ । नेगी या नेगण आमतौर पर ऐसे पुरुष व नारी को कहते हैं जो सुंदर व अच्छे डील-डौल वाले हों । उस समय स्वास्थ्य सेवा या आज की आधुनिक प्रणाली के ना होने के कारण बहुत सी बीमारियाँ व महामारी बड़ी जल्दी फैला करती थीं । हुआ यूँ के इस इलाक़े में सिर और कान में तेज़ दर्द व बुखार का रोग फैल गया । पहाड़ी में महामारी को बैह्द कहा जाता था व महामारी या इस बीमारी को मोरी कहते थे ।
जनश्रुति अनुसार सबसे पहले मोरी ने शीलघाट में दस्तक दी । ची मेलठी-मेलठी,कुपड़ी व कल़गांओ को सामूहिक तौर पर कहा जाता है क्यूँकि ऐसी मान्यता है इन गाँवों की स्थापना दो मामा और उनके एक भांजे ने की थी व आज तक ख़ुशी गमी में ये तीनो साथ होते हैं व इनकी ठारी(ज़ागा/ठौड़) मेल्ठी में ही है ।
अब 'बोल मायै दुर्गिया ची मेलठी रे बाटौ' व 'बाट ताखै खोज़ौले माये ज़ोखटी ज़ाले,उटे लागौ ची मेल्ठी खी एकै इयै नाले ' से अर्थ ये नहीं है के मोरी को रास्ता हाटकोटी दुर्गा ने दिखाया होगा अपितु ये के अब जब इतनी बड़ी विपदा किसी इलाक़े को ग्रस्त करती है तो वहाँ के देवी देवताओं से ही बचाव की गुहार लगाई जाती है तो गीतकार ऐसे शब्दों का प्रयोग किया करते होंगे । इन बोलों का ये भी अर्थ है के मोरी धीरे धीरे(.... ज़ोखटी ज़ाले- जिस तरह आज भी जलावन के लिए पिंगरी-जोखटि का इस्तमाल किया जाता व तब जाके आग जलना शुरू होती है ) इस इलाक़े में फैलती गई । अब शील,काईना,मँढोल,सारी होते हुए जब मोरी हाटकोटी पहुँची होगी उसके उपरांत उसने देवता साहब धौंलू की आंशिक या पूरी रियासत जैसे झड़ग़-तनदाली व नावर की ओर रूख किया। व लोकश्रुति अनुसार इस सर और कान(शीरीयौ कानौ) के रोग ने सबसे पहले औकू भंडारी को काल का ग्रास बनाया व ची मेल्ठी के बाद शलान की ओर बढ़ी । उपरोक्त मुख्यतः 1500(शौ पूजे मोरियै पौंद्रौ रे नाले) इलाक़ा है व 12-20(बारा बीश) में ची मेल्ठी वाला इलाक़ा आता है । हालाँकि ऐसा कहा जाता है के 12-20 को छोड़ कर इसका कोई ख़ास प्रभाव नहीं था इसीलिए गीतकार ने ".....इथौ पोरु मोरियै माणछौ ना खाए" लिखा या स्वरबध किया होगा ।
Full Story : / 1496667023678828:0
When I feel home sickness this song always refresh my mind and soul...ND gives me a great smile ...
Nice song Sir इसकी history भी पढी बहुत अच्छी लगी आपने बहुत गीतो की histres लिखी मैने बहुत सारी पढी सारी अच्छी लगी आपके बहुत सारे गीतो को सुना, पढा इन परम्परा गीतो की जानकारी elder or youth सब को होनी चाहिए
Thanks a lot g....
Kha pdi mai bhe pd leta
नावर क्षेत्र के प्रमुख आराध्य देवों की जय ।।
कथरेड बदशौहल घोढ़ी के देवता रूदड़ (रूद्र), पुजारली - 4
बिरनू घोढ़ी के देवता नरैणू (नारायण), नरैण
चौबिशी घोढ़ी के देवता गोली नाग, पुजारली - 3
बारीबीश पंद्रराशौ घोढ़ी के देवता शालू, पुजारली - 2
Chrig you are authentic ❤❤❤❤
Love you..Chirag..you are the blessed one.keep it up
superrr song ever 😍😍n my fav.
व जी व क्या सोंग है जितनी तारीफ करें वो भी कम है
Osm voice chirag bhai ye song jo gae hy wo shayd kisi kisi ko samjh na bhi aye pr is song k piche ki gatha hy ye doon bhi sunai deti hy nice chirag bhai
Nyc song 2019 me kon kon sun raha like kre
Love ❤😘 u shalu devta ji.... M apke mandir Or apse milne jarur aayuga... Mre apne har wish puri ki h.. Or aage bhi kr te raho ge... ❤❤❤❤❤❤❤
Lovely songg ❤❤❤❤
Amazing song bhai
Best song
😢heart touching song
❤️❤️❤️
Very nice song Chirag bhi👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍
but new version tha jouta badal ka vo UA-cam main upload krlo
nice song brother
Thanks n keep Sharing , subscribing For Future Updates..
Good somg
Very. Nice. Ji
Nice song
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Nice👍👍
nice nati
Thanks a lot g :)
Like All Parm Pragt Sog
P
Osammmmm song.....
❤❤❤❤
Nice songs
Thanks And Keep Sharing