@@TeenaNama एक मशीन है यह कहना अभेद है और मशीन के पार्ट्स की दृष्टि से देखेंगे तो अनेक है , भेद है। भेद का लोप करने पर अभेद का भी लोप होता है। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। अद्वैत वेदांत एक या अभेद का समर्थन करता है। भेद को कल्पना कहता है। जैन दर्शन दोनों को किसी न किसी दृष्टि से सत्य कहता है। अनेकांतवाद का समर्थन करता है
उत्तम , सर्वश्रेष्ठ ज्ञान। सुंदर व्याख्या।
अति सुंदर महात्मन 💐
Pujyaniya Shri gurudev ji ke Charno Me Koti-Koti Pranam 🙏🌹
Naman Guru Ashtavakra 🙏❤.
Appo deepo bhavah ..jai shree ram
Dhanyawad aapki saachi batah aur vishalation 🙏
Om Namah shivay 🙏🌷🙏🌷🙏🌷🙏
Naman
Jay shree Ram
🌹🙏
जय गुरुदेव
🙏🙏🙏🙏🙏
❤
page# 18 Bhagavan Vachaa
Thanks very very nice explainetion
More than 500 books in one video.
🙏
your videos i like 🙏
Namaskar atman dev
Satyamev jaytay
Thex
Bahut Sundar vyakhya rahsyamay Vani ko Apne shabdon se thank u so Mach
❤जय शंकर ।।।❤
2× speed मे सुनो तब ज्ञान होगा नहीं तो अहंकारी शरीर नाम रूप मे ही पड़े रहो
Dhanywad ❤🙏
12:34 minute - जैन दर्शन का अनेकांतवाद कहता है कि भेद और अभेद दोनों ही किसी न किसी अपेक्षा से सत्य है। भेद का अभाव होने पर अभेद का भी अभाव हो जाता है।
भेद क्या है
@@TeenaNama एक मशीन है यह कहना अभेद है और मशीन के पार्ट्स की दृष्टि से देखेंगे तो अनेक है , भेद है। भेद का लोप करने पर अभेद का भी लोप होता है। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। अद्वैत वेदांत एक या अभेद का समर्थन करता है। भेद को कल्पना कहता है। जैन दर्शन दोनों को किसी न किसी दृष्टि से सत्य कहता है। अनेकांतवाद का समर्थन करता है
आत्मा × आत्मा होता है मे तु वह आत्मा ही है,,,, वह का अर्थ क्या है पता है
🙏🙏🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏