sant ramashankar saheb
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- Опубліковано 5 жов 2024
- sadaguru abhilash saheb ji prvachan
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संतप्रवर श्री अभिलाष साहेब
(17/08/1933 - 26/09/2012)
मानव मात्र ही नहीं प्राणी मात्र को अपने प्रेम के आयाम में समेट लेने वाले संत सम्राट सद्गुरु कबीर साहेब की परंपरा में परम पूज्य गुरुदेव संत श्री अभिलाष साहेब जी महान संतों में से एक हैं। सद्गुरु कबीर के पारख सिद्धांत को भारत में प्रचार-प्रसार करने में पूज्य गुरुदेव का अतुलनीय योगदान है। आपका जन्म उ0 प्र0 के जिला सिद्धार्थ नगर के खानतारा ग्राम में दिनांक 17 अगस्त 1933 तदनुसार भाद्र कृष्ण द्वादशी संवत 1990 दिन गुरुवार को हुआ।आपकी माता का नाम श्रीमती जगरानी देवी एवं पिता का नाम पं0 श्री दुर्गाप्रसाद शुक्ल जी जो एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। पिता के सामाजिक व्यस्ततता के कारण आपकी विधिवत स्कुली शिक्षा नहीं हो पाई थी। आपने कक्षा एक में छह महीने तथा कक्षा दो में छह महीने की पढ़ाई की, किन्तु आपको किसी भी कक्षा में परीक्षा देने का अवसर नहीं मिला।
17 वर्ष की अवस्था में आप कबीरपंथ से परिचित हुए। आपने 21 वर्ष की अवस्था में गृहत्याग कर कबीर आश्रम बड़हरा, जिला गोंडा (उ0प्र0) के प्रसिद्ध महंत पूज्यपाद सद्गुरु श्री रामसूरत साहेब जी द्वारा साधुवेष की दीक्षा ली | कबीर पारख संस्थान इलाहाबाद के संस्थापक तथा बीजक व्याख्या, पंचग्रंथी टीका, योगदर्शन भाष्य, रामायण रहस्य, गीतासार, उपनिषद सौरभ, कबीर दर्शन, वेद क्या कहते हैं? कहत कबीर, धर्म को डुबाने वाला कौन?, ढ़ाई आखर, मोक्षशास्त्र, बूंद.बूंद अमृत, व्यवहार की कला आदि लगभग 100 प्रकार के सामाजिक, आध्यात्मिक एवं व्यावहारिक ग्रंथों के यशस्वी लेखक हैं। आपकी ओजस्वी वाणी में भारतीय संस्कृति के ऋषि मनीषियों के उद्गार समाहित रहते हैं।
परम पूज्य गुरुदेव श्री अभिलाष साहेब जी की निर्मल वाणियों से सभी वर्ग के लाखों लोग मानवीय गरिमा को समझकर जहां व्यावहारिक जीवन को सुख.शांति पूर्वक जीने में सफल हुए हैं वहीं अनेक साधक साधनामय जीवन जीते हुए कल्याण की दिशा में अग्रसर हुए हैं।
कबीर
विक्रमी संवत 1455-1575
सन-1398-1518
कबीर साहेब सन 1399 ई0 में शिशु रूप में काशी के लहरताला तालाब में जनश्रुति के अनुसार नीरू.नीमा जोलाहा दंपत्ति को मिले और उन्हीं द्वारा पाले-पोषे गये। आप अपने छुटपन से ही प्रखर बुद्धि के एवं चिंतनशील थे। शायद आपने स्वामी श्री रामानंद को अपना गुरु माना हो, परंतु आपका अपना वास्तविक गुरु स्वयं का विवेक था। आप आजीवन ब्रह्मचारी एवं विरक्त संत के रूप में रहे। आपने सामाजिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक तीनों क्षेत्रों में आंदोलन किया। आपने मानव मात्र की एक जाति बताया, मानवता एक धर्म बताया तथा आत्मा को ही परमात्मा कहा। अपने आप पर संयम की कड़ाई तथा दूसरे प्राणियों के प्रति दया तथा प्रेम का बरताव - इन दोनों आचरणों को आपने अपने जीवन में उतारा तथा समाज को इसी की सीख दी। आपके व्यक्तित्व में कवि, सुधारक, क्रांतिकारी आदि अनेक रूप उभरे किन्तु आपका सबसे बड़ा रूप परमार्थ.लीन संत का है। इसीलिए आप भारतवर्ष में संत.शिरोमणि के रूप में मान्य हैं और आपका यह रूप विश्व में विख्यात है।
उनका मुख्य ग्रन्थ बीजक है, जिसकी अनेक टिकाएं उपलब्ध हैं, बीजक कबीर को एक बुद्धजीवी के रूप में प्रस्तुत करता है | उनके अंतिम दिन मगहर में आमी नदी के किनारे बीते | वे हिन्दू और मुस्लमान दोनों द्वारा पूज्य मने गए
KABIR
kabir saheb 1398-1518 A D
No authentic history of Kabir Saheb is available in historical texts. It is presumed he was born in 1398 AD in Lahartara of kashi, the present day Varanasi city of Uttar praesh in Northern India.As per prevalent among public it is said he was brought up by a muslim weaver couple named Niru and Nima in kashi.Kabir Saheb was fiercely intellectual and contemplative since his young age.Probably he opted Swami Ramanand, the orthodox Hindu monk of his time, as his guru but his own discretion was his true guru.He lived a life of a celibate and a devout saint all through out his life.
अनिल साहेब बंदगी आपका प्रवचन बहुत अच्छा लगा है 🙏🙏🙏
Sat Nam saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi
साहेब बंदगी साहेब जी
Bahut nic saheb bangi
Satya hi Sabse bada dharam hai
Saheb bandagi guru ji 🙏
Gurur Brahma gurur Vishnu guru Dev maheshwarah
Guru sakshat Param Brahma tasmai Shri gurave namah.,.......
Jai satyanaam
Jai Ho
Bahut achchha saheb ji
सभी जीवों से प्रेम भाव,दया भाव रखना ही धर्म है,क्योंकि हर प्राणी में जीवात्मा है। भगवान तो एक ही है पर उनको भजने वाले अनेक हैं।।
Sl
हामारा गूरू ही माहान
धर्म,शक्ति का दिया हुआ ज्ञान का कर्म माहान
बहुत बहुत ऐसा प्रवचन देने से मुझे बहुत आनंद आया है
जयगुरुदेव साहेब जि🙏🙏
जयगुरूदेव जी महाराजजी अनीलजी आपकी वाणी को उप मा देने के लिए हमारे पास कोई भी शब्द नही है लेकिन श्री माननीय सतंजी साहिब हमजैसे जीव । को भी इस भौतिक अज्ञानता से शीघ्र ही ऊबार ने की कृपा किजिये गुरुदेव आपके चर र्णारविंदो मे मेरा . कोटि कोटि सादर प्रणाम स्वीकार हो साहिब की वाणी सत्य और अमर अखंड है तो मेरा स्थिर अवगुण जो मुझमे है वो इसी छ न इसी पल मिट जाये और हमारे हद्रय मे आपकी असीम कृपा बनी रहे नमोः साहिब बदंगी
1111111
मानव का सबसे बड़ा धर्म दया धर्म
हमेशा दिल में दया रखनी चाहिए
jai satguru dyv
Saheb bandagi traybar.
धर्म की ऐसी व्याख्या अभी तक नहीं सुना। आपका धन्यवाद।
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺
गंगा नहाए जमुना नहाये धुली न मन की मैल
नहाये धोये कछू न मिला रह गए बैल के बैल
धन्यबाद।स्वामी।अनिल।साहिब।बँदगी
Saheb bandagi sat Nam
सदगुरु महराज की जय साहेब बंदगी साहेब बंदगी
Saheb bandagi
Saheb bandagi saheb 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
Jai gurudev
Thank dada
❤️❤️❤️❤️❤️😘😘😘😘😂😂😂😂😂😂😂😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😭🔥👍😀👍😀👍😘👍😘👍👍😘🔥🔥🔥😘🔥👍😂👍😀🔥❤️🔥🔥😭🔥❤️👍😂👍❤️👍👍❤️👍❤️👍❤️👍👍😘
साहेब बंदगी
साहेब बंदगी साहेब
सभी आदरणीय संत समाज कबीर साहेब के विचारों को आगे ले जाने वाले जब आप हिंदू वेद शास्त्र में भगवानों की कमी निकाल के कबीर सब के विचारों को ताकत देते हैं यहीं से पता लग जाता है कन्ना कबीर साहब ने पाया ना अपने पाया आरजू कबीर साहब ने पाया आप जान भी नहीं सकते और जानोगे तो परेशान होंगे जैसे आज हो रहे हो जैसे गंगा गुड़ खाने के बाद बता नहीं सकता ऐसे ही आप जान नहीं सकते कबीर साहब में क्या खाया क्या पाया इतिहास उठा के देखो गुरु में जगह जगह भगवान ने बोल निकली है दंड दिया है जो भी उसकी बनाई हुई प्रकृति में हाथ डालता है छोटी छोटी माता बहनों से बड़े बड़े संत फकीरों को हराया है भगवान ने जैसे जो कुछ नहीं कर सकता वह नेता बन जाता है ऐसे ही संसार से भागे हुए लोग दुखी लोग साधु बन जाते हैं हजारों साधु बने हुए किसने कल किसी ने पिला किसने नीला किसी ने हर किसी ने गुलाबी झंडा बना लिया सारे संत एक जगह बैठ के अपने विचार नहीं मिल सकते एकता नहीं हो सकती उनमें जैसे एक ब्राह्मण एक ब्राह्मण को देखकर जलता है ऐसे ही शब्दों में एक दूसरे को देखकर तिरस्कार है एक साधु दूसरे साधु की बुराई कर रहा है कबीर सब जगह जगह जाकर ब्रह्म ज्ञान बताया करते थे मगर संसार उनके पास उनके पास हजारों समस्याएं लेकर आता था मेरी औलाद नहीं आदमी दारू पीता है घर में बरकत नहीं मैं दुनिया से पीछे रह गया इत्यादि और कबीर साहब परेशान हो जाते थे और कबीर साहब मैं परेशान होके कहा कहे कबीर मोहे अगम सूझे बिना चमत्कार कोई ना बुझे जब संसार पहले संसार में रहकर तरक्की करना चाहता है मैं चाहता है मेरा बच्चा तरक्की करें मेरा आदमी तरक्की करें और आप लोग उस आत्मा का झुंझुनू उस सुन ब्रह्म ज्ञान का झुंझुनू पकड़ के जो ज्ञान बांट रहे हो ना उससे कुछ नहीं होने वाला लोगों को भवसागर से पर करना अभी आपसे कोसो दूर है और आप लोग कबीर साहब को भी लज्जित कर रहे हैं कबीर सब ने एक जगह कहा है कि मेरी गाई गाओगे और दुनिया के धक्के खाओगे गुरु कैसे अपराध करता है गुरु चेले को निहता केसे कर देता उस के बरमे केसे घुसता है मां बाप बहन बेटी चाचा ताऊ का मेहतव क्यो नहीं बताता जैसे ही गुरु आदमी को चेला बनता है मां बाप ,भगवान अपनी उंगली छोड़ देते है यह आप को पता नही गुरु और और भगवान ने दया कृपा करके मुझे बताया है मैं सिद्ध कर सकता हूं ईसाई लोग इसलिए नहीं बन रहे कि उनको अंग्रेज आत्मा का ज्ञान कर रहे हैं जिस ग्रहे ने उन को घेरा हुआ है वह असुर सकती है जिसकी वजह से वह उन्नति नहीं कर रहा गिरजाघर में जाते ही भाग जाती है नहीं मानो तो किसी को भेज कर देख लो दूसरे धर्म में बुराई निकाल के आप भी टोली ही बना रहे हो और जो ज्ञान आप सुन रहे हो उसका बच्चा भी जानता है जो आदमी नहीं जान सकता वह बताओ कबीर साहब ने क्या किया यह भूल जाओ जहां गले में भगवान की फोटो होनी चाहिए मां आप की फोटो होनी चाहिए वाहेगुरु अपनी तस्वीर लटका देता है और वही से उसका नुकसान होना चालू हो जाता है इसीलिए भगवान के लिए कबीर साहब को मैं जान सकते हो ना जानोगे जुआ मत खेलो दारू मत पियो पैसा भी बचेगा इज्जत भी बचेगी यह तो कोई भी बता सकता है ढूंढो इतिहास में भगवान ने गुरु को जगा जगा भुल निकाली है केला बनाने का कितना बड़ा अपराध लगता है जानते हो आप लड़की पैदा करके उसको संसार में छोड़ दो क्या संसार उसको पालपोस के औरत बनने देगा कोठे पर बिठा देगा यह चिल्ली बना बना कि जो उल्टा सीधा ज्ञान दे रहे हो ना भगवान से टक्कर लेने का मां बाप से टक्कर लेने का इसे छोड़ दो भला चाहते हो तो नहीं तो देख लो इतिहास उठाकर जब जब भी भगवान की बनाई प्रकृति में किसी गुरु ने हाथ डाला उसको भगवान ने बक्शा नहीं आज भी जेल में है कितने गुरु और पहले वीडियो शुक्राचार्य की आंख फोड़ दी भगवान ने 52 अवतार धर के धन्यवाद,मनोज खरे, 9354 87 78 79
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब जी ईन्दोर से
Sahib bandagi Sahib
Sat Saheb Kabir Das ji ki Jay
Sahib Ji bandgi
Sahab satnam👏👏🌹🌹
जगुरूदेवजी
💐🌹श्री सद्गुरु देव साहेब की जय 🌹💐
🙏🌹🙏संत समाज की जय 🙏🌹🙏
🙏🌹🙏 भक्त समाज की जय 🙏🌹🙏
💐🌹💐 साहब बंदगी 💐🌹💐
Bandgi sahb ji
🙏🙏🙏
गुरूवर कोटी कोटी प्रणाम धन्यवाद जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम राम राम राम राम जय श्रीराम,.ॐॐॐॐॐॐॐ,,,,
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Mahan ho
बहुत-बहुत धन्यवाद
Maharaj ji aap ke dwara kiya hua satsang bahut achha laga,yeh sat hai.
Bahut hi sundar jai hind🙏🙏
Sab sant ke Naman Sahab bandagi 🙏 🙏🙏 Nepal se
बहुत ही मार्मिक एवम् स्पष्ट प्रवचन 🙏
Dhan Dhan satguru Tera hi aasra sat kabir
Jaiy kbier shaheb jaiy
Sabase bara dharm insaniyat hai, Inshaniyat ko jai ho
SwamijjiApako,sat,sat,pranam,aapnejokha,vahsathai
Shaheb.G.Aap.Bichar.Bahut.Acha.Hia.k.p.yadav.G
Sahebbandagi
कबीर साहब के दुनिया को सुधार सकता है साहिब बंदगी 🙏
🤔🤗
Jay ho. 🙏🌷🙏
21वीं सदी का विश्वगुरु भारत तथा डिजिटल इंडिया के लोग हैं अपने को नहीं देखेंगे केवल दूसरे को देखेंगे जय भीम जय भारत
Sabhi sant mahatmao ko saheb bandgi saheb.
सादर साहृदय साहेब बन्दगी साहेब बंन्दगी
KUNJRAMSAHU
धर्म की व्याख्या जिस तरीके से बताने का कार्य इस चर्चा मे की गई है, यह सराहनीय है। लेकिन हम मानव धर्म का परिभाषा अपने स्तर से परिभाषित करते हैं।
बहुत-बहुत बढ़िया सत्संग है सब यही करते हैं मुख में राम राम बगल में छुरी सच्चा धर्म अपने लिए जिए तो क्या जिए ए दिल तुझे जमाने के लिए बातें अच्छी करते हैं और काम बुरा करते हैं
धरमु न दूसर सत्य समाना। आगम निगम पुरान बखाना॥
मैं सोइ धरमु सुलभ करि पावा। तजें तिहूँ पुर अपजसु छावा॥3॥
भावार्थ
वेद, शास्त्र और पुराणों में कहा गया है कि सत्य के समान दूसरा धर्म नहीं है। मैंने उस धर्म को सहज ही पा लिया है। इस (सत्य रूपी धर्म) का त्याग करने से तीनों लोकों में अपयश छा जाएगा॥3॥
और सत्य क्या है?.........
ईश्वर....✅✅✅✅✅✅
जय गुरुदेव बिल्कुल सत्य कह रहे हैं। लोक सत्संग में और धार्मिक बनने का दिखावा करते हैं अपने आप को बदलते नहीं।
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@@ramnankissunin7181qq to b to AAP
धर्म के मूल में अस्तित्व की रक्षा करना है
True defined dharma I follow.
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विश्व वंदनीय सतगुरु साहेब कबीर बंदगी। साहेब के सत्संग में बिचमे रामाण राम अयोध्या में सब काल्पनिक देवी-देवताकी बातें बीचमें लगाके बादशाह बाबर की आलोचना ठीक नहीं। बाबर ने बाबरी मस्जिद बुद्ध विहार स्तंभों पर बनाई हैं वहां कोई अयोध्या नहीं थीं सिर्फ बुद्ध भगवानकी साकेत नगरी हैं जो पुष्यमित्रशुंगराम नामके मनुवादी राक्षस आतंकवादी वादीने बौद्धोंकि कत्लेआम करके खुदको राम बनाके अयोध्या बनाईं है.
Santon ka mat wa dharm ko hi santmat kahte hai Jay guru Maharaj
Very good speech
Sat
गुरु जी आप से गुरु दीक्षा लेने की इच्छा है, जिला श्रावस्ती up
Jotrammegwhal. Fathapura. Sumerpur
Sardar. Saheb.. a alarm. Fathapura. Sumerpur. Pali
ये है असली हिन्दू धर्म प्रबचन से पता चला
Aap bhramit ho Gaye bhaai hindoo dharm Jaan Gaye par sanaatan dharm Nahi Jaan paaye
Shahed Bangi.,
गुरूजी
आदि अनादि काल यानि सत्ययुग में बाघ बकरी शामिल चरते थे । उस समय कोई जिव किसी जिव को नहीं मारता था नहीं मांस खाता था ।
शुध्ध पवित्र स्वच्छ कर्म माहान
🌛 🌴परब्रह्म सत्य🚩कबीर परासत्ता🌴
🌴जयगुरूदेवनिर्गुणॐरूपजयगोविन्द🌴
🌴निराकारपरम🌾ब्रह्मसगुणसाकार🌴
🌴卐संत🌾सद्🌄गुरू🌾देव卐🌴
🌴यतो धर्म🌾स्ततो जय:🌴
ua-cam.com/video/kBGhdCBGdmI/v-deo.html
🌴सर्वेभवंतु🌾सुखिन:🌴
🌴सनातन धर्म🌾🌍🌾की जय🌴
🌴🎋।।।आर्त सा🌾क्षी जीव।।।👏🌴
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Dharma ka murma soch vichar our karma me dharmikta dikhe byohar me bhi
Dharan karne yogya karm ko dharm kahte hai Jay guru Maharaj
Kabir saheb ka birth kaise huwa koi kahta hai kabir saheb gaganmandal se utare koi kahta hai mata pita se huve such kya hai????
ua-cam.com/video/pT5ssVpgfmI/v-deo.htmlsi=PUHtStt9YJsj6RIp
ढाई अक्षर शब्द का है प्रेम यह भी खत्म हो रहा है या हो गया क्यों इसका उत्तर हम बता रहे हैं जब इन्सान मांस खायेगा तो वह बात करेगा धर्म की और प्रेम का लेकिन करेगा नहीं जय भीम जय भारत
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ਸਤਸੰਗ ਦਾ ਮਤਲਬ ਮਾਇਆ ਇਕੱਠੀ ਕਰ ਮੌਜ ਮਸਤੀਕਰਨਾ ਸਤਿਸੰਗ ਹੈਸਾਰੇ ਧਰਮਾਂ ਦੇ ਪੁਜਾਰੀ ਸਤਿਸੰਗ ਤੇ ਏਸੇ ਕਾਰਨ ਜ਼ੋਰ ਦੇਂਦੇ ਹਨ
धर्म का मतलब
सत्य, न्याय, इमान, मुल्य, इंसानियत, आदर्श, नैतिकता, मानवता, प्रेम, सहोदरता, अद्वेतता, केवलता समुच्ची नाम को धर्म कहते हैं।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी यहुदी शिन्तो ताओ कन्फ्यूसियश बहाई, वर्ण,जाति, मजहब, सम्प्रदाय को धर्म नहीं कहते हैं।
Insan.bhale.barbad.ho.jaye.ram.mandir.banega.par.karona.me.mandir.band.insan.chalu.kaisi.he.des.ki.halat
कोई सुरती शब्द पे जोर लगा रहे है, मगर सुरती याने अपना मन वृत्ती साक्षात उस चैतन्य आत्मापर ना लगाके पत्थर पर लगाते है, क्या भगवान आपसे कुछ दक्षिणा या दान माँग रहा है। तो फिर अकाल में भगवान को अर्जी क्यों लगाते है। भगवान को बाहर मत ढु़ढो, अपना खुदका अस्तित्व भगवानमय बनना है। सब धर्मके ठेकेदार स्वर्ग सतलोक देने चले है, खुदका पता नही है और चले भगवान को गगनमंडल या लोक परलोक में दिखाने, मत भरमाओ इनके चालमें जो सिख अपने को सुधार करनेमें समर्थ नही वह धर्म भी क्या धर्म है।
Ye hai asali Gyan thoda kadwa par satty hai
मंदिर मजार सब लूट के धंधे
पढ़ें लिखे सब बन गये हैं अंधे
Sabse bada Dharm Insaniyat hai Insaniyat Agar kisi Dharm mein nahin Hai vah Dharm bakwas hai aise Devi Devta Bhagwan hote nahin Hai Dharm ke naam per insanon ko bantana sabse bada Paap hai Jis Insan mein Insaniyat nahin Hai vah haiwan Hai Shaitan Hai Puri Duniya ke liye bojh hai logon ne apna apna bajar khol Rakha Hai अलग-अलग Dharm ke naam per Paisa Kama rahe hain ped bharane ke liye Na Khuda ko jante hain na parampita Parmeshwar ko koi jaanta hai na saccha god ko koi jaanta hai yah Duniya ke bajar mein chhut parosa ja raha hai becha ja raha hai usi mein Duniya ke Log bhatak rahe hain bachpan. se javani javani se budhapa pakar marte chale Ja rahe Hain
इनमे से एक भी धार्मिक नही है, अपना अपना सिद्धांत पेल रहे हैं, तरक वितरक कर करे है, जिसकी सूरति मे ब्रहम नही, वह धार्मिक नही,,
Aap dharmik ho jao andar se eatana hi kafi hai
इन सभी संतों के विचार पाखंड रहित और मानवतावाद के पोषक हैं।ये सिर्फ़ उपदेश देते नहीं बल्कि उसपर अमल भी करते हैं।
Dharm kiya dusre ki jamin par jabran mandir banane ki use dharam kahte hai kiya dusre ki niche dikha ne ko dharm kahte hai
Aesa karane wale jame
Apprishiat.li.like.the.word.v.good
Saheb bandgi saheb ji
Saprem saheb bandagi Saheb🙏🙏🙏
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺
Sahab satnam
Saheb bandagi saheb ji
साहेब सतनाम
Dhan Dhan satguru Tera hi aasra sat kabir
Sadar saheb bandagi saheb ji
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺