जयगुरूदेव जी महाराजजी अनीलजी आपकी वाणी को उप मा देने के लिए हमारे पास कोई भी शब्द नही है लेकिन श्री माननीय सतंजी साहिब हमजैसे जीव । को भी इस भौतिक अज्ञानता से शीघ्र ही ऊबार ने की कृपा किजिये गुरुदेव आपके चर र्णारविंदो मे मेरा . कोटि कोटि सादर प्रणाम स्वीकार हो साहिब की वाणी सत्य और अमर अखंड है तो मेरा स्थिर अवगुण जो मुझमे है वो इसी छ न इसी पल मिट जाये और हमारे हद्रय मे आपकी असीम कृपा बनी रहे नमोः साहिब बदंगी
सभी आदरणीय संत समाज कबीर साहेब के विचारों को आगे ले जाने वाले जब आप हिंदू वेद शास्त्र में भगवानों की कमी निकाल के कबीर सब के विचारों को ताकत देते हैं यहीं से पता लग जाता है कन्ना कबीर साहब ने पाया ना अपने पाया आरजू कबीर साहब ने पाया आप जान भी नहीं सकते और जानोगे तो परेशान होंगे जैसे आज हो रहे हो जैसे गंगा गुड़ खाने के बाद बता नहीं सकता ऐसे ही आप जान नहीं सकते कबीर साहब में क्या खाया क्या पाया इतिहास उठा के देखो गुरु में जगह जगह भगवान ने बोल निकली है दंड दिया है जो भी उसकी बनाई हुई प्रकृति में हाथ डालता है छोटी छोटी माता बहनों से बड़े बड़े संत फकीरों को हराया है भगवान ने जैसे जो कुछ नहीं कर सकता वह नेता बन जाता है ऐसे ही संसार से भागे हुए लोग दुखी लोग साधु बन जाते हैं हजारों साधु बने हुए किसने कल किसी ने पिला किसने नीला किसी ने हर किसी ने गुलाबी झंडा बना लिया सारे संत एक जगह बैठ के अपने विचार नहीं मिल सकते एकता नहीं हो सकती उनमें जैसे एक ब्राह्मण एक ब्राह्मण को देखकर जलता है ऐसे ही शब्दों में एक दूसरे को देखकर तिरस्कार है एक साधु दूसरे साधु की बुराई कर रहा है कबीर सब जगह जगह जाकर ब्रह्म ज्ञान बताया करते थे मगर संसार उनके पास उनके पास हजारों समस्याएं लेकर आता था मेरी औलाद नहीं आदमी दारू पीता है घर में बरकत नहीं मैं दुनिया से पीछे रह गया इत्यादि और कबीर साहब परेशान हो जाते थे और कबीर साहब मैं परेशान होके कहा कहे कबीर मोहे अगम सूझे बिना चमत्कार कोई ना बुझे जब संसार पहले संसार में रहकर तरक्की करना चाहता है मैं चाहता है मेरा बच्चा तरक्की करें मेरा आदमी तरक्की करें और आप लोग उस आत्मा का झुंझुनू उस सुन ब्रह्म ज्ञान का झुंझुनू पकड़ के जो ज्ञान बांट रहे हो ना उससे कुछ नहीं होने वाला लोगों को भवसागर से पर करना अभी आपसे कोसो दूर है और आप लोग कबीर साहब को भी लज्जित कर रहे हैं कबीर सब ने एक जगह कहा है कि मेरी गाई गाओगे और दुनिया के धक्के खाओगे गुरु कैसे अपराध करता है गुरु चेले को निहता केसे कर देता उस के बरमे केसे घुसता है मां बाप बहन बेटी चाचा ताऊ का मेहतव क्यो नहीं बताता जैसे ही गुरु आदमी को चेला बनता है मां बाप ,भगवान अपनी उंगली छोड़ देते है यह आप को पता नही गुरु और और भगवान ने दया कृपा करके मुझे बताया है मैं सिद्ध कर सकता हूं ईसाई लोग इसलिए नहीं बन रहे कि उनको अंग्रेज आत्मा का ज्ञान कर रहे हैं जिस ग्रहे ने उन को घेरा हुआ है वह असुर सकती है जिसकी वजह से वह उन्नति नहीं कर रहा गिरजाघर में जाते ही भाग जाती है नहीं मानो तो किसी को भेज कर देख लो दूसरे धर्म में बुराई निकाल के आप भी टोली ही बना रहे हो और जो ज्ञान आप सुन रहे हो उसका बच्चा भी जानता है जो आदमी नहीं जान सकता वह बताओ कबीर साहब ने क्या किया यह भूल जाओ जहां गले में भगवान की फोटो होनी चाहिए मां आप की फोटो होनी चाहिए वाहेगुरु अपनी तस्वीर लटका देता है और वही से उसका नुकसान होना चालू हो जाता है इसीलिए भगवान के लिए कबीर साहब को मैं जान सकते हो ना जानोगे जुआ मत खेलो दारू मत पियो पैसा भी बचेगा इज्जत भी बचेगी यह तो कोई भी बता सकता है ढूंढो इतिहास में भगवान ने गुरु को जगा जगा भुल निकाली है केला बनाने का कितना बड़ा अपराध लगता है जानते हो आप लड़की पैदा करके उसको संसार में छोड़ दो क्या संसार उसको पालपोस के औरत बनने देगा कोठे पर बिठा देगा यह चिल्ली बना बना कि जो उल्टा सीधा ज्ञान दे रहे हो ना भगवान से टक्कर लेने का मां बाप से टक्कर लेने का इसे छोड़ दो भला चाहते हो तो नहीं तो देख लो इतिहास उठाकर जब जब भी भगवान की बनाई प्रकृति में किसी गुरु ने हाथ डाला उसको भगवान ने बक्शा नहीं आज भी जेल में है कितने गुरु और पहले वीडियो शुक्राचार्य की आंख फोड़ दी भगवान ने 52 अवतार धर के धन्यवाद,मनोज खरे, 9354 87 78 79
बहुत-बहुत बढ़िया सत्संग है सब यही करते हैं मुख में राम राम बगल में छुरी सच्चा धर्म अपने लिए जिए तो क्या जिए ए दिल तुझे जमाने के लिए बातें अच्छी करते हैं और काम बुरा करते हैं
धरमु न दूसर सत्य समाना। आगम निगम पुरान बखाना॥ मैं सोइ धरमु सुलभ करि पावा। तजें तिहूँ पुर अपजसु छावा॥3॥ भावार्थ वेद, शास्त्र और पुराणों में कहा गया है कि सत्य के समान दूसरा धर्म नहीं है। मैंने उस धर्म को सहज ही पा लिया है। इस (सत्य रूपी धर्म) का त्याग करने से तीनों लोकों में अपयश छा जाएगा॥3॥ और सत्य क्या है?......... ईश्वर....✅✅✅✅✅✅
विश्व वंदनीय सतगुरु साहेब कबीर बंदगी। साहेब के सत्संग में बिचमे रामाण राम अयोध्या में सब काल्पनिक देवी-देवताकी बातें बीचमें लगाके बादशाह बाबर की आलोचना ठीक नहीं। बाबर ने बाबरी मस्जिद बुद्ध विहार स्तंभों पर बनाई हैं वहां कोई अयोध्या नहीं थीं सिर्फ बुद्ध भगवानकी साकेत नगरी हैं जो पुष्यमित्रशुंगराम नामके मनुवादी राक्षस आतंकवादी वादीने बौद्धोंकि कत्लेआम करके खुदको राम बनाके अयोध्या बनाईं है.
ढाई अक्षर शब्द का है प्रेम यह भी खत्म हो रहा है या हो गया क्यों इसका उत्तर हम बता रहे हैं जब इन्सान मांस खायेगा तो वह बात करेगा धर्म की और प्रेम का लेकिन करेगा नहीं जय भीम जय भारत
धर्म का मतलब सत्य, न्याय, इमान, मुल्य, इंसानियत, आदर्श, नैतिकता, मानवता, प्रेम, सहोदरता, अद्वेतता, केवलता समुच्ची नाम को धर्म कहते हैं। हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी यहुदी शिन्तो ताओ कन्फ्यूसियश बहाई, वर्ण,जाति, मजहब, सम्प्रदाय को धर्म नहीं कहते हैं।
कोई सुरती शब्द पे जोर लगा रहे है, मगर सुरती याने अपना मन वृत्ती साक्षात उस चैतन्य आत्मापर ना लगाके पत्थर पर लगाते है, क्या भगवान आपसे कुछ दक्षिणा या दान माँग रहा है। तो फिर अकाल में भगवान को अर्जी क्यों लगाते है। भगवान को बाहर मत ढु़ढो, अपना खुदका अस्तित्व भगवानमय बनना है। सब धर्मके ठेकेदार स्वर्ग सतलोक देने चले है, खुदका पता नही है और चले भगवान को गगनमंडल या लोक परलोक में दिखाने, मत भरमाओ इनके चालमें जो सिख अपने को सुधार करनेमें समर्थ नही वह धर्म भी क्या धर्म है।
Sabse bada Dharm Insaniyat hai Insaniyat Agar kisi Dharm mein nahin Hai vah Dharm bakwas hai aise Devi Devta Bhagwan hote nahin Hai Dharm ke naam per insanon ko bantana sabse bada Paap hai Jis Insan mein Insaniyat nahin Hai vah haiwan Hai Shaitan Hai Puri Duniya ke liye bojh hai logon ne apna apna bajar khol Rakha Hai अलग-अलग Dharm ke naam per Paisa Kama rahe hain ped bharane ke liye Na Khuda ko jante hain na parampita Parmeshwar ko koi jaanta hai na saccha god ko koi jaanta hai yah Duniya ke bajar mein chhut parosa ja raha hai becha ja raha hai usi mein Duniya ke Log bhatak rahe hain bachpan. se javani javani se budhapa pakar marte chale Ja rahe Hain
अनिल साहेब बंदगी आपका प्रवचन बहुत अच्छा लगा है 🙏🙏🙏
धन्यबाद।स्वामी।अनिल।साहिब।बँदगी
Bahut nic saheb bangi
Satya hi Sabse bada dharam hai
Gurur Brahma gurur Vishnu guru Dev maheshwarah
Guru sakshat Param Brahma tasmai Shri gurave namah.,.......
Jai satyanaam
Thank dada
❤️❤️❤️❤️❤️😘😘😘😘😂😂😂😂😂😂😂😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😭🔥👍😀👍😀👍😘👍😘👍👍😘🔥🔥🔥😘🔥👍😂👍😀🔥❤️🔥🔥😭🔥❤️👍😂👍❤️👍👍❤️👍❤️👍❤️👍👍😘
Saheb bandagi guru ji 🙏
Bahut achchha saheb ji
जयगुरूदेव जी महाराजजी अनीलजी आपकी वाणी को उप मा देने के लिए हमारे पास कोई भी शब्द नही है लेकिन श्री माननीय सतंजी साहिब हमजैसे जीव । को भी इस भौतिक अज्ञानता से शीघ्र ही ऊबार ने की कृपा किजिये गुरुदेव आपके चर र्णारविंदो मे मेरा . कोटि कोटि सादर प्रणाम स्वीकार हो साहिब की वाणी सत्य और अमर अखंड है तो मेरा स्थिर अवगुण जो मुझमे है वो इसी छ न इसी पल मिट जाये और हमारे हद्रय मे आपकी असीम कृपा बनी रहे नमोः साहिब बदंगी
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सभी आदरणीय संत समाज कबीर साहेब के विचारों को आगे ले जाने वाले जब आप हिंदू वेद शास्त्र में भगवानों की कमी निकाल के कबीर सब के विचारों को ताकत देते हैं यहीं से पता लग जाता है कन्ना कबीर साहब ने पाया ना अपने पाया आरजू कबीर साहब ने पाया आप जान भी नहीं सकते और जानोगे तो परेशान होंगे जैसे आज हो रहे हो जैसे गंगा गुड़ खाने के बाद बता नहीं सकता ऐसे ही आप जान नहीं सकते कबीर साहब में क्या खाया क्या पाया इतिहास उठा के देखो गुरु में जगह जगह भगवान ने बोल निकली है दंड दिया है जो भी उसकी बनाई हुई प्रकृति में हाथ डालता है छोटी छोटी माता बहनों से बड़े बड़े संत फकीरों को हराया है भगवान ने जैसे जो कुछ नहीं कर सकता वह नेता बन जाता है ऐसे ही संसार से भागे हुए लोग दुखी लोग साधु बन जाते हैं हजारों साधु बने हुए किसने कल किसी ने पिला किसने नीला किसी ने हर किसी ने गुलाबी झंडा बना लिया सारे संत एक जगह बैठ के अपने विचार नहीं मिल सकते एकता नहीं हो सकती उनमें जैसे एक ब्राह्मण एक ब्राह्मण को देखकर जलता है ऐसे ही शब्दों में एक दूसरे को देखकर तिरस्कार है एक साधु दूसरे साधु की बुराई कर रहा है कबीर सब जगह जगह जाकर ब्रह्म ज्ञान बताया करते थे मगर संसार उनके पास उनके पास हजारों समस्याएं लेकर आता था मेरी औलाद नहीं आदमी दारू पीता है घर में बरकत नहीं मैं दुनिया से पीछे रह गया इत्यादि और कबीर साहब परेशान हो जाते थे और कबीर साहब मैं परेशान होके कहा कहे कबीर मोहे अगम सूझे बिना चमत्कार कोई ना बुझे जब संसार पहले संसार में रहकर तरक्की करना चाहता है मैं चाहता है मेरा बच्चा तरक्की करें मेरा आदमी तरक्की करें और आप लोग उस आत्मा का झुंझुनू उस सुन ब्रह्म ज्ञान का झुंझुनू पकड़ के जो ज्ञान बांट रहे हो ना उससे कुछ नहीं होने वाला लोगों को भवसागर से पर करना अभी आपसे कोसो दूर है और आप लोग कबीर साहब को भी लज्जित कर रहे हैं कबीर सब ने एक जगह कहा है कि मेरी गाई गाओगे और दुनिया के धक्के खाओगे गुरु कैसे अपराध करता है गुरु चेले को निहता केसे कर देता उस के बरमे केसे घुसता है मां बाप बहन बेटी चाचा ताऊ का मेहतव क्यो नहीं बताता जैसे ही गुरु आदमी को चेला बनता है मां बाप ,भगवान अपनी उंगली छोड़ देते है यह आप को पता नही गुरु और और भगवान ने दया कृपा करके मुझे बताया है मैं सिद्ध कर सकता हूं ईसाई लोग इसलिए नहीं बन रहे कि उनको अंग्रेज आत्मा का ज्ञान कर रहे हैं जिस ग्रहे ने उन को घेरा हुआ है वह असुर सकती है जिसकी वजह से वह उन्नति नहीं कर रहा गिरजाघर में जाते ही भाग जाती है नहीं मानो तो किसी को भेज कर देख लो दूसरे धर्म में बुराई निकाल के आप भी टोली ही बना रहे हो और जो ज्ञान आप सुन रहे हो उसका बच्चा भी जानता है जो आदमी नहीं जान सकता वह बताओ कबीर साहब ने क्या किया यह भूल जाओ जहां गले में भगवान की फोटो होनी चाहिए मां आप की फोटो होनी चाहिए वाहेगुरु अपनी तस्वीर लटका देता है और वही से उसका नुकसान होना चालू हो जाता है इसीलिए भगवान के लिए कबीर साहब को मैं जान सकते हो ना जानोगे जुआ मत खेलो दारू मत पियो पैसा भी बचेगा इज्जत भी बचेगी यह तो कोई भी बता सकता है ढूंढो इतिहास में भगवान ने गुरु को जगा जगा भुल निकाली है केला बनाने का कितना बड़ा अपराध लगता है जानते हो आप लड़की पैदा करके उसको संसार में छोड़ दो क्या संसार उसको पालपोस के औरत बनने देगा कोठे पर बिठा देगा यह चिल्ली बना बना कि जो उल्टा सीधा ज्ञान दे रहे हो ना भगवान से टक्कर लेने का मां बाप से टक्कर लेने का इसे छोड़ दो भला चाहते हो तो नहीं तो देख लो इतिहास उठाकर जब जब भी भगवान की बनाई प्रकृति में किसी गुरु ने हाथ डाला उसको भगवान ने बक्शा नहीं आज भी जेल में है कितने गुरु और पहले वीडियो शुक्राचार्य की आंख फोड़ दी भगवान ने 52 अवतार धर के धन्यवाद,मनोज खरे, 9354 87 78 79
जयगुरुदेव साहेब जि🙏🙏
बहुत बहुत ऐसा प्रवचन देने से मुझे बहुत आनंद आया है
गंगा नहाए जमुना नहाये धुली न मन की मैल
नहाये धोये कछू न मिला रह गए बैल के बैल
Jai Ho
Saheb bandagi sat Nam
धर्म की ऐसी व्याख्या अभी तक नहीं सुना। आपका धन्यवाद।
सभी जीवों से प्रेम भाव,दया भाव रखना ही धर्म है,क्योंकि हर प्राणी में जीवात्मा है। भगवान तो एक ही है पर उनको भजने वाले अनेक हैं।।
Sl
मानव का सबसे बड़ा धर्म दया धर्म
हमेशा दिल में दया रखनी चाहिए
jai satguru dyv
हामारा गूरू ही माहान
धर्म,शक्ति का दिया हुआ ज्ञान का कर्म माहान
सदगुरु महराज की जय साहेब बंदगी साहेब बंदगी
Jai gurudev
Sab sant ke Naman Sahab bandagi 🙏 🙏🙏 Nepal se
Saheb bandagi
साहेब बंदगी
Saheb bandagi saheb 🙏🏼🙏🏼🙏🏼
💐🌹श्री सद्गुरु देव साहेब की जय 🌹💐
🙏🌹🙏संत समाज की जय 🙏🌹🙏
🙏🌹🙏 भक्त समाज की जय 🙏🌹🙏
💐🌹💐 साहब बंदगी 💐🌹💐
साहेब बंदगी साहेब
गुरूवर कोटी कोटी प्रणाम धन्यवाद जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम जय श्रीराम राम राम राम राम जय श्रीराम,.ॐॐॐॐॐॐॐ,,,,
🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Sahib bandagi Sahib
साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब बंदगी साहेब जी ईन्दोर से
जगुरूदेवजी
सादर साहृदय साहेब बन्दगी साहेब बंन्दगी
बहुत-बहुत धन्यवाद
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺
Sahab satnam👏👏🌹🌹
Saprem saheb bandagi Saheb🙏🙏🙏
Sahib Ji bandgi
Bahut hi sundar jai hind🙏🙏
Bandgi sahb ji
साहेब सतनाम
Sahab satnam
Shaheb.G.Aap.Bichar.Bahut.Acha.Hia.k.p.yadav.G
कबीर साहब के दुनिया को सुधार सकता है साहिब बंदगी 🙏
SwamijjiApako,sat,sat,pranam,aapnejokha,vahsathai
बहुत-बहुत बढ़िया सत्संग है सब यही करते हैं मुख में राम राम बगल में छुरी सच्चा धर्म अपने लिए जिए तो क्या जिए ए दिल तुझे जमाने के लिए बातें अच्छी करते हैं और काम बुरा करते हैं
Dhan Dhan satguru Tera hi aasra sat kabir
Jaiy kbier shaheb jaiy
Maharaj ji aap ke dwara kiya hua satsang bahut achha laga,yeh sat hai.
🙏🙏🙏
Sahebbandagi
True defined dharma I follow.
बहुत ही मार्मिक एवम् स्पष्ट प्रवचन 🙏
21वीं सदी का विश्वगुरु भारत तथा डिजिटल इंडिया के लोग हैं अपने को नहीं देखेंगे केवल दूसरे को देखेंगे जय भीम जय भारत
Mahan ho
धरमु न दूसर सत्य समाना। आगम निगम पुरान बखाना॥
मैं सोइ धरमु सुलभ करि पावा। तजें तिहूँ पुर अपजसु छावा॥3॥
भावार्थ
वेद, शास्त्र और पुराणों में कहा गया है कि सत्य के समान दूसरा धर्म नहीं है। मैंने उस धर्म को सहज ही पा लिया है। इस (सत्य रूपी धर्म) का त्याग करने से तीनों लोकों में अपयश छा जाएगा॥3॥
और सत्य क्या है?.........
ईश्वर....✅✅✅✅✅✅
Sabhi sant mahatmao ko saheb bandgi saheb.
धर्म के मूल में अस्तित्व की रक्षा करना है
Sabase bara dharm insaniyat hai, Inshaniyat ko jai ho
KUNJRAMSAHU
धर्म की व्याख्या जिस तरीके से बताने का कार्य इस चर्चा मे की गई है, यह सराहनीय है। लेकिन हम मानव धर्म का परिभाषा अपने स्तर से परिभाषित करते हैं।
विश्व वंदनीय सतगुरु साहेब कबीर बंदगी। साहेब के सत्संग में बिचमे रामाण राम अयोध्या में सब काल्पनिक देवी-देवताकी बातें बीचमें लगाके बादशाह बाबर की आलोचना ठीक नहीं। बाबर ने बाबरी मस्जिद बुद्ध विहार स्तंभों पर बनाई हैं वहां कोई अयोध्या नहीं थीं सिर्फ बुद्ध भगवानकी साकेत नगरी हैं जो पुष्यमित्रशुंगराम नामके मनुवादी राक्षस आतंकवादी वादीने बौद्धोंकि कत्लेआम करके खुदको राम बनाके अयोध्या बनाईं है.
V
Santon ka mat wa dharm ko hi santmat kahte hai Jay guru Maharaj
Jay ho. 🙏🌷🙏
Very good speech
शुध्ध पवित्र स्वच्छ कर्म माहान
🤔🤗
जय गुरुदेव बिल्कुल सत्य कह रहे हैं। लोक सत्संग में और धार्मिक बनने का दिखावा करते हैं अपने आप को बदलते नहीं।
*
Vv
V
Vvv
ll
@@ramnankissunin7181qq to b to AAP
Jotrammegwhal. Fathapura. Sumerpur
Sardar. Saheb.. a alarm. Fathapura. Sumerpur. Pali
Sat
🌛 🌴परब्रह्म सत्य🚩कबीर परासत्ता🌴
🌴जयगुरूदेवनिर्गुणॐरूपजयगोविन्द🌴
🌴निराकारपरम🌾ब्रह्मसगुणसाकार🌴
🌴卐संत🌾सद्🌄गुरू🌾देव卐🌴
🌴यतो धर्म🌾स्ततो जय:🌴
ua-cam.com/video/kBGhdCBGdmI/v-deo.html
🌴सर्वेभवंतु🌾सुखिन:🌴
🌴सनातन धर्म🌾🌍🌾की जय🌴
🌴🎋।।।आर्त सा🌾क्षी जीव।।।👏🌴
🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴🌴
Shahed Bangi.,
गुरूजी
आदि अनादि काल यानि सत्ययुग में बाघ बकरी शामिल चरते थे । उस समय कोई जिव किसी जिव को नहीं मारता था नहीं मांस खाता था ।
ये है असली हिन्दू धर्म प्रबचन से पता चला
Aap bhramit ho Gaye bhaai hindoo dharm Jaan Gaye par sanaatan dharm Nahi Jaan paaye
Dharan karne yogya karm ko dharm kahte hai Jay guru Maharaj
Dharma ka murma soch vichar our karma me dharmikta dikhe byohar me bhi
Kabir saheb ka birth kaise huwa koi kahta hai kabir saheb gaganmandal se utare koi kahta hai mata pita se huve such kya hai????
ua-cam.com/video/pT5ssVpgfmI/v-deo.htmlsi=PUHtStt9YJsj6RIp
गुरु जी आप से गुरु दीक्षा लेने की इच्छा है, जिला श्रावस्ती up
मंदिर मजार सब लूट के धंधे
पढ़ें लिखे सब बन गये हैं अंधे
ढाई अक्षर शब्द का है प्रेम यह भी खत्म हो रहा है या हो गया क्यों इसका उत्तर हम बता रहे हैं जब इन्सान मांस खायेगा तो वह बात करेगा धर्म की और प्रेम का लेकिन करेगा नहीं जय भीम जय भारत
⁰
ਸਤਸੰਗ ਦਾ ਮਤਲਬ ਮਾਇਆ ਇਕੱਠੀ ਕਰ ਮੌਜ ਮਸਤੀਕਰਨਾ ਸਤਿਸੰਗ ਹੈਸਾਰੇ ਧਰਮਾਂ ਦੇ ਪੁਜਾਰੀ ਸਤਿਸੰਗ ਤੇ ਏਸੇ ਕਾਰਨ ਜ਼ੋਰ ਦੇਂਦੇ ਹਨ
धर्म का मतलब
सत्य, न्याय, इमान, मुल्य, इंसानियत, आदर्श, नैतिकता, मानवता, प्रेम, सहोदरता, अद्वेतता, केवलता समुच्ची नाम को धर्म कहते हैं।
हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई जैन बौद्ध फारसी यहुदी शिन्तो ताओ कन्फ्यूसियश बहाई, वर्ण,जाति, मजहब, सम्प्रदाय को धर्म नहीं कहते हैं।
Insan.bhale.barbad.ho.jaye.ram.mandir.banega.par.karona.me.mandir.band.insan.chalu.kaisi.he.des.ki.halat
कोई सुरती शब्द पे जोर लगा रहे है, मगर सुरती याने अपना मन वृत्ती साक्षात उस चैतन्य आत्मापर ना लगाके पत्थर पर लगाते है, क्या भगवान आपसे कुछ दक्षिणा या दान माँग रहा है। तो फिर अकाल में भगवान को अर्जी क्यों लगाते है। भगवान को बाहर मत ढु़ढो, अपना खुदका अस्तित्व भगवानमय बनना है। सब धर्मके ठेकेदार स्वर्ग सतलोक देने चले है, खुदका पता नही है और चले भगवान को गगनमंडल या लोक परलोक में दिखाने, मत भरमाओ इनके चालमें जो सिख अपने को सुधार करनेमें समर्थ नही वह धर्म भी क्या धर्म है।
Ye hai asali Gyan thoda kadwa par satty hai
Sabse bada Dharm Insaniyat hai Insaniyat Agar kisi Dharm mein nahin Hai vah Dharm bakwas hai aise Devi Devta Bhagwan hote nahin Hai Dharm ke naam per insanon ko bantana sabse bada Paap hai Jis Insan mein Insaniyat nahin Hai vah haiwan Hai Shaitan Hai Puri Duniya ke liye bojh hai logon ne apna apna bajar khol Rakha Hai अलग-अलग Dharm ke naam per Paisa Kama rahe hain ped bharane ke liye Na Khuda ko jante hain na parampita Parmeshwar ko koi jaanta hai na saccha god ko koi jaanta hai yah Duniya ke bajar mein chhut parosa ja raha hai becha ja raha hai usi mein Duniya ke Log bhatak rahe hain bachpan. se javani javani se budhapa pakar marte chale Ja rahe Hain
इनमे से एक भी धार्मिक नही है, अपना अपना सिद्धांत पेल रहे हैं, तरक वितरक कर करे है, जिसकी सूरति मे ब्रहम नही, वह धार्मिक नही,,
Aap dharmik ho jao andar se eatana hi kafi hai
इन सभी संतों के विचार पाखंड रहित और मानवतावाद के पोषक हैं।ये सिर्फ़ उपदेश देते नहीं बल्कि उसपर अमल भी करते हैं।
Dharm kiya dusre ki jamin par jabran mandir banane ki use dharam kahte hai kiya dusre ki niche dikha ne ko dharm kahte hai
Aesa karane wale jame
Apprishiat.li.like.the.word.v.good
Sat Nam saheb bandagi saheb bandagi saheb bandagi
साहेब बंदगी साहेब जी
Saheb bandagi traybar.
Dhan Dhan satguru Tera hi aasra sat kabir
Sat Saheb Kabir Das ji ki Jay
Saheb bandgi saheb ji
Sadar saheb bandagi saheb ji
Saheb bandagi saheb ji
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺
Sahib bandage saheb bandgi Saheb jiiii 🙏🙏🙏💓💓💓🌼🌼🌺🌺🤷♀🤷♀🌹🌹🍎🌷🌷😇🌼🌺