Karam Gati Taare Naahi Tari || Bani Sant Kabir Ji || Niranjan Saar ||

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  • Опубліковано 23 сер 2024
  • #NiranjanSaar
    करम गति टारे नाहिं टरी ॥ टेक ॥
    मुनि बसिष्ट से पंडित ज्ञानी, सोध के लगन धरी ।
    सीता हरन मरन दसरथ को, बन में बिपति परी ॥
    कहँ वह फंद कहाँ वह पारिध, कहँ वह मिरग चरी ।
    सीता को हरि ले गयो रावन, सोने की लंका जरी ||
    नीच हाथ हरिचन्द बिकाने, बलि पाताल धरी ।
    कोटि गाय नित पुत्र करत नग, गिरगिट जोनि परी ॥
    पाँडव जिन के आपु सारथी, तिन पर बिपति परी ।
    दुरजोधन को गर्ब घटायो, जदु कुल नास करी ॥
    राहु केतु औ भानु चन्द्रमा, बिधि संजोग परी ।
    कहत कबीर सुनो भाई साधो, होनी होके रही ॥
    UA-cam Channel:- / @niranjansaar

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