PM Modi Full Speech Today I PM Modi At BJP HQ I Modi Speech Today I Lok Sabha Results
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- Опубліковано 3 чер 2024
- PM Modi LIVE: PM Modi clinched victory yet again in the Lok Sabha elections. He is set to address the BJP at the HQ today. Catch his live speech here.
#pmmodi #bjp #modispeech
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मोदीजी असल में कौन है ? 🤔
Part-02
मोदीजी के दुश्मन उनके अनुयायियों को 'भक्त' कहते हैं, यह भी संयोग की बात नहीं है । आज तक कभी किसी राजकीय पक्ष के अनुयायियों को 'भक्त' कहकर नहीं पुकारा गया है । फिर मोदीजी के बारे में ही क्यों?...क्योंकि उनपर उनके अनुयायियों की निष्ठा किसी संत पर हो ऐसी दृढ और अव्यभिचारी है। चूँकि वस्तुतः मोदीजी एक संत ही है उनके अनुयायी 'भक्त' कहलाये, इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए। 'भक्त' कहलाना तो उनके लिए गर्व की बात हैं।
🤔 हम महसूस करते हैं की मोदीजी की वाणी में मौन मुखर होता है। इसलिए उनकी वाणी सुनकर मन शांत और संतोषित हो जाता है। मैंने आजतक यह नहीं देखा की मोदीजी कुछ गलत बोल गये हो या कुछ गलत शब्द का उच्चारण कर दिया हो और फिर माफी मांग ली हो।विवेकानंद कहते है जब कोई योगी टूटे-फूटे शब्द भी बोलता है, तो उसका ओज बोलता है। और उसका प्रभाव गहरा होता हैं। मैंने आजतक यह नहीं देखा की मोदीजी संकटों से उद्विग्न हो गये हो।
मोदीजी को कुछ विशिष्ट लोग इतनी गालियाँ देते है फिर भी मैंने कभी ऐसा नहीं देखा की मोदीजी चीढ़ गये हो। उलटा उन्होंने उनकी माँ-बहनों के हक और बेहतरी के लिए बहुत कुछ कानूनी सुधार किये हैं। वे शायद अबतक के इतिहास में ऐसे एकमेव व्यक्ति होंगे जिसने भारत के नब्बे प्रतिशत जिलों में जीवन के किसी ना किसी पडाव पर मुकाम किया हो।
कर्म में इतना विवेक यह साक्षी का लक्षण है जो सिर्फ एक कुण्डलिनी जागृत व्यक्ति में ही हो सकता है। स्वामी विवेकानंद ने कहा है की अगर कहीं किसी व्यक्ति के द्वारा निस्वार्थ भाव से कुछ बडा जनकल्याणकारी काम हुआ है तो जरूर समझ जाओ की उस व्यक्ति की कुण्डलिनी जागृत होकर किसी न किसी चक्र तक पहुँच गयी है। इस कसौटी पर मोदीजी शत-प्रतिशत खरे उतरते है।
असल में मोदीजी है तो योगी, तथापि समय की मांग के अनुसार राजकारण में अपनी भूमिका को चरितार्थ कर रहे है। छत्रपति शिवाजी महाराज को भी 'श्रीमान योगी' कहा गया है, इसका भी यहाँ स्मरण होना चाहिए ।
इनके पास न विशिष्ट परिवार की विरासत थी न संपत्ति न जाति का आधार; फिर भी शुद्ध तपस्या के बल पर वे देश के प्रधान-सेवक बने है और देश की बागडोर सफलतापूर्वक संभाल रहे है। गली से लेकर विदेश नीति तक; स्पोर्ट्स नीति से लेकर स्पेस नीति तक ; मोहल्ले के दुश्मनों से लेकर बाहरी दुश्मनों तक; दलितों से लेकर सवर्णो तक; आबालवृध्दों से लेकर पशुओं तक ; अपंगों से लेकर मूक-बधिरों तक; और नाटक करनेवालों से लेकर नौटंकी करनेवालों तक सबको मोदीजी न्याय दे रहे है। यहाँ तक की मस्जिदों के नीचे दबे मंदिरों को भी अब न्याय मील रहा है।
स्त्री-संग का मोह भरी जवानी में छोड देना कोई खेल नहीं है।और इस चीज का तो नाटक भी नहीं हो सकता। (कामऊर्जा सामान्यतः नीचे पतित होती है या किसी बिरले व्यक्ति में ऊपर की ओर दौड़ती है।केवल यही दो पर्याय है। क्योंकि शक्ति बीच में नहीं रूकती। ऊपर चढनेवाली शक्ति को ओज और नीचे गिरकर भ्रष्ट होनेवाली शक्ति को वी.र्य कहते है।) उनकी यही उन्मनी धारा अगर पिछले पचास साल से चल रही है तो निश्चित ही मोदीजी ऊर्ध्वरेता योगी है इसमें कोई संदेह की बात नहीं है। सिद्ध पुरुष के सारे लक्षण मोदीजी में दिखाई देते है। जैसे, समस्या कुछ भी हो कितनी भी बड़ी हो, वे हमेशा सनातन (Timeless)+चैतन्यमय ( Super-Conscious)+ आनंदमय(Blissful) = सच्चिदानंद में मस्त रहते है।
ऐसा लगता है अपने कुमार जीवन में तथा हिमालय में दो वर्षों के साधू जीवन के भ्रमणकाल में भी मोदीजी को कुछ अतिंद्रिय अनुभूतियाँ हुई है जो सिर्फ योगी लोग ही समझ सकते हैं।
मोदीजी के स्वयं के अनुसार वे तीस सेकंद के अंदर-अंदर सो जाते है। वे मात्र चार से पांच घंटे ही सोते है। सिद्ध व्यक्ति तो सोने का नाटक करता रहता है। वह तो हमेशा जागृत ही होता है। असल में अगर मोदीजी सिध्दपुरूष ना भी हो तो भी वे बहूत पहुँचे हुए योगी है। क्योंकि ऐसी बिना स्वप्न के गहरी नींद (सुषुप्ति) में सिर्फ पहूँचा हुआ योगी ही ज्यादा देर तक सो पाता है।
लोगों को अक्सर यह गलत धारणा है की एक सिद्ध पुरुष कोई सुपरनॅचरल हि-मैन या स्पाइडर-मैन की तरह होगा जो चमत्कार दिखायेगा। वह कोई जगलर थोडे ही ना है! हालांकि वह अध्यात्मिक नियमों के दायरे में चमत्कारिक घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।
मोदीजी स्वयं एक कमल की तरह है निष्कलंक और निर्लेप। बस बात इतनी है की मोदीजी खुदकी पहचान दिखाते नहीं है। जो जो अध्यात्मिक साधक है उन्हीं के समझ में यह बात आयेगी और जिन्होंने जिन्होंने इस वास्तव को पहचान लिया, वे भाग्यशाली है।
Jai Hindusthan.🙏
Vande Mataram.🙏
Om Namah Shivaya.🙏
Namo Buddhay.🙏
Waheguruji Omkar.🙏
Jainam Jayati Shasnam.🙏
Jai Ahur Mazda.🙏
Allah ho Akbar🙏
Jai Jehovah.🙏
Jai Jesus
(Please share it with
Modi jee ke politics ne Muslims ko Indian politics se completely nullified kar diya
Without Muslim vote, Modi cannot remain PM. Both Nitish and Naidu have a substantial Muslim voter base. Bigots will no longer have any sway in Indian politics.
MODI JI! PLEASE GIVE INCOME TAX RELIEF. 😱😢😢
🎉❤
Jay jagannath Jay shree ram ko bhul gye kya
#JaiBharat
#JaiHind
Modi ji afsos h is bharat ki janta p jo aap jse mahapurush ko smjh ni paai, jeet kr bhi hum udaas h... Aap prachand bahumat k yogya the or h... or ye bharat ki janta jise sada se gulami ki aadat rhi h vo aapke jane k baad fr se gulam ho jaegi... kuki bharatvasiyo ko gulami ki aadat thi, h, rhegi. Aap jsa Mahapurush is desh ko vapis ni milega... pr afsos jisne bhi is Bharat ka bhala chaha is janta ne sadev apne swarth k piche usi insaan ko dhoka dia h... Bharatvasiyo 2029 k baad gulami ki taiyari kro
Modi ji sad eyes 😢😢😢😢 history will never forget what UP did.
Mja aaya 😂
मोदीजी असल में कौन है ? 🤔
Part-02
मोदीजी के दुश्मन उनके अनुयायियों को 'भक्त' कहते हैं, यह भी संयोग की बात नहीं है । आज तक कभी किसी राजकीय पक्ष के अनुयायियों को 'भक्त' कहकर नहीं पुकारा गया है । फिर मोदीजी के बारे में ही क्यों?...क्योंकि उनपर उनके अनुयायियों की निष्ठा किसी संत पर हो ऐसी दृढ और अव्यभिचारी है। चूँकि वस्तुतः मोदीजी एक संत ही है उनके अनुयायी 'भक्त' कहलाये, इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए। 'भक्त' कहलाना तो उनके लिए गर्व की बात हैं।
🤔 हम महसूस करते हैं की मोदीजी की वाणी में मौन मुखर होता है। इसलिए उनकी वाणी सुनकर मन शांत और संतोषित हो जाता है। मैंने आजतक यह नहीं देखा की मोदीजी कुछ गलत बोल गये हो या कुछ गलत शब्द का उच्चारण कर दिया हो और फिर माफी मांग ली हो।विवेकानंद कहते है जब कोई योगी टूटे-फूटे शब्द भी बोलता है, तो उसका ओज बोलता है। और उसका प्रभाव गहरा होता हैं। मैंने आजतक यह नहीं देखा की मोदीजी संकटों से उद्विग्न हो गये हो।
मोदीजी को कुछ विशिष्ट लोग इतनी गालियाँ देते है फिर भी मैंने कभी ऐसा नहीं देखा की मोदीजी चीढ़ गये हो। उलटा उन्होंने उनकी माँ-बहनों के हक और बेहतरी के लिए बहुत कुछ कानूनी सुधार किये हैं। वे शायद अबतक के इतिहास में ऐसे एकमेव व्यक्ति होंगे जिसने भारत के नब्बे प्रतिशत जिलों में जीवन के किसी ना किसी पडाव पर मुकाम किया हो।
कर्म में इतना विवेक यह साक्षी का लक्षण है जो सिर्फ एक कुण्डलिनी जागृत व्यक्ति में ही हो सकता है। स्वामी विवेकानंद ने कहा है की अगर कहीं किसी व्यक्ति के द्वारा निस्वार्थ भाव से कुछ बडा जनकल्याणकारी काम हुआ है तो जरूर समझ जाओ की उस व्यक्ति की कुण्डलिनी जागृत होकर किसी न किसी चक्र तक पहुँच गयी है। इस कसौटी पर मोदीजी शत-प्रतिशत खरे उतरते है।
असल में मोदीजी है तो योगी, तथापि समय की मांग के अनुसार राजकारण में अपनी भूमिका को चरितार्थ कर रहे है। छत्रपति शिवाजी महाराज को भी 'श्रीमान योगी' कहा गया है, इसका भी यहाँ स्मरण होना चाहिए ।
इनके पास न विशिष्ट परिवार की विरासत थी न संपत्ति न जाति का आधार; फिर भी शुद्ध तपस्या के बल पर वे देश के प्रधान-सेवक बने है और देश की बागडोर सफलतापूर्वक संभाल रहे है। गली से लेकर विदेश नीति तक; स्पोर्ट्स नीति से लेकर स्पेस नीति तक ; मोहल्ले के दुश्मनों से लेकर बाहरी दुश्मनों तक; दलितों से लेकर सवर्णो तक; आबालवृध्दों से लेकर पशुओं तक ; अपंगों से लेकर मूक-बधिरों तक; और नाटक करनेवालों से लेकर नौटंकी करनेवालों तक सबको मोदीजी न्याय दे रहे है। यहाँ तक की मस्जिदों के नीचे दबे मंदिरों को भी अब न्याय मील रहा है।
स्त्री-संग का मोह भरी जवानी में छोड देना कोई खेल नहीं है।और इस चीज का तो नाटक भी नहीं हो सकता। (कामऊर्जा सामान्यतः नीचे पतित होती है या किसी बिरले व्यक्ति में ऊपर की ओर दौड़ती है।केवल यही दो पर्याय है। क्योंकि शक्ति बीच में नहीं रूकती। ऊपर चढनेवाली शक्ति को ओज और नीचे गिरकर भ्रष्ट होनेवाली शक्ति को वी.र्य कहते है।) उनकी यही उन्मनी धारा अगर पिछले पचास साल से चल रही है तो निश्चित ही मोदीजी ऊर्ध्वरेता योगी है इसमें कोई संदेह की बात नहीं है। सिद्ध पुरुष के सारे लक्षण मोदीजी में दिखाई देते है। जैसे, समस्या कुछ भी हो कितनी भी बड़ी हो, वे हमेशा सनातन (Timeless)+चैतन्यमय ( Super-Conscious)+ आनंदमय(Blissful) = सच्चिदानंद में मस्त रहते है।
ऐसा लगता है अपने कुमार जीवन में तथा हिमालय में दो वर्षों के साधू जीवन के भ्रमणकाल में भी मोदीजी को कुछ अतिंद्रिय अनुभूतियाँ हुई है जो सिर्फ योगी लोग ही समझ सकते हैं।
मोदीजी के स्वयं के अनुसार वे तीस सेकंद के अंदर-अंदर सो जाते है। वे मात्र चार से पांच घंटे ही सोते है। सिद्ध व्यक्ति तो सोने का नाटक करता रहता है। वह तो हमेशा जागृत ही होता है। असल में अगर मोदीजी सिध्दपुरूष ना भी हो तो भी वे बहूत पहुँचे हुए योगी है। क्योंकि ऐसी बिना स्वप्न के गहरी नींद (सुषुप्ति) में सिर्फ पहूँचा हुआ योगी ही ज्यादा देर तक सो पाता है।
लोगों को अक्सर यह गलत धारणा है की एक सिद्ध पुरुष कोई सुपरनॅचरल हि-मैन या स्पाइडर-मैन की तरह होगा जो चमत्कार दिखायेगा। वह कोई जगलर थोडे ही ना है! हालांकि वह अध्यात्मिक नियमों के दायरे में चमत्कारिक घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।
मोदीजी स्वयं एक कमल की तरह है निष्कलंक और निर्लेप। बस बात इतनी है की मोदीजी खुदकी पहचान दिखाते नहीं है। जो जो अध्यात्मिक साधक है उन्हीं के समझ में यह बात आयेगी और जिन्होंने जिन्होंने इस वास्तव को पहचान लिया, वे भाग्यशाली है।
Jai Hindusthan.🙏
Vande Mataram.🙏
Om Namah Shivaya.🙏
Namo Buddhay.🙏
Waheguruji Omkar.🙏
Jainam Jayati Shasnam.🙏
Jai Ahur Mazda.🙏
Allah ho Akbar🙏
Jai Jehovah.🙏
Jai Jesus
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Miltry me modi ji ne accha kam Kiya hai
Kisme? Bhai bolna seekh le pehle 😂😂
Jai shree Ram bhul gye hai modi ji
Ab Orissa jitne ke baad jagannath yaad aa gye
Vo pehle bhi jagganath bolte the hate mat faila.... Speech dekh le recent ka
@ArpitMishjra-yo2qi jali teri jali. .. haha 😂😂😂😂
@@immumansuri1427 जली तो तेरी पूरे INDI Alliance के जितने vote है (232) उससे ज्यादा अकेली BJP के Vote है (240)
😂😂😂😂😂😂😂
@@hemantmann4113 are to tu nach sun ayodhya jake nachna re
Gst ke upar fer vichar karlo
Buss busss
Amit Shah must b eliminated from home minister. And it's the end of Modi don't hope 4 next PM.its not a forefather gift
Sadness and betrayed in all the eyes on the stage..😢😢😢😢
मोदीजी असल में कौन है ? 🤔
Part-02
मोदीजी के दुश्मन उनके अनुयायियों को 'भक्त' कहते हैं, यह भी संयोग की बात नहीं है । आज तक कभी किसी राजकीय पक्ष के अनुयायियों को 'भक्त' कहकर नहीं पुकारा गया है । फिर मोदीजी के बारे में ही क्यों?...क्योंकि उनपर उनके अनुयायियों की निष्ठा किसी संत पर हो ऐसी दृढ और अव्यभिचारी है। चूँकि वस्तुतः मोदीजी एक संत ही है उनके अनुयायी 'भक्त' कहलाये, इसमें आश्चर्य नहीं होना चाहिए। 'भक्त' कहलाना तो उनके लिए गर्व की बात हैं।
🤔 हम महसूस करते हैं की मोदीजी की वाणी में मौन मुखर होता है। इसलिए उनकी वाणी सुनकर मन शांत और संतोषित हो जाता है। मैंने आजतक यह नहीं देखा की मोदीजी कुछ गलत बोल गये हो या कुछ गलत शब्द का उच्चारण कर दिया हो और फिर माफी मांग ली हो।विवेकानंद कहते है जब कोई योगी टूटे-फूटे शब्द भी बोलता है, तो उसका ओज बोलता है। और उसका प्रभाव गहरा होता हैं। मैंने आजतक यह नहीं देखा की मोदीजी संकटों से उद्विग्न हो गये हो।
मोदीजी को कुछ विशिष्ट लोग इतनी गालियाँ देते है फिर भी मैंने कभी ऐसा नहीं देखा की मोदीजी चीढ़ गये हो। उलटा उन्होंने उनकी माँ-बहनों के हक और बेहतरी के लिए बहुत कुछ कानूनी सुधार किये हैं। वे शायद अबतक के इतिहास में ऐसे एकमेव व्यक्ति होंगे जिसने भारत के नब्बे प्रतिशत जिलों में जीवन के किसी ना किसी पडाव पर मुकाम किया हो।
कर्म में इतना विवेक यह साक्षी का लक्षण है जो सिर्फ एक कुण्डलिनी जागृत व्यक्ति में ही हो सकता है। स्वामी विवेकानंद ने कहा है की अगर कहीं किसी व्यक्ति के द्वारा निस्वार्थ भाव से कुछ बडा जनकल्याणकारी काम हुआ है तो जरूर समझ जाओ की उस व्यक्ति की कुण्डलिनी जागृत होकर किसी न किसी चक्र तक पहुँच गयी है। इस कसौटी पर मोदीजी शत-प्रतिशत खरे उतरते है।
असल में मोदीजी है तो योगी, तथापि समय की मांग के अनुसार राजकारण में अपनी भूमिका को चरितार्थ कर रहे है। छत्रपति शिवाजी महाराज को भी 'श्रीमान योगी' कहा गया है, इसका भी यहाँ स्मरण होना चाहिए ।
इनके पास न विशिष्ट परिवार की विरासत थी न संपत्ति न जाति का आधार; फिर भी शुद्ध तपस्या के बल पर वे देश के प्रधान-सेवक बने है और देश की बागडोर सफलतापूर्वक संभाल रहे है। गली से लेकर विदेश नीति तक; स्पोर्ट्स नीति से लेकर स्पेस नीति तक ; मोहल्ले के दुश्मनों से लेकर बाहरी दुश्मनों तक; दलितों से लेकर सवर्णो तक; आबालवृध्दों से लेकर पशुओं तक ; अपंगों से लेकर मूक-बधिरों तक; और नाटक करनेवालों से लेकर नौटंकी करनेवालों तक सबको मोदीजी न्याय दे रहे है। यहाँ तक की मस्जिदों के नीचे दबे मंदिरों को भी अब न्याय मील रहा है।
स्त्री-संग का मोह भरी जवानी में छोड देना कोई खेल नहीं है।और इस चीज का तो नाटक भी नहीं हो सकता। (कामऊर्जा सामान्यतः नीचे पतित होती है या किसी बिरले व्यक्ति में ऊपर की ओर दौड़ती है।केवल यही दो पर्याय है। क्योंकि शक्ति बीच में नहीं रूकती। ऊपर चढनेवाली शक्ति को ओज और नीचे गिरकर भ्रष्ट होनेवाली शक्ति को वी.र्य कहते है।) उनकी यही उन्मनी धारा अगर पिछले पचास साल से चल रही है तो निश्चित ही मोदीजी ऊर्ध्वरेता योगी है इसमें कोई संदेह की बात नहीं है। सिद्ध पुरुष के सारे लक्षण मोदीजी में दिखाई देते है। जैसे, समस्या कुछ भी हो कितनी भी बड़ी हो, वे हमेशा सनातन (Timeless)+चैतन्यमय ( Super-Conscious)+ आनंदमय(Blissful) = सच्चिदानंद में मस्त रहते है।
ऐसा लगता है अपने कुमार जीवन में तथा हिमालय में दो वर्षों के साधू जीवन के भ्रमणकाल में भी मोदीजी को कुछ अतिंद्रिय अनुभूतियाँ हुई है जो सिर्फ योगी लोग ही समझ सकते हैं।
मोदीजी के स्वयं के अनुसार वे तीस सेकंद के अंदर-अंदर सो जाते है। वे मात्र चार से पांच घंटे ही सोते है। सिद्ध व्यक्ति तो सोने का नाटक करता रहता है। वह तो हमेशा जागृत ही होता है। असल में अगर मोदीजी सिध्दपुरूष ना भी हो तो भी वे बहूत पहुँचे हुए योगी है। क्योंकि ऐसी बिना स्वप्न के गहरी नींद (सुषुप्ति) में सिर्फ पहूँचा हुआ योगी ही ज्यादा देर तक सो पाता है।
लोगों को अक्सर यह गलत धारणा है की एक सिद्ध पुरुष कोई सुपरनॅचरल हि-मैन या स्पाइडर-मैन की तरह होगा जो चमत्कार दिखायेगा। वह कोई जगलर थोडे ही ना है! हालांकि वह अध्यात्मिक नियमों के दायरे में चमत्कारिक घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।
मोदीजी स्वयं एक कमल की तरह है निष्कलंक और निर्लेप। बस बात इतनी है की मोदीजी खुदकी पहचान दिखाते नहीं है। जो जो अध्यात्मिक साधक है उन्हीं के समझ में यह बात आयेगी और जिन्होंने जिन्होंने इस वास्तव को पहचान लिया, वे भाग्यशाली है।
Jai Hindusthan.🙏
Vande Mataram.🙏
Om Namah Shivaya.🙏
Namo Buddhay.🙏
Waheguruji Omkar.🙏
Jainam Jayati Shasnam.🙏
Jai Ahur Mazda.🙏
Allah ho Akbar🙏
Jai Jehovah.🙏
Jai Jesus
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Ab phir se nirasha ke gark m doob Raha hai
Forgot your Shri Ram Modi ji..?What a Camouflage-ness.😅
Speech after a shameful defeat
defeat ?
Kid ,, 240 is greater than 99 🙂
@@bla3427Modi is our Boss. ❤❤❤
Shameful defeat for congress 3rd time , they will still sit in opposition and crave for “Satta”
Abhi bhi ghamand kam nhi hua...tb aur haar dekhega fir...
Sbse bada dhoka Up se mila h, jha ka sbse jada development kia, 500 saalo ki ladai k baad ram ko laaye us ayodhya se haar gye, shame on you up valo, kaashi, banaras, ayodhya, Rampur, up me balatkaar,gundagardi sb bhul gye tum,up valo tum kisi k ni ho skte, tum gobar p pde rhne laayak the ho or rhaoge yaad rkhna
Agli baar total fussss sarkar
Joker 😂😂
Davil speech ! Modi ji keliye condolence !