बहुत बहुत धन्यवाद भाई इस विषय पर जब से सुना था तभी से मुझे विश्वास था कि गुरुदेव ने भी इस विषय पर जरूर लिखा होगा । आपके माध्यम से ये अमूल्य जानकारी मिली । सादर 🙏🙏🙏🙏
Sir जी मुझे थोड़ा कन्फ्यूजन हैं कि....आपने पहले बताया कि जो स्वर चल रहा हो उस और के पैर को आगे बढ़ा कर यात्रा करें...वहीं अगले क्षण बताया कि....सूर्य स्वर में विषम पैर व चंद्र स्वर में विषम पैर... अब है दोनों बातें विरोधाभास पैदा कर रही हैं । साथ ही स्वर बल मजबूत करने की बात कही है...तो वो भी कैसे करें ??? कृपया मार्गदर्शन करे ।
Bahut badhiya upadesh hai
जय श्री राम शर्मा आचार्य जी ॐ श्री गुरवे नमः
Har Har Mahadev 🌹👏
🙏🙏
सादर 🙏🙏
Jai ho...
जय गुरु देव जय मृत्युंजय
बहुत बहुत धन्यवाद भाई
इस विषय पर जब से सुना था तभी से मुझे विश्वास था कि गुरुदेव ने भी इस विषय पर जरूर लिखा होगा ।
आपके माध्यम से ये अमूल्य जानकारी मिली ।
सादर 🙏🙏🙏🙏
जी बहन गुरु जी ने इतना कुछ लिखा है कि आम व्यक्ति जीवन भर में भी उसको नहीं पढ़ सकता।
जय सनातन
Jai gayatri mata ki
जय जय❤️🙏
🙏🙏🙏
Nice info he sir
👍🙏
सनातन सत्य है 🙏
बहुत सुंदर जानकारी।
यह किताब खरीदना चाहता हूं। मुझे किताब की मूल्य और प्राप्तिस्थान की पूरा पता और फोन नंबर दीजिए।
Awgp.org से मिलेगी। पुस्तक का नाम“ स्वरयोग से दिव्य ज्ञान”।
कृपया इस योग पर नियमित वीडियो बनाएं।
Guru ji Surya chandra nadi chalna ki mantras hi kya
"स्वरयोग से दिव्य ज्ञान" ये किताब कहा मिलेगा
Mere pas h
Net pe available h
किताब कैसे मिलेगी
Awgp.org par
Har Har mahadev
Sir book ko karidna hai kaise leve
इस पुस्तक के नाम से ऑनलाइन सर्च कीजिए,मिल जायेगी।
Sir जी मुझे थोड़ा कन्फ्यूजन हैं कि....आपने पहले बताया कि जो स्वर चल रहा हो उस और के पैर को आगे बढ़ा कर यात्रा करें...वहीं अगले क्षण बताया कि....सूर्य स्वर में विषम पैर व चंद्र स्वर में विषम पैर... अब है दोनों बातें विरोधाभास पैदा कर रही हैं ।
साथ ही स्वर बल मजबूत करने की बात कही है...तो वो भी कैसे करें ???
कृपया मार्गदर्शन करे ।
2 4 6 means kese kadam rakhna he
Book lene ke liye Shantikunj Haridwar se Sampark kare
www.awgp.org से भी प्राप्त कर सकते हैं।