स्वामी जी की दिव्य अमृतवाणी, सब कुछ तूने जाना,लेकिन एक बात नही जाना जहाँ की तुझे जाना है विहंगम योग।

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 12 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 56