जवाबी कीर्तन क्रांति माला & नीलम विश्वकर्मा मां अन्नपूर्णा माता मंदिर छतरपुर से लाइव

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  • Опубліковано 13 жов 2024
  • जवाबी कीर्तन

КОМЕНТАРІ • 2

  • @rahulshrivastav4281
    @rahulshrivastav4281 2 дні тому +2

    Jay mata di

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086 День тому +1

    केवट राम जी का चरणोंदक पाकर तर गया लेकिन अगले अवतार में सुदामा बनकर आया |
    'बालि राम निज धाम पठावा' लेकिन वह भी द्वापर में जरा नाम का बहेलिया बना |
    शबरी- 'तजि जोग पावक देह हरि पद लीन भइ जहं नहिं फिरे' लेकिन उसने भी मीरा के रूप में जन्म लिया |
    कुम्भकर्ण भी - ' तासु तेज प्रभु बदन समाना |'लेकिन वह भी शिशुपाल के रूप में जन्मा |
    रावण भी- 'तासु तेज समान प्रभु आनन' लेकिन वह भी दन्तवक्र बना |
    आखिर क्यों?
    उमा राम गुन गूढ़, पंडित मुनि पावहिं विरति |
    पावहिं मोह विमूढ़, जे हरि बिमुख न धर्म रति ||
    यह रहस्य रघुनाथ कर, बेगि न जानइ कोइ |
    जो जानइ रघुपति कृपा, सपनेहुँ मोह न होइ ||