जय राधा दामोदर गुरु जी 🙏 हम शरीर नहीं है हम आत्मा है। आत्मा के अनेक पर्यायवाची है जीव, जीवात्मा, देही।जीव भगवान श्रीकृष्ण का अंश है।जीव भगवान की तटस्था नामक शक्ति का अंश है।जीव का भगवान श्री कृष्ण के साथ सेव्य- सेवक संबंध है।
मैं आत्मा हूं श्री कृष्ण की तटस्था शक्ति के का अंश और आत्मा का नित्य और अविच्छेद्य संबंध केवल श्री कृष्ण से ही है इसीलिए हमें आत्मा के धर्म का पालन करना चाहिए शरीर के तो बहुत सारे धर्म है , हम फिर भी उनका पालन करते है आत्मा का तो केवल एक ही धर्म है भगवान श्री कृष्ण की भक्ति करना इसीलिए हमें आत्मा के धर्म का पालन करना चाहिए और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति कटनी चाहिए ।
प्रश्न - मैं कौन हूँ ? उत्तर - मैं आत्मा हूँ, शरीर नहीं हूँ। मेरा आकार एक बाल की नोक के 10,000 वे हिस्से के बराबर है।मैं भगवान श्री कृष्ण की तटस्थता नामक शक्ति का अंश हूँ। मैं एक चेतन कण हूँ जिसे (जड़ यन्त्र) सूक्ष्मदर्शी से देख पाना असंभव है।
Jai Geeta Bhagwat Guru ji
🙏🙏🙏🌹💐🌷🙏🙏🙏
Radhe Radhe guru ji 🙏🙏
Hari bol guru ji
Hari bol🙏🙇
Jai Sri Radha Damodar Guruji.
Jai radha damodar guru ji
जय श्री राधा दामोदर जी
Jai radha damodar garu ji
Hare krishan🙏🙏
Hari bol😊
हरि बोल🙌🌹🌹🌹🌹
radhe radhe ji
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे 🙏🙏🙏🙏🙏
जय राधादामोदर गुरुजी
चरणों में प्रणाम जी ।🙏🙏
जीव की प्रबल इच्छा होनी चाहिए नाम जप श्रवण, कीर्तन, स्मरण।
Jai Radha Damoder Guru ji
जय राधा दामोदर गुरु जी
Jai Radha Damodar Guruji apke charno me dandwat parnam
जय श्री राधा दामोदर गुरु जी 🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤🎉🎉🎉🎉🎉🎉
जय राधा दामोदर गुरु जी 🙏
हम शरीर नहीं है हम आत्मा है। आत्मा के अनेक पर्यायवाची है जीव, जीवात्मा, देही।जीव भगवान श्रीकृष्ण का अंश है।जीव भगवान की तटस्था नामक शक्ति का अंश है।जीव का भगवान श्री कृष्ण के साथ सेव्य- सेवक संबंध है।
Radhe Radhe 🙏🙏🌹🙏🙏
जिज्ञासंं आत्म तत्व
श्रीकृष्ण को भूलना ही सब से बड़ा अपराध है
Hari bol 🙏🙏
जय राधा दामोदर गुरु जी बहुत ही अच्छे से समझाया मै और मेरे की परिभाषा धन्याद गुरु जी
जय राधा दामोदर गुरू जी
मैं आत्मा हूं श्री कृष्ण की तटस्था शक्ति के
का अंश और आत्मा का नित्य और अविच्छेद्य संबंध केवल श्री कृष्ण से ही है इसीलिए हमें आत्मा के धर्म का पालन करना चाहिए शरीर के तो बहुत सारे धर्म है , हम फिर भी उनका पालन करते है आत्मा का तो केवल एक ही धर्म है भगवान श्री कृष्ण की भक्ति करना इसीलिए हमें आत्मा के धर्म का पालन करना चाहिए और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति कटनी चाहिए ।
हमारी आत्मा का साकार है लेकिन सूक्ष्म है
यह आत्मा चेतन कण है
Jai Radha damodar Guriji apke shree charno m dandwat pranam 🙏🙏🙏🌹🌹🌹
मैं आत्मा हूं जो भगवान की तटस्था शक्ति का अंश और चेतन कण है ।जो बाल के नोक के १०,००० हिस्से के बराबर है।
Jai Radha Damodar ji
जय राधा दामोदर गुरु जी आपके चरणो में कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🌹🌹
जय श्री राधे दामोदर पूज्य गुरु जी चरणों में प्रणाम
Jai radha damodar ji
हमारी आत्मा एक चित कण है
Jay shree radha damodr guru'ji charno me koti koti prnam 🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐💐💐💐🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹👋👋👋👋👋👋👋👋
उठते बैठते सोते जागते, केवल श्री कृष्ण जी के दर्शनों की प्रबल इच्छा होना, श्री कृष्ण को हर समय याद करना ही , कृष्ण प्रेम है
जय राधा दामोदर गुरु जी सादर चरण स्पर्श 🙏🙏
Jai radha damoder guru g
जय राधा दामोदर 🌹🌺 🙏👏👏👏👏
मैं एक आत्मा हूं मैं भगवान श्री कृष्ण की तटस्था शक्ति का अंश हु 🙏🙏
प्रश्न - मैं कौन हूँ ?
उत्तर - मैं आत्मा हूँ, शरीर नहीं हूँ। मेरा आकार एक बाल की नोक के 10,000 वे हिस्से के बराबर है।मैं भगवान श्री कृष्ण की तटस्थता नामक शक्ति का अंश हूँ। मैं एक चेतन कण हूँ जिसे (जड़ यन्त्र) सूक्ष्मदर्शी से देख पाना असंभव है।