नमस्कार सर मैं एक अधिकारी हूं आत्महत्या का मुख्य कारण अधिकारी अपने स्वार्थ के लिए जवानों का शोषण करते हैं समय पर छुट्टी ना देना और अपना नौकर समझना घरेलू काम करवाना जवान को हमेशा तनाव में रखना इनका मुख्य कारण है धरातल पर ड्यूटी बहुत कम होती है परंतु अधिकारी अपने स्वार्थ के लिए
Bilkul sahi Kaha Sar aapane ismein Aur Bhi Kai sacchai hai bahut shoshan Hota Hai Sar bahut shoshan Adhikari kya Adhikari ke Parivar wale Daksh shoshan Karte Hain
कर्नल को बुलाना भी नहि चाहिये था । क्योकी बहस पारामिलिट्री फोर्स के जवान की थी तो पारामिलिट्री फोर्स का ex अधिकारी को बुलाना चाहिये . जो बता शके दिक्कत क्या है । कर्नल तो सेना से उनको सेना के बारे मे जानकारी होती है पारामिलिट्री के बारे मे नही
मेरे देश के लिए जवान दिन-रात खड़े रहते हैं उनको पूरी सिक्योरिटी पूरी सहयोग पूरा सब कुछ देना चाहिए उनको किसी भी चीज की कमी नहीं होनी चाहिए यही हमारा देश धर्म है
एक सिपाही को भी बुला लेते , असली प्रॉब्लम एक सिपाही ही बता सकता है कर्नल देवानन्द थोड़ा बहुत बता पा रहा है, पर खुलकर नहीं! नेताओं के तो पारे का मैटर है ये, वह तो कुछ समझ ही नहीं पाएंगे आखिर चल क्या रहा है!एक सिपाही को बुलाओ वही सब कुछ तरीके से बता सकता है या फिर मुझे बुलाओ डिबेट में!
अधिकारी सरकार को इस तरह गाइड करते हैं की अनुशासन बनाए रखने के लिए हमें जवानों के साथ ऐसा रवैया करना पड़ता है सरकार इसके लिए एक कमेटी बनाकर धरातल पर इसका विश्लेषण करना चाहिए छुट्टी के लिए एक अलग से पोर्टल बनाकर ऑनलाइन छुट्टी दिल्ली से होनी चाहिए कोई भी जवान तनाव में नहीं होता है उसे तनाव में लाया जाता है
अगर जवान सुसाइड कर रहा है तो सीधे तौर पर वहाॅ का अधिकारी जिम्मेदार है सरकार की तरफ से जवानो को बहुत सुविधा मिलती है लेकिन कहीं-कहीं पर अधिकारी जवान वाली पूरी सुविधा खुद ले लेते हैं और जवान मुॅह न खोले इसके लिए जवानों को और ज्यादा लट्ठ कर के रखते है। जवान के पास कोई रास्ता दिखाई नहीं देता तो वह सुसाइड कर लेता है और देश का दुर्भाग्य है कि जिस का मैटर है उसे पूछा नहीं जाता मैटर जवान का अधिकारियों को पूछा जाता है
कर्नल को खुद का अपमान तो सैनिक का अपमान और सुसाइड से कोई मतलब नहीं मे बहस देख रहा तो पहले ही लग गया कर्नल बीजेपी का आदमी हे मानता हूँ कांग्रेस ने भी भला नहीं किया
UP ke toll pr jab I Card dikhaya to toll karmi ne kaha ki yaha exemption facility military walo ke liye hai paramilitary ke liye nhi. Kya BSF (paramilitary) wale duty nhi krte? Desh bhakti hamare dilo may kam hoti hai? Ya Dushman ki goli aati hai to wo bhedbhao krti hai ki ye paramilitary hai aur ye military hai.
Officers k dwara jawano ko soshashn kiya jata h,unhe pehle hi bta diya jata h ki unhe kitni chhutiya milti h unhe training me bhi btaya jata h,lekin phir bhi jo unhe 60 days ki chhutti milti h to wo to unhe milni chahiye
इस समस्या का सबसे बड़ा कारण अफसर और जवानों का आपसी तालमेल न होना।सेना में भी ऐसा होता है लेकिन इतना अधिक नहीं।चाहे आई पी एस अफसर हो या कम्पिटीशन पास कर जो सी ए पी एफ में आते हैं,वे अपने को अलग ग्रह का वासी मानते हैं।जवान को वे निम्न स्तर का मानते हैं।सेना में सूबेदार मेजर पद बड़ा अहम होता है जो जवान और अधिकारी के बीच सेतु का काम करता है लेकिन सी ए पी एफ में ऐसा नहीं होता।इस समस्या का एक ही समाधान है कि अधिकारी या जेसीओ एवं जवान को कुछ समय साथ रहने का माहौल बनाया जाय।खास तौर पर सी ए पी एफ के अधिकारी अपने को अलग ग्रह का वासी न माने।ऐसी कोई चेन बनाई जाए की जवान व सर्वोच्च अधिकारी के बीच जुड़ाव हो सके ताकि जवान अपनी समस्या को उन तक बता सके।यदि ऐसा नहीं होता है तो हो सकता है कल कोई जवान भ्रष्ट अधिकारी को गोली मारकर आत्महत्या करे। छुट्टी तो खैर कभी सही समय पर मिलेगी नहीं।कुछ अंग्रेजी मानसिकता वाले अधिकारियों का यदि कोर्ट मार्शल हो तो जवानों की आशा बंधेगी कि न्याय सबके साथ होता है।
Hmari presani ko koi nhi smjhata h...kbhi kbhi to hmari chhutti k liye bhi .dusre k hukm ka intezar Krna Pdta h...baki bahut kuch h..pr koi nhi.. jai hind
अगर सच में सरकार चाहती हैं कि इस समस्या का समाधान हो, तो एक ही काम करना होगा वो है- उस यूनिट के कमान अधिकारी व सूबेदार मेजर को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करो। समस्या जड़ से खत्म हो जायेगी।
देश के लिए जवान है लेकिन जवानों के लिए कोई नहीं है
नमस्कार सर मैं एक अधिकारी हूं आत्महत्या का मुख्य कारण अधिकारी अपने स्वार्थ के लिए जवानों का शोषण करते हैं समय पर छुट्टी ना देना और अपना नौकर समझना घरेलू काम करवाना जवान को हमेशा तनाव में रखना इनका मुख्य कारण है धरातल पर ड्यूटी बहुत कम होती है परंतु अधिकारी अपने स्वार्थ के लिए
Correct
Ryt sir..
Right
100%shi kha aapne.hamne apni aakho se dekha h
Bilkul sahi Kaha Sar aapane ismein Aur Bhi Kai sacchai hai bahut shoshan Hota Hai Sar bahut shoshan Adhikari kya Adhikari ke Parivar wale Daksh shoshan Karte Hain
चैनल वालों से आग्रह है की इस बात की पूर्ण चर्चा करने के लिए पुराने या जो अभी नोकरी छोड़ कर आया वैसे जवान को बुलाना चाहिए
इस डिबेट में जब कर्नल आये तो लगा सैनिको के हित में बोलेगे लेकीन दुर्भाग्य से कर्नल भी बीजेपी का अंधभक्त निकला
कर्नल को बुलाना भी नहि चाहिये था । क्योकी बहस पारामिलिट्री फोर्स के जवान की थी तो पारामिलिट्री फोर्स का ex अधिकारी को बुलाना चाहिये . जो बता शके दिक्कत क्या है । कर्नल तो सेना से उनको सेना के बारे मे जानकारी होती है पारामिलिट्री के बारे मे नही
@@gohilamarat99 yaa pblm srif paramilitary main nehi Defense forces main bhi jada hain
Bhai j apne pe bat nhi ane denge
Right
Right
आपने जो बोले है sir वो सेना के हित में बोले है आपको हिर्दय के गहराई से धन्याद है sir।
सरकार ने जवानों को हर सुविधाए देना चाहिए,और उनको न्याय देना चाहिए.
मेरे देश के लिए जवान दिन-रात खड़े रहते हैं उनको पूरी सिक्योरिटी पूरी सहयोग पूरा सब कुछ देना चाहिए उनको किसी भी चीज की कमी नहीं होनी चाहिए यही हमारा देश धर्म है
हर रोज जवान सुसाइड करता है लेकिन इनकी जांच कभी नहीं होती हैं
क्योंकि जांच की इंक्वायरी उनका ही अधिकारी जैसा बोलता है वैसा ही लिखा जाता है सब अपनी अपनी नौकरी बचाते हैं
एक सिपाही को भी बुला लेते , असली प्रॉब्लम एक सिपाही ही बता सकता है कर्नल देवानन्द थोड़ा बहुत बता पा रहा है, पर खुलकर नहीं! नेताओं के तो पारे का मैटर है ये, वह तो कुछ समझ ही नहीं पाएंगे आखिर चल क्या रहा है!एक सिपाही को बुलाओ वही सब कुछ तरीके से बता सकता है या फिर मुझे बुलाओ डिबेट में!
You are right
Nimia ji aap ko pm ji ko jai hind karna hai Jai RSS
जवाब नहीं देंगे क्योकि हम अफसर हे गरीब किसानों के बेटों का खून पियगे
Absolutely right
धरातल पर ड्यूटी कम होने के बावजूद भी वह हमेशा जवान को तनाव में रखते हैं जवान को अधिकारी अपना नौकर समझते हैं
एक नंबर के भ्रस्ट व कामचोर अधिकारी है जो जवानों को अपने बाप का नौकर समझते है
I agree 100% with the governor sahib ji.
Billkull sahi bat ho raha hai
अधिकारी सरकार को इस तरह गाइड करते हैं की अनुशासन बनाए रखने के लिए हमें जवानों के साथ ऐसा रवैया करना पड़ता है सरकार इसके लिए एक कमेटी बनाकर धरातल पर इसका विश्लेषण करना चाहिए छुट्टी के लिए एक अलग से पोर्टल बनाकर ऑनलाइन छुट्टी दिल्ली से होनी चाहिए कोई भी जवान तनाव में नहीं होता है उसे तनाव में लाया जाता है
अगर जवान सुसाइड कर रहा है तो सीधे तौर पर वहाॅ का अधिकारी जिम्मेदार है सरकार की तरफ से जवानो को बहुत सुविधा मिलती है लेकिन कहीं-कहीं पर अधिकारी जवान वाली पूरी सुविधा खुद ले लेते हैं और जवान मुॅह न खोले इसके लिए जवानों को और ज्यादा लट्ठ कर के रखते है। जवान के पास कोई रास्ता दिखाई नहीं देता तो वह सुसाइड कर लेता है और देश का दुर्भाग्य है कि जिस का मैटर है उसे पूछा नहीं जाता मैटर जवान का अधिकारियों को पूछा जाता है
Bsf ka Ek jawan Jaisalmer m duty
Per day 12 hours standing duty 6 - 6
Hours +1 aane Jane ka time
+ working
+special days
Ye to kuch bhi nhi h panjab & bangal ke mukabale.
Panjab me 18 hour's duty
Kohie sunia wala nahie haa bhi bsf duty
😔😔😔इस देश में नेताओ के लिए सब कुछ है लेकिन किसान और जवान के लिए कुछ भी नही हैं 😔😔😔
Great anker thank🙏
कर्नल को खुद का अपमान तो सैनिक का अपमान और सुसाइड से कोई मतलब नहीं मे बहस देख रहा तो पहले ही लग गया कर्नल बीजेपी का आदमी हे मानता हूँ कांग्रेस ने भी भला नहीं किया
Aakhir tha to vo bhi kabhi officer....or ye hi to en jawano ki sucide ka karan h
Shiman 2014 se to Sarkar bjp ki hai fir figar kyon badhe
ये सेना का कर्नल क्या बतायेगा ।
पारामिलिट्री का अधिकारी को बुलाना चाहिये
Col no neta hai rss
CRPF सचमे देशकी संकट मोचणं फोर्स है सर पार, जावाण की कदर किसींको नाही,,🙏
*जैसे ये आपस में लड़ रहे हैं,डिप्रेशन वाले सैनिक* *को दिखा दें,देश के अंदर क्या हल्ला मचा रखा है* *इन मानवचोरों नेताओं ने*
Good Reporting, Ground Level ki Reporting
Jabab chahiye bilkul sahi hai bole bhai
Meghwal ji sahi bole aap
UP ke toll pr jab I Card dikhaya to toll karmi ne kaha ki yaha exemption facility military walo ke liye hai paramilitary ke liye nhi. Kya BSF (paramilitary) wale duty nhi krte? Desh bhakti hamare dilo may kam hoti hai? Ya Dushman ki goli aati hai to wo bhedbhao krti hai ki ye paramilitary hai aur ye military hai.
HAMARI AAVAZ UTHANE KA APKO DHANYAVAAD
Super speech👍👍👍👍👍
जय जवान जय किसान
Very valid point
Good meghwal ji
Very dengerous duty in Crpf.. The most of problem Afsirshahi, Leave, & Pension
Capf ke jawan ko debate me bulana chahiye na ki army officer ko sachchayi tabi Jan paoge
All right
Sir aapne bahut accha Question kiya h in pr
Bohut a atass laga hai bat sunkar hame varasa hai niyai mill jaye
24*7 की नोकरी फिर भी जितनी छूटी हैं उनका भी फायदा नहीं उठा पाते और उच्च अधिकारियों के द्वारा शोषण अलग से किया जाता हैं
सर आप इसका समाधान निकालो यह तो ऐसे ही लड़ते रहेंगे 🙏
सर क्योंकि मैं भी जा रहा हूं आर्मी में BSF
Diwali pr diye jlane vali bat bhut sander shi h sir.....plz sir support all the JAWAN PLZ
Bahut achha
I agree 100%
Thanks aapne ispe baat to ki
PM should think about this issue, This is a serious issue for INDIA.
Salute hai colonel sahab apko ...Bebaki se baat karne ke liye.........
जिसने भी अंग्रेजो की गुलामी नही देखी है। वह फोर्स में आए।। पता चल जाएगा गुलामी कया होता है।।। लेकिन यहां अंग्रेज की भूमिका अफसर निभा रहे हैं।
Jai Hind 🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳❤️🙏🙏
Journalist is very smart thinker
Ham garib majdur kisanon ki taraf se sacche Dil aur sacchi atma se BJP party jindabad BJP party ke sath Hain Bharat mata ki jay Shri ram
Sabi news channels walo se vinti h hamare jawano ki awaz bne
सब चोर है किसी जवान से पूछो ऊस दुख
Jai hind jai jawan👌
Durvagya👍
Thanks 🙏🙏🙏 ji आवाज उठाने के लिए
system rule regulstion over ड्यूटी अधिकारी की दादागिरी
col sahb Jai hind sir
Right
ब्रिटिश शासन जैसा कानून अभी भी फौज में लागू ह
Bijendra sir great 👍👍👍
100% true
Jai Hind sir
कोई pressoior नहीं रहता ये ऑफिसर ओर chuuti से पीड़ित रहते है जवान कोई हालात नहीं ठीक नहीं है भारत के भी छुपाने से क्या होगा
ऐसे लोगों कि वजह से देश का बट्टा बैठता जा रहा है ये नेताओं को इमानदारी से जवान का सोचे नाकि खुद का
Sahi bole col sab
Very true sir
जवानों को अफसरों ने लेबर बना दिया
समान,स्वाभिमान तो हर हाल में आवश्यक हैसियत कुछ भी हो सकती,सीनियर्स को अहंकार छोड़कर जूनियरस को,समान देना होगा नियम हो🙏🙏🙏🙏🙏
Col kya btayega sepoy ko q nhi late show me
जवानों के द्वारा आत्महत्या का करना अधिकारियों द्वारा जवानों के साथ बुरा बर्ताव हैं। जवानों की कोई समस्या सुनी नहीं जाती।
Shi bat h sir
Sahi hai
अधिकारी खुद सहायक के तौर पर जवानों को यूज़ करते हैं, इनके रजिडेंस मे भी 10-20 जवान चाहिए,,, दोष किसका है
Right
Jay hind ki Sena mahan Bharat mata ki jay vande mataram
कर्नल साहब से पूछिए की जब आप यूनिट के co the us samay aap ke bangle me kitne sipahi Kam karte the
सही पकड़े है
Proper channels hona chahiye jha complaint ho or civil authority honi chahiye.
Officers k dwara jawano ko soshashn kiya jata h,unhe pehle hi bta diya jata h ki unhe kitni chhutiya milti h unhe training me bhi btaya jata h,lekin phir bhi jo unhe 60 days ki chhutti milti h to wo to unhe milni chahiye
Hlo dear plz apni instagram id bto
Acche Din
Inko vote chaiye
सीनियर सदैव जूनियर को ,क्यों अहंकार दिखाता😡😡😡😡😡😡😡😡😡
कांग्रेस बाला ठीक बोला ड्यूटी का pressure यादा है
ओफिसर जवानो का शौषण करना बँद कर दे
Rajendra sir 👍👍
इन बच्चों को चुप करोवाओ ऐसे तो बच्चे भी नहीं लड़े। टीचर अच्छा नहीं हे।
In news walo or desh ko bash jab koi ghatna ho jati hai tabhi jawano ko yad aati hai. Yahi Hindustan hai.
इस समस्या का सबसे बड़ा कारण अफसर और जवानों का आपसी तालमेल न होना।सेना में भी ऐसा होता है लेकिन इतना अधिक नहीं।चाहे आई पी एस अफसर हो या कम्पिटीशन पास कर जो सी ए पी एफ में आते हैं,वे अपने को अलग ग्रह का वासी मानते हैं।जवान को वे निम्न स्तर का मानते हैं।सेना में सूबेदार मेजर पद बड़ा अहम होता है जो जवान और अधिकारी के बीच सेतु का काम करता है लेकिन सी ए पी एफ में ऐसा नहीं होता।इस समस्या का एक ही समाधान है कि अधिकारी या जेसीओ एवं जवान को कुछ समय साथ रहने का माहौल बनाया जाय।खास तौर पर सी ए पी एफ के अधिकारी अपने को अलग ग्रह का वासी न माने।ऐसी कोई चेन बनाई जाए की जवान व सर्वोच्च अधिकारी के बीच जुड़ाव हो सके ताकि जवान अपनी समस्या को उन तक बता सके।यदि ऐसा नहीं होता है तो हो सकता है कल कोई जवान भ्रष्ट अधिकारी को गोली मारकर आत्महत्या करे। छुट्टी तो खैर कभी सही समय पर मिलेगी नहीं।कुछ अंग्रेजी मानसिकता वाले अधिकारियों का यदि कोर्ट मार्शल हो तो जवानों की आशा बंधेगी कि न्याय सबके साथ होता है।
Ok nice video
Very vat so
फौज मे चुस्ती, फुर्ती और चालाकी से डयूटी करने के लिए एक रैस्ट टाईम होता है, जिसका कोई कालम नहीं बचा है।
Kyunki Hamare Desh Mein Jay Keval do hi Logon Ki Boli Jaati Hai Jay Jawan Jay Kisan🇮🇳🙌🇮🇳
Hmari presani ko koi nhi smjhata h...kbhi kbhi to hmari chhutti k liye bhi .dusre k hukm ka intezar Krna Pdta h...baki bahut kuch h..pr koi nhi.. jai hind
दो परसेंट अधिकारी ठीक है सर
Sir dil se bol raha hun kabhi debate me ek jawan ko bula lijiye pura desh sune ga ye adhikari kaya batayen ge jawan ki bat
पूर्व सैनिकों की डिस्बिलिटी पैंशन तक यह सरकार नही देना चाहती है
They should treat every solider like human not slave.
Nice Chanel....
मशीन भी फेल है जवानों के सामने रात दिन ड्यूटी और काम
ये ऑफिसर जवानों को अपने बाप का नौकर समझते हैं
कर्नल को क्या पता एक सिपाही का दुख
एक सिपाही बुलाना था
Right
🥱🥱🥱🥱m Karnal ko nahi sunna chata
Debate m ex army Jawan bulao tab apko sab pata Cal jayega jawan kyu khudkhusi karre h
India mein jaanch bada kashtdayak hota hai
अगर सच में सरकार चाहती हैं कि इस समस्या का समाधान हो, तो एक ही काम करना होगा वो है- उस यूनिट के कमान अधिकारी व सूबेदार मेजर को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त करो। समस्या जड़ से खत्म हो जायेगी।
हमारे नेशन चैनल सब सो रहे है इस मुद्दे पर कोई इस बारे में बात नही करेगा