Shri Madmaheshwar Temple (श्री मदमहेश्वर धाम,पार्ट -3)का अदभुत सफऱ 🕉️

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  • Опубліковано 24 лис 2024
  • Shri Madmaheshwar Temple (श्री मदमहेश्वर धाम )का अदभुत सफऱ 🕉️ पार्ट -3 #travel #mountains #nature #vlog #hindutemple #bholenath #nature #travel
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    1***.Shri Madmaheshwar Dham part -1
    • Shri Madhmaheshwar Tem...
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    • श्री महादेव मदमहेश्वर ...
    .यदि आप भी इस साल भगवान शिव के पञ्च केदारो में से एक केदार मध्यमहेश्वर मंदिर की यात्रा की योजना बना रहे हैं तो हम यहां पर आपको विस्तार से बताएंगे कि आप मध्यमहेश्वर मंदिर कैसे जाएं, मद्महेश्वर मंदिर की यात्रा में कितने दिन लगेंगे और इस यात्रा में आपका कुल कितना खर्चा हो सकता है|
    मध्यमहेश्वर मंदिर पांच प्रमुख केदारो में से दूसरा केदार है | मध्यमहेश्वर मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है भगवान शिव को समर्पित प्राचीन मंदिरों में एक जहां पर भगवान शिव के नाभि स्वरुप की पूजा होती है|
    मध्यमहेश्वर यात्रा 2024 (Madhyamaheshwar Yatra 2024)
    हर साल मध्यमहेश्वर मंदिर के कपाट सर्दियों में बंद हो जाते हैं और 6 महीने के लिए मध्यमहेश्वर धाम की पूजा उखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में की जाती है| हर साल फिर से अप्रेल /मई में मध्यमहेश्वर मंदिर के कपाट भक्तो के लिए मई से नवम्बर तक खुले रहते है |
    मध्यमहेश्वर मंदिर खुलने तिथि 22-मई
    मध्यमहेश्वर मंदिर के खुलने और बंद होने की तिथियां 2024:
    मध्यमहेश्वर मंदिर खुलने और बंद होने की तिथियां 2024खुलने की तिथि22 मई 2024अंतिम तिथि22 नवंबर 2024 (अनुमानित )
    मध्यमहेश्वर मंदिर के द्वार 22 मई, 2024 को खुलेंगे । यह तीर्थयात्रियों के लिए एक शुभ दिन है जो भगवान शिव के दर्शन करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए दूर-दूर से आते हैं।
    मंदिर खुलने से पहले, परंपरागत रीति-रिवाजों के अनुसार, श्री मदमहेश्वर की एक प्रतीकात्मक मूर्ति, जिसे “उत्सव डोली” नामक पालकी पर बिठाया जाता है, को तीन दिवसीय यात्रा “चाल विग्रह” में उखीमठ से मदमहेश्वर मंदिर तक ले जाया जाता है।
    मध्यमहेश्वर की डोली यात्रा शुक्रवार, 19 मई को उखीमठ से शुरू होकर लगभग 25 किलोमीटर की दूरी तय करके रांसी है, इसके लिए आपको सबसे पहले ऋषिकेश पहुंचना होगा और फिर ऋषिकेश से आप ,बस, टैक्सी या अपनी गाड़ी से उखीमठ पहुंच कर वहां से 20 किलोमीटर दूरी पर रांसी गाँव ओर फिर 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद मध्यमहेश्वर मंदिर की यात्रा|
    मध्यमहेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए सड़क मार्ग से रांसी गांव आखिरी पड़ाव है और उसके बाद आपको पैदल यात्रा ही करनी है हालांकि रांची गांव से गोंडर गांव तक 4 किलोमीटर के सड़क का कार्य चल रहा है| आप अपने शहर से मध्यमहेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए ऋषिकेश तक निम्नलिखित साधनों का प्रयोग कर सकते हैं:-
    अपने शहर से ऋषिकेश तक ट्रेन के माध्यम से- सस्ता साधन और सुविधाजनक
    अपने शहर से देहरादून तक हवाई जहाज से- महंगा मगर सबसे तेज साधन
    अपने शहर से ऋषिकेश तक बस टैक्सी या अपनी गाड़ी है - सस्ता और सुविधाजनक साधन
    अपने शहर से आप ऋषिकेश किस माध्यम से पहुंचेंगे यह आपके बजट समय आदि पर निर्भर करता है तो आपको मध्यमहेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए सबसे पहले हरिद्वार या ऋषिकेश आना होगा उसके बाद की आगे की यात्रा आप किसी भी माध्यम जैसे बस, टैक्सी या अपनी गाड़ी से आसानी से कर सकते हैं| ऋषिकेश से उखीमठ 180 किलोमीटर है और सड़क मार्ग से यहां पहुंचने में आपको 6 से 7 घंटे लग सकते हैं|
    मध्यमहेश्वर मंदिर कैसे जाएं - Madhmaheshwar temple rout map
    हवाई मार्ग से मध्यमहेश्वर मंदिर कैसे जाएं (How To Reach Madmaheshwar Temple By Helicopter)
    हवाई मार्ग से मध्यमहेश्वर मंदिर पहुंचने के लिए आपको सबसे पहले अपने शहर से देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर आना होगा| और उसके पश्चात देहरादून से लगभग 235 किलोमीटर की सड़क मार्ग से यात्रा तय कर आप मद्महेश्वर मंदिर पहुंच सकते हैं जिसमे 16 पैदल यात्रा भी शामिल है |
    जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से आप टैक्सी लेकर हरिद्वार या ऋषिकेश पहुंच सकते हैं और फिर हरिद्वार या ऋषिकेश से आपको उखीमठ के लिए आसानी से बस या शेयरिंग टैक्सी मिल जाएगी| हरिद्वार ऋषिकेश आपको उखीमठ के लिए आसानी से बस मिल जाएगी जिसका किराया ₹500 से लेकर ₹700 तक रहता है वहीं शेयरिंग टैक्सी का किराया 700 से लेकर ₹800 प्रति व्यक्ति रहता है| आप बस से 6 से 7 घंटे में ऋषिकेश से उखीमठ पहुंच जाएंगे|
    उखीमठ से रांसी गाँव तक ₹100 में आप शेयरिंग टैक्सी से आसानी से पहुंच सकते हैं | रांसी गाँव से 16 किलोमीटर पैदल यात्रा मध्यमहेश्वर मंदिर के लिए |

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