Na jaane kyon Mera Dil kehta hai Azam Khan Sahab ki aankhon mein sachchai aur baton mein jindagi ka ehsas juda hua hai Jo hamen Insaniyat ka rasta dikhta hai.
Ashfaq ulla khan (vo bhi baad me hindu bn gye the)ke alawa ek musalmaan gina do jin ne azadi me yogdan diya ho......... Islam me hmesha atank felana sikhaya hai
क्या भारत एक मूर्ख-प्रधान देश है? यदि नहीं तो जरा सोचिए ! मैं चौकीदार हूँ क्या यह जनता का मुद्दा है? मैं चाय वाला हूँ मैं फकीर हूँ मैं गरीब हूँ मेरे पास तो कार भी नहीं मैं कामदार आदमी हूँ वो मुझे काम नहीं करने देते वो मोदी को हराना चाहते हैं स से सपा रा रालोद ब से बसपा : यानी सराब उनका गठबंधन मिलावटी है नेहरू ने अगर ऐसा किया होता, नेहरू ने अगर ऐसा ना किया होता... कांग्रेस की विधवा माँ... कांग्रेस खत्म हो गई तो गरीबी भी खत्म मेरे विरोधी रो रहे हैं यह मोदी है, बारी-बारी सब का हिसाब लेगा क्या इनमें से एक भी जनता का मुद्दा है? न रोजगार की बात न काले धन की बात न फसलों के दाम की बात न अच्छी शिक्षा की बात न अच्छे स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी अस्पतालों की बात जरा समझिए आम जनता के मुद्दों से हटाकर आपको किन बातों में उलझाने की सोची-समझी साज़िश हो रही है? अरस्तू कहते हैं : अगर ज्ञानियों की संख्या कम मूर्खों की संख्या ज्यादा होगी तो मूर्ख लोग ज्ञानी पर शासन करने लगेंगे ! मानें या न मानें, लेकिन भारत है तो मूर्खों का, महामूर्खों का ही देश। आपको यह बात भले ही अटपटी लगे लेकिन अकाट्य तथ्य तो यही साबित करते हैं कि भारत बाक़ायदा एक मूर्ख-प्रधान देश है ! (1) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो 130 करोड़ लोगों वाले इस देश में कैसे एक आदमी लाखों का सूट-बूट पहनकर कहता है कि मैं ग़रीब हूँ और जनता उसे ग़रीब मान भी लेती है? (2) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो CBI, ED, IT, NIA जैसी एजेंसियाँ और SC, EC, CAG जैसी संवैधानिक संस्थाएँ जिस एक आदमी की कठपुतली हैं, आदमी कहता है कि मुझे सताया जा रहा है और लोग मान भी लेते हैं ! (3) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके पास संसद में भारी बहुमत हो, जिसकी पार्टी 22 राज्यों में सत्ता में हो, वह कहता है कि विपक्ष उसे संसद में काम नहीं करने दे रहा और लोग मान भी लेते हैं ! (4) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जो भ्रष्टाचार में जेल काट चुके लोगों को टिकट देकर भी कहता है कि मैं भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ रहा हूँ, लोग उसे भी सही मान लेते हैं ! (5) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके शासन में सबसे ज़्यादा भारतीय सैनिक शहीद हुए वह कहता है कि दुश्मन उससे काँप रहा है और लोग मान भी लेते हैं ! (6) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके राज में सबसे ज़्यादा किसानों ने आत्महत्या की हो फिर भी वह कहता फिरे कि उसने किसानों को ख़ुशहाल बनाया है और लोग मान भी लेते हैं ! (7) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके राज में बलात्कार की वारदातें रोज़ाना नये कीर्तिमान बन रही हों, फिर भी वो कहता है कि उसका ‘बेटी बचाओ’ अभियान सफल है और हम मान भी लेते हैं ! (8) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो सुखमय भविष्य का सपना दिखाकर सत्ता में आने वाला हमें भूतकाल में घुमाकर कहे कि वो हमारा उद्धार कर रहा है और हम मान भी लेते हैं कि हम ख़ुशहाल हो रहे हैं ! (9) कालाबाजारी को खत्म करने का दावा करके नोटबंदी करने वाला छोटी-बड़ी लाखों भारतीय कंपनियां बंद करा कर ढाई करोड़ भारतीयों को बेरोजगार करके कहता है कि नोटबंदी सफल रही और लोग मान भी लेते हैं ! (10) देश का प्रधानमंत्री कोरोना वायरस जैसी आपदा में सरकार की तरफ से की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी देने की बजाय लोगों से ताली और थाली बजाने की अपील करता है और लोग अपनी छतों, बालकनी और गलियों में जुलूस लेकर निकल जाते हैं ! (11) भारत मूर्खो का देश है, जहाँ सरकार लोगों के पीने के पानी पर नहीं, बल्कि ढोंगी और पाखंडियों के शाही स्नान पर करोड़ों का खर्च करती है ! मूर्खों को धर्म, जाति, गोत्र, खाप, आस्था, फर्जी राष्ट्रवाद, जाति आधारित नफरत जैसे तोहफ़े हमेशा से बेहद पसन्द आते रहे हैं। शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य-सेवा आदि जैसी बुनियादी जरूरत मूर्खों को नहीं दिखाई देती।
बहुत ही तार्किक और संवैधानिक सिद्धांतो से परिपूर्ण भाषण था । सदन में अभिव्यक्ति के इस कौशल को दिखाने के लिए श्री आजम खान को बधाई और साधुवाद । मेरा मानना है इस प्रकार की चर्चा ही हमारे लोकतंत्र का श्रृंगार हैं । जब आप किसी एक तर्क से असहमत होते होते संविधान से सहमत होते नजर आते हैं तो आप बहुत प्रभावी नजर आते हैं ।।
माननीय सानसद आजम खान साहब जी अल्लाह आप की हिफाजत फरमाए और अल्लाह आप की उम्र में बरकत करे आपने जो कुछ भी बात कही है वो समविधान के दायरे में बोले हैं आप की सच्चाई को आपके हौसले को हम हिन्दुस्तानी सलाम करते हैं और आपके लिए दुआ करते हैं आप किसी की परवाह किये बगैर हिन्दुस्तान की सेवा करते रहैं। अल्लाह आपकी मदद करे।
इन 1946 के provincial assemblies चुनाव परिणामो से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि इस चुनाव में मुस्लिम लीग ने मुस्लिमो के लिए आरक्षित सीटों 492 में से 429 सीटे जीतकर (87% सीटे) यह दर्शा दिया कि वह ब्रिटिश भारत मे मुस्लिमो की अकेली प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी है, और इन चुनावो के बाद अपनी पार्टी के menifesto/ Agenda अनुसार ब्रिटिश भारत के मुस्लिमो के लिए नया देश पाकिस्तान का दावा पूरे अधिकार के साथ रख सकती है। इसका सीधा तात्पर्य यह था कि ब्रिटिश भारत की सभी provinces (जैसे Bihar, Odisa, Assam, Bengal, Madras, Bombay, Sindh, Punjab, NWFP, Central Province& Berar, United Province) की 87% मुस्लिम जनता अपने लिए नया देश पाकिस्तान चाहती थी। यह भी एक आश्चर्य है कि 1946 के provincial election के दौरान Indian National Congress पार्टी के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल कलाम आजाद थे, जो कि स्वयं एक मुस्लिम थे, तथा INC द्वारा चुनाव उन्ही के नेतृत्व में लड़ा गया। लेकिन फिर भी ब्रिटिश भारत के मुसलमानों ने Indian National Congress या अन्य कोई सेक्युलर पार्टी को वोट नही देकर पाकिस्तान निर्माण की वकालत करने वाली पार्टी मुस्लिम लीग को दिया। यह भी एक आश्चर्य है कि इन चुनावों में हिन्दू महासभा को किसी भी province की assembly में एक भी सीट नही मिली अर्थात ब्रिटिश भारत के हिंदुओं ने अपने धर्म पर आधारित पार्टी हिन्दू महासभा तक को नकार दिया। वर्तमान में आज कुत्सित मानसिकता के लोग जो यह दुष्प्रचार करते रहते है कि BJP राज में देश हिन्दू राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है, वो ऐसे लोग है जिन्होंने इस देश की सभ्यता, संस्कृति, भूगोल एवं इतिहास का कोई विशेष ज्ञान नही है अथवा ऐसे लोग है जिन्होंने अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए देश का कृत्रिम इतिहास गढ़कर उसका प्रचार कर रहे है। जब देश 1947 मे बटवारा होकर आज़ाद हुआ, तब भारत के अधिकांश मुसलमानों (87%) को उनकी मुस्लिम लीग की राजनीतिक सोच के कारण अपने ईमान के साथ पाकिस्तान चले जाना चाहिए था, लेकिन जब जाने की बारी आई तो ब्रिटिश भारत के मात्र 65% मुसलमानो ने ही पाकिस्तान चुना अर्थात पाकिस्तान राष्ट्र की अवधारणा में विश्वास करने वाले मुसलमानों में से आधे से थोड़े ज्यादा मुस्लिमो ने ही पाकिस्तान चुना जो कि तत्समय ब्रिटिश भारत की कुल जनसंख्या का 15% ही था, जिसमे आज के बांग्लादेश (तत्कालीन east pakistan) की जनसंख्या भी शामिल है। लेकिन विभाजन में ब्रिटिश भारत का 24.33% भौगोलिक क्षेत्र हिस्सा पाकिस्तान को मिला। भारत मे जीत का जब 1946 में जिन्ना के direct action plan के तहत पाकिस्तान निर्माण के लिए जगह जगह मुस्लिम बहुल इलाकों में गैर-मुस्लिमो को दंगो में मरवाया (जिसमे नोआखाली का दंगा सबसे भीषण दंगा था) और 1946 में पाकिस्तान निर्माण के लिए वोट देने आज के उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, केरल, तमिल नाडु, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, झारखंड, ओड़िसा एवं असम के मुसलमान 1947 में भारत के विभाजन के पश्चात पाकिस्तान नही जाकर यही रह गए। जब 1947 में मुस्लिमो की पाकिस्तान निर्माण की मांग पूरी हो गयी, और जब जाने की बेला आई तो अविभाजित भारत के 35% से ज्यादा मुसलमान यही रह गए अर्थात पाकिस्तान नहीं गए। जब उन्होंने मुस्लिम लीग एवं जिन्ना को पसंद किया था तो अपने ईमान के साथ जिन्ना के साथ रहना चाहिए था। लेकिन उनमें से 35 फ़ीसदी ने ऐसा नहीं किया।। ऐसे लोग ही आज यह कहते हैं कि उन्होंने अपनी पसंद से भारत को चुना। जो इतिहास की सच्चाई को जानते हैं वह इनके इस बयान पर हंसने के सिवा कुछ नहीं कर सकते। जिनका जन्म 1947 के बाद हुआ है या जो 1947 में नाबालिग थे, वह भी कहते हैं कि उन्होंने By choice (पसंद से) इस देश को चुना है। ऐसे लोगों को इतिहास पढ़ने की सख्त आवश्यकता है। देख लीजिए जो मैंने ऊपर लिखा है उसकी पूरी सच्चाई।
Bolta kuchh hai karta kuchh hai. Jab ek aadmi Muzaffarnagar main isiliye bachane ki koshish ki jaati hai aur ye phone karta hai kyu ki wo musalman hai to dange hote hai. Isme aur BJP netao main koi fark nahi hai. Jab Uttrakhand main Friday ki chhuti ki ek community ko di.jaati govt ki taraf se tab kya doosri community kharab mahsoos nahi karegi. Communal hai ye bhi
@@rakeshjoshi7078 Bhai 2002 me kya huwa and gujrat me kya hua o kiw nahi kahte aap .agar tum sachche hindu ho agr.hindu dharm ka naam kharaab mat karo.plize
@@ghousepasha5480 aapne pada nahi theek se maine kaha ye aur BJP ke neta ek jaise hai. Communal dimaag ek tarfa sochta hai. BJP wale kahte dekho muslmano ne kiya to humne bhi kiya aur muslman neta kahte humara dharm khatre main tha. Jab tak musalman so called apne neta se sawal nahe karenge uske ulte kamo ko naa nahi kahenge tab tak unka utthan mushkil hai. Kabhi Abul kalam azad ke baad koi muslim neta national interest ki baat per neta nahi bana. Sab dharmik neta hai unhe aapki garibi se koi medical se housing paani se bijli se education se koi lena dena nahi hai. Aur ye bhi un main se ek hai.
Sab batein chhodo yr, ye ladai aur rajniti ki batein, pyar se raho , to sukun se rahene denge...bs tum log apni Appiyon ko Sone k liye bhejte raho aise hi😄
Muhammad Ismail Rowther ब्रिटिश भारत मे मुस्लिम लीग पार्टी के Madras Presidency के बड़े नेता थे, जिसका जन्म वर्तमान तमिलनाडु तिरुनेलवेली जिले में वर्ष 1896 में हुआ था। वर्ष 1918 में Majlis-ul-Ulama (Council of Islamic Scholars) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 1918 में ही मुस्लिम लीग पार्टी में शामिल हुए। वर्ष 1945 में Muslim league party की Madras Unit के president बने। मुहम्मद अली जिन्ना ने Muslim league ने 1946 के provincial assemblies elections ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए अलग देश पाकिस्तान की मांग को पार्टी manifesto में रखते हुए लड़ा था। वर्ष 1946 के provincial assemblies elections में मुहम्मद इस्माइल ने मुस्लिम लीग पार्टी की Madras Unit का president रहते मुहम्मद अली जिन्ना को मद्रास प्रेसीडेंसी की सभी मुस्लिम रिजर्व 28 सीटें जिताकर दी थी ताकि जिन्ना अलग इस्लामिक देश पाकिस्तान बना सके। 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान बन गया लेकिन आपने आज तक एक भी मद्रासी मूल का पाकिस्तानी नहीं देखा होगा क्योंकि जिस मोहम्मद इस्माइल ने 1946 में जिन्ना को मद्रास में विजय दिलाई वो ना तो खुद पाकिस्तान गए, ना उनके कहने पर 1946 में जिन्ना की पार्टी मुस्लिम लीग को वोट देने वाला उनका कोई समर्थक। तो अब सवाल ये है कि ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए नया देश पाकिस्तान बनवाने के बाद पाकिस्तान नही जाकर मोहम्मद इस्माइल ने भारत में रह कर क्या किया। मोहम्मद इस्माइल ने 10 मार्च 1948 में एक नई पार्टी बनाई और उसका नाम रखा Indian Union Muslim League (IUML) और स्वतंत्र हिन्दू (गैर-मुस्लिम) बहुल भारत को ही अब दूसरा पाकिस्तान बनाने के काम में जुट गए। वह 1946 से 1952 तक मद्रास स्टेट provincial असेंबली के सदस्य रहे तथा इसी बीच 1948 में उन्हें मद्रास से Indian Constituent Assembly का सदस्य भी निर्वाचित किया गया। Indian Constituent Assembly (In the chairmanship of Dr. Bhimrao Ambedkar) 1947 से 13 मई 1952 तक स्वतंत्र भारत की प्रथम parliament के तौर पर प्रथम लोकसभा निवार्चित होने तक काम करती रही। मुहम्मद इस्माइल को मद्रास प्रेसीडेंसी से Indian Constituent Assembly का सदस्य चुना गया। स्वतंत्र भारत में प्रथम लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों के उपरांत वे 1952 से 1958 तक Indian Union Muslim League की ओर से राज्यसभा सांसद रहे। राज्यसभा सदस्य रहते हुए वे मुस्लिम शरिया law (Muslim personnel laws) को बनाये रखने की वकालत करते रहे, जिसके कारण आज तक हिन्दू (सिख, बोध, जैन भी शामिल), क्रिस्चियन तथा पारसी धर्म की तरह भारत मे Muslim Code bills नही बन सके। Even today also, The Indian Union Muslim League (IUML) opposes the Child Marriage Act on the grounds that it contravenes the Muslim personal law. वर्ष 1956 के State Reorganisation Act के बाद भाषायी आधार पर केरल एवं तमिलनाडु राज्य बने। केरल के नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आने के बाद मद्रास राज्य की मुस्लिम बहुलता केरल की ओर चली गयी, इसलिए मुहम्मद इस्माइल ने IUML की आगे की राजनीति भी केरल राज्य से लड़नी चालू कर दी। और 1962, 1967 तथा 1971 के लोकसभा चुनावों में उत्तर केरल (मालाबार अंचल) के मुस्लिम बहुल क्षेत्र Malappuram (Manjeri) constituency से जीत हासिल कर तीन बार लोकसभा सांसद बने। लेकिन 5 अप्रैल 1972 को लोकसभा सांसद रहते हुए उसकी मृत्यु हो गयी। आज भी उत्तर केरल के malappuram, Wayanad, Kozhikode, Kannur, Kasarkode, Palakkad आदि जिलों में मुस्लिम बहुलता के कारण IUML पार्टी का अच्छा खासा प्रभाव है। तमिलनाडु तथा केरल के मुस्लिमो के बीच मुहम्मद इस्माइल को "Quaid-e-Millat" से सम्मानित कर पुकारा जाता है, जिस तरह पाकिस्तान में मुहम्मद अली जिन्ना को "Quaid-e-Azam" से सम्मानित कर पुकारा जाता है। लेकिन सबसे बड़ी विडंबना यह है कि जिस कांग्रेस के खिलाफ 1940 के दशक में मुहम्मद इस्माइल, मुहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में मुस्लिम लीग पार्टी की ओर से ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए अलग देश पाकिस्तान की मांग के एजेंडे पर लड़ रहे थे, आज उसी कांग्रेस के साथ मिलकर IUML के नेता केरल में चुनाव लड़ते हैं। साल 1946 के provincial assemblies elections में जिन्ना के साथ मिलकर पाकिस्तान बनवाने वाले मोहम्मद इस्माइल के सम्मान में भारत सरकार द्वारा वर्ष 1996 में डाक टिकट जारी किया। देश को विभाजित करने वालों का ऐसा सम्मान विश्व के किसी और देश ने नहीं किया होगा। कल जो पार्टी जिन्ना को जीताकर पाकिस्तान बनाना चाहती थी, आज वो ही पार्टी राहुल गांधी को वायनाड से जीताकर पीएम बनाना चाहती है। और हमें क्या बताया गया ? केरल सबसे पढ़ा लिखा राज्य है, इसलिए लोग इतने समझदार हैं कि आज तक सांप्रदायिक पार्टी बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाई। ये किसी ने नहीं बताया कि पढ़-लिख कर liberal बनने का शौक एक ही कम्युनिटी को है, दूसरे तो आज भी अग्रेज़ों के जमाने की league बनाकर बैठे है किसी जिन्ना के इंतजार में...
Allah says in Qur'an, Humanity was once nothing but a single community ˹of believers˺, but then they differed. Had it not been for a prior decree from your Lord, their differences would have been settled ˹at once˺. Qur'an (10:19) *O mankind, We created you from one man and one woman, and then divided you into nations and tribes so that you may recognize one another. Indeed, the most honorable among you in the sight of Allah is he who is the most pious of you. Surely, Allah is All-knowing, All-Wise.* Quran Chep 49 Verse 13
@@VERONICA8 are you agree you are living in the part of hindu and muslims already taken his part in Pakistan according to religious devide not tell about the constitution tell only truth
Jhaant bola hai .. supreme court to ye bhi nhi bolta ki apne ma baap ,teachers ki izzat karo ..par kuchh sanskar naam ki cheez hoti hai ..to is respect me bolna chaiye..hum kon sa unse hanuman chalisa bolne k liye kh rhe hain
@@tausikahmad7958 sun bhai ja k google per search ker ley k kis politician ney indian army per pathrav kiya tha apney college days mae, iska naam na aya toh mae 10 baap ka hunga Or agr azaam khan lika aya toh tu comment mae likhna k teray 10 baap hai, bol hai manzoor
@@love_Kholiya Tu sach me Whats ap university ka topper hai pakka ukin ho gaya Google kon bhorosa krta hai jhandu Indian gov ne bhi kai baar notice diya google ko for wrong information
@@sarvi3698 q nhi kr sakte? Showing allegiance to the nation buri baat h? Pta h pehli baar vande matram kb gaya gya tha? 1896 congress session kolkata. President ek muslim the uss session k Rahimtulla sayani unhone to nhi bola ki hm nhi gaenge vande matram.
@@mrx-sr3qj nya-nya maulana paida ho gya h kya kare us ke liye desh se phle Islam h. Sambhidhan to logo ne Likha h lekin Qur'an ko Allah ne. Isliye kuchh log Qur'an ko phle mante h Fir sambhidhan ko.
बहुत बेहतरीन बोला है। आप जैसे सेकुलर लोगों की जरूरत है जल्दी ही भारत बांग्लादेश जैसा सेकुलर मुल्क बनेगा। मुस्लिम भाइयों को जनगणना के अनुसार रिजर्वेशन आप दिला सकते है। रोहिंग्या भाइयों को नागरिकता आप ही दिला सकते है
Nonsense, Pakistan and Bangladesh are the territories given to Indian Muslims, not India. India technically meant for non-Muslims by the definition of partition!!
Greatest speech ever heard by me....azam sahab is right no body can compel anyone for anything ....my india is for all religions n all religion r meant for brotherhood not for agenda politics....so it’s a kind appeal for all Indians to keep brotherhood intact so tht these falsehood demeans itself
Ye agenda politics ab nhi aayi h ye bahut Purana h durbhagya ki baat ye h ki isme Muslims majority ki haath sabse jyada h Kyoki us samay sanghi Ka power bahut km tha chahte to aaram se uski aawaj ko daba Sakte the. Ese aap "thoughts of Pakistan" b.r. Ambedkar ke books se samajh sakte h.
@@Bulbulemakhluk jo muslim hmare fauj me hain wo vande matram nhi bolte? Bharat mata ki jay nhi bolte? To tmhe bolne me kya dikkat h? Vande matram to sirf hindu k liye rashtriya geet nhi banaya gya tha. Wo to saare indians k liye tha. Vande matram jis congress session me 1896 me gaya gya tha uski presidentship ek muslim Rahitullah sayani ne ki thi. Unhone to nhi bola ki mai vande matram nhi gaunga.
@Ahsu Khan kaha se padha aapne bhai ? Ki usme cheezen galat h? Inn netao k bakwas k alawe batana kabhi khud se padha q galat h? 1896 me pehli baar vande matram gaya gya tha calcutta congress session me uss time congress k president Rahimtullah sayani the unhone gaya tha. Unhone to nhi bola ki ye islam k khilaf h. Ye kisne sikha diya tmhe?
ماشاءاللہ نہایت ہی عمدہ جذبات اعظم خان صاحب آپکی باتیں دل کے تاروں کے ذریعے میری روح میں جذب ہو گیٸں میں ایک ادنیٰ سا طالب علم أپ کا شیداٸ پہلی مرتبہ میں ہو گیا میں آپ کو اور آپ کے جذبوں کو بے شمار مرتبہ سلام کرتا ہوں 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Na jaane kyon Mera Dil kehta hai Azam Khan Sahab ki aankhon mein sachchai aur baton mein jindagi ka ehsas juda hua hai Jo hamen Insaniyat ka rasta dikhta hai.
Kon rakhta he ab esee ankhe Rahul pal bhie
Good
Bahut acchi zahanat he aap ki zindagi ke hadse hamare rehnuma hote haen aur sanse batati he ki hm kitni door jaenge
❤️❤️❤️❤️🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Cc yah julfi wali
Great and right words.. respect sir
Dam he bande me
मादरचोद है ये आदमी 😡 19,62 के लड़ाई में जब भारतीय सेना के टैंक चाइना से लड़ाई करने जा रहे थे टैंकों के आगे लौट गया था 😡
बंटवारे से पहले खबरें नहीं दिखी बंटवारे के बाद दिखे।
@@spsinghraghava5674bade bhai kar di n nafrat wali baat
Dil jeet liya sir....desh ke har insan ko samj me aajaye bus
Hame bahut proud hai ke ham musalman hai
आजम का भाषण काबिले तारीफ है।उनसे बाकी सांसदों को भी शिखना चाहिए।ये जनता की आवाज है।
Bilkul thek bole bhai n
Yr bhai extremist ko support mat kro..
Tu ek no. ka chootiya hai
Bevkoof h kya bhai tu kon sa Mulk h jaha log des k gorav geet gaane se perhej krte h
Wo chutiya khul ke keh rha hai ki vande maatram nahi bolunga, tum ise kabile tareef bta rhe ho.
आज़म खान साहब सलाम है आपको बहुत खूबसूरत बोले आप सदन में 👌👌
Aap log mullo ki chaato isiliye usne itna meetha bola hai loksabha me..vrna usper 1237 case darj hain kai baar jail bhi gya hai
@@khushalsharma7370 tum modi ki chato
Ashfaq ulla khan (vo bhi baad me hindu bn gye the)ke alawa ek musalmaan gina do jin ne azadi me yogdan diya ho.........
Islam me hmesha atank felana sikhaya hai
@@khushalsharma7370 indya.gate.pe.jake.dehk.muslman.saheedo.ke.naam.aaj.likhe.milege
@@khushalsharma7370 aur bhagwa atankwad kya h
Kya baat hai hamare desh me aise neta ki hi zarurat hai jai hind
Sahi kaha aapne
देश संविधान से चलेगा धर्मग्रन्थ से नही बहुत खूब आजम साहब
Tum jaise hinduo abhi bhi Michi hai
👍👍👍👍
Jai Bhim Jai Samvidhan Jai Bharat ❤❤❤
Iska mtlb ye nhi kisi ke dhrm ki niji chij ko bne krne ki koshish kre.
Sabko haqq hai apne dhrm ki chijo ko follow krna
85% Zindabad -2 🙏🙏🙏
बहुत अच्छा भाषण दिया आजम खान ने।
👌👌👌👌👌👌
क्या भारत एक मूर्ख-प्रधान देश है?
यदि नहीं तो जरा सोचिए !
मैं चौकीदार हूँ
क्या यह जनता का मुद्दा है?
मैं चाय वाला हूँ
मैं फकीर हूँ
मैं गरीब हूँ मेरे पास तो कार भी नहीं
मैं कामदार आदमी हूँ
वो मुझे काम नहीं करने देते
वो मोदी को हराना चाहते हैं
स से सपा रा रालोद ब से बसपा : यानी सराब
उनका गठबंधन मिलावटी है
नेहरू ने अगर ऐसा किया होता, नेहरू ने अगर ऐसा ना किया होता...
कांग्रेस की विधवा माँ...
कांग्रेस खत्म हो गई तो गरीबी भी खत्म
मेरे विरोधी रो रहे हैं
यह मोदी है, बारी-बारी सब का हिसाब लेगा
क्या इनमें से एक भी जनता का मुद्दा है?
न रोजगार की बात
न काले धन की बात
न फसलों के दाम की बात
न अच्छी शिक्षा की बात
न अच्छे स्कूल कॉलेज यूनिवर्सिटी अस्पतालों की बात
जरा समझिए आम जनता के मुद्दों से हटाकर आपको किन बातों में उलझाने की सोची-समझी साज़िश हो रही है?
अरस्तू कहते हैं :
अगर ज्ञानियों की संख्या कम मूर्खों की संख्या ज्यादा होगी तो मूर्ख लोग ज्ञानी पर शासन करने लगेंगे !
मानें या न मानें, लेकिन भारत है तो मूर्खों का, महामूर्खों का ही देश। आपको यह बात भले ही अटपटी लगे लेकिन अकाट्य तथ्य तो यही साबित करते हैं कि भारत बाक़ायदा एक मूर्ख-प्रधान देश है !
(1) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो 130 करोड़ लोगों वाले इस देश में कैसे एक आदमी लाखों का सूट-बूट पहनकर कहता है कि मैं ग़रीब हूँ और जनता उसे ग़रीब मान भी लेती है?
(2) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो CBI, ED, IT, NIA जैसी एजेंसियाँ और SC, EC, CAG जैसी संवैधानिक संस्थाएँ जिस एक आदमी की कठपुतली हैं, आदमी कहता है कि मुझे सताया जा रहा है और लोग मान भी लेते हैं !
(3) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके पास संसद में भारी बहुमत हो, जिसकी पार्टी 22 राज्यों में सत्ता में हो, वह कहता है कि विपक्ष उसे संसद में काम नहीं करने दे रहा और लोग मान भी लेते हैं !
(4) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जो भ्रष्टाचार में जेल काट चुके लोगों को टिकट देकर भी कहता है कि मैं भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ रहा हूँ, लोग उसे भी सही मान लेते हैं !
(5) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके शासन में सबसे ज़्यादा भारतीय सैनिक शहीद हुए वह कहता है कि दुश्मन उससे काँप रहा है और लोग मान भी लेते हैं !
(6) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके राज में सबसे ज़्यादा किसानों ने आत्महत्या की हो फिर भी वह कहता फिरे कि उसने किसानों को ख़ुशहाल बनाया है और लोग मान भी लेते हैं !
(7) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो जिसके राज में बलात्कार की वारदातें रोज़ाना नये कीर्तिमान बन रही हों, फिर भी वो कहता है कि उसका ‘बेटी बचाओ’ अभियान सफल है और हम मान भी लेते हैं !
(8) भारत यदि मूर्खों का देश न होता तो सुखमय भविष्य का सपना दिखाकर सत्ता में आने वाला हमें भूतकाल में घुमाकर कहे कि वो हमारा उद्धार कर रहा है और हम मान भी लेते हैं कि हम ख़ुशहाल हो रहे हैं !
(9) कालाबाजारी को खत्म करने का दावा करके नोटबंदी करने वाला छोटी-बड़ी लाखों भारतीय कंपनियां बंद करा कर ढाई करोड़ भारतीयों को बेरोजगार करके कहता है कि नोटबंदी सफल रही और लोग मान भी लेते हैं !
(10) देश का प्रधानमंत्री कोरोना वायरस जैसी आपदा में सरकार की तरफ से की गई व्यवस्था के बारे में जानकारी देने की बजाय लोगों से ताली और थाली बजाने की अपील करता है और लोग अपनी छतों, बालकनी और गलियों में जुलूस लेकर निकल जाते हैं !
(11) भारत मूर्खो का देश है, जहाँ सरकार लोगों के पीने के पानी पर नहीं, बल्कि ढोंगी और पाखंडियों के शाही स्नान पर करोड़ों का खर्च करती है !
मूर्खों को धर्म, जाति, गोत्र, खाप, आस्था, फर्जी राष्ट्रवाद, जाति आधारित नफरत जैसे तोहफ़े हमेशा से बेहद पसन्द आते रहे हैं। शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य-सेवा आदि जैसी बुनियादी जरूरत मूर्खों को नहीं दिखाई देती।
Jab hi to yeh jail me hai😂😂
Isliye jail Mai hai🤣😂😅
ना गीता से और न कुरान से,
देश चलता है बाबा साहब का संविधान से,बहुत खूब कहा आपने
I am proud to be an Indian Muslim and I love my India
Chal jhoota
@@SachinSharma-hy6zq Abe pagal ho kya, ab tu batayega ki kon desh se mohabbat karta hai 🙄
Good thing
bolo phir vande matram 🇮🇳
We r proud of u bro... But some people from ur community hate it... We hv problem with that
واہ کیا بات آپ نے شریعت کی حد میں رہ کر بات کی ہے
جزاک اللہ خیراً کثیرا
اللہ پاک آپ کی جلد رہائی کے اسباب پیدا کریں آمین
बहुत ही तार्किक और संवैधानिक सिद्धांतो से परिपूर्ण भाषण था । सदन में अभिव्यक्ति के इस कौशल को दिखाने के लिए श्री आजम खान को बधाई और साधुवाद । मेरा मानना है इस प्रकार की चर्चा ही हमारे लोकतंत्र का श्रृंगार हैं । जब आप किसी एक तर्क से असहमत होते होते संविधान से सहमत होते नजर आते हैं तो आप बहुत प्रभावी नजर आते हैं ।।
bhai ap bht achha bole...mre hisaab se to apko news anchor hona chahiye
fundamental duties ko tab constitutionse htana pdega
Tum jaise log desh k Gaddar Hain
Sahi bole tiwari bhai
Tu khud chutiya hai gaddar desh ke
Aazam Khan sahib ka Bhashan bahut pasand aaya bjp ko aaena dikhaeya
@THB THB tu samja kya chutye
@THB THB ek admi tum se AAP keh Kar bol Raha he..aaur tum use tu aaur mulla bula Raha he.. kyun dhazia uda Raha he Hindu sanskrit ka..
ये हिन्दू नहीं दोगले हैं,अगर असली हिन्दू होते तो गाली और नफरत न निकालते ।😁😁
Azam khan gunda h..iske paas bolne ki kla h..chutiye h media channels ar log jo isko idol mante h
क्यों भाई गाली देते हो,
क्या अपनी माँ और बहन को भी ऐसी ही गाली देते हो ।
माननीय सानसद आजम खान साहब जी अल्लाह आप की हिफाजत फरमाए और अल्लाह आप की उम्र में बरकत करे आपने जो कुछ भी बात कही है वो समविधान के दायरे में बोले हैं आप की सच्चाई को आपके हौसले को हम हिन्दुस्तानी सलाम करते हैं और आपके लिए दुआ करते हैं आप किसी की परवाह किये बगैर हिन्दुस्तान की सेवा करते रहैं। अल्लाह आपकी मदद करे।
Hindo Ko marte ho or
ماشاءاللہ
بہت ہی زبردست ترجمانی کی ہے آپ نے مسلمانوں کی ہے
बहुत बढ़िया कहा आपने जी ❤❤❤❤आपको दिल से सलाम करते हैं
Great great great.. best speech in my life ....
Aapko slam h sir sardar g aap jaisa .koi n
Main salute karta hu Aap ko🙋♂️🙋♂️
Sach me
Chutiye 4 sahibjade yaad ker lay
इसको हक नही था इतिहास गलत बताया गया है । फिर से देख
First time listening ajam Khan ....he is good his speech totally based upon n logic. And fact
U should listen to his speechs during election rally.. How he has been threatening to people for Votes.
Bakwas
@@akashray594 see yogi in election rallies
No one knows Azam Khan more than people in UP. He deserved jailed
इन 1946 के provincial assemblies चुनाव परिणामो से यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि इस चुनाव में मुस्लिम लीग ने मुस्लिमो के लिए आरक्षित सीटों 492 में से 429 सीटे जीतकर (87% सीटे) यह दर्शा दिया कि वह ब्रिटिश भारत मे मुस्लिमो की अकेली प्रतिनिधित्व करने वाली पार्टी है, और इन चुनावो के बाद अपनी पार्टी के menifesto/ Agenda अनुसार ब्रिटिश भारत के मुस्लिमो के लिए नया देश पाकिस्तान का दावा पूरे अधिकार के साथ रख सकती है। इसका सीधा तात्पर्य यह था कि ब्रिटिश भारत की सभी provinces (जैसे Bihar, Odisa, Assam, Bengal, Madras, Bombay, Sindh, Punjab, NWFP, Central Province& Berar, United Province) की 87% मुस्लिम जनता अपने लिए नया देश पाकिस्तान चाहती थी। यह भी एक आश्चर्य है कि 1946 के provincial election के दौरान Indian National Congress पार्टी के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल कलाम आजाद थे, जो कि स्वयं एक मुस्लिम थे, तथा INC द्वारा चुनाव उन्ही के नेतृत्व में लड़ा गया। लेकिन फिर भी ब्रिटिश भारत के मुसलमानों ने Indian National Congress या अन्य कोई सेक्युलर पार्टी को वोट नही देकर पाकिस्तान निर्माण की वकालत करने वाली पार्टी मुस्लिम लीग को दिया। यह भी एक आश्चर्य है कि इन चुनावों में हिन्दू महासभा को किसी भी province की assembly में एक भी सीट नही मिली अर्थात ब्रिटिश भारत के हिंदुओं ने अपने धर्म पर आधारित पार्टी हिन्दू महासभा तक को नकार दिया। वर्तमान में आज कुत्सित मानसिकता के लोग जो यह दुष्प्रचार करते रहते है कि BJP राज में देश हिन्दू राष्ट्र की ओर बढ़ रहा है, वो ऐसे लोग है जिन्होंने इस देश की सभ्यता, संस्कृति, भूगोल एवं इतिहास का कोई विशेष ज्ञान नही है अथवा ऐसे लोग है जिन्होंने अपना स्वार्थ सिद्ध करने के लिए देश का कृत्रिम इतिहास गढ़कर उसका प्रचार कर रहे है। जब देश 1947 मे बटवारा होकर आज़ाद हुआ, तब भारत के अधिकांश मुसलमानों (87%) को उनकी मुस्लिम लीग की राजनीतिक सोच के कारण अपने ईमान के साथ पाकिस्तान चले जाना चाहिए था, लेकिन जब जाने की बारी आई तो ब्रिटिश भारत के मात्र 65% मुसलमानो ने ही पाकिस्तान चुना अर्थात पाकिस्तान राष्ट्र की अवधारणा में विश्वास करने वाले मुसलमानों में से आधे से थोड़े ज्यादा मुस्लिमो ने ही पाकिस्तान चुना जो कि तत्समय ब्रिटिश भारत की कुल जनसंख्या का 15% ही था, जिसमे आज के बांग्लादेश (तत्कालीन east pakistan) की जनसंख्या भी शामिल है। लेकिन विभाजन में ब्रिटिश भारत का 24.33% भौगोलिक क्षेत्र हिस्सा पाकिस्तान को मिला।
भारत मे जीत का जब 1946 में जिन्ना के direct action plan के तहत पाकिस्तान निर्माण के लिए जगह जगह मुस्लिम बहुल इलाकों में गैर-मुस्लिमो को दंगो में मरवाया (जिसमे नोआखाली का दंगा सबसे भीषण दंगा था) और 1946 में पाकिस्तान निर्माण के लिए वोट देने आज के उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, बिहार, तमिलनाडु, केरल, तमिल नाडु, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, झारखंड, ओड़िसा एवं असम के मुसलमान 1947 में भारत के विभाजन के पश्चात पाकिस्तान नही जाकर यही रह गए। जब 1947 में मुस्लिमो की पाकिस्तान निर्माण की मांग पूरी हो गयी, और जब जाने की बेला आई तो अविभाजित भारत के 35% से ज्यादा मुसलमान यही रह गए अर्थात पाकिस्तान नहीं गए। जब उन्होंने मुस्लिम लीग एवं जिन्ना को पसंद किया था तो अपने ईमान के साथ जिन्ना के साथ रहना चाहिए था। लेकिन उनमें से 35 फ़ीसदी ने ऐसा नहीं किया।। ऐसे लोग ही आज यह कहते हैं कि उन्होंने अपनी पसंद से भारत को चुना। जो इतिहास की सच्चाई को जानते हैं वह इनके इस बयान पर हंसने के सिवा कुछ नहीं कर सकते। जिनका जन्म 1947 के बाद हुआ है या जो 1947 में नाबालिग थे, वह भी कहते हैं कि उन्होंने By choice (पसंद से) इस देश को चुना है। ऐसे लोगों को इतिहास पढ़ने की सख्त आवश्यकता है। देख लीजिए जो मैंने ऊपर लिखा है उसकी पूरी सच्चाई।
May Allah bless u Azam sir ❤
आजम खान साहब आपकी जितनी तारीफ करूं उतना ही कम है आप मुसलमान और दलितों के और सभी गरीबों के :- मसीहा है
Aise hi logo Ko follow kro. Bewkufi ki puri azadi h
Dalito ki bahan chadi dekhana chudke nili
@@hhhh-js4in
*_thodi si to tameez lelo bolne ki, kis jagah ki pedaish ho tum!?_*
@rajat kumar
forceful conversions bhi karwaye h
Abee joo ek aurat ki izzat ko nhi smjh skta....voo kitni bkws krr rha h
The King is back ❤️
I Love Azam Khan sab. ❤.
What a speech ❤❤❤
Good speach....
Sabka muh band krne wali speech hai
Well done!
Kutto ko ghee hazam nahi hoti waise hi bhokege bhakt
Bolta kuchh hai karta kuchh hai. Jab ek aadmi Muzaffarnagar main isiliye bachane ki koshish ki jaati hai aur ye phone karta hai kyu ki wo musalman hai to dange hote hai. Isme aur BJP netao main koi fark nahi hai. Jab Uttrakhand main Friday ki chhuti ki ek community ko di.jaati govt ki taraf se tab kya doosri community kharab mahsoos nahi karegi. Communal hai ye bhi
@@rakeshjoshi7078 Bhai 2002 me kya huwa and gujrat me kya hua o kiw nahi kahte aap .agar tum sachche hindu ho agr.hindu dharm ka naam kharaab mat karo.plize
@@ghousepasha5480 aapne pada nahi theek se maine kaha ye aur BJP ke neta ek jaise hai. Communal dimaag ek tarfa sochta hai. BJP wale kahte dekho muslmano ne kiya to humne bhi kiya aur muslman neta kahte humara dharm khatre main tha. Jab tak musalman so called apne neta se sawal nahe karenge uske ulte kamo ko naa nahi kahenge tab tak unka utthan mushkil hai. Kabhi Abul kalam azad ke baad koi muslim neta national interest ki baat per neta nahi bana. Sab dharmik neta hai unhe aapki garibi se koi medical se housing paani se bijli se education se koi lena dena nahi hai. Aur ye bhi un main se ek hai.
Kiska muh band ho gaya be. Ye azam khan mayawati ki bheekh par wahan hai.
Best Speech Ever Sir
तू। पाकिस्तान। नही गया। हिन्दुस्तान की। मुखबिरी काटने ले। लिए। तूने। हिंदुस्तानी। फौज पर। पत्थर फेंके तू पाकिस्तानी एजेंट है तू देशद्रोही है
Sab batein chhodo yr, ye ladai aur rajniti ki batein, pyar se raho , to sukun se rahene denge...bs tum log apni Appiyon ko Sone k liye bhejte raho aise hi😄
Muhammad Ismail Rowther ब्रिटिश भारत मे मुस्लिम लीग पार्टी के Madras Presidency के बड़े नेता थे, जिसका जन्म वर्तमान तमिलनाडु तिरुनेलवेली जिले में वर्ष 1896 में हुआ था। वर्ष 1918 में Majlis-ul-Ulama (Council of Islamic Scholars) की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 1918 में ही मुस्लिम लीग पार्टी में शामिल हुए।
वर्ष 1945 में Muslim league party की Madras Unit के president बने। मुहम्मद अली जिन्ना ने Muslim league ने 1946 के provincial assemblies elections ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए अलग देश पाकिस्तान की मांग को पार्टी manifesto में रखते हुए लड़ा था। वर्ष 1946 के provincial assemblies elections में मुहम्मद इस्माइल ने मुस्लिम लीग पार्टी की Madras Unit का president रहते मुहम्मद अली जिन्ना को मद्रास प्रेसीडेंसी की सभी मुस्लिम रिजर्व 28 सीटें जिताकर दी थी ताकि जिन्ना अलग इस्लामिक देश पाकिस्तान बना सके। 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान बन गया लेकिन आपने आज तक एक भी मद्रासी मूल का पाकिस्तानी नहीं देखा होगा क्योंकि जिस मोहम्मद इस्माइल ने 1946 में जिन्ना को मद्रास में विजय दिलाई वो ना तो खुद पाकिस्तान गए, ना उनके कहने पर 1946 में जिन्ना की पार्टी मुस्लिम लीग को वोट देने वाला उनका कोई समर्थक।
तो अब सवाल ये है कि ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए नया देश पाकिस्तान बनवाने के बाद पाकिस्तान नही जाकर मोहम्मद इस्माइल ने भारत में रह कर क्या किया। मोहम्मद इस्माइल ने 10 मार्च 1948 में एक नई पार्टी बनाई और उसका नाम रखा Indian Union Muslim League (IUML) और स्वतंत्र हिन्दू (गैर-मुस्लिम) बहुल भारत को ही अब दूसरा पाकिस्तान बनाने के काम में जुट गए। वह 1946 से 1952 तक मद्रास स्टेट provincial असेंबली के सदस्य रहे तथा इसी बीच 1948 में उन्हें मद्रास से Indian Constituent Assembly का सदस्य भी निर्वाचित किया गया। Indian Constituent Assembly (In the chairmanship of Dr. Bhimrao Ambedkar) 1947 से 13 मई 1952 तक स्वतंत्र भारत की प्रथम parliament के तौर पर प्रथम लोकसभा निवार्चित होने तक काम करती रही।
मुहम्मद इस्माइल को मद्रास प्रेसीडेंसी से Indian Constituent Assembly का सदस्य चुना गया। स्वतंत्र भारत में प्रथम लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों के उपरांत वे 1952 से 1958 तक Indian Union Muslim League की ओर से राज्यसभा सांसद रहे। राज्यसभा सदस्य रहते हुए वे मुस्लिम शरिया law (Muslim personnel laws) को बनाये रखने की वकालत करते रहे, जिसके कारण आज तक हिन्दू (सिख, बोध, जैन भी शामिल), क्रिस्चियन तथा पारसी धर्म की तरह भारत मे Muslim Code bills नही बन सके। Even today also, The Indian Union Muslim League (IUML) opposes the Child Marriage Act on the grounds that it contravenes the Muslim personal law.
वर्ष 1956 के State Reorganisation Act के बाद भाषायी आधार पर केरल एवं तमिलनाडु राज्य बने। केरल के नए राज्य के रूप में अस्तित्व में आने के बाद मद्रास राज्य की मुस्लिम बहुलता केरल की ओर चली गयी, इसलिए मुहम्मद इस्माइल ने IUML की आगे की राजनीति भी केरल राज्य से लड़नी चालू कर दी। और 1962, 1967 तथा 1971 के लोकसभा चुनावों में उत्तर केरल (मालाबार अंचल) के मुस्लिम बहुल क्षेत्र Malappuram (Manjeri) constituency से जीत हासिल कर तीन बार लोकसभा सांसद बने। लेकिन 5 अप्रैल 1972 को लोकसभा सांसद रहते हुए उसकी मृत्यु हो गयी। आज भी उत्तर केरल के malappuram, Wayanad, Kozhikode, Kannur, Kasarkode, Palakkad आदि जिलों में मुस्लिम बहुलता के कारण IUML पार्टी का अच्छा खासा प्रभाव है। तमिलनाडु तथा केरल के मुस्लिमो के बीच मुहम्मद इस्माइल को "Quaid-e-Millat" से सम्मानित कर पुकारा जाता है, जिस तरह पाकिस्तान में मुहम्मद अली जिन्ना को "Quaid-e-Azam" से सम्मानित कर पुकारा जाता है।
लेकिन सबसे बड़ी विडंबना यह है कि जिस कांग्रेस के खिलाफ 1940 के दशक में मुहम्मद इस्माइल, मुहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में मुस्लिम लीग पार्टी की ओर से ब्रिटिश भारत के मुसलमानों के लिए अलग देश पाकिस्तान की मांग के एजेंडे पर लड़ रहे थे, आज उसी कांग्रेस के साथ मिलकर IUML के नेता केरल में चुनाव लड़ते हैं। साल 1946 के provincial assemblies elections में जिन्ना के साथ मिलकर पाकिस्तान बनवाने वाले मोहम्मद इस्माइल के सम्मान में भारत सरकार द्वारा वर्ष 1996 में डाक टिकट जारी किया। देश को विभाजित करने वालों का ऐसा सम्मान विश्व के किसी और देश ने नहीं किया होगा।
कल जो पार्टी जिन्ना को जीताकर पाकिस्तान बनाना चाहती थी, आज वो ही पार्टी राहुल गांधी को वायनाड से जीताकर पीएम बनाना चाहती है।
और हमें क्या बताया गया ?
केरल सबसे पढ़ा लिखा राज्य है, इसलिए लोग इतने समझदार हैं कि आज तक सांप्रदायिक पार्टी बीजेपी एक भी सीट नहीं जीत पाई।
ये किसी ने नहीं बताया कि पढ़-लिख कर liberal बनने का शौक एक ही कम्युनिटी को है, दूसरे तो आज भी अग्रेज़ों के जमाने की league बनाकर बैठे है किसी जिन्ना के इंतजार में...
ye yaha kya kar rha hai? female MP ke saath lok sabha me badsalukhi karta hai
@@KCAHIR1 badi mehnat ki bete ne smjhane ke liye 😂😂😂😂🤣🤣🤣
Bhaut badiya sir
I respect every religion .religion larna nahi sikhata . Great speech sir.
Allah says in Qur'an,
Humanity was once nothing but a single community ˹of believers˺, but then they differed. Had it not been for a prior decree from your Lord, their differences would have been settled ˹at once˺.
Qur'an (10:19)
*O mankind, We created you from one man and one woman, and then divided you into nations and tribes so that you may recognize one another. Indeed, the most honorable among you in the sight of Allah is he who is the most pious of you. Surely, Allah is All-knowing, All-Wise.*
Quran Chep 49 Verse 13
संविधान जिन्दाबाद 💐💐💐💐
ये देशद्रोही हिन्दुस्तान को बर्बाद करने के लिए और डकैती डालने के लिए रुक गया था
Jis din mulle ...40% uss din samvidhan sadak pe..aur shariya lgega....fir uchal lena
@@akhilagrawal1481 beta baniya I'm bolo gaddaro salo
@@khushalsharma7370 impossible hai bhai. Tum itne bacche paida karte ho ki 30-40 Islamic countries ke barabar hain.
@@hussainadnan8248 isliye hr census me tumhara population badh jata h.
Proud to be a muslim❤
Isaka matlab aap hinduo ki hisse me rahate hai
@@shambhuvish4746 u7ug
पहले भारतीय बने
Proud to be and Indian and then muslim
@@VERONICA8 are you agree you are living in the part of hindu and muslims already taken his part in Pakistan according to religious devide not tell about the constitution tell only truth
Bahut khub
ALLAH Pak Aazam khan Sahab ki Umar me Khair o Barkat de.
Kya bola hi Bhai Sahab ne..
Is pe bharosa mat karo
@@rahulgamer8071 to kya bhagwa atankwadi pe kre😁
To takle pe kare
@@rohanidunyakarambaba6603 hhhhhh
Jhaant bola hai .. supreme court to ye bhi nhi bolta ki apne ma baap ,teachers ki izzat karo ..par kuchh sanskar naam ki cheez hoti hai ..to is respect me bolna chaiye..hum kon sa unse hanuman chalisa bolne k liye kh rhe hain
आज़म खान sahab ज़िंदाबाद 👌👌❤️
Ghanta zindabad 😂
fati padi h yogi jii se
@@abi-wg4jt 🤮🤮🤮🤮
You are right ✅️
संभल जाओ देशवासियों। अगर यूँही अंधभक्त बने रहे तो आपस मे जो नफरत पाल रहे हो वो सबकुछ नष्ट कर देगी।
Lekin kese roke in logo ko
Abe itna hi pyar th to batwara manga kisne. Kiske mohalle me patakhe futte h Pakistan jitne pe.
Bantwaare ka support to savarkar ne bhi kiya tha
@@tintin-mm9yy Lekin hinduo ne to nahi Kiya na direct action day. Jinnah ke pichhe to sare musalman khde the. Usime se bohot log Ruk gye.
Agr sb musalmaan khade hote saath me to yahan muslims kya china se aaye hn kya??
Sir main to apki speech sun kr fan ho gya
1965 mae army per pathar maray thay isney
@@love_Kholiya koi proof hai whats app university Pg student 🤣🤣🤣
@@tausikahmad7958 sun bhai ja k google per search ker ley k kis politician ney indian army per pathrav kiya tha apney college days mae, iska naam na aya toh mae 10 baap ka hunga Or agr azaam khan lika aya toh tu comment mae likhna k teray 10 baap hai, bol hai manzoor
@@tausikahmad7958 haan bhai kya hua, jawab dey, desh bhakht azaam khan k londay, ab bol mae whatsApp university se hu?
@@love_Kholiya Tu sach me Whats ap university ka topper hai pakka ukin ho gaya Google kon bhorosa krta hai jhandu Indian gov ne bhi kai baar notice diya google ko for wrong information
It is greatest speech for our constituency and generations
How ??
@@demon-pf2ul b/c yo are illiterate
Azam Khan Jindabad
आने वाले समय मे ऐसे नेताओं की कमी खलेगी जनता को...
साफ़ और सौम्य ज़बान ✌️✌️✌️
Right bro
Shi kh rhe ho Bhai lekin ap hum jese log rhege to desh bacha rhega
Kitna jante ho tum iske bare me
@@ujjawalmishra5751 योगी और साध्वी से compare कर के देखो...
आज़म ने कितनी बार दंगाई भाषण दिया है?
@@ujjawalmishra5751 jitna tu apne baap ko janta hai usse jyada
Bohot khoob Kaha Azam sir Aapne
Godi media ye nahi dekhye ga
Right bola
Sahi kaha bhai aapne
To ye chutiya hai kon jise dikhaya jaye??
itna bada indian public ne aap jyse logo ke muh per chata mara abhi bhi nahi samajh aa raha aap ko lol idiots
Chup bey mulle. India for Hindus first and other dharmic religions
आज़म खां सहाब जिन्दाबाद
You're right ❤️jai hind jai bahrat 🇮🇳❤️🇮🇳❤️
Nice speech aazam khan sir
He said 'Vande Matram' many times in this speech But No one can force him.
Right meo brother 👍
Are Qur'an me saf Likha hua h. Allah se uper koi god nhi h. To Azam khan Bharat Mata ki prarthna kaise kr sakte h.
@@sarvi3698 q nhi kr sakte? Showing allegiance to the nation buri baat h? Pta h pehli baar vande matram kb gaya gya tha? 1896 congress session kolkata. President ek muslim the uss session k Rahimtulla sayani unhone to nhi bola ki hm nhi gaenge vande matram.
@@mrx-sr3qj nya-nya maulana paida ho gya h kya kare us ke liye desh se phle Islam h. Sambhidhan to logo ne Likha h lekin Qur'an ko Allah ne. Isliye kuchh log Qur'an ko phle mante h Fir sambhidhan ko.
@@sarvi3698 quran se roz ek page faad ke g@@nd pochta hu apni wo ky hai ajkl thand bahut hai.
People are full of hatred, it's heartbreaking 💔
True
No, earlier Hindus were silent for whatever was happening but now they aren't. That's the only difference.
@@misha1211yeah ....bro
Leader of my city...great leader.
Very Good Speach
Great azam ji
आज़म साहब बात गीता और कुरान की नही वंदे मातरम् की हो रही है। यह आज़ादी का सबसे बड़ा नारा था । काश आप वास्तविक राजनीति में भी इतने ईमानदार होते।।👍👍
Gajab ka vkta hain azam khan ji....❤
Ek ek lafz dil ko chune wala h❤️
Great speech by Azam Khan, very meaningful, adoptable, practical speech and good advice to the MPs of communal parties in the parliament,
Good joke 😂 he himself has done communal riots in uttar pradesh .he has been shown his right place in jail.
@@abi-wg4jt purely due to communal politics of communal government,
Ye allah ke nrc m fail hogaya
ल )
.
@@abi-wg4jt p
L
Pl
!
A
VrY Well Said 👍👍
बहुत बेहतरीन बोला है। आप जैसे सेकुलर लोगों की जरूरत है जल्दी ही भारत बांग्लादेश जैसा सेकुलर मुल्क बनेगा। मुस्लिम भाइयों को जनगणना के अनुसार रिजर्वेशन आप दिला सकते है। रोहिंग्या भाइयों को नागरिकता आप ही दिला सकते है
Salute you Azam saheb 🙏
secular ho gye kya ??
Mst bayan... Dho daala... sach a great speech
Get well soon azam khan ji... awesome speech👍
Weldone ❤Ak shab
Aazam khan Zindabad 💪💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕💕
Iss makkaar ne bharat mata ke liye "Daayan" shabd ka upyog kiya hei isey maaf nhi kiya ja sakta ye dhuurt desh drohi.
Waha dil jeet lea
well done Azam साहब
One of the best speech delivered by Mr. Azam khan Shahab.
Excellent saab
Bhut sundar speech Ajam khan shab ❤
well done sir you have won my heart__❤
Well done azam ji
Bahut khoob Azam Khan assalamu alaikum
Wow आजम सहाब ❤❤❤
MashALLAH
A true india will always appreciate this kind speechs. ❤️Well said sir..🇮🇳Jai hind. 🇮🇳
Uttar Pradesh me jab hinduo ko marte the tab yeh speech yad nahi aati thi aur tumlog khus hote the waqt ka pahiya ghum gaya hai.
Toah abhi pakistan challayeh jaoh
@Ahsu Khan khwab dekh la ab tera jausa suor ko Allah k pas Ham pouchayenga
Very nice speach 👍👍
Great speach sir salute aap ko ,
Aazam khan zindabad ❤️❤️❤️
Masha Allah
Gjb sher rampur k
Ist time listening Azam Khan
Logic hai baat me👍
Azam khan sahab jail mein hain 😭
You are very right...nice speech..
Chiiiiiii yarrr darpokkkk hindu
Sahi bole sharma bhai
@@abd_17_gaming75 bhai wo aisa bola to darpok thori ho gaya
U r grate sir
Very beautiful looking
Masaallah nice Speech Love U❤
Nonsense, Pakistan and Bangladesh are the territories given to Indian Muslims, not India. India technically meant for non-Muslims by the definition of partition!!
Azam Khan Sahab ❤️
Salute sir I love you ❤️😘
Great job sir
Azam khan excellent you are talking
Good
Great sir......... 🙏🙏🙏🙏
Ironic that a Muslim candidate won from a place named as "RAMpur"
Chandra Prakash Bisht Whats the irony. For ever a Hindu candidate is winning from a place named as ALLAHabad
@@ganganasgoudar5590 😂😂good one
@@ganganasgoudar5590 lol
shweta verma and that’s a Ton of crap. Irrelevant to the context and showing your total lack of humour
shweta verma don’t worry, the agony of bumping into you is more acute this side.
Random out of context rant
Well Done So Smart Wonderful sir
Great azam khan....allah kamyabi de......ameen
Well said🙏
Subhan ALLAH
Wah Azam khan sahab kya jawab Diya Aapne, itihaas taaza Kar Diya
👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏
Beautiful beautiful beautiful
Well said sir, after so long listen good words.🙏🙏🙏🙏
Ji haan. Mazhab nahi sikhaata aapas me bair rakhna. Hindi hai hum watan hai hindustaan hamaaraaa... 💖💖💖💖
@@ameen2308
❤ hind hai hum
Jail me h
Though I don't like this man, but his speech is superb.
That's the fundamental thing to become a mp
Bhai urdu ka kamaal hai.
@@thegreatone6931 nahi bhai... hindustan me hindi hi best hai urdu nahi uske style aur boldness k karan.......😁👍🏼
Murkh h Tu kya bola usne suna tune use haq tha tum ko nahi or Tu khush ho raha h lagta h abhi tak sirf suna tune samja nahi😎🚩
Jai yogi
Greatest speech ever heard by me....azam sahab is right no body can compel anyone for anything ....my india is for all religions n all religion r meant for brotherhood not for agenda politics....so it’s a kind appeal for all Indians to keep brotherhood intact so tht these falsehood demeans itself
Ye agenda politics ab nhi aayi h ye bahut Purana h durbhagya ki baat ye h ki isme Muslims majority ki haath sabse jyada h Kyoki us samay sanghi Ka power bahut km tha chahte to aaram se uski aawaj ko daba Sakte the. Ese aap "thoughts of Pakistan" b.r. Ambedkar ke books se samajh sakte h.
What is the problem in vande matram? Muslims cant show allegiance to the nation? Quaran me likha h kya vande matram nhi bolne ko?
@@mrx-sr3qj agar vande Mataram ki jagah I love my country, Jay hind, proud to be Indian, bolu me to aapko kya problem hai jara btayiye ?🙄
@@Bulbulemakhluk jo muslim hmare fauj me hain wo vande matram nhi bolte? Bharat mata ki jay nhi bolte? To tmhe bolne me kya dikkat h? Vande matram to sirf hindu k liye rashtriya geet nhi banaya gya tha. Wo to saare indians k liye tha. Vande matram jis congress session me 1896 me gaya gya tha uski presidentship ek muslim Rahitullah sayani ne ki thi. Unhone to nhi bola ki mai vande matram nhi gaunga.
@Ahsu Khan kaha se padha aapne bhai ? Ki usme cheezen galat h? Inn netao k bakwas k alawe batana kabhi khud se padha q galat h? 1896 me pehli baar vande matram gaya gya tha calcutta congress session me uss time congress k president Rahimtullah sayani the unhone gaya tha. Unhone to nhi bola ki ye islam k khilaf h. Ye kisne sikha diya tmhe?
Very good speech in parliament House, Mr Azam Khan ,,,
ماشاءاللہ نہایت ہی عمدہ جذبات اعظم خان صاحب آپکی باتیں دل کے تاروں کے ذریعے میری روح میں جذب ہو گیٸں میں ایک ادنیٰ سا طالب علم أپ کا شیداٸ پہلی مرتبہ میں ہو گیا میں آپ کو اور آپ کے جذبوں کو بے شمار مرتبہ سلام کرتا ہوں 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Best speaker so far.. Sir we are with you.
Well done sir, you have won my heart.
Jaza kallah saheb Allah apki madad kare