प्रारब्ध दु:खी नहीं कर सकता, सबको लगता है मैं ही सही हूं।आनंदमूर्तिमाँ
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- Опубліковано 19 вер 2024
- किसी की बस की बात नहीं है कि कोई हमें दुखी कर जाए क्योंकि हम तो आनंद स्वरूप है अगर मैं अपना आनंद स्वरूप भूल जाऊ तो दुख की स्थिति आती है।
प्रारब्ध दु:खी नहीं कर सकता,दुःखी तुम अपने अज्ञान से होते हो सबको लगता है मैं ही सही हूं ।"आनंदमूर्त,
किसी किसी जीव को यह नहीं लगता कि मैं मरने वाला हूं
जीव यह मानता है कि मैं सब कुछ जानता हूं
सबको यह लगता है आई एम द बेस्ट
I Am The Best की फीलिंग होती है
ਜੈ ਗੁਰੂਦੇਵ ਜੀ 🦜🦜🦜🙏🦜🦜🦜🙇
प्रातः स्मरणीय आनंदमूर्ति गुरु मां को सादर प्रणाम।
Pranam gurudevji 🌹❤🙏❤️🌹🙏
Pranaam Sadgurudev. Bahut Sundar.very nice. Thank you Gurudev. 🙏🙏🙏🌸🌿🌸🌿🌸🌿🌸
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