'मुक्तिबोध' : एक संस्मरण - हरिशंकर परसाई / Muktibodh - Harishankar Parsai Satire

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 1 гру 2024

КОМЕНТАРІ • 3

  • @MaheshK.1
    @MaheshK.1 2 місяці тому +1

    मित्र क्या मुक्तिबोध पर ऐसे और भी संस्मरण है अगर है तो मुझे बदलाएं में बहुत उत्सुक हूं।

    • @KahaniKendra
      @KahaniKendra  2 місяці тому

      सर्.. मुक्तिबोध जी पर लिखे संस्मरण काफ़ी सीमित दिखाई दे रहे हैं। उनके समकालीनों में परसाई जी के अलावा शायद नरेश सक्सेना जी इत्यादि ने उनपर लिखा है। मुक्तिबोध जी के पुत्र दिवाकर मुक्तिबोध ने भी अपने पिता को याद करते हुए कुछ लिखा है जो अपने बचपन की स्मृति पर आधारित है । मुक्तिबोध जी के और भी संस्मरण शायद संकलित होने बाक़ी हैं । कुछ आप Google कर सकते हैं 🙏🏻 धन्यवाद

    • @MaheshK.1
      @MaheshK.1 2 місяці тому +1

      @@KahaniKendra thanks 👍