Exactly us area me aadivaasiyo aur gareebo ka forcefully conversion kiya hai rice bag walo ne laalach dekar . U. Logo ki gareebi ,majburi ka fayda uthaya gaya .
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...! #डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू #असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩 - दुष्यंत साहू (पत्रकार)
bro said he can cure cancer wtffff ahahahaaha dhongi baba saala if he can cure cancer then pure duniya ke doctors chutiye hai jo itne din research karahe kardxena theek bc duniya ka cancer dhongi saaala nimbalkar ne challenge kiya tha tab bhag gaya tha tera dhongi maharashtra se
@@Indian007BondYou Can Be Critical To Anyone Citing Your Own Views. But, In The Court Of Law Every Decision Taken Based On Evidence And Arguments In The Court. If You Have Any Issues With Any Bench, The Bench Itself Gives An Authority To Get The Matter Transferred To Any Other Bench. Even After You're Not Satisfied With The Results, You Can Put The Petition For Review. But, Accusing A Judge Can Be Considered As A Contempt Of Court Itself.
@@narendrashaha5024 , your last lime was the conclusion. Anyone can accuse our P.M but No one can accuse a judge. It will be a crime, and it shows the dictatorship of the judges. Which is against freedom of expression. That's why this needs to be changed.
Every Bharatiya 🇮🇳 should follow the Law & regulations of India & if anyone don’t want follow, the they should get out from this country… It’s as simple as that..
@@vinay2586 अगर अदालतों मैं ऐसे इंस्पौनसर वकीलों की जामात ही time बर्बाद करती रहेगी और तुम जातिवाद की घृणा का रस लेते रहोगे तो इस मामले मैं अदालतों से ज्यादा तुम दोषी हो l
This is alarming situation for Hindus. Every time judges may not be smart like this Hon. Judge Agarwal. This is part of organized plans to stop Hinduism going to practices and bring awareness in tribal areas. Politicians are mute witnesses .
lol seriously ?? Hinduism have survived 1000+ years and still you feel HINDUISM is in danger ?? and if HINDUISM is in danger its because of these fraud babas.
Other than BJP every other party supports muslims and Christians and even encourage Christian missionaries to spread Christianity... Everything is smoothly running for Christian missionaries. Minorities can promote their religion if hindus do then that means terrorism
Jb argument nhi hota hai to yhi sb chutiyapa krna pdta hai Christian missionary ne sponsor Kiya hai ye PIL Bageshwar dham Wale jayenge to Rice bag wale kaise convert kr payenge logo ko. Tribal area me.
If christian do conversion in tribal area tab in ghatiyan logo ko kuch nhi dikhta...jb abrahmic religion me jane pr pura culture pura ideology change ho jati h, while in sanatan many thing remains same
भाई साहब हिंदू बेचारे इतने साल से अच्छे से रह ही रहे थे जब ये लोग इसे इस्लामिक देश बनाने की होड़ शुरू की, और हिंदूओ को ये लोग परेशान करने लगे जब हमें हमारा राष्ट्र खतरे में लगने लगा तो कुछ साहसी हिन्दुओं ने आवाज़ उठाई चूल तो इन को है गजवा राष्ट्र बनने की अलग कानून इन का, मनमानी ये करते है, पत्थर ये चलते है, सरकारी सारी सुविधा ये लेते है, हमारे भगवान को गली ये देते है, जो कानून हिन्दुओं पर लागू होते है, ये भी उन को फॉलो करेंगे तो यही हिन्दू राष्ट्र है, बस और हिन्दू क्या इन को देश से भगा रहे है, थोड़ा दिमाग़ से काम लो 🙏🏻
@@pabloescobar0027 ye secular hona chahiye। Aur rahi bat hum 2 hamare 12 ye hindu aur muslim dono me chal raha hai। Aise logo ko kisi bhi prakar ki noukari ya sarkari madad nahi milni chahiye।
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...! #डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू #असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩 - दुष्यंत साहू (पत्रकार)
Vo folk deities ya to demigods honge ya apke purvaj honge! Mai yh dave k sath kh skta hu! Jaise humare yha Uttrakhand mai ek folk deity (devta) hain "Bhomya" jo ki prithvi ke demigod hain. Yh sb Vedic parampara se hi aye hain to zahir si baat hai ki Hindu hain.
जज सर , मुझे गर्व है आप पर आप अपना स्वभाव ऐसा ही रख्खे. श्री विवेक सर. एक दिन सबकी हवा निकलेगी. भारत को आप जैसे व्यक्ती की जरूरत है. मुझे आपपर गर्व है. इसे कहते है . " सत्यमेव जयते" अरविंद गोवा.🎉
JUDGE SAAB IS VERY MUCH RIGHT , THAT THE PLI IS A TRIVIAL MATTER DOESN'T REQUIRE IMPORTANCE / CONSIDERATIONS. DISMISSAL IS APPRECIABLE . HOW CHRISTIANS ARE ALLOWED / PERMITTED TO SPREAD CHRISTIANITY BLATANTLY ? ? ? .
Ur right, Ms also say they have a right to spread their religion. So why does everyone have a problem with Hinduism? Saale jalte hai.... and this lawyer doesn't even know full English, aise chewtiye lawyer bante hai bc.
I don't care whether baba have some magical power or not, but most of Genz support him for promoting sanatan and co embracing sanatan in tribal converted Christian people. All this petition are sponsored by missionary because now competition has came for them
Muslim Bharat ko islam Desh banane mein lage hai .... Missionary ke log Christian banane mein lage hai .... Hindu Chutiya bante ja Raha hai abhi bhi nhi samjh rahe ......
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...! #डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू #असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩 - दुष्यंत साहू (पत्रकार)
So... minorities tribals can be converted into Christianity so much so that entire north east has majority Christians...but tribals who are the core strength of Sanatana Dharma cant practice it ? Why is no one stopped various governments from giving reservations to people who convert to Christianity?
For your kind information...many missionaries are law fully and are government registered... even some churches face this kind of allegation and actions are taken...but this guys had a big fan base..so it's highlighted.
That is not a PIL (public interest litigation) That is a CIL (Christian interest litigation). Hon'ble Justice has full knowledge of the fake basis of this petition.
@@bijoysarmah7452 nobody's neglecting anyone.....they are just protecting there own culture and religion by throwing converting societies out of the nation no matter what
by that logic, we should ban Christian Missionaries all over India..why no petition against them for preaching in Tribal Areas? then it does not hurt tribal faith? This is a Hindu land..even Tribal faith is added to Hindu Custom unlike Abrahamic religion
Exactly when a foreign faith is imposed everyone is okay with it but the moment the tribals are made to connect to Sanatan (which I believe there must be a connection b/w tribal's nature worshipping & Sanatan) all of a sudden so many petitions are filed in Highcourt 😏
@@burgerbobbelcher well lets see- the land is named after Hindu scriptures? Bharat. The country itself has the Hindu culture? Or how about we're the majority of population. It is Hindu land.
Ham hinduo ka durbhag ye bhi h ham astha k name pe kisi bhi pakhandi k aage nat mastak ho jate h. Or us phakhadi ko god smjhne lgte h. Aasram we'd series tum jese andh bhgto ko jgane k liye bnayi gyi jiska tumhare baba virodh kar rhe q ki janta ki aakhe na khul jaye. Kbhi unka dhandha thap na ho jaye.
@@tempest2109 then become a Christian and find out that there are discriminations in that religion too. Every religion has discrimination. You just don't know about it. Open your eyes and see the world. See how people are discriminated in Christian school and colleges based on which church you go. I live in a Christian dominated area, hence I know.
Why all the Judiciary lawyers are behind Bageshwar Dham Dhirendra Shashtri. Why not these Lawyers are behind Other religions dirty sledges over Hindus. And according to Constitution we have the Right to choose any religion so why not we choose Hindu Dharama and its my belief No one challenge.
@@aryanchandra5439kya hua shambuk ko? Agr itne he shudr the toh sbko maardete ? Ab vo chutia shambuk shreer k sth swarg jana chahta tha toh isme kisi ka kya kasoor. Tumne usne victim bnadiya. Kya lund budhi k log ho tum
Hindus don't force Tribals to leave their belief and forcefully follow the one they like unlike Christians and Muslims. From ancient times, Tribals and Hindus have lived cordially but this problem only arised after arrival of Christians missionaries
Anyones ancestors born in this land before moghals and practising the same Hinduism after multiple attempts destroy Hinduism is a actual hindu that is our tribal group. Who never converted.
His lordship is a great man.....respect for him grows by the day....likewise for the learned counsel for Bageshwar Dham....Jai Shri Ram , Jai Hauman , Jai BageshwarDham❤🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@@Sarojkumar-hg3ks When you lose arguments you resort to name calling. Tribals can give up their cast certificate because once they convert. Since ☪️u✝️iyas don't believe in cast. You cannot have both ways.
थोड़ा correct कर लें हमें कभी भी इतना नुकसान मुस्लिम या Christians से नहीं हुआ जितना ब्राह्मणों से हुआ। आरक्षण होते हुए भी 3-5% ब्राह्मण भारत के 95% आधिकारिक पदों कब्जा जमाये हुए हैं। और यह बागेश्वर धाम वाला बाबा भी ब्राह्मण है नहीं तो non-ब्राह्मण राम रहीम, आशा राम वगैरह सही/ग़लत कारणों से जेल में भेज दिये जाते हैं
Hoga Bhai Hoga ,,,,,kisi time pe kisi vishes samudaya ke log kisi vishes samudaya ko bhot bda hani pahuchaya h ,,,bhugtana to hoga hi bhai sab ,,,vo time aayega jaldi hi 😅😅😅😅
I belongs to tribal area of Uttarakhand but we tribals are kattar Hindu... We believe in our sanatan Dharma.... We tribals are heart and soul of sanatan Dharma.... Jai siya ram
Vinod ji, agar aap sach mein tribal area sey hain to kripya karkey SC/ST ko hindu bananey ki koshish karey. Hum hindu jab tak batey rahey tab tak politicians desh ko bech kar Islam mein convert kar deyngey. Sabko hindu hokar sochna hain.
@@joshuatheunkownuniverse.2475 missionary tum jitna bhi jor laga do kuch nhi kar sakte Tum logo ko Paisa deke convert krte ho Humare dharm me American Britishers aur jo bhi hai vo Shanti ke liye aate hain vo bhi khud aate hain Kabhi dekh lena banras, vrindavan, rishikesh Christian dharm se pareshan hoke vo humare yaha aa rhe hain Tum logo ko Paisa ka lalch do par vo din dur nhi hai jab sare western countries tumhara dharm chhod denge
Muslim Bharat ko islam Desh banane mein lage hai .... Missionary ke log Christian banane mein lage hai .... Hindu Chutiya bante ja Raha hai abhi bhi nhi samjh rahe ......
The tribal culture is one of the form of Hinduism. Hinduism believe in one god with different form. It includes several sects Brahmin, advait, vedant, even some of the shramanic tradition, Nature worship.. Every hindu have rights to worship any form of god.
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...! #डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू #असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩 - दुष्यंत साहू (पत्रकार)
@@bipboys818 if you think god is so puny that it can not manifest in plethora of forms then its the restriction of your knowledge and beliefs. If god is almighty then he performs the impossible that includes manifesting. Don’t worship an autocratic god who doesn’t have the power of taking the form of his devotees beliefs. God don’t make devotion, devotions make god
@@bipboys818 it seems illogical to you because you view God as a body But the true form of God is atma Or paramaatma. God is beyond any form but he can take any form with his yogmaya shakti. There is nothing except God. Only God exist yet you see many human animals birds etc because the God manifest himself as the world(prakriti) and God is within everyone in the form of Atma(consciousness) God is not limited to body God can take any form First read bhagwat geeta then judge.
Following Victim cards 1) Minority card 2) Tribal card 3) Religious card (specially Christian) In main land Hindustan , this card are playing in every parts of ...., Allarming time to revive your thought... Jai hind ..! Very good example are in India, you can find in North - East India.
@@comicfansufio4928 only andhbhakts are concerned with so called dharm parivartan people have more work to do in their daily lives other than persuading others to change their religion
@@kauaachaturvedi No dude. Not everyone has much work. Farmers, tribals, housewives , poor families all are being fed with money which is being funded by amazon, us and even uk missionary groups especially targetting poor and dalits. On the other hand their are constant news reports of r8pe and murder , love jihad by muslim boys on girls which has been proved from long time still considered propoganda because it exposes their bad reality. Thier is also pressure from so called nav bodh. The problem is not dharma parivartan but forceful dharm partivartan due to r8pe, false notations of hinduism and greed and situation of rural people.
@@kauaachaturvedi Lol Andhnamazis are chest thumping allover social media that their religion is fastest growing.. Fastest growing without conversion right? Forcing partners to change religion by misusing love. 🤣🤣
Proud to be law... There is no law at Madhyapradesh... See up side Source :- MP high court... There is law only at Maharashtra and Karnataka.... Bageswar guruji safe always at MP....
Chalo atleast someone is attempting to counter conversions. My full support to bageshwar baba and pray to all other Babas to follow this path, but in a peaceful manner.
@@namdeochimane7321तू मत मान भगवान को इतना बड़ा दानी है तो तू पाल ले सब को करंगे कुछ नी खायंगे प्रकृति का हगँगे भी प्रकृति, भोग और नुकसानभी प्रकति का करंगे कुछ होगा तो गाली भी भगवान को देंगे Hypocrasy देखो सालों की. तू भाई छोड़ दे मृत्यु के बाद का जीवन स्वर्ग नर्क, क्यू पैदा करते हो इतने बच्चे जो पाल नी सकते तो भगवान ने कान में आके बोला था और बच्चे पैदा करो .लस्ट से भरे हुए होंगे तब कमर से नीचे control नी होगा वासना से भरे होंगे तब लेकिन नहीं गाली भगवान को देंगे .बुद्धि तो है ना आपके पास .और आजकल कौन भूखा है जो बाकि धर्मों द्वार force conversion हो रहा है उस समय आपका जैसे बुद्धि जीवो का मुँह क्यू बंद हो जाता जो 72 हूरो का झांसा दे रे और पैसे देके Convert करा रे लोगों को. लेफ्टिस्टेट गैंग सालों को लोगों के personal faith से भी समस्या है. भगवान क्या दे रहा है बोलते है .हाथ पाँव और जीवन यापन के किये प्रकृति के संसाधन दिए हैँ पता नी मेहनत करने में साँप लोट जाते हैँ.
Shame to see so much illiteracy in judicial system. In the tribal villages, Christian missionaries are spreading their religion, building churches everywhere but that doesn't destroy tribal culture 🙄.
As a child, I used to respect all religions, Pray to their Gods as I respected and prayed to my Bhagavan. I never thought they were any different than my Bhagavan, but their hatred towards us forced me to change my views. Now I Understood the Truth. The Truth is *"THERE IS NO GOD IN THE UNIVERSE OTHER THAN BHAGAVAN🙏THERE IS NO TRUE RELIGION OTHER THAN HINDU DHARMA🙏"* Jai Sri Ram Hari Om🙏🕉️🚩
Tribals are not hindu.. they have their own religion called Adiwasi. Decision regarding this issue still pending in supreme court. In this video judge don’t want to listen anything because he made his decision in mind. Also, unskilled law practice responsible here..
@@pianosoul9875 Adiwasi isn't religion. It's a culture which very much in line with Hinduism. There are thousands of such characters mentioned in Hindu epics.. The judge don't want to listen because the lawyer and people like you have inbuilt hate against Hindus. You should thankful that you tuchiyas are preaching/dealing with Hindus otherwise you know what might have happened to you.
बिल्कुल सही कहा आपने हिंदू पैसे के लालच में फसकर अपने धर्म को नस्ट करने पे तुले हुए हैं जिस दिन ये सुधर जाएंगे भारत को कोई हिंदू राष्ट्र बनने से रोक नहीं सकता जय बागेशवर धाम सरकार की. जय बालाजी महाराज की जय श्री राम
कुछ भी बोलो बाबा का जलवा तो है, बहुत सारे नेताओं की फटी पड़ी है ! पटना के नौबतपुर में से ही हूँ मैं भी, नेता जी करोड़ों खर्च कर 1-2 लाख भीड़ जुटा पाते है । लेकिन 25 साल के युवा को देखने 10-12 लाख लोग आ जाते है । कुछ तो बात होगी बंदे में । इतनी बड़ी भीड़ शायद ही आज़ाद भारत कभी देखने को मिली होगी !
👏👏👏 Bharat needs more and more judges like Hon. Justice Vivek Agarwal ji
But Not India....!!!
Exactly us area me aadivaasiyo aur gareebo ka forcefully conversion kiya hai rice bag walo ne laalach dekar . U. Logo ki gareebi ,majburi ka fayda uthaya gaya .
You needs More an more sadu sants- Aasaram bapu, RamRaheem ,Swami Chinmayanand, Bageshwar
Agreed,...........
सही कहा बहन👍👍
Respect for judge
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...!
#डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के
बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू
#असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩
- दुष्यंत साहू (पत्रकार)
Judge bika hua hai
He clearly understands malicious acts
Justice Vivek Agrawal,
Salute to you sir!
Huge respect
He is so calm..❤️
Unhonne aacche se sara baat suni aur aaram se faisla liya..
Hats off to him...we need more judges like him.💯
ऐसे ही प्रामाणिक न्यायाधीश हर राज्य मैं चाहिए.
Thank god this is live
Now more and more people will know about bageshwar dham
Jai ho bajrangbali
Thanks for watching. Share this video
bro said he can cure cancer wtffff ahahahaaha dhongi baba saala if he can cure cancer then pure duniya ke doctors chutiye hai jo itne din research karahe kardxena theek bc duniya ka cancer dhongi saaala nimbalkar ne challenge kiya tha tab bhag gaya tha tera dhongi maharashtra se
You mean dhongi baba
@@yuvrajsingh-cv1scsaabit kar
@@yuvrajsingh-cv1sc no real baba
Dhong is happening in punjab chattisgarh and gujarat .
People getting convert for foods
God will not spare the evils
Judge ko Dil se respect❤
Hon'ble Vivek Agarwal should be promoted to Supreme Court
Correct, abhi Surpime court ke kuch present judge librandu hi hain ......
@@Indian007BondYou Can Be Critical To Anyone Citing Your Own Views. But, In The Court Of Law Every Decision Taken Based On Evidence And Arguments In The Court. If You Have Any Issues With Any Bench, The Bench Itself Gives An Authority To Get The Matter Transferred To Any Other Bench. Even After You're Not Satisfied With The Results, You Can Put The Petition For Review. But, Accusing A Judge Can Be Considered As A Contempt Of Court Itself.
@@narendrashaha5024 , your last lime was the conclusion. Anyone can accuse our P.M but No one can accuse a judge. It will be a crime, and it shows the dictatorship of the judges. Which is against freedom of expression. That's why this needs to be changed.
Every Bharatiya 🇮🇳 should follow the Law & regulations of India & if anyone don’t want follow, the they should get out from this country…
It’s as simple as that..
यह भारतीय न्यायपालिका है जो चतुर से चतुर राष्ट्रविरोधी को अपनी औकात दिखा देते हैं न्यायधीश महोदय को धन्यवाद ❤❤❤❤❤❤
Ek din jab adalat ke chakkar me bhas Gaye, jab samajh me aa jayega
Jis niyayepalika k tarreef k pul bandh rhe ho jab uske palle pdoge tab samj aajyega
@@mohitchaudhary555 mtlb nyaypalika koi judgment sahi de to uski tareefbhi na kare koi? 🤣
@@vinay2586 अगर अदालतों मैं ऐसे इंस्पौनसर वकीलों की जामात ही time बर्बाद करती रहेगी और तुम जातिवाद की घृणा का रस लेते रहोगे तो इस मामले मैं अदालतों से ज्यादा तुम दोषी हो l
This is alarming situation for Hindus. Every time judges may not be smart like this Hon. Judge Agarwal.
This is part of organized plans to stop Hinduism going to practices and bring awareness in tribal areas.
Politicians are mute witnesses .
This is congress doing so that they can convert the rest of the tribals into christians to get their votes in the name of casteism.
lol seriously ?? Hinduism have survived 1000+ years and still you feel HINDUISM is in danger ?? and if HINDUISM is in danger its because of these fraud babas.
Yeah see the situation in manipur for example
@@Oprelvekin waha kya ho raha ha
Other than BJP every other party supports muslims and Christians and even encourage Christian missionaries to spread Christianity... Everything is smoothly running for Christian missionaries. Minorities can promote their religion if hindus do then that means terrorism
ऐसे न्यायाधीशों की सदा जय हो❤❤❤
Jai shree Ram💐💐💐
I can only hear MY LOAD more than the argument 😔😂😂
Yes my load
@@trevor9747 reload😂😂😂😂😂😂😂😂
Jb argument nhi hota hai to yhi sb chutiyapa krna pdta hai
Christian missionary ne sponsor Kiya hai ye PIL
Bageshwar dham Wale jayenge to Rice bag wale kaise convert kr payenge logo ko. Tribal area me.
@@pkm7776 point hain👍
@@pkm7776 ji baat🤣🤣🤣
जज साहब ने समझा दिया 😄😁 बागेश्वर बाला सरकार की जय, जय हिंदू राष्ट्र, जय श्री राधे 🔱🙏🚩
ये देश हिन्दु राष्ट्र कैसे हो सकता हैं इस देश में तो मुसलमान,सिख, ईसाई,गोंडी धर्म के लोग रहते हैं
As a tribal from west bengal, I can confirm Hinduism does not violate any of our mythology or rituals.
BENGAL BACHALO!! r0hingy@ BHAGAO!!! AGAR NRC CAA NHI LAGA TOH BENGAL GYA! BE VOCAL!!! DESH KE LIYE ITNA TOH KRO!!
@@Immortal-pu8gr😂😂
What 😂😂😂. !
If christian do conversion in tribal area tab in ghatiyan logo ko kuch nhi dikhta...jb abrahmic religion me jane pr pura culture pura ideology change ho jati h, while in sanatan many thing remains same
@@amanchoudhury8135 my condolances is with you
The best part- "thus petition fails and is dismissed"
जय श्री राम 🚩
ये गजवा हिन्द कहे तो ठीक, हम भगवा हिन्द कहे तो गलत! ऐसे ही न्याय प्रिय जज की इस देश को ज़रूरत है 🙏🏻
ना गज़वा हिंद चलेगा और ना भगवा हिंद।
@@animalkingdom5933 bhagwa Hind Hoga kyuki Bharat hinduo ki jamin hai samjhe Bharat Kabhi islaamic nhi ho sakta kyuki ye Bharat ka nhi❌
@@animalkingdom5933 fir kya chalega wo bhi bolde hum do hamare 12 .desh ko hatiyane ke liye
भाई साहब हिंदू बेचारे इतने साल से अच्छे से रह ही रहे थे जब ये लोग इसे इस्लामिक देश बनाने की होड़ शुरू की, और हिंदूओ को ये लोग परेशान करने लगे जब हमें हमारा राष्ट्र खतरे में लगने लगा तो कुछ साहसी हिन्दुओं ने आवाज़ उठाई चूल तो इन को है गजवा राष्ट्र बनने की अलग कानून इन का, मनमानी ये करते है, पत्थर ये चलते है, सरकारी सारी सुविधा ये लेते है, हमारे भगवान को गली ये देते है, जो कानून हिन्दुओं पर लागू होते है, ये भी उन को फॉलो करेंगे तो यही हिन्दू राष्ट्र है, बस और हिन्दू क्या इन को देश से भगा रहे है, थोड़ा दिमाग़ से काम लो 🙏🏻
@@pabloescobar0027 ye secular hona chahiye। Aur rahi bat hum 2 hamare 12 ye hindu aur muslim dono me chal raha hai। Aise logo ko kisi bhi prakar ki noukari ya sarkari madad nahi milni chahiye।
In our area there are many folk deities but.. They are not different from Hinduism.. We worship them as lord Shiva or Krishna...
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...!
#डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के
बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू
#असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩
- दुष्यंत साहू (पत्रकार)
They think tribals in M. P are stupids like northeast tribals who changed their relegion to christanity for some money . Ufffff😆😆🤣
Vo folk deities ya to demigods honge ya apke purvaj honge! Mai yh dave k sath kh skta hu! Jaise humare yha Uttrakhand mai ek folk deity (devta) hain "Bhomya" jo ki prithvi ke demigod hain. Yh sb Vedic parampara se hi aye hain to zahir si baat hai ki Hindu hain.
In bihar every one celebrate karma
Although it is a tribal festival
They are hindu gods only
This advocate said ," my lord" more than his actual argument.
🤣🤣🤣👌
Itna Indian kids apne pitaji se nhi darte jitna ye judge ki bootlicking kr rha h 😂
@@anshu5518 Paapi pet ka sawal hai.....😅
Yahi comment m dhoondh rha tha 😂
So. Once more
जज सर ,
मुझे गर्व है आप पर
आप अपना स्वभाव ऐसा ही रख्खे.
श्री विवेक सर.
एक दिन सबकी हवा निकलेगी.
भारत को आप जैसे व्यक्ती की जरूरत है.
मुझे आपपर गर्व है.
इसे कहते है .
" सत्यमेव जयते"
अरविंद
गोवा.🎉
JUDGE SAAB IS VERY MUCH RIGHT , THAT THE PLI IS A TRIVIAL MATTER DOESN'T REQUIRE IMPORTANCE / CONSIDERATIONS.
DISMISSAL IS APPRECIABLE .
HOW CHRISTIANS ARE ALLOWED /
PERMITTED TO SPREAD CHRISTIANITY BLATANTLY ? ? ? .
Christianity is dead in the west so they are targeting "poor" countries like India, south east asia and africa to survive.
You are right how the Christian missionaries do it and have rights to enter the villages and change their way of life.
@@ranaprajapati4952 aadhi adhuri knowledge se gyan mt pelo isi year isi type k matter pr chhatisgarh m danga ho gya tha christianity ko lekr ....
Ur right, Ms also say they have a right to spread their religion. So why does everyone have a problem with Hinduism? Saale jalte hai.... and this lawyer doesn't even know full English, aise chewtiye lawyer bante hai bc.
@@sandeepmarskole9316 kay mhanaych ahe tula?
I don't care whether baba have some magical power or not, but most of Genz support him for promoting sanatan and co embracing sanatan in tribal converted Christian people. All this petition are sponsored by missionary because now competition has came for them
Absolutely true! Power or not is personal belief, but holding a program in a free country is totally different.
So true, I also agree with this.
Muslim Bharat ko islam Desh banane mein lage hai ....
Missionary ke log Christian banane mein lage hai ....
Hindu Chutiya bante ja Raha hai abhi bhi nhi samjh rahe ......
True bro... And these useless things are going to increase as we get closer to Elections. These people become active only during elections.
FOREIGN FUNDING Going into these bogus petitions!
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...!
#डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के
बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू
#असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩
- दुष्यंत साहू (पत्रकार)
Name of the advocate please
Lundbhakt😂
They can't even find good lawyers. Last lawyer was legend though.
'Foreign' and 'bogus' are two important words in this observation.
Here you have restored my faith on democracy 🙏 respect
So... minorities tribals can be converted into Christianity so much so that entire north east has majority Christians...but tribals who are the core strength of Sanatana Dharma cant practice it ? Why is no one stopped various governments from giving reservations to people who convert to Christianity?
One more point... What about my fundamental rights.... Which says any one can freely propagate profess and practice religion.. ...
Stop acting like Hinduism gives a shit about Tribals. They are literally considered outcastes in Hinduism.
Becoz so called brahmins suppressed tribals for ages. Go read some history and then talk about these issues
@@paajianurag12 No, only Muslims and Christians are allowed that. Bec Hindus are yet to get Freedom in this country.
@@yuvrajsingh-cv1sc🤡🤡
*देश के अंदर जो जयचंद बैठे है, वो बाहरी शत्रुओं से अधिक घातक है।*
Tum bhi unne se 1 ho
Ye log bhim army(Comunist)wale he, China ki Funding se pura bharat me asanti felate hen
Tu bhai maharaj jaichand ke baare mai dhang se padh lena
@@beinganonymous707
Nhi tu hi hai unme se,.....yeh nhi hai.
Nikal chtye andbakt
इस वकील ने एक ही बात की है... 'My Lord' 😂😂😂😂
Seriously 😂 sir dard ho gaya My Lord sunkar
My lord ×1000
Ohooo when jab class m kuch bhool jao😅😅
Haa bhai mai dekh raha hu my lord my lord my lord😂😂😂🙄🙄🙄
😂😂😂
JAI SHREE RAM
I Respect Justice
Vivek Agarwal Ji
Juj sahab ko anant koti pranam
respect for Judge. Bangladesh se hu Hindu hu 🙏🙏🙏
stay safe
@@PhysiqueIndexdotcom and what does that mean? He isn't in India.
@@yasin.uddowla muslim country me koi bhi safe nhi hai specially hindus(sanatani/sikh/buddhist/jains)
Yehi ka hai tu samjha na
@@yasin.uddowla pehele tu Hindu tha bhai🙏
Baba's program is temporary but
vakil's "MY LORD" is permanent 😂😂😂😂
😂😂😂 true
😂True 😂
😆
Han 😂🤣
Jai Shri Raaam🚩🚩
CHRISTIAN MISSIONARIES WORKING OVERNIGHT
Christians+Muhamdans
Hit the nail on the head sir!!
🤣🤣 RIP logic
lord krishna was f*** thief 😂😂😂😂
For your kind information...many missionaries are law fully and are government registered... even some churches face this kind of allegation and actions are taken...but this guys had a big fan base..so it's highlighted.
Superb .salute to this judge.more such judges are required in our judiciary.
Justice Agrawal sahab is on Fire 🔥 🔥
Jay Shree Siya War Ram Lakhan Janki Jay Bolo Bageshwar Dham Hanuman Ji.......😘🕉️🙇❤️😍🧡🙏🙏🧡😍❤️🙇🕉️😘
That is not a PIL (public interest litigation)
That is a CIL (Christian interest litigation).
Hon'ble Justice has full knowledge of the fake basis of this petition.
😂😂 pranam bhai ji
@@learningsimple5155 🙏🙏
Dont neglects the Christian.its a world bigest religion
@@bijoysarmah7452 nobody's neglecting anyone.....they are just protecting there own culture and religion by throwing converting societies out of the nation no matter what
@@bijoysarmah7452 it's religion which is thrown out by US UK now they are begging to Indian poor ppl
by that logic, we should ban Christian Missionaries all over India..why no petition against them for preaching in Tribal Areas? then it does not hurt tribal faith? This is a Hindu land..even Tribal faith is added to Hindu Custom unlike Abrahamic religion
Exactly when a foreign faith is imposed everyone is okay with it but the moment the tribals are made to connect to Sanatan (which I believe there must be a connection b/w tribal's nature worshipping & Sanatan) all of a sudden so many petitions are filed in Highcourt 😏
Clearly they have no problem with christianity. How did you decide this is a Hindu land?
@@burgerbobbelcher well lets see- the land is named after Hindu scriptures? Bharat. The country itself has the Hindu culture? Or how about we're the majority of population. It is Hindu land.
@@burgerbobbelcher because hinduism was orginated here in India unlike christanity.
Because hindus never file PILs nore fund them
Very happy to note that the recordings are available now... good for young lawyers and for judges to be aware of public scrutiny of judgements
Om sri bageshwaray namah🙏🕉️🚩
Ase lawyers hain India main hume dushmuno ki kya zaroorat hai..
Sab paiso ka khel hai
काश वकील साहब पैसा ना देख के लोगों की भावना को देख पाते 😢 थू है ऐसे वकील को जो टके के भाव में बिक रही हैं
Bharat*. India given by Christian’s Hindustan given my Muslims. Only Bharat real name given by sanatan dharma. Jai modi jai yogi
हम हिन्दूओ का दुर्भाग्य यह है की चंद पैसो के लिये कूछ लोग जयचंद बन जाते है.
जय जयचंद
Wo kuch log received nothing but discrimination and humiliation from that religion.
Ham hinduo ka durbhag ye bhi h ham astha k name pe kisi bhi pakhandi k aage nat mastak ho jate h. Or us phakhadi ko god smjhne lgte h. Aasram we'd series tum jese andh bhgto ko jgane k liye bnayi gyi jiska tumhare baba virodh kar rhe q ki janta ki aakhe na khul jaye. Kbhi unka dhandha thap na ho jaye.
@@tempest2109 then become a Christian and find out that there are discriminations in that religion too. Every religion has discrimination. You just don't know about it. Open your eyes and see the world. See how people are discriminated in Christian school and colleges based on which church you go. I live in a Christian dominated area, hence I know.
@@Jhakaaseducation1355 chamche ki g***d jali....😀😀😀
Why all the Judiciary lawyers are behind Bageshwar Dham Dhirendra Shashtri.
Why not these Lawyers are behind Other religions dirty sledges over Hindus. And according to Constitution we have the Right to choose any religion so why not we choose Hindu Dharama and its my belief No one challenge.
Like judge said this lawyer is "Paid Sponsored"
Excatly
"govt unki hai to kya hua , system to hamara hai"
The bigger problem is that all these parasite lawyers are hindus........
@@crazycoolguy109677 Govt is also not taking any action since 2019.
They are acting like next ManMohan Singh Ji ☹️
जजसाहब एकदम सही है 🙏🙏❤️🙏🙏
Judge saheb g ko salute 🙏🙏
शबरी माता भी हमर राम कथा के देवी हैं हम सुनवे जावेगे।
शंबूक भी सुना दे😂
@@aryanchandra5439 teri ammi ka bhosda sunbe ka 😊
@@aryanchandra5439 malleche ka to vadh hoga hi bhymte
@@aryanchandra5439 sambook tera dwara creat kiya gya
@@aryanchandra5439kya hua shambuk ko?
Agr itne he shudr the toh sbko maardete ?
Ab vo chutia shambuk shreer k sth swarg jana chahta tha toh isme kisi ka kya kasoor.
Tumne usne victim bnadiya. Kya lund budhi k log ho tum
Hat’s off honorable judge ❤💐💐
A huge bow to the judge🙇♂️🙇♂️🙇♂️🙇♂️
Lagta leftist ko funding start ho gye😂😂😂
Missionary funding from vatican
Absolutely right,
Hamesha se thi
Leftist CHORS you mean .... Congress, AAP, TMC, DMK, CPM, SP
Yes jumlebaz 15 lakhs ka funding dia 😂 tujhe bhi Diya hoga
Hindus don't force Tribals to leave their belief and forcefully follow the one they like unlike Christians and Muslims. From ancient times, Tribals and Hindus have lived cordially but this problem only arised after arrival of Christians missionaries
Tribals were always hindus...why are differentiating hindus and tribals?
@@vikhy01 right ✅️
No one files petition if wafq board take tribal lands. They can’t they are above law 😢
hhindus r the tribals ....what nonsense u talking about.... if ur a hhindu ur a tribals period.
Anyones ancestors born in this land before moghals and practising the same Hinduism after multiple attempts destroy Hinduism is a actual hindu that is our tribal group. Who never converted.
His lordship is a great man.....respect for him grows by the day....likewise for the learned counsel for Bageshwar Dham....Jai Shri Ram , Jai Hauman , Jai BageshwarDham❤🚩🚩🚩🚩🚩🚩
Pity you follow a joker like him and the reason is we brought free internet before proper quality education.
Jai Shri Ram 🚩🚩
Jai Hanuman ji 🚩🚩
🤢🤮🤮🤮
@@sarathgopan3592 Maulvi ki aulad got triggered. Nikal bhadwe 🤣🤣🤣🤣
Jai shree ram
Jai Shree Ram...🚩🚩🚩
...I respect Judge....
🤣🤣🤣 Gobar bhakt
@@Sarojkumar-hg3ks When you lose arguments you resort to name calling. Tribals can give up their cast certificate because once they convert. Since ☪️u✝️iyas don't believe in cast. You cannot have both ways.
@@Sarojkumar-hg3ks Pappu ki chaatne wala Chamcha.....😂😂
Our country needs judge like this..❤
हमें कभी भी इतना नुक्मुसान स्लिम्स या विदेशी लोगो से नही हुआ जितना अपने हिन्दुओ से नुक्सान हुआ 🙏🙏
Yah Hindu nahin hai bhai Christian Missionary dwara convert Christian hai
Hindu matlab Mughalo ki di hui gaali. 😂😂😂
Hinduo me jativad ke lvde paye jate h
थोड़ा correct कर लें हमें कभी भी इतना नुकसान मुस्लिम या Christians से नहीं हुआ जितना ब्राह्मणों से हुआ। आरक्षण होते हुए भी 3-5% ब्राह्मण भारत के 95% आधिकारिक पदों कब्जा जमाये हुए हैं।
और यह बागेश्वर धाम वाला बाबा भी ब्राह्मण है नहीं तो non-ब्राह्मण राम रहीम, आशा राम वगैरह सही/ग़लत कारणों से जेल में भेज दिये जाते हैं
Hoga Bhai Hoga ,,,,,kisi time pe kisi vishes samudaya ke log kisi vishes samudaya ko bhot bda hani pahuchaya h ,,,bhugtana to hoga hi bhai sab ,,,vo time aayega jaldi hi 😅😅😅😅
Yes My lord, inke andar wahi lord hai, Jai Shri Krishan
I belongs to tribal area of Uttarakhand but we tribals are kattar Hindu... We believe in our sanatan Dharma.... We tribals are heart and soul of sanatan Dharma....
Jai siya ram
Kaha se ho guru?
❤
Vinod ji, agar aap sach mein tribal area sey hain to kripya karkey SC/ST ko hindu bananey ki koshish karey. Hum hindu jab tak batey rahey tab tak politicians desh ko bech kar Islam mein convert kar deyngey. Sabko hindu hokar sochna hain.
Our strongest hope. ❤️
@@sbbb_____sblscl jaunsar bawar Uttarakhand 🙏
Missionaries have probably paid him to file the case as they r feeling insecure due to the growing fame of Bhageshwar Dhaam
Obviously
Lol... Just blame us bro. Nowadays, blaming without proof has become a trend.
@@joshuatheunkownuniverse.2475 I have been attacked by jesuit bastards . I know your kind.
@@joshuatheunkownuniverse.2475 missionary tum jitna bhi jor laga do kuch nhi kar sakte
Tum logo ko Paisa deke convert krte ho
Humare dharm me American Britishers aur jo bhi hai vo Shanti ke liye aate hain vo bhi khud aate hain
Kabhi dekh lena banras, vrindavan, rishikesh Christian dharm se pareshan hoke vo humare yaha aa rhe hain
Tum logo ko Paisa ka lalch do par vo din dur nhi hai jab sare western countries tumhara dharm chhod denge
Muslim Bharat ko islam Desh banane mein lage hai ....
Missionary ke log Christian banane mein lage hai ....
Hindu Chutiya bante ja Raha hai abhi bhi nhi samjh rahe ......
The tribal culture is one of the form of Hinduism. Hinduism believe in one god with different form. It includes several sects Brahmin, advait, vedant, even some of the shramanic tradition, Nature worship.. Every hindu have rights to worship any form of god.
इस मैसेज को एक बार अवश्य पढ़े...!
#डाँग (गुजरात) में ईसाई मिशनरियों के धर्मान्तरण के
बीच दो दीवारें #असीमानंद #आशाराम बापू
#असीमानन्द कोई सेलिब्रिटी तो थे नहीं। वे यूनिवर्सिटियों में कृमियों की तरह चिपके कोई लुच्चे प्रोफेसर भी नहीं थे, जो अस्मत के बदले डिग्री बाँटते हैं। उनके पास तो सत्ता की कोई चमक भी नहीं पहुंची थी। विरक्त सन्यासी थे। बहुत कम भोजन करते। उससे भी कम बोलते थे। कौन कह सकता था कि एमएससी डिग्री धारी यह बंगाली साधु गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश की सीमा पर रह रहे आदिवासी समुदाय में इतना लोकप्रिय और सर्वस्वीकार्य बन जाएगा? एक झोला, गमछा और कौपीन ही उनकी पूँजी थी। #गुजरात के डांग जिले में, वनवासी समुदाय के साथ घुल मिलकर रहते और वहाँ चल रही ईसाई मिशनरियों की धर्मांतरण की साजिश के बीच दीवार बनकर खड़े थे। चर्च की नजर में यह गुनाह था। चारित्रिक दुर्बलता से तो फँस नहीं सकते, अतः कथानक को बम विस्फोटों से जोड़ा गया। उन्हें साध्वी प्रज्ञा से भी भयंकर यातनाएं दी गईं। बेहोशी की हालत में, उनसे इकबालिया बयान पर अंगूठे लगवाए गये। अब वे निर्दोष सिद्ध हुए भी, मगर पीछे वनवासी क्षेत्रों में जो तबाही हुई होगी उसका अनुमान है किसी को ? नहीं न ? बस उसी तबाही की भरपाई के लिए गुजरात के ही संत आशाराम बापू आगे आये। उन्होंने असीमानंद जी के अभाव को पूरा किया और युद्धस्तर पर ईसाई मिशनरियों के धर्मांतरण के गंदे खेल को कभी हद तक कंट्रोल किया। बस फिर क्या था ? वे भी ईसाई मिशनरियों की आँख की किरकिरी बन गए। नतीज़ा उनपर भी झूठे आरोप लगवाकर जेल में डाल दिया गया और फर्जी सज़ा भी सुना दी गई। असीमानंद जी के जेल जाने के बाद से ही आशाराम बापू आदिवासियों की घर वापसी के कार्यों में लगे हुए थे, तभी असीमानंद और प्रज्ञा ठाकुर को दी गई अमानवीय यातनाओं को जानबूझकर काँग्रेस द्वारा बीच बीच में इसलिए लीक किया गया ताकि और किसी की ईसाई मिशनरियों के बीच में बाधा बनने की हिम्मत न पड़े। लेकिन उस समय भी आशाराम बापू इन ईसाई मिशनरियों के खिलाफ खड़े रहे। और साध्वी प्रज्ञा व असीमानंद पर हो रहे काँग्रेसी अत्याचार के खिलाफ आवाज़ उठाई। बस फिर तो मैडम के बर्दास्त से बाहर की बात हो गई। उसके लिए आशाराम बापू सीधी सीधी चुनौती हो गए। और आप देखेंगे कि इस अवधि में सारे साधु सन्यासी लगभग दुबक गये थे या सेक्युलर दिखने की होड़ मची थी। उस समय में इन ईसाई मिशनरियों व मैडम के अत्याचार के खिलाफ आशाराम बापू ने ही मोर्चा खोला था। उस समय आशाराम बापू ही एक ऐसे संत थे जो नासिक (महा.) की एक अस्पताल में इलाज करा रहीं साध्वी प्रज्ञा से मिलने भी गए थे। और साध्वी प्रज्ञा की स्तिथि देखकर द्रवित हो गए थे। उस समय आशाराम बापू ने ही मीडिया में कहा था कि "अगर साध्वी प्रज्ञा पर अब एक भी अत्याचार हुए तो वे अनशन पर बैठेंगे"। इटली संचालित सरकार को खुली चुनौती देने के कारण मैडम पूरी तरह से बौखला गयी थी। ठीक उसी समय इटली संचालित सरकार ने शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती जी पर हत्या के झूठे केस लगाकर गिरफ्तार कर लिया। उस समय भी आशाराम बापू अटल बिहारी वाजपेयी, आडवाणी, जॉर्ज फर्नांडिस, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतम्भरा जी, अवधेशानंद जी आदि संतों के साथ जंतर मंतर पर इटली वाली सरकार के अत्याचार के खिलाफ धरने पर बैठे थे। जब बाबा रामदेव पर काँग्रेस ने रामलीला मैदान में जानलेवा हमला करवाया था, तब भी इस काँग्रेसी बर्बता के खिलाफ कोई संत बोला था तो वो केवल आशाराम बापू ही थे। आशाराम बापू ने ही रायपुर (छ. ग) में मैडम को खुली चुनौती देते हुए कहा था कि "सोनिया मैडम भारत छोड़ो"। भारत में हिन्दू साधु संतों को बदनाम करने डोर इटली के पोप ने मैडम को सौपी है। कुल मिलाकर 2005 से 2013 तक इटली के पोप द्वारा संचालित काँग्रेस सरकार ने एक मैसेज दिया गया था कि हमसे टकराने की सोचना भी मत। मगर आशाराम बापू ने इनके हर देशविरोधी व संत-संस्कृति विरोधी कदमों का प्रतिउत्तर दिया था। हमसे ना टकराना वाला मैसेज केवल संत समाज को ही नहीं बल्कि देश की टॉप ब्यूरोक्रेसी को भी दिया गया था। गुजरात के IPS ऑफ़िसर डी.जी वंजारा तो आपको याद ही होंगे। उन्हें भी सुनियोजित षड्यंत्र के तहत झूठे केस में फँसाया गया। सज़ा भी सुना दी गई। लेकिन 2014 में देश में एक नई सरकार आयी जिसने वंजारा साहब के केस को सही दिशा में मोड़ा और कई साल निर्दोष होते हुए भी जेल में गुजारने के बाद उन्हें न्याय मिला और वो झूठे केस में बरी हुए। देश को हतोत्साहित करने वाले इस इटली के पोप द्वारा प्रायोजित षड्यंत्र के परिणाम अभी लंबे समय तक दिखेंगे। अंततः विजय सत्य की ही होगी। जय हिंद 🚩
- दुष्यंत साहू (पत्रकार)
One god but but so many form🙄...its so illogical
@@bipboys818 if you think god is so puny that it can not manifest in plethora of forms then its the restriction of your knowledge and beliefs. If god is almighty then he performs the impossible that includes manifesting. Don’t worship an autocratic god who doesn’t have the power of taking the form of his devotees beliefs. God don’t make devotion, devotions make god
@@bipboys818 it seems illogical to you because you view God as a body
But the true form of God is atma Or paramaatma. God is beyond any form but he can take any form with his yogmaya shakti.
There is nothing except God. Only God exist yet you see many human animals birds etc because the God manifest himself as the world(prakriti) and God is within everyone in the form of Atma(consciousness)
God is not limited to body God can take any form
First read bhagwat geeta then judge.
@@bipboys818 illogical to idiots.... Pappu puppet are you 😂
Following Victim cards
1) Minority card
2) Tribal card
3) Religious card (specially Christian)
In main land Hindustan , this card are playing in every parts of ...., Allarming time to revive your thought... Jai hind ..!
Very good example are in India, you can find in North - East India.
At least some genuine Judges are still there 🙏
"Mera belief aapke bhasan se kase change hojayga" great statement by judge
heheheh this is a very good answer to those who belives that dharm parivartan is taking place all over India. Lol
@@comicfansufio4928 only andhbhakts are concerned with so called dharm parivartan
people have more work to do in their daily lives other than persuading others to change their religion
@@kauaachaturvedi No dude. Not everyone has much work. Farmers, tribals, housewives , poor families all are being fed with money which is being funded by amazon, us and even uk missionary groups especially targetting poor and dalits. On the other hand their are constant news reports of r8pe and murder , love jihad by muslim boys on girls which has been proved from long time still considered propoganda because it exposes their bad reality. Thier is also pressure from so called nav bodh.
The problem is not dharma parivartan but forceful dharm partivartan due to r8pe, false notations of hinduism and greed and situation of rural people.
@@kauaachaturvedi Lol Andhnamazis are chest thumping allover social media that their religion is fastest growing.. Fastest growing without conversion right? Forcing partners to change religion by misusing love. 🤣🤣
@@comicfansufio4928 There is a difference between 1 day speech and the months taking conversion process by manipulation.
Judge is awesome ❤🙏🏼
Proud of this Judge 🙏
Proud to be law... There is no law at Madhyapradesh... See up side Source :- MP high court... There is law only at Maharashtra and Karnataka.... Bageswar guruji safe always at MP....
Jai shree Ram 🚩
दुख की बात तो यही है कहीं भी चले जाओ सभी जगह पहले से ही बैठे हैं
Huge Respect for the judge 😊
He is a legend ❤❤❤❤❤
Great ❤ Justice Vivek ji
If I had a dollar for every time the lawyer said milord I would be millionaire.
Juge सहाब को लाखो तोपों की सलामी Jai भारत Jai हिन्दुस्तान
Chalo atleast someone is attempting to counter conversions. My full support to bageshwar baba and pray to all other Babas to follow this path, but in a peaceful manner.
This is why whole bhadwa gangs are abusing & defaming him and want to stop him...
Tu bhi to convert hoke hi Sultan bana hai.. Ya tera baap gulf ke desert me janma tha?
This is the judge - we need more judge like this sir MR honorable Vivek agarwal sir 🔥
My Lord aapko mera Hriday se Pranaam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Fair judgement ❤
Huge respect to justice 🙏🙏
My lord....my lord...my lord...
Jai Shree Ram
न्यायाधीश जी जय हो आपकी न्याय को सही जगह दिखाई आपने!हिन्दू हिंन्दुत्व हिन्दू संस्कृतिको विरोध करने लायक क्या है?ये अधिवक्ता बोलते तो
Judge sahab i salute you
हिंदू एकता जिंदाबाद!!! एक रहो ,सचेत रहो !!!
👍👍🚩🚩🚩
vot for bjp.🚩🚩🚩
Adi wasi not follow Hinduism, they have another Loards. Their culture not mach with sanatan dhrm.
जै श्री राम 🙏🚩
ये प्रायोजित याचिका है ❤ जज साहब जान गए हैं जी ❤
इस देश मे मान सिंह पहले भी थे.... आज भी हैं भगवान इनका सर्वनाश कर दे 😑
यहां भुखे को रोटी नही देता और बताते है कि स्वर्ग मे जाऐगा... ये कैसा राँकेट सायन्स है....
@@namdeochimane7321 swarg aur hooro ke chakkar mein Puri duniya mein atank faila rahe hain
@@namdeochimane7321तू मत मान भगवान को इतना बड़ा दानी है तो तू पाल ले सब को करंगे कुछ नी खायंगे प्रकृति का हगँगे भी प्रकृति, भोग और नुकसानभी प्रकति का करंगे कुछ होगा तो गाली भी भगवान को देंगे Hypocrasy देखो सालों की. तू भाई छोड़ दे मृत्यु के बाद का जीवन स्वर्ग नर्क, क्यू पैदा करते हो इतने बच्चे जो पाल नी सकते तो भगवान ने कान में आके बोला था और बच्चे पैदा करो .लस्ट से भरे हुए होंगे तब कमर से नीचे control नी होगा वासना से भरे होंगे तब लेकिन नहीं गाली भगवान को देंगे .बुद्धि तो है ना आपके पास .और आजकल कौन भूखा है जो बाकि धर्मों द्वार force conversion हो रहा है उस समय आपका जैसे बुद्धि जीवो का मुँह क्यू बंद हो जाता जो 72 हूरो का झांसा दे रे और पैसे देके Convert करा रे लोगों को. लेफ्टिस्टेट गैंग सालों को लोगों के personal faith से भी समस्या है. भगवान क्या दे रहा है बोलते है .हाथ पाँव और जीवन यापन के किये प्रकृति के संसाधन दिए हैँ पता नी मेहनत करने में साँप लोट जाते हैँ.
वो भी इनसे ज्यादा हिंदू था
Judge Agrawal is a learned person.
His concepts are absolutely crystal clear.
His answers nd replies are spot on.
Salute yu sir. 👏
My lord kul mila ke me bik chuka hoon seedhi batt ye hai
Shame to see so much illiteracy in judicial system. In the tribal villages, Christian missionaries are spreading their religion, building churches everywhere but that doesn't destroy tribal culture 🙄.
So true.
Lets have a drinking game.
Every time he says " my lord ", one has to take a shot 🥃🤣🤣
I would be dead 😂
Bro! You are the bro-est of bros! I hail thee bro!
Bhai aise toh aadmi peete peete hi mut dega😂
Bro mujhe lagta hai ki america ko 15 August ko azad krwa dena chahiye ukraine se... taaki hum mars pe zameen kharid kr ek ghar bana sake..
@@youtubersdub4339 kitne shot maarne ke baad ye comment likha h tune be🤣🤣
Everyone is free to preach his religion and Culture ❤
good Sir
Court should levy high fine for such sponsored pil which wastes court time
What's sponsored PIL?? Courts don't charge any fees for PILs are they free??
Madarsachaap kuch maloom hai kannon ka
@@imran4006 arrey katwe... Zakir Naik ke time tu kaha tha bhadwe
@@hkps5082 - Why? does that explains sponsored PIL?
@@imran4006 bol be chutiye. ... Kahan tha Zakir Naik ke wakt tu
As a child, I used to respect all religions, Pray to their Gods as I respected and prayed to my Bhagavan. I never thought they were any different than my Bhagavan, but their hatred towards us forced me to change my views.
Now I Understood the Truth.
The Truth is *"THERE IS NO GOD IN THE UNIVERSE OTHER THAN BHAGAVAN🙏THERE IS NO TRUE RELIGION OTHER THAN HINDU DHARMA🙏"*
Jai Sri Ram Hari Om🙏🕉️🚩
Right, Jai Sri Ram
The same story of every Hindu
Good to see arrogance in Hindus
@@dev3269 its not arrogance.... Dharma protects those who protect Dharma
FYI ISIS and Talibani bhi yahi sochte hai apne religion ke baare mein 😂... Ghamand and Garv mein bahut kam faasla hota hai
Respected justice jai hind 🙏
Bhai Sahab wo Aise he Judge nahi hai 🙏🏻🤟🏼
Tribal people are part of Hindu civilization don't put non sense acquisition ...we respect our tribal people culture and heritage .
Tribals are not hindu.. they have their own religion called Adiwasi. Decision regarding this issue still pending in supreme court. In this video judge don’t want to listen anything because he made his decision in mind. Also, unskilled law practice responsible here..
@@pianosoul9875
Adiwasi isn't religion. It's a culture which very much in line with Hinduism. There are thousands of such characters mentioned in Hindu epics..
The judge don't want to listen because the lawyer and people like you have inbuilt hate against Hindus.
You should thankful that you tuchiyas are preaching/dealing with Hindus otherwise you know what might have happened to you.
@@shaanghosh1935 you will see very soon! Will meet here again..
Tribals are hindu
@@pianosoul9875 sure rice bag k ch0de
Sponsored petition filed by the missionaries in name of Adivasi community. Rightly dismissed by the hon'ble Judge.
Absolutely right
Kaun bataya
@@f4life-l3vagya mulla dusre naam se
jai bageshwar dham
❤❤❤ Hukum,
Lordship, Love you.
Jai Hind
Once upon a time there was
“MY LOAD”
😂
शर्म आनी चाहिए ऐसे वकीलों को जो चंद पैसों और इज्जत के लिए अपने धर्म के खिलाफ जाते है - जज साहब सही है 😎
Super bro
बिल्कुल सही कहा आपने हिंदू पैसे के लालच में फसकर अपने धर्म को नस्ट करने पे तुले हुए हैं जिस दिन ये सुधर जाएंगे भारत को कोई हिंदू राष्ट्र बनने से रोक नहीं सकता जय बागेशवर धाम सरकार की. जय बालाजी महाराज की जय श्री राम
True 💯
Fraud baba… bevkoof log
Yes bro
कुछ भी बोलो बाबा का जलवा तो है, बहुत सारे नेताओं की फटी पड़ी है ! पटना के नौबतपुर में से ही हूँ मैं भी, नेता जी करोड़ों खर्च कर 1-2 लाख भीड़ जुटा पाते है । लेकिन 25 साल के युवा को देखने 10-12 लाख लोग आ जाते है । कुछ तो बात होगी बंदे में । इतनी बड़ी भीड़ शायद ही आज़ाद भारत कभी देखने को मिली होगी !
😂😂😂😂😂
True
Tum Javed hi ho😂😂
😂😂
Namaste Honrable Judge Vivek Agralwal Sir