फूले सर, भालेराव जी,कामले जी आप लोगों ने आज मूलनिवासी के बारे में जो चर्चा किए वो बहुत ज्ञानवर्धक है और सभी आदिवासी समाज के लिए ऐतिहासिक महत्व का है। आप सभी विद्वानों को बहुत बहुत धन्यवाद है।
Sabhiko krantikari Jay bhim jai savidhan namo buddhay 🙏🙏सभी आदिवासी महापुरुषों का क्या मूल इतिहास था और ब्राम्हणों का क्या इतिहास हे ब्राम्हण तोविदेशी हैं हिंदु नाम मुगलों और मुसलमानो ने दिया है खुद आर्य समाजी ब्राम्हण दयानंद सरस्वती बोलते हैं उनके सत्यार्थ प्रकाश में लिखा है ओ एक फर्शियन शब्द हे ब्राम्हणों के किसीभी धर्म ग्रंथ में हिंदु नाम नही लिखा है खुद सुप्रीम कोर्ट ने कहा था हिंदु नाम मुगलों और मुसलमानो ने दिई एक गाली हे उसका अर्थ नीच छली कपटी है और चोर होता है इंटरनेशनल डिबेट रखनी चाहिए RSS ब्राम्हण मंत्री योके पीछे छुपते है बुद्ध के कब्र पर खड़ा हे काल्पनिक हिंदु और ब्राम्हण धर्म
हम आदिवासी न तो किसी के मुख से पैदा हुए हैं, न किसी भुजाओं से, न जॉंघ से और न किसी के पैरों से । हमें तो हमारी पूर्वज प्रकृति माता ने अपनी अपनी कोख से पैदा किया है🙏 तो कैसे हम हिन्दू हुए ?
सभ्यता और संस्कृति के बीच दिन रात का फर्क है इस बात को बहुजन बुद्धिजीवी कब समझेंगे? मैं यहां ज्यादा नहीं लिख रहा हूं इतना पर्याप्त है पर इस पर गौर नहीं किया गया तो मजबूरन मुझे ज्यादा लिखना पड़ेगा। मूलनिवासी बहुजनो की सभ्यता और उसे विदेशी यूरेशियन आर्यों द्वारा नष्ट कर थोपी गई विदेशी यूरेशियन आर्य संस्कृति। समझदार को इशारा काफी है। जय मूलनिवासी।
भील प्रदेश राज्य की मांग आज से हजारों सालों से उठ रही है, इसलिए हम पुरखों की मांग को लेकर रहेंगे!! भीलप्रदेश हमारे पुर्वज की अनादिकाल से उत्पत्ति, विकास, सभ्यता संस्कृति स्थली हैं, जहाँ हमारे पूर्वजों के गणतंत्र (राजा) भी रहे थे, उस भूमि पर भीलप्रदेश राज्य का ऐतिहासिक दावा है!! भील राजाओं का प्रदेश भीलप्रदेश उदयपुर राजा उदा खराड़ी भील डूँगरपुर राजा डुंगर बरंडा भील #बाँसवाड़ा राजा बासिया चरपोटा भील गलियाकोट राजा गलिया डामोर भील #अहमदाबाद राजा आशा भील #झालोद का राजा भील राजा झाला वसैया #संतरामपुर का राजा सुता भील #छोटाउदेपुर राजा कालीया भील #अलीराजपुर राजा आलीया भील #जाबुआ राजा जंबु भील ऐसे भील प्रदेश की धरती पर अनेक राजा थे। भीलों की एकता और उनकी मजबूत शक्ति के डर से मानसिक संकीर्ण सोच के लोगों ने भीलों का अलग अलग चार राज्यों में बंटवारा कर दिया पर आज हमारे वीर पुरखों की लड़ाइयों को उनके गीतों को और इतिहास को समझा तो पता चला आज हम एक होने के लिए भीलप्रदेश की मांग करते हैं!! अंग्रेजों के समय से हमारे एरिया को भील कंट्री के नाम से जाना जाता था, लेकिन देश आजाद होने के साथ हमारे राज्य का नामोनिशान मिटा दिया गया!! मानगढ़ धाम बाँसवाड़ा पर 17 नवम्बर 1913 को सामंतीयों और अंग्रेजो ने मिलकर गोविंद गुरु के नेतृत्व में चल रहें आंदोलन को तहस नहस किया था 1507 भीलो की कुर्बान हो गए थे भीलप्रदेश के सपने के लिए... जिसे हमें पूरा करना होंगा भीलप्रदेश!" चार राज्यों में बिखरे भीलवंश का राजनैतिक एकीकरण कर "भीलप्रदेश" बनाया जाए ...ताकि भीली संस्कृति, भीली बोली, भीली पूजा पद्धति, भीली विवाह पद्धति का पुनरुद्धार हो सके..!! आदिवासियों का जमीर अगर गुलामी का आदि हो जाए.... तो ताकत कोई मायने नहीं रखती है!! आदिवासियों को अपनी जमीर स्वतंत्र आजाद रखनी हैं तो अपनी ताकत को भीलप्रदेश के लिए लगानी होंगी...? हमारे पुरखों ने अपने सपनों की लड़ाई लड़ी, वो इस देश में मालिकाना हक और एक स्वतंत्र राज शासन के लिए लड़े थे, वो भीलों का अपना एक भीलराज चाहते थे, वो अपने अस्तित्व अपने आने वाली पीढ़ी के लिए लड़े आओ हम सब उनके विचारों, संघर्षों को सँवारे, सहारा दे!! #जोहार_भीलप्रदेश #हमारी_मांग_भीलप्रदेश
आदिवासी मुलनिवासी प्राकृतिक की पुजारी हैं और आदिवासी कभी भी हिन्दू नहीं थेऔर न हैं और न होंगे बीजेपी आदिवासी को हिंदू कहना छोड़ दे इसी में भलाई है जयभारत जय संविधान
हर जाति का अपना अपना राज्य अलग से होना चाहिए जैसे कि मीणा प्रदेश राजपूत प्रदेश जाट प्रदेश दलितप्रदेश फिर ट्रेनों में भर के यूपी बिहार वालों की तरह पूरे दुनिया में घूमो भीख मांगते😅😅
और जो हिंदू बोलते हैं आदिवासी वह बहुत बड़े महान हैं लेकिन हम जैसे करीब कहीं पहुंचते हैं तो हमारे साथ कितना देर भाव होता हो तो हम जानते हैं लेकिन उनका क्या पता है 👑 इसलिए हमें भील प्रदेश सरकार चाहिए
भीली भाषा के आधार पर राज्य बनेगा जैसे गुजराती महाराष्ट्र बंगाल पंजाब तेलगु तेलंगाना केरल मलयालम तमिल तमिलनाडु। हम आदिवासी भील को सोची समझी शाजिस के तहत सरदार पटेल व वीपी मेनन ने भिलो को चार राज्यों में बाट दीया जय भील प्रदेश
Roat's protest in Rajasthan is part of a long history of assertion by Adivaasi communities across India on the question of religion. Arguing that they have their own distinct religious beliefs and practices that are different from Hinduism, several Adivaasi leaders have maintained that their communities do not fall within the Hindu fold, as claimed by the Sangh Parivar, which the BJP is a part of. Jharkhand's Adivasis call their traditional faith Sarna. For years, they have demanded a distinct code for the identification of their religion. In August 2021, in an online conversation that was part of a conference at Harvard University, former Jharkhand chief minister Hemant Soren said that "Adivasis were never Hindus and they never will be".In November 2020, the Jharkhand Mukti Morcha-led government passed a resolution demanding the recognition of the Sarna Adivasi Dharma as a separate code. It is yet to be approved by the Centre.
Sewa Johar jay Bhim Dada ham bhi chahte hai ki hamari bhi Identi ki ladayai hai ki hamara bhi Rajy Gondwana rajy bana chaiye sewa Johar jay Adiwasi Jay Gondwana Lad ke lenge Gondwana
महाराष्ट्र के पढेलिखे नौकरी पेशा आदिवासी हिंदू पंरपरा को अपनाये है ऊनके स्कूल रिकार्ड मे हिंदू लिखते है.आंबेडकरी मुव्हमेंट से दुरी बनाये हुवे रहते है यह हम देख रहे है.
भाई जी मैं पालघर का आदिवासी हूं, पालघर डिस्टिक में आरएसएस का बहुत प्रभाव है, उनके संस्कार हुए हैं, वह आदिवासी खुद को हिंदू कहते हैं कितना भी पढ़ा लिखा हो समझने की वैचारिक लेवल बहुत कम है, मैं सी पी एम पार्टी का कार्यकरता हूं वर्ल्ड लेवल सीपीएम पार्टी के थ्रू हमको दिया जाता है, ब्राह्मणों ने गुलामगिरी कैसे भारतीय उपखंड में नीचे जाती बनाकर गुलामगिरी लादा सब जानकारी मिलता है, लेकिन आदिवासी पढ़ा लिखा इंसान मूर्ख है,
Adivasi ye kabhi bhi Hindu nahi the aur nahi hai. Hindu Dharma sthapit hone ke pahale ve yanha rahate aa rahe hai. Ve nisarga ko manate hai. Unpar knyo Hindu Dharma ko thopa ja raha hai. Vaise dekha jay to Bauddha Dhamma aur Adivasiyonki parampara me samya hai. Is par Sanshodhan ki avashyakata hai.
प्रकृती पूजक हो इसका मतलब आप पक्का हिंदू ही हो क्यू की प्रकृती की पूजा हिंदू धर्म का महत्व पूर्ण अंग है.जैसे जल् का अर्ध्य अर्पण करणा ,सूर्य की पूजा,धरती की पूजा,अग्नी की पूजा,वायूदेवता की पूजा वर्षा ऋतू की पूजा पेडो की पूजा तो इसका मतलब आदिवासी असलं मे हिंदू ही है कोई किताना भी गालात बाते फैलाये इससे सच नाही बदला जा सकता .
प्राकृतिक पूजक का मतलब पत्थर को पूजना नही होता है मेरे दोस्त।गोबर को गणेश बनाना नही होता है,अंधविश्वास और पाखंड को फैलाना नही होता है,मनुष्य मनुष्य में भेद पैदा करना नही होता है,किसी को मुंह से किसी को भुजा से किसी को कमर से तो किसी को पैरो से उत्पति का गलत प्रचार नही किया जाता हैं। फालतू का ज्ञान पेलने से पहले ये भी देख लो की हिंदू शब्द की उत्पति कब हुई हैं।
SC st Hindu nhi hy Baba ne golmej parla ment se hmhin du nhi hy agr hote to 1 chodar tlav dhrs nhi Krna padta 2 kala ram mndir prve nhi krne diya 3 sal se styavr krhe hy 3 mhlig gavke bar nhihote kuvetk Pani nhi pine dete bad me sayns kmen o r4 or 1 bran ko pani dete hy pine to nhi pita hy esliye dbl hotka adhikar mila 1 hm hmare logo ko chunege 2 ra jatiya khtm ho hm dusre ko hot dege o hm milege
बिलकुल सही l हम लोग प्रकृति पूजक हैं l जय सेवा जय जोहार जय भीम जय भारत जय संविधान l
हम हिंदू नहीं हैआदिवासी है भारत के मूलनिवासी जय जोहार जय आदिवासी जय भीम जय संविधान
भारत (गोंडवाना लैंड) था, जोहार उद्बोधन, आदिवासी मालिक हैं इस सम्पूर्ण देश का। इतिहास गवाह हैं।
जयभीम जयमीम जय आदिबासी जय ओ बी सी गर्ब से कहो हम हिन्दू नही है न हम हिन्दू थे न हिन्दू है हम हिन्दू धर्म मे सिर्फ हिन्दू के गुलाम है
#_हमारी_मांग_भीलप्रदेश_जोहार🏹🌾🌿🏹🌾🌿✊
हम वनवासी नहीं आदिवासी हैं और आदिवासी ही रहेंगे
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश जय भीम
बिलकुल सही आदिवासी प्रकृति पूजक है ❤
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश सरकार
फूले सर, भालेराव जी,कामले जी आप लोगों ने आज मूलनिवासी के बारे में जो चर्चा किए वो बहुत ज्ञानवर्धक है और सभी आदिवासी समाज के लिए ऐतिहासिक महत्व का है। आप सभी विद्वानों को बहुत बहुत धन्यवाद है।
आदिवासियों के साथ पेशाब कांड और मणिपुर जैसे कांड होते तब तो हिंदू वाले कहां छुप जाते हैं उनको पूछना चाहिए
जोरदार जवाब !👍👍
Jai moolnivasi jindabad jindabad
जय आदिवासी जय जोहार सुखकर्ता पितृ की जय महाराष्ट्राचे जलगाव
जय जोहार,,जय आदिवासी,, जय भील प्रदेश,, 🏹🌾❤🔥👑
प्रफुल भालेराव और तीनो साथियों धन्यवाद जोहार❤❤
Excellent debate🎉🎉🎉🎉🎉
आदिवासी समाज हिंदू नहि है आदिवासी समाज प्रकृतिक,पुजक हैं जो सब से अलग हैं
Jai Bhim Jai bharat Jai samvidhan nàmo budday nàmo poorvjay Jai aadivasi ❤❤❤
Jai Bharat
Namo Buddhay
Thanks so much for the covering of this excellence news
I'm from Banswada Rajasthan
Are you bhil?
आदिवासी की संस्कृती धर्म पुर्व संस्कृती हैं, आदिवासी हिंदू नही हैं!आपकी जय हो
Johar bhai jo adiwashi sahi matlbha samjaya he
Sabse accha chenal
जोहार जय भील प्रदेश
Spr Jay Bheem Jay Bharat
जय भीम।नमो बुद्धाय।जय सम्राट। जय संविधान।
हमारे आदिवासी समुदाय के भाइयों की संस्कृति भगवान बुद्ध ने प्रकृति पूजा को ही सर्व श्रेष्ठ माना है ।
Bilkul sahi hai
Jai Bhim Jai Johar Nmo Bhuddhya
Jay,, bhim
Sabhiko krantikari Jay bhim jai savidhan namo buddhay 🙏🙏सभी आदिवासी महापुरुषों का क्या मूल इतिहास था और ब्राम्हणों का क्या इतिहास हे ब्राम्हण तोविदेशी हैं हिंदु नाम मुगलों और मुसलमानो ने दिया है खुद आर्य समाजी ब्राम्हण दयानंद सरस्वती बोलते हैं उनके सत्यार्थ प्रकाश में लिखा है ओ एक फर्शियन शब्द हे ब्राम्हणों के किसीभी धर्म ग्रंथ में हिंदु नाम नही लिखा है खुद सुप्रीम कोर्ट ने कहा था हिंदु नाम मुगलों और मुसलमानो ने दिई एक गाली हे उसका अर्थ नीच छली कपटी है और चोर होता है इंटरनेशनल डिबेट रखनी चाहिए RSS ब्राम्हण मंत्री योके पीछे छुपते है बुद्ध के कब्र पर खड़ा हे काल्पनिक हिंदु और ब्राम्हण धर्म
शराबी अगर वह नहीं देंगे तो हम आदिवासी वोटो के आधार पर विधायक जीता करके भेज कर लेंगे
हम आदिवासी न तो किसी के मुख से पैदा हुए हैं, न किसी भुजाओं से, न जॉंघ से और न किसी के पैरों से । हमें तो हमारी पूर्वज प्रकृति माता ने अपनी अपनी कोख से पैदा किया है🙏 तो कैसे हम हिन्दू हुए ?
सही बोला हैं हमारे आदिवासी के लिये हम हिन्दू नहीं है
इस सर मैं सही कहा है जो बीजेपी के नेता है वह बीजेपी के हिंदू हैं आदिवासी हिंदू नहीं है सर को जय जोहार
That true kamble ji❤❤
जय भीम नमो बुद्धाय जय संविधान
🏹हम आदिवासी हैं.(हिंदू) भील है लेकिन हम हिंदस्तानहिंदुस्तान में रहते हैं इस लिए हम को हिंदू कहां हैं
Exactly, we are not Hindu
Jai mulnivasi
Jambale and bhalerao i salute to you jai johar
सभ्यता और संस्कृति के बीच दिन रात का फर्क है इस बात को बहुजन बुद्धिजीवी कब समझेंगे? मैं यहां ज्यादा नहीं लिख रहा हूं इतना पर्याप्त है पर इस पर गौर नहीं किया गया तो मजबूरन मुझे ज्यादा लिखना पड़ेगा। मूलनिवासी बहुजनो की सभ्यता और उसे विदेशी यूरेशियन आर्यों द्वारा नष्ट कर थोपी गई विदेशी यूरेशियन आर्य संस्कृति। समझदार को इशारा काफी है। जय मूलनिवासी।
JAI BHIM 🎉 JAI FULE JAI MANDAL JAI BIRSA JAI SAMVIDHAN
भील प्रदेश राज्य की मांग आज से हजारों सालों से उठ रही है, इसलिए हम पुरखों की मांग को लेकर रहेंगे!!
भीलप्रदेश हमारे पुर्वज की अनादिकाल से उत्पत्ति, विकास, सभ्यता संस्कृति स्थली हैं, जहाँ हमारे पूर्वजों के गणतंत्र (राजा) भी रहे थे, उस भूमि पर भीलप्रदेश राज्य का ऐतिहासिक दावा है!!
भील राजाओं का प्रदेश भीलप्रदेश
उदयपुर राजा उदा खराड़ी भील
डूँगरपुर राजा डुंगर बरंडा भील
#बाँसवाड़ा राजा बासिया चरपोटा भील
गलियाकोट राजा गलिया डामोर भील
#अहमदाबाद राजा आशा भील
#झालोद का राजा भील राजा झाला वसैया
#संतरामपुर का राजा सुता भील
#छोटाउदेपुर राजा कालीया भील
#अलीराजपुर राजा आलीया भील
#जाबुआ राजा जंबु भील
ऐसे भील प्रदेश की धरती पर अनेक राजा थे।
भीलों की एकता और उनकी मजबूत शक्ति के डर से मानसिक संकीर्ण सोच के लोगों ने भीलों का अलग अलग चार राज्यों में बंटवारा कर दिया पर आज हमारे वीर पुरखों की लड़ाइयों को उनके गीतों को और इतिहास को समझा तो पता चला आज हम एक होने के लिए भीलप्रदेश की मांग करते हैं!!
अंग्रेजों के समय से हमारे एरिया को भील कंट्री के नाम से जाना जाता था, लेकिन देश आजाद होने के साथ हमारे राज्य का नामोनिशान मिटा दिया गया!!
मानगढ़ धाम बाँसवाड़ा पर 17 नवम्बर 1913 को सामंतीयों और अंग्रेजो ने मिलकर गोविंद गुरु के नेतृत्व में चल रहें आंदोलन को तहस नहस किया था
1507 भीलो की कुर्बान हो गए थे भीलप्रदेश के सपने के लिए...
जिसे हमें पूरा करना होंगा भीलप्रदेश!"
चार राज्यों में बिखरे भीलवंश का राजनैतिक एकीकरण कर "भीलप्रदेश" बनाया जाए ...ताकि भीली संस्कृति, भीली बोली, भीली पूजा पद्धति, भीली विवाह पद्धति का पुनरुद्धार हो सके..!!
आदिवासियों का जमीर अगर गुलामी का आदि हो जाए....
तो ताकत कोई मायने नहीं रखती है!!
आदिवासियों को अपनी जमीर स्वतंत्र आजाद रखनी हैं तो अपनी
ताकत को भीलप्रदेश के लिए लगानी होंगी...?
हमारे पुरखों ने अपने सपनों की लड़ाई लड़ी, वो इस देश में मालिकाना हक और एक स्वतंत्र राज शासन के लिए लड़े थे, वो भीलों का अपना एक भीलराज चाहते थे, वो अपने अस्तित्व अपने आने वाली पीढ़ी के लिए लड़े आओ हम सब उनके विचारों, संघर्षों को सँवारे, सहारा दे!!
#जोहार_भीलप्रदेश
#हमारी_मांग_भीलप्रदेश
जय भीम जय किसान
आदिवासी मुलनिवासी प्राकृतिक की पुजारी हैं और आदिवासी कभी भी हिन्दू नहीं थेऔर न हैं और न होंगे बीजेपी आदिवासी को हिंदू कहना छोड़ दे इसी में भलाई है जयभारत जय संविधान
हर जाति का अपना अपना राज्य अलग से होना चाहिए जैसे कि मीणा प्रदेश राजपूत प्रदेश जाट प्रदेश दलितप्रदेश फिर ट्रेनों में भर के यूपी बिहार वालों की तरह पूरे दुनिया में घूमो भीख मांगते😅😅
और जो हिंदू बोलते हैं आदिवासी वह बहुत बड़े महान हैं लेकिन हम जैसे करीब कहीं पहुंचते हैं तो हमारे साथ कितना देर भाव होता हो तो हम जानते हैं लेकिन उनका क्या पता है 👑 इसलिए हमें भील प्रदेश सरकार चाहिए
भीली भाषा के आधार पर राज्य बनेगा जैसे गुजराती महाराष्ट्र बंगाल पंजाब तेलगु तेलंगाना केरल मलयालम तमिल तमिलनाडु। हम आदिवासी भील को सोची समझी शाजिस के तहत सरदार पटेल व वीपी मेनन ने भिलो को चार राज्यों में बाट दीया जय भील प्रदेश
वास्तव मैं हिंदू तो कोई भी नही है
Jay bhil pradesh
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Roat's protest in Rajasthan is part of a long history of assertion by Adivaasi communities across India on the question of religion. Arguing that they have their own distinct religious beliefs and practices that are different from Hinduism, several Adivaasi leaders have maintained that their communities do not fall within the Hindu fold, as claimed by the Sangh Parivar, which the BJP is a part of. Jharkhand's Adivasis call their traditional faith Sarna. For years, they have demanded a distinct code for the identification of their religion. In August 2021, in an online conversation that was part of a conference at Harvard University, former Jharkhand chief minister Hemant Soren said that "Adivasis were never Hindus and they never will be".In November 2020, the Jharkhand Mukti Morcha-led government passed a resolution demanding the recognition of the Sarna Adivasi Dharma as a separate code. It is yet to be approved by the Centre.
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Jay bhim Jay sambidhan
कई लोग तो आपको पता है आदिवासी से कितना देर भाव करते हैं आपको पता होगा लेकिन लेकिन मैं कुछ बात नहीं सकता हूं यार
Absolutely right n fact ! Adiwasis r not hindu. !
Aman ji exactly right
Sewa Johar jay Bhim Dada ham bhi chahte hai ki hamari bhi Identi ki ladayai hai ki hamara bhi Rajy Gondwana rajy bana chaiye sewa Johar jay Adiwasi Jay Gondwana Lad ke lenge Gondwana
Aadiwasi Kabhi Hindu Ho hi nahi sakta hai
Jay bheem❤❤❤❤
St sc obc kaho ki ham hindu nahi hai aadivasi hai
✔️👌👌👌👌👌
Thanks, ham sab ek hain 🤝👍.
Kattr asdiwasi hu🏹🏹
महाराष्ट्र के पढेलिखे नौकरी पेशा आदिवासी हिंदू पंरपरा को अपनाये है ऊनके स्कूल रिकार्ड मे हिंदू लिखते है.आंबेडकरी मुव्हमेंट से दुरी बनाये हुवे रहते है यह हम देख रहे है.
भाई जी मैं पालघर का आदिवासी हूं, पालघर डिस्टिक में आरएसएस का बहुत प्रभाव है, उनके संस्कार हुए हैं, वह आदिवासी खुद को हिंदू कहते हैं कितना भी पढ़ा लिखा हो समझने की वैचारिक लेवल बहुत कम है, मैं सी पी एम पार्टी का कार्यकरता हूं वर्ल्ड लेवल सीपीएम पार्टी के थ्रू हमको दिया जाता है, ब्राह्मणों ने गुलामगिरी कैसे भारतीय उपखंड में नीचे जाती बनाकर गुलामगिरी लादा सब जानकारी मिलता है, लेकिन आदिवासी पढ़ा लिखा इंसान मूर्ख है,
जो हिन्दू अपने को हिन्दू नही कहता, मेरे ख्याल से तो विदेशी कहो फिर,
जो लोग खुद विदेशी हो वह कैसे किसी को विदेशी कह सकता है।वह भी उसको जो भारत का खुद मूलनिवासी है।
Jai bhim to all viewers
Adivasi ye kabhi bhi Hindu nahi the aur nahi hai. Hindu Dharma sthapit hone ke pahale ve yanha rahate aa rahe hai. Ve nisarga ko manate hai. Unpar knyo Hindu Dharma ko thopa ja raha hai. Vaise dekha jay to Bauddha Dhamma aur Adivasiyonki parampara me samya hai. Is par Sanshodhan ki avashyakata hai.
प्रकृती पूजक हो इसका मतलब आप पक्का हिंदू ही हो क्यू की प्रकृती की पूजा हिंदू धर्म का महत्व पूर्ण अंग है.जैसे जल् का अर्ध्य अर्पण करणा ,सूर्य की पूजा,धरती की पूजा,अग्नी की पूजा,वायूदेवता की पूजा वर्षा ऋतू की पूजा पेडो की पूजा तो इसका मतलब आदिवासी असलं मे हिंदू ही है कोई किताना भी गालात बाते फैलाये इससे सच नाही बदला जा सकता .
तो अछूत कोन है ? किसने बनाया ? ऊंची जाति कोन है ?
प्राकृतिक पूजक का मतलब पत्थर को पूजना नही होता है मेरे दोस्त।गोबर को गणेश बनाना नही होता है,अंधविश्वास और पाखंड को फैलाना नही होता है,मनुष्य मनुष्य में भेद पैदा करना नही होता है,किसी को मुंह से किसी को भुजा से किसी को कमर से तो किसी को पैरो से उत्पति का गलत प्रचार नही किया जाता हैं। फालतू का ज्ञान पेलने से पहले ये भी देख लो की हिंदू शब्द की उत्पति कब हुई हैं।
Aadivasi log khud ko Koitur bolte hai jo koya punem ke followers hai.
Bsp cha bajune debet karate hai vba cha against hai
SC st Hindu nhi hy Baba ne golmej parla ment se hmhin du nhi hy agr hote to 1 chodar tlav dhrs nhi Krna padta 2 kala ram mndir prve nhi krne diya 3 sal se styavr krhe hy 3 mhlig gavke bar nhihote kuvetk Pani nhi pine dete bad me sayns kmen o r4 or 1 bran ko pani dete hy pine to nhi pita hy esliye dbl hotka adhikar mila 1 hm hmare logo ko chunege 2 ra jatiya khtm ho hm dusre ko hot dege o hm milege
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