Seedha Sawaal: मनोज झा के 'ठाकुर का कुआं' वाले बयान पर मचा घमासान, सोची समझी रणनीति ?
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- Опубліковано 27 вер 2023
- #SeedhaSawaal #sandeepchaudhary #biharpolitics #manojjha #chetananand #rjd #jdu #manojjhapoemcontroversy #poemcontroversy
आरजेडी के सांसद मनोज झा ने महिला आरक्षण बिल पर बहस के दौरान राज्यसभा में ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता पढ़ी. कविता के पढ़े जाने के करीब एक हफ्ते बाद आरजेडी के ही ठाकुर नेता और विधायक चेतन आनंद आहत हो गए. इतने आहत कि उन्होंने खुलेआम अपनी ही पार्टी के सांसद मनोज झा की जाति को लेकर टिप्पणी कर दी. फिर बात इतनी बढ़ गई कि मामला ठाकुर बनाम ब्राह्मण का हो गया. इसकी वजह से बीजेपी के कुछ नेता और उनके चाहने वाले खुश हो गए कि अब तो आरजेडी के नेता आपस में ही लड़ रहे हैं, जिसकी आंच नीतीश कुमार तक तो जाएगी ही जाएगी और बीजेपी बिहार में इसका फायदा उठा लेगी, लेकिन क्या सच सिर्फ इतना सा ही है.
ठाकुर का कुआं पुस्तक का तात्पर संपूर्ण रूप से संपन्न दबंग समाज से है और वह हर जाति और समाज में है मनोज झा कुछ भी गलत नहीं कहा है
लालू प्रसाद का कुवा नहीं है बिहारो को लूट कर अपने परिवार की तिजोरी भरता रहा
आजाद भारत के दंबग ठाकुर 🎉🎉🎉🎉नेहरू एलिजाबेथ लवेरिया, इन्दिरा एमरजैन्सी,लालु चारा पति!😅😅😅😅😅😅बुरा मत मानना साहब!ये मैं भी हूं और आप भी हैं।😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅😅
यहाँ ठाकुर शब्द का मतलब सिर्फ़ दबंगता से है किसी जाति विशेष के लिए नहीं है मैं भी ठाकुर हूँ और ये समझ सकतीं हूँ
Ahankar ka paryay sirf thakur hi kyu pandit kyu nhi
वो तो तू नही है तू होती तो तेरा खून खौल जाता ।तू डुप्लीकेट है
@@KundanSingh-kx4uh
बस कविता सुनकर ही खून खौल गया उनसे कभी पूछो जा जो इनके शिकार होते रहे हैं,,, फूलन देवी कोई एक नही है
Manoj jha sahi bole h
Sale Annd ko parrty ko bahar nikalo
मनोज झा ने सही कहे हैं, इनके बयान पर वही लोग बवाल काट रहे हैं, जिनके पूर्वजों ने जाति पाती बनाकर शासन और शोषण करते आया है, वहीं लोग आज जात पात का दोषारोपण कर रहे हैं। यानी की उल्टे चोर कोतवाल को डांटे। जो सदियों से जात पात करते आए हैं, अभी भी कर रहे हैं वहीं कह रहा है जात पात हो रहा है। उमेश ठाकुर ।
Thakur ladai nhi lada hota to aaj tumhari, maa bahan bhi kisi k sath soti bahan k laude,
Jay shree ram
ये सब देखकर यही लगता है कि हमारे नेता और बुधिजीवी वर्ग के पास नैतिकता बची ही नही क्योंकि झा साहब ने जो कविता सुनाई उसे यदि कोई अनपढ़ भी सुनेगा तो वो यही समझेगा कि इसमें किसी जाति विशेष का टारगेट नही किया गया बल्कि उस मानसिकता को टारगेट किया गया है।
बिल्कुल आपने सत्य कहा है कमेंट में
Not any comments on thakur
मनोज झा जी ने बिलकुल सही बोला है ठाकुर किसी जाति बिशेष से मतलब नहीं है ठाकुर अधिकत्तर जातियों एवं वर्गो में है।
Brahmano ne hi samsat yadev ka khatm kiya hai mahabharat dekh lema
Brahman kisi ke nhi hatye
Aabe tu sale mat bol bhraman ka bol
Kuchh nakli logo ke liye thakur title hoga jo kbhi thakuro ke karinde the khaskar nai brahaman. Wo thakur likhne lage. Thakur shabad ak samana janak shabad h. Hamre liy jati h ham agar thakur bol de to samne wala samajh jata h rajput h kshtriya h. Hamne 1910. Se yadav likhna shuru nahi Kiya nakliyo ki tarah. Ye nakli 200.sal pehle apne naam ke aage yadav likha dikha de koi bhi. Jab log barabari nahi kar pate ese hi chidte h aur kunthit mansikta ka parichay dete h.
@@Pr_g856 bhai ji mere kehne se ak bar jesalmer ka itihas suno rajvir sir springboard Rajasthan se. . Tab pata chalega Aaj ke yadav aahir ka koi direct blood. relation nahi h. Jesalmer ka itihas rajveer sir type karo.ram ram ji
गैस अंबानी का
डीजल पेट्रोल अंबानी का
एयरपोर्ट अडानी का
रेल अडानी की
रिचार्ज अंबानी का
पोर्ट अडानी का
कोयला अडानी का
सेब अडानी का
दाल तेल अडानी का
गेंहू चावल अडानी का
फसल अडानी का
मेहनत, खून पसीना हमारा
लूट का माल अडानी का
दंगा मोदी का
वोट की लूट मोदी का
सरकार मोदानी के
फिर अपना क्या?
गांव?
शहर?
लोकतंत्र?
देश?
Top comments
बहुत ही अच्छा है कविता
I support you
मनोज झा जी आपके वक्तव्य ने मेरे दिल को झकझोर दिया आप वाकई महान है आपको बहुत-बहुत धन्यवाद
जाति की बात नहीं है बल्कि न्याय की बात है
29:41 😊 29:58 😊😊 30:49 😊😊😊
आदरणीय मनोज झा जी ने कोई भी अनुचित बात नहीं कही है। राजनीती करने वाले ही ग़लत है।
Tujhe kyu buri lagegi pandit... tumhe thakro k alawa koi izzat nhi deta..fir bhi tum sab kritaghn log
Mishraji brahmin ho kya apas me ladwakar rjd ki bhura baal saaf karo hoga ....
ये वामन जाति पहले छुआ छूत कर ठाकुरों को बुरा बनाकर मलाई खाई अब ये दलित की रोटी भी छीनना चाहते हैं। ये वामन भडुए यूरोप से आए हराम के जने भारतीय लोगों में फूट डालो राजनीति करो। ये वही दोगली कौम है।
मनोज झा ब्रह्मण के नाम पर कलंक है 😊
Jai Parashuram
संदीप चौधरी जी , आपकी यह बात बहुत अच्छी लगी और हकीकत भी है कि जब OBC/SC/ST वर्ग जब अपने हक अधिकार की बात करती है तो उनकी राजनीति को जातिवादी राजनीति कह दी जाती है और यही जब सवर्ण इस वर्ग को अपनी राजनीति का आधार बनाकर जोड़ती है राजनीति करती है तो उसे शोसल इन्जीनियरिंग या चाणक्य नीति कह दी जाती है यह शब्दों का खेल एक छलावा है जो शब्दों की आड़ में छिपने का राज है।
100%Right
मैं पिछले 2 दशकों से बसपा का कर्मठ कार्यकर्ता हूं जमीनी स्तर से लेकर विधानसभा स्तर तक लेकिन मैं पसंद करता हूं आज के कार्यक्रम में पप्पू यादव जी को जिन्होंने समाज के प्रति अपना तन मन धन कोरोना के टाइम में सब कुछ लगा दिया 🙏 मनोज झा जी ने जो बात कही है वह सत्य है चौधरी साहब यह चैनल जो देखता हूं तो वह सिर्फ आपके लिए
😊l80
साहित्य को समझने के लिए आपका धन्यवाद।
ओमप्रकाश वाल्मीकि जी को पढ़ने के बाद ही दलित साहित्य के बारे में जान पाया और सामाजिक न्याय के बारे में कुछ समझा और लगातार समझने की कोशिश कर रहा हूं।
संदीप जी ! मुझे लगता है कि राजद नेता श्री शक्ति यादव ने मूल प्रश्न का सुन्दर जबाब दे दिया है ।
जो लोग कविता का मर्म नहीं समझते या जानबूझ कर समझना नहीं चाहते ,क्या ऐसे ही विश्व गुरु बनेगा भारत ।
हम मनोज झा जी को पुरा समर्थन करते है!
तेरे पिछवाड़े में भी कुछ काट रहा है। ठाकुर ने घुसा दिया कुछ ??
श्रीमान बहुत से जनता जो uttar pardesh, बिहार, मध्य प्रदेश से सम्बंध रखते है,
ठाकुरों pe भरोसा करते है जो बिना स्वार्थ सेवा करते हैं, SC cast के लोगों को
संदीप चौधरी जी आप बहुत अच्छा विशेषण करवाते हो ऐसा विश्लेषण तो बहुत ही काम मिलता है देखने धन्यवाद
कविता मार्मिक चित्रण करती है...... सोचने वालों की सोच में ही कमी है..... ठाकुर सामंतवाद नहीं.. जाति नहीं.... सामंतवादी सोच को कहा गया है... अहं को कहा गया है!!
बहन की पकौड़ी,,, संसद भवन कविता की पाठ सुनाने की जगह है?? सुनाना है तो रंगमंच पे भाषण दे ,, ठाकुर क्यों?? जिस ब्राह्मण की राजपूत रक्षा करते है , उसी पर आज वोही उंगली उठा रहा!!
@@GOKU.x_VEGETA apni bahan ko gali de rha h kya??? Liya h bahan ki pakaudi kya .... Jise bolne ki tamiz nhi h un jaise gawaron se ummid bhi kya ki ja skti h .
Faltu bath bol na keya Parliament hai eak kum divide and rule koro isliea parliament nehi hai tax payer ka poisa ka loot na jaiga nehi .👍
जनाब ठाकुर का मतलब अहंकार होता तो उनकी संख्या 3% ना होती, ठाकुर का मतलब त्याग, वचनबद्ध, दानी, बलिदान, रक्षा, ईमानदारी, न्यायप्रिय, और विश्वास होता है।
और अगर किसी 1 व्यक्ति ने आपके साथ गलत कर दिया हो, तो आप उसकी जाति या संप्रदाय को गलत नहीं कह सकते बल्कि उस व्यक्ति को गलत कहेंगे।
@@GOKU.x_VEGETA ha. Bolna to waise chahiye jaise Bhiduri ne bola
मनोज झा एक कुशल वक्ता हैं। परिपक्व सांसद हैं। हम सब मनोज झा जी के साथ है। चेतन आनंद को कविता समझ ही नहीं आई होगी।
यही हुआ है। यहां तक कि अहंकारी तो बिल्कुल भी नहीं समझ है.
ठाकुर का कुंआ=सारे संसाधनों पर स्वर्ण का कब्ज़ा
Maurya ji logo ko samajhane ki jarurat hai
यह ठाकुर जाति के लिए नहीं,ठाकुर इस देश के सम्मानित नागरिक हैं बल्कि अपने अंदर के अहंकार की है
बिल्कुल सही
डाँ. भीम राव अम्बेडकर पाकिस्तान द पार्टीशन आँफ इंडिया |
इस्लाम एक बंद खिड़की की तरह है जो मुसलमानों और गैर मुसलमानों के बीच भेद करता है|
इस्लाम में जिस भाईचारे की बात की गई है वो मानवता का भाईचार नहीं है बल्कि उसका
मतलब सिर्फ मुसलमानों का मुसलमानों से भाईचारा है|
मुसलमानों के भाईचारे का फायदा सिर्फ उनके अपने लोगों को ही मिलता है और जो गैर मुस्लिम है उनके लिऐ इस्लाम में घृणा और शत्रूता ही है | मुसलमानों की वफादारी उस देश के लिऐ नहीं होती जिसमे वो रहते हैं | बलकी उनकी वफादारी अपने धर्म के लिऐ होती है जिसका की वो पालन करते हैं इसमें इस्लाम को नहीं बोला है ये तो विश्व की प्रतिष्ठित अति सम्मानित शांति प्रिय मजहब है पूरी दुनिया में ये शांति के ब्रैण्ड अम्बेस्डर हैं बल्कि इसके अंदर की अहंकार की बात है कैसे नारी को समझौता समझना नारी का अधिकार स्वतंत्र विचार करना ही गलत है और जो करे तो गला हलक से अलग है |
Jai Parashuram
तों ठाकुर ही नाम क्यू ??
कोई और का नाम लेकर तो बताओ ???
अहंकारी कोई भी हो सकता है।
मनोज झा जी साथ हुं मैं सपोर्ट करता हूं और सच्चे दिल से शुक्रिया अदा किया हुं जय भीम जय भारत जय संविधान जय विज्ञान जय
हीन भावना को व्यक्त करने के लिए ठाकुर की जगह यदि कुर्मी, सांसी, जाटव, चमार, बाल्मिकी या ऐसे ही कुछ नाम होते तो क्या यह डिबेट चलता? क्या ये प्रश्न उठाए जाते?
आजकल सच बोलने पर धमकी ही मिलती है। ये तो अब देश का दुर्भाग्य बन गया है।
मनोज जी एक महान नेता है, इनका बयान बिल्कुल सही और साफ है🙏, और यही सत्य भी है समाज का🙏🙏🙏🙏 बाकी उस बयान पे बकवास करने वाले नेता लोग बेवकूफ है इन्हें जनता ही सबक सिखाएगी 😠😠😠😠😠
"ठाकुर का कुआ" कविता के माध्यम से कहे गए शब्दों के के अनुसार गरीब व दबे कुचले लोग सुरक्षित नहीं है। हल की मूठ पर हाथ किसान का रहने के बावजूद भी सबकुछ ठाकुर का, क्यों ? किसान का क्यों नहीं ? किसान क्यों दर दर की ठोकर आज भी खाए, 75 साल गुजरने के बावजूद भी।
माननीय सांसद डा.मनोज झा विद्वान आदमी हैं | अतीत के भारतीय समाज और वर्तमान की भी वास्तविक स्थिति का बयान कर दिया है | उन्हें धन्यवाद ❤ ❤
अरे तो भोसडी वाले किस ठाकुर ने फसल मांग ली किसानों से अभी जो भोक रहे हो सारे
ठाकुरों की पार्टी बीजेपी को यही तो मुद्दा चाहिए। "झा" जैसा पढ़ा लिखा, ज्ञानी, दुरंदेशी सांसद पैदा नहीं हुआ देश में। Salute to him.
मनोज झा की पिताजी के अंदर भी ठाकुर है.... तुम्हारे पिताजी जी के अंदर भी ठाकुर है? मनोज झा के बात से सहमत हो तो बता देना की तुम्हारे पिताजी के अंदर भी ठाकुर है....
Jha ek communist hai
कविता में ठाकुर , किसी जात को नही कहा गया ,, यह ठाकुर का मतलब है जो भी धन बल से दूसरो अपने आधीन रखता है और अधिकार नही देता किसी को ,
मनोज झा जी का कथन बिल्कुल सही है कविता भी मार्मिक एवं दबे कुचले की अन्तर पीड़ा है । लगता है चेतनआनंद किसी अन्य पार्टी मे जाना चाहते हैं ।
यह तो बात सही है जहां ठाकुर वहां पर छोटी जाति को बोलो दबाते ही उनको ठाकुर सरनेम से नशा ही कुछ अलग हो
Aur jaha Muslim jyada waha hindu kafir
इस कबिता में कोई गलत सब्द नहीं है आम आदमी
Agr thakur ka matlab thakuro se hai bhi to Jhut kya kaha, Great Manoj ji ne Sach Jhaal Lagta hai
ये देश सामंतवादी सोच का विश्व गुरु है
Right 👍
Samantwadi system तो मनुवादी Brahmanone hi bandi hai. या सच्चाई kyo chhpawe hai.
जय इंडिया जय भारत जातिगत जनगणना होनी चाहिए जय भीम जय संविधान जय मूलनिवासी जय मंडल कमीशन गर्व से कहो हम भारतीय हैं
लगता है तेरा बाप भी भीम ही है उसी से तू पैदा हुआ है😂😂
पिछड़ा समाज को एक होना ही होगा आपसी लडाई बंद करों दलित आदिवासी हमारी हर लडाई में साथ खडे रहते हैँ अब तुम भी एक हो जाओ
अहंकार का त्याग हो ओबीसी के हक अधिकार का बात करेगा वही देश मे राज करेगा जातीय जनगणना जरूरी है
हमारे युग के महान पत्रकार संदीप चौधरी जी का बहुत बहुत धन्यवाद
सत्य कड़वा होता है। लेकिन सत्य तो सत्य ही होता है। इस सत्य के कटघरे में हम सभी दोषी है। क्या आज समाज के साथ बर्तमान राजनीति दोषी नहीं है। अगर है तो मनोज झा अकेले दोषी नहीं हैं।....... "सत्य मेव जयते"।
मनोज झा,का कथन सत्य है।आप धन्य है, आदरणीय मनोज झा जी।यह प्रजातंत्र की असल आवाज़ है।
🎉कुल मिला कर ऐ कडुआ सच हैं, जो कल भी था और अफसोस की कि कडुआ सच आज भी है बस तरीके भिन्न हो सकता हैं है।
85% janta ko haq chahiye
@@chitranjankumar-fh8fd 10% ka virodh karana chahiye na ,ki kewal updesh
@@ravindaryadav8612 virodh karo, lekin pahle 10% EWS ka virodh kar lo
संदीप चौधरी
आज के युग महान पत्रकार ❤
Gndu hai ye
मनोज झा का बयान सही है। इन्होंने अपने अन्दर की ठाकुर प्रवृति से कहा है। इससे कहा गया है कि लोग बोलने से पहले सुनके समझ लेना चाहिये। आजकल लोग सुनना भी नहीं जानते पर बोलना तो सबसे पहले जानते हैं।
आदारणीय मनोज झा जी ने कविता पाठ की है, किसी जाति विशेष को इंगित नही किया है! गरीबों, मजलूमों के साथ आज भी अन्याय होता है, अन्याय करने वाला कोई भी हो, उसके अन्दर आज भी अहंकार का ठाकुर जिन्दा है! मनोज झा जी ने अपने विश्लेषण में इसी बात को साफ स्पष्ट किया है!
Jha Ji एक ग्रेट पर्सनेलिटी। इनका विरोध कुछ मूर्ख कर रहे हैं। जिन्हें आदमी होने पर गर्व नही, फला जाति होने पर गर्व है।
Manoj jha ko jo patak ke marne ki bat kiya oh bewakuf hai unhe chhu ke dekhe
माननीय मनोज झा जी बिल्कुल सही कहा है। इसमें गलत कुछ नहीं। कुछ अहंकारी इसे गलत समझ बैठे हैं।वो भी बकैती के अलावा कुछ नहीं कर सकते हैं।
एंकर की सोच भी कुत्ते वाली है
संदीप जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद
Jay bhim jai savidan jay bharat 🔵🇮🇳☸️🙏
मनोज झा जी ने बिल्कुल कुछ ग़लत नहीं कहा सच कह दिया तो इतनी तकलीफ़ क्यों देश में जाति पाती ख़त्म क्यों नहीं हो रही
@@chitranjankumar-fh8fdजाति कि माँ हिन्दु धर्म के बारे मे भी दो शब्द बोल दीजिए
e.w.s par kiyo nahi bole
jatiwad jangannna karwaoge jati pramanpatr banwaoge aur kahoge jatiwad khatm kyu nahi hota
@@inemy-ys5xc st लोगो को 1%भी नही मिलता । सिर्फ कागजो पर है
Are bhai st ko to chhodo sub upper cast wala farji cast certificate banwakar reservation le raha tha up ka new hai
सम्माननीय मनोज झा सरजी ने बिल्कुल विषयानुकूल और शाश्वत सत्य टिप्पणी की है
जो किसी जाति विशेष के लिए नहीं है।
यह एक लोकोक्ति के रूप में देखी जानी चाहिए
यहाँ ठाकुर से मतलब समर्थ
जो झा सरजी ने अपने को भी बताया है
लेकिन कुछ लोग व्यक्तिगत लाभ के लिए इसे अन्यथा ले रहे हैं जो सरासर गलत है
प्लीज भावनाओं को समझो
🙏💐🙏
जन समस्याओं को राज्यसभा में उठाने वाले सबसे अच्छे नेता हैं।इनके बाद संजय सिंह भईया हैं।
Manni Manoj Kumar jha ji ki very good 👍 speech 👍
जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागीदारी 💪💪
Tax Tera bap dega
अरे भाई मनोज झा ने तो खुद कहा है कि,वो ठाकुर मेरे अंदर भी है ़ इसे समाप्त करना होगा।
Abe laparjhamdus ho kya? Thakur kya hai?? Shaitan hai? Rakshas hai? Kya hai thakur jo tm apne andar se nikaaloge? Khali singh ya thakur laga lene se koi thakur nhi ho jata..
प्राे० मनाेज झा काे नमन । वे सच्ची बातें करते हैं । उन्हाेनें ठाकुर पर कविता कहा था । इससे अच्छे ठाकुर काे कुछ नहीं हुआ । पर जाे दादागीरी या गुन्डई करते हैं उनकाे बहुत ठेस महसूस हाे रही है ।
मनोज झा जी बहुत सुलझे हुए नेता है जो की भारत की सामाजिक व्यवस्था की सच्चाई को उजागर करता है।
Manoj jha is a great personality
Vo jati me bat kar politics kar raha hai.
29:37
4 30:19
@@prathameshrajputfilms aur tum dharm me lol
संदीप भाईसाहब, बिधुरी को अनुराग ठाकुर की तरह प्रमोशन मिल गया।
मनोज झा सर जी को कोटि कोटि प्रणाम। लेकिन खेद है कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के तबके की बात कोई दूसरा करता है तो शर्म करो अर्जुन राम जी।
Full suport manoj jha sir ❤❤❤❤
Dhamki dete hain Sirf GUNDES
Dangais Rappists Murderers Criminals looters. Sirji Manoj Jha Ne Sahi Baat Kaha hai.
बिलकुल सही कहा है मनोज झा जी ने
अनुराग ठाकुर, राजनाथ सिंह, पंकज सिंह, त्रिवेन्द्र सिंह रावत, गिरिराज सिंह भाजपा मे तो ऐसा ठाकुर वाद हैं
जो मुश्किलों से आपने नाम खोजे हैं भाजपा के अंदर, उनमें भी गलती है , गिरिराज जी भूमिहार हैं , सिर्फ जातिवाद के आलावा कुछ नहीं दिखता आप लोगों को , वैसे प्रधान मंत्री खुद ओबीसी हैं | और राष्ट्रपति दलित हैं , ये है भाजपा, अब सभी ओबीसी समाज के लोगों को फायदा मिलेगा | सत्ता सिर्फ यादव और मीणा के पास नहीं रहेगी |
Brijbhusan bhi 😢
@@ManojKarnataksKHOPCHA
Modi OBC 2008 me Bana aur Dalit Adiwasi Rastrapati ko sansad me Nahi bulaya..kyo???
@@ManojKarnataksKHOPCHA ऐसा है re भाई, खोपचा , भाजपा में कुछ पिछड़े और दलित कठपुतली के लिए रखे गए हैं, इसके राम राज्य में पिछड़े और दलितों एवं उनकी महिलाओं के साथ कितना दुष्कर्म हो रहा है सबको पता है
पटेल जी जिनका आप सपोर्ट कर रहे हो उन्होंने ही आपके समाज का हक़ खाया है | अभी तो मोदी का नेतृत्व अच्छा है | पार्टी के विधायक और संसद उठा कर देखो ओबीसी २७% से ऊपर हैं | जब तक मोदी हैं बीजेपी के साथ हम भी हैं |
मनोज झा ने जो कहा है वो ठाकुर का नहीं है ठाकुर समुदाय के लोग अपने ऊपर न लें । ये एक कहावतें है कड़वी है मगर सच्चाई है। ठाकुर का मतलब?वो गलत नीतियों को कहा गया!! सो गलत न समझे
सही तो कहा मनोज झा,अन्तिम कतार के व्यक्ति पर ध्यान खीचा है। चौधरी जैसा ठाकुर शब्द सम्पन्नता जमीदार का प्रतीक है ,कवी की दर्द की कवीता है इस पर जाति विशेष के उपर कोई क्टाक्क्ष नही है ,मूर्खता पूर्ण हल्ला है।
स्वर्गीय ओमप्रकाश बाल्मिक जी की कविता जो झा जी द्वारा लोक सभा मे गाई गयी,मे कुछ भी गलत नही है, जय भीम ,जय संविधान
लगता है सभी ठाकुर मनोज झा के विरुद्ध कम है बल्कि उन्हें ये तकलीफ खाये जा रही है कि उनकी सामंती सोच क़ो सबके सामने रखने वाली ओमप्रकाश वाल्मीकि जी की यह कविता क्यों सुनाई गई जिससे उनके सामंती और अत्याचारी चरित्र क़ो उजागर कर दिया... अगर किसी ठाकुर मे सामंती सोच नहीं है तो उसे भड़कने की जरूरत ही नहीं है.. 🙏🙏🙏🙏🙏
Bahut bahut Dhanyawaad
Professor Manoj jha Saahab
❤🙏👍
मनोज झा मा• सांसद जी ने ठाकुर के कुएं का जो उदाहरण दिया है वह पूर्णतैया सत्य है। आज भी आम भाषा में चलते फिरते गली मोहल्लो में जब कोई दबंग ब्यक्ति किसी गरीब के ऊपर अत्याचार करता है तब लोग कहते हैं कि भैया ठाकुरऐसी मत दिखाओ यह जो सभी लोगों के अंदर बैठा हुआ अहम है वही ठाकुर है। किसी जाति विशेष ठाकुर के लिए नहीं है, यह बयान लेकिन इसको राजनीतिक अमली जामा पहनाया जा रहा है।
Corporate is new power. I wish someone make a poem on corporate who are today's bigger thakur than thakur than caste based thakurs
Industrial house nehi rohogi to Nokri kon dega faltu bath bohut hua .
किसका कया है रेट
जानता है कारपोरेट
सरकार ने दी है छूट
कारपोरेट की है लूट
Josh malihabadi ki Urdu shayari inqalabi nazmein padha Jaye!
@@swapan.krmukherjee4254or us samay agr thakur nhi hota to tum nichli jaatio ko hugne matr jgah na milti .. bnte h gyani
Mr Sandeep chaudhry, difference in saying and doing is stark reality of Indian people and politics.twofold character and corruption have made the country worst. Mr Jha was 100% correct for his statement.
People like manoj jha is the reason why this country is in such position. He only does caste based politics.
Castism may number one Bihar aur isliea class 8pass Dy CM aur Monish khasyap Sikhhit jail may hota Bihar last in development may Monoj jha eak number Vrost Poribarbadi party ka chamcha hai
Bihar kobi castism sey upor uthkor nehi koi bath korogi isliea last in development
Well said tiwariji.
Mr jha , worst people and brahmnism is not acceptable yet that's how , He play a dangerous game against a bravest caste
ठाकुर की जगह "मुट्ठीभर"व्यक्ति का संबोधन मनोज झा को करना चाहिए था। पिछले वर्ग के भी ढेर सारे लोग हैं जो इसी तरह का काम करते हैं।
I salute manoj jha sir
मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि देश किस ओर जा रहा है। देश में लोगों को नौकरी, शिक्षा, हॉस्पिटल और सुरक्षा की आवश्यकता है। लेकिन देश में कुछ लोग जाति आधारित बात करके मूल मुद्दा से भटकाकर रखना चाहते है। देश में सिर्फ ऊंच नीच की बात हो रही है। लेकिन कोई जन्म से छोटा बड़ा नहीं होता है। कर्म से बड़ा होता है। जाती से कोई गरीब नहीं होता है। कर्म से गरीब अमीर होता है। जो मेहनत करेगा वो आगे बढ़ेगा। लेकिन देश को जाति के आधार पर गरीब अमीर बाट दिया गया है। देश को अगर आगे ले जाना है तो सभ्य समाज स्थापित करने चाहिए।
Aapki soch sahi andh shraddha desh ko nuksan pahucha raha hai vaigyanik soch ko age badhy nahi to beda gark samjhe
tu kabhi dekha kya ki desh ke 5% brahman sawrn ka desh ki satta sampatti rojgar par 80% kabza hai
We should stand by Manoj sir
ठाकुर एक अनेक वर्ग में है कुछ ठाकुरवाद चलाते हैं इनमें एक राजपूत और क्षत्रिय वर्ग हैं जिनमें अहंकार की बू आती हैं जो क्षति से बचाने के लिए है और वही क्षति पहुंचा रहे हैं। ❣️
mullo TM to rahne hi do 😂😂 tum siya , ahmadiya KO to musalman mante nahi. Halala krwa lete ho chup chap. To sirf upne allah Ki galtiyo KO chupane me dhyan lagao. Hindu k mamle me dakhal na De .
Om pirkash balmiki ❤ko. Naman Manoj jha Ji Ko salute ❤
आदरणीय मनोज जी की बात वह कोई उनके मन की उपज की बात नहीं है वह तो एक विद्वान कवि की लिखी कविता को पढ़ें है कविता की असली भाव स अक्षर एकमात्र लेखक ही बता सकता है दुनिया में कोई व्यक्ति उसकी भाव को कवि के मन की बात को नहीं बता सकता ठीक उसी प्रकार जिस प्रकार एक एकमात्र मा ही बता सकती है कि संतान का बाप कौन है बाद बाकी लोग अपने अपने स्तर से अपनी अपनी सोच से उसकी व्याख्या करते हैं इसलिए ठाकुर लोगों से मेरा अनुरोध है कि मनोज झा जी के द्वारा पढी कविता के ऊपर अपना गलत मानसा न थोपें। यह किसी जाति विशेष को नहीं कहा गया है जो बात वह स्वयं भी कह चुके हैं वह तो ठाकुर रुपी सोच वह पुरानी परंपरा जो हर जाति विशेष के अंतरात्मा में सामंतवादी विचार रख कर बात करने वालों को कहे हैं की ऐसी सामंतवादी सोच को अपने दिल से निकाल दीजिए जैसे गुलामी की मानसिकता अपने दिमाग से निकाल दीजिए दिल से निकाल दीजिए मेरे समझ से यही उनका संदेश था
य अहंकारियों के लिए कहा गया है बस सीधी बात
Sandeep jee you are becoming very neutral anchor.thank you❤
पहली बार साहित्यिक रचना पर विमर्श शुरू हुआ है। सामाजिक चेतना भी आ सकती है।
धन्यवाद मनोज झा साहब।
Thakur ka matlab hai angrejo ki tarha gulam banana bahu sankhya ko dabya nahi ja sakta
क्षत्रियों को परशुराम महाराज ने अपने फरसा से काट डाला था
Murkh to rajput kah se aaya
I appreciate the poem thank you jhaji
मनोज झा जी का बयान अंबेडकर वादी या मानवतावादी है। जिसके दिल में यह
विचार हो वोह मानव देवता जैसा होता है। इस में किसी की जाति की तौहीन नही है।ऐसी विचार धारा के लोग संसद में रहे है उन्ही की सहयोग से दलित ,पिछड़ों ,आदिवासियों का थोड़ा
सा विकास भारत में मिला है।यादि ऐसी
मानसिकता के लोग महिला बिल में योग
दान करते तो हरेक जाति को 33%हिस्सा दिया जाना चाहिए था
संदीप चौधरी जी आपने यह देखा कि मनोज झा कहीं भी कुछ भी गलत नहीं बोला वह एक कविता पढ़ कर सुनाया है मनोज झा पढ़े लिखे इंसान हैं कोई चोर उचक्का कोई डकैती कोई कुछ नहीं है मनोज झा एक पीएचडी कॉलेज का प्रोफेसर है और बहुत समझदार हैं मैं मनोज झा जैसे लोगों को सैल्यूट करता हूं क्योंकि हिंदुस्तान के पढ़े लिखे सांसद हैं वो जय हिंद जय भारत वंदेमातरम
Manoj Jha is probably one of the few overeducated MPs we still have. Respect for him. Thanks for having this on TV
Badtmeeji ab badh chuki hai , aaj ungli utha rhe कुत्ते
आज भी ठाकुर पंडित दलितों हरिजनों पर अत्याचार हो रहा हैं और बीजेपी बढावा दे रही हैं जातिगत जनगणना होनी चाहिए जय भीम जय संविधान
जिसकी जितनी संख्या भारी , उसकी उतनी हिस्सेदारी।यह उचित है और होनी भी चाहिए।
संदीप चौधरी जी मनोज झा एक सच्चे हिंदुस्तानी सांसद है और जो भी बोलते हैं सच बोलते हैं मनोज झा कभी गलत बोलते ही नहीं है बिहार में ठाकुर जो बोला जाता है यह नई को बोला जाता है और ब्राह्मण में ठाकुर होते हैं राजपूतों को तो हमारे यहां यानी बिहार में ठाकुर बोल ही नहीं जाता है तो इसमें किसी ठाकुर को बुरा लगने की कोई जरूरत महसूस नहीं होना चाहिए क्योंकि मनोज झा एक बहुत ही पढ़े लिखे ऑनेस्ट इंसान है बहुत सोच समझ के मनोज झा बोलते हैं यह कविता पढ़कर उन्होंने समझाया लोगों को और इसमें किसी को बुरा लगने की जरूरत नहीं है क्योंकि बिहार में में टाइटल ठाकुर नई को कहते हैं जय हिंद भारत वंदेमातरम
Sandeep chaudhary salute you Thanks 🙏
हर जगह ब्राह्मण को आगे कर देता है सभी पार्टी और फिर सब मिलके ब्राह्मण को गाली भी खूब देता है लेकिन ब्राह्मण आज भी गलत का साथ नहीं देता
सत्यमेव जयते
Aabhi bhi brahmin mani tani chmra sood hoe jati punch kai choti jati ko alag gilas me pani diya jata hai vikriti mansikta ka upaj hai dharm me bandh kai shoshad karne kayojna hai
bilkul rajniti me mandir ka ghanta bna diya gya hai hai
ब्राह्ममण ने कभी सही नहीं बोला इतिहास गवाह है।
Itihas gawah h thakuro ne gareebo ko sataya h aur unke bahan betiyo ka baltkar kiya h aur unki jaise soch rakhne wale brahman bhi sach nhi bol sakate tum dono wase ho
*मनोज झा जी की कविता किसी जाति विशेष की ओर ईशारा नहीं करती है। उनकी कविता के अंदर छिपे गूढ़ार्थ को समझने की आवश्यकता है। कविताएं अक्सर अलंकारों, मुहावरों, कहावतों से भरी होती है। जिन्हें समझ पाना हर किसी के वश में नहीं होता है। शांति पूर्वक अकेले में बैठकर सकारात्मक सोच के साथ एक एक शब्द का विश्लेषण किया जाए तो निश्चित रूप से समझा जा सकता है।*
यहां पर ठाकुर शब्द बाहुबली के लिए उसे किया है जो बाहुबली आज कल छतरी बढ़कर शासन चला रहे हैं उनके लिए उसे है यह
Manoj Jha spoke the truth. Actually, he is a true Brahmin because he has courage to speak the truth. Bihar is a shthole because of the casteism he mentioned.
यह उसकी क्रश कहां गांड में घुस गई थी जब शहाबुद्दीन ने बिहार में हिंदुओं की हत्या करता घूमता था मनोज जहां हमेशा शहाबुद्दीन पर छुट्टी क्यों साले रहा
Manoj Jha Eak Vrosthchari Poribarbadi party may unka himmat hai to Lalu Yadav ka party sey resign kor key dikhai
@@swapan.krmukherjee4254bjp se bada bhastrachari pariwar wad aaj kahi nahi
मनोज झा जी का मंतव्य मानव के अंदर छिपे दबंग अतिवादी सोच से था ,
ठाकुर ठाकुर से ज्यादा जमीन है तो मुसलमान ने भारत में कब्जा कर रखे हैं वर्क बोर्ड ने कब्जा कर रखी है उसे पर क्यों नहीं बोल रहा है
संधीप चोधरी जी ठाकुरो के जो पुर्वज थे वो सराद के दिन चल रहे हैं अगर उनकी आत्मा नहीं मरी तो जरूर सोच रहे होंगे हमने इन ब्राह्मण के लिए अपनी जाने तक दी थी सोच तो जरूर रहे होगे मनोज झा ने तो उन आत्माओं को जगाने के लिए बोला है शुक्रिया मनोज झा जी का बहुत बहुत धन्यवाद बदाई इस देश में ठाकुर साहब की हालत गंभीर इसतीती वजह है कुछ फिल्मों में जिस अन्दाज में ठाकुरो के जो रोल दिखाया फिर लगा ब्राह्मणों ठाव आज सबसे खराब हालत है जुज रहे हैं राम को मानते हैं तो सर्वे करवा कर रिकॉर्ड देश के सामने रखे जय हिंद
सदियों से ठाकुर राजपूतों के जुलम सहते आए है अब जागो बहुजन समाज के लोगो ये दलितों आदिवासियों शूद्रों के प्रति इनकी सोच है
लालु जी🙏🙏 ने बयान दे दिये हे ये कोई विशेष जाती के लिये नहीं की कही गयी है ये अपने अन्दर को आह्नकर को खतम करे ये कविता से सीखनी चाहिए सभी को
Absolutely awesome analysis by shri Abhay Dubey. Manoj Jha did not target a specific community but the wider affluent section of the society. I totally agree with shri Manoj Jha.
😮
ब्राह्मण होकर अपने casteism का मुद्दा को उठाया समाज के उत्थान की बात की बहुत अच्छा लगा
मनोज झा जैसा व्यक्ति कोई बात यू ही बोल दिया हो ऐसा नहीं है ये पूरा खेल लालू नीतीश का चक्रव्यू है जिसमे आनंद मोहन अभिमन्यु की कुर्बानी होनी है ये फैक्टर यूपी बिहार का पॉलिटिकल समीकरण बदल सकता हैं
I believe it is now imperative to address and challenge the deeply entrenched Brahmanical mindset. The marginalized and disadvantaged Other Backward Classes (OBCs) have endured significant hardships, and they rightfully deserve equality and justice. Achieving this equality is only feasible through the conduct of a caste-based census.
Then why did you take over their reservation?
In short words jha ji explain the condition of whole india appreciate and salute to him...
😊