JOIN OUR:- HSSC NEW CET 2024 / HP CONSTABE / SI संकल्प बैच 2024-25 Course मात्र /- 999 में Link - exampuredu.page.link/1BD2nqRPGY4d8pcz7 𝐂𝐨𝐧𝐭𝐚𝐜𝐭 𝐮𝐬 For any Help Call Now -9355196665 Our Official WhatsApp - 8448116245 EMAIL ME: help@exampur.com
सबसे अधिक झाड़ियां - महेंद्रगढ़, मेवात, पंचकूला सबसे कम - जींद पलवल में झाड़ियां नहीं पाई जाती। मंदिरों का गांव -बेरी (झज्जर) । I am from..... panipat...and thanks mam itni achi tayari krwana ka liya❤️🙏 🙏🙏🙏
7:30 1st question....me shakuntla aayega....पंडित लखमीचन्द ने अपने जीवन में लगभग दो दर्जन ‘साँगों’ की रचना की, जिनमें ‘नल-दमयन्ती’, ‘हरीशचन्द्र’, ‘ताराचन्द’, ‘चापसिंह’, ‘नौटंकी’, ‘सत्यवान-सावित्री’, ‘चीरपर्व’, ‘पूर्ण भगत’, ‘मेनका-शकुन्तला’, ‘मीरा बाई’, ‘शाही लकड़हारा’, ‘कीचक पर्व’, ‘पदमावत’, ‘गोपीचन्द’, ‘हीरामल जमाल’, ‘चन्द्र किरण’ ‘बीजा सौरठ’, ‘हीर-रांझा’, ‘ज्यानी चोर’, ‘सुलतान-निहालदे’, ‘राजाभोज-शरणदे’, ‘भूप पुरंजन’ आदि शामिल हैं। इनके अलावा उन्होंने दर्जनों भजनों की भी रचना की।
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𝐂𝐨𝐧𝐭𝐚𝐜𝐭 𝐮𝐬
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सबसे अधिक झाड़ियां - महेंद्रगढ़ , मेवात, पंचकूला
सबसे कम- जींद
पलवल में झाड़ियां नहीं पाई जाती ।
मंदिरों का गांव - बेरी (झज्जर)
I am from kaithal.
Mam bhut badhiya class
Thanks mam ji super class 🙏🏼🙏🏼
I am from sirsa
Nice class mam
Bhut ache ma'am❤
You are the best👍💯
Jai Mata Laxmi ji
Nice class mam ❤
🎉 मन्दिरों का गांवों बेरी झज्जर में। हरियाणा में सबसे ज्यादा झाड़ियां पंचकूला में है।
Bhut achi class thi mam 😊
Nice session🎉🎉
Nic mam 💯
Best mam
Bhaut achi class h mam
48:00, , sabse bada gram??
Thnku maaam apka bhi
सबसे अधिक झाड़ियां - महेंद्रगढ़, मेवात, पंचकूला
सबसे कम - जींद
पलवल में झाड़ियां नहीं पाई जाती।
मंदिरों का गांव -बेरी (झज्जर) ।
I am from..... panipat...and thanks mam itni achi tayari krwana ka liya❤️🙏 🙏🙏🙏
Good morning mam ji
Happy dipawali Jai Ho AAP sab mere aur se mam ji
Hisar
Yes
Ji mam
Too bast madem ❤
7:30 1st question....me shakuntla aayega....पंडित लखमीचन्द ने अपने जीवन में लगभग दो दर्जन ‘साँगों’ की रचना की, जिनमें ‘नल-दमयन्ती’, ‘हरीशचन्द्र’, ‘ताराचन्द’, ‘चापसिंह’, ‘नौटंकी’, ‘सत्यवान-सावित्री’, ‘चीरपर्व’, ‘पूर्ण भगत’, ‘मेनका-शकुन्तला’, ‘मीरा बाई’, ‘शाही लकड़हारा’, ‘कीचक पर्व’, ‘पदमावत’, ‘गोपीचन्द’, ‘हीरामल जमाल’, ‘चन्द्र किरण’ ‘बीजा सौरठ’, ‘हीर-रांझा’, ‘ज्यानी चोर’, ‘सुलतान-निहालदे’, ‘राजाभोज-शरणदे’, ‘भूप पुरंजन’ आदि शामिल हैं। इनके अलावा उन्होंने दर्जनों भजनों की भी रचना की।
1:15, , haryana sandesh maasik patrika??
Sabse jyada jhadiya mahendergarh or Panchkula mewat / or Kam jind sirsha Kaithal
Mandiro ka / beri jhajjar
Thanku mam 🙏🏻❤️
🎉
WELCOME LIKE & SHARE THIS SESSION
Pdf...?
Nice class mam