🧘 We expect discussion on Theoretical and Practical Spiritual Science and Philosophy of Ramlal ji siyag sidhayog Nath Parampara Unbelievable mysterious powerful Spiritual Path , experiences and Unexpected physical-mental-spiritual changes in human body for Laukik and Parlaukik Kalyanarth Towards the Truth 🚩
ओ दिव्या कीर्ति जी आर्य समाज तथाकथित ब्रह्म समाज से बिल्कुल अलग है,. राजा राममोहन राय और महर्षि दयानंद सरस्वती में बहुत अंतर है, राजा राममोहन राय अंग्रेजों का पाला हुआ था,
Rss के संस्थापक हेडगेवार जी आर्य समाज परिवार से थे। शुरू में rss के सिद्धान्त आर्य समाज से मेल खाते थे लेकिन आजादी के बाद rss को सिकुलर नाम का कीड़ा काट गया rss ने आर्य समाज को भी इस बीमारी से संक्रमित करने की कोसिस करी लेकिन आर्य समाज के पास वेद है उपनिषद है ब्राह्मण ग्रँथ है और महर्षि दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश है जो कि सिकुलर के खिलाफ एक vaccine है। इसलिए आर्य समाज के सिद्धांत आज भी वही है। और आर्य समाज और rss मे दूरी बढ़ती गयी है। अब आर्य समाज का rss से कोई लेना देना नही हैं। बल्कि rss ने तो आर्य समाज को खा जाने तक कि कोसिस करी लेकिन सफल नही हो पाए
अनेक प्रूफ हैं ,अगर दृष्टि देखने की हो तो दिख जायेंगी। भारत और भारतीय संस्कृति एवं समाज का सम्पूर्ण हित आर्य समाज में है। लेकिन..... RSS के लोगों में सत्तालोलुपता, धन लोलुपता अवसरवादिता बहुत है । RSS धर्म और समाज के अल्पज्ञानी जैनी और पौराणियों का संगठन है , गोलवलकर को चुपके से फॉलो कर रहे हैं और उसमें अवसरवादी बौद्घ भी मलाई के लालच में प्रवेश कर गए हैं । @@shubhamsoni3604
Satyarth Prakash ka naam le liya par Satyarth Prakash parhi nahi .Agar parh leta tab aisi chutiyape ki baat nahi karta .Satya Prakash ne jis tarah Hindu Dharm ki dhajjiyan urhai hai aisa to shayad koi doosre dharm waale bhi nahi karte kabhi .
Arya Samaj was founded by Swamy Dayanand Saraswati Ji against the hegemony of Sanatanis.Infact he was poisoned by Brahmins of Kashi because they thought Swamy ji was a threat to Sanatan Dharma.
आर्य समाज No cast discrimination 💯 No gender डिस्क्रिमिनेशन वेदों की और लोटो... खुद को आर्य (श्रेष्ठ ) बनाओ. हवन करो गौ सेवा करो निरकार परामेश्व हमारे चारो और है( मूर्ति मे भी )..... उसकी मौजूदगी हाँ एहसान्स और आनंद लो... जय आर्य 🚩 जय भारतवर्ष 🇮🇳🚩
@@Nareshk123 Pran pratishtha sirf wo hi kar skta hai .. wo kon..jo Sarvshaktimaan ho .. Manushya pran pratishtha kar skta hai ??? Kisi dead body mai karde ..
@@YT_6jhbvc shastro mei likha hai atharvaveda se proof dedu mei ki ishwar ki pooja murti mei ho sakti hai karke atharvaveda 11.7.24 mei saaf likha hai vedas along with purans came from parmathma 🕉️.
ऋषि दयानंद से जुड़े मनुष्य अपने जीवन में बहुत ऊंचाई प्राप्त करते है, परन्तु विकाश दिव्यकीर्ति थोड़ा भटक गए, ऋषियों की ज्ञान परंपरा को बच्चो को बताने की जगह, विदेशी फिलोसॉपी को पसन्द करते है, पंडित गुरुदत्त विद्यार्थी ने कहा था की, विदेशी विद्वानों की 1 book के बराबर हमारे, ऋषियों के बताएं हुए एक मंत्र में ही निहित है।
देखिए शिक्षा जीवन में जरूरी है जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए।और आध्यात्म विद्या के बिना मनुष्य पूर्ण नहीं है, तुष्टि नहीं है, आनन्द नहीं है, भयभीत मनुष्य सब कुछ होते हुए भी विचलित है, भ्रम के जाल में फंसकर अपने दोष छुपाकर दूसरे में दोष देख रहा यही हमारा प्रश्न होगा जिसने इतने समाज बनाए फिर बोलते निराकार अच्छा है, साकार अच्छा है यह एक जाल फैंककर उसके अन्दर फंसे क्यों हैं लोग यह दूसरा प्रश्न होगा। शिक्षा मनुष्य जितनी उच्च की ले रहा है वह बोल रहा है ईश्वर का सबूत चाहिए लेकिन हम तीसरा प्रश्न करेंगे क्या मनुष्य का स्वयं से साक्षात्कार हुआ। पूर्व काल के ऋषियों ने बहुत प्यार से समझाया तर्क से बताया हम प्रश्न देंगे उत्तर यह सब देगें अपने अपने लोगों के साथ समझ में आया तुम्हारे हमें उत्तर देना होगा हम शर्त लगाएंगे इत्यादि इत्यादि।
हम क्या बता हम प्रश्न पूछेंगे, साकार वालों से भी निराकार वालों से और नास्तिकों से भी अपना अपना समाज लेकर आना। क्या तुमने स्वयं को जाना।अगर नहीं तो। कितने संस्थापक और आ सकते हैं हम एक मनुष्य हैं हमारे गुरुदेव योगेश्वर श्रीकृष्ण जी हैं। शिष्य एक सेवक होता है।और कुछ नहीं।
विकास दिव्यकीर्ति सर का यह कहना की 'अब मैं किसी ideology से नहीं हूँ' का तात्पर्य ' अब मैं सिर्फ पूंजीवादी हूँ' से है। पूंजीवादियों की सिर्फ एक ideology होती है सिर्फ पूँजी/ पैसा/ धन कमाना।
@@harry8601Then no need to move forward.. what's the point of moving forward loosing everything that defines you especially as a society, nation & culture. Besides why the hell people like you never talk about WAQF board & Catholics they are far more influential than RSS.
आदिकाल से सत्य सनातन धर्म था जो की एकमात्र धर्म है वेदों पर आधारित था इसलिए उसे सत्य सनातन वैदिक धर्म कहते हैं सत्य सनातन वैदिक धर्म का विकृत रूप हिंदू संप्रदाय है इसीलिए इसमें छुआछूत कुरीतियों पाखंड है और हमारे महापुरुष सनातन वैदिक धर्म को मानते थे भगवान राम,कृष्ण उसी को ऋषि दयानंद ने जीवित किया तो क्या गलत किया जानकारी नहीं हो तो नहीं बोलना चाहिए।
We need to create Hindu religious university where vedas , Upnishad , Agama , Ithihas will be taught . Islam has many university like Al azhar . Need to debate with Every religion . We need to prove why our religion is right .
@@_A_B_H_I_J_I_T_ No need to compromise with modern education . Spearate religion from science and modern education . Religion should be taught at religious institution .
@@mayanktomar9562 Don't be in a prejudice. Vedic scriptures do not reject scientific approach, infact it accept. So we can study both science and Vedas together. As a form of literature and Vedic studies along with science, maths and other subjects.
Initial congress leaders were from Arya samaj. Arya samaj also had influence in states like Hyderabad state ( erstwhile Marathwada, Telangana, Hyderabad - karnatak)
आर्य समाज और ब्रह्मो समाज में केवल "समाज" इस शब्द की समानता है। बाकी सिद्धांत के अनुसार दोनो में जमीन आसमान का अंतर है। आर्य समाज वैदिक है। और आज के हिंदू धर्म का शुद्धतम रूप है।
Sir kisi ideology me ni hona bhi ek trh s kisi ideology ne hone k saman h n saying I m liberal I see everyone with equal eyes.. n I become neutral now is very poisonous approach for this country. Always we should stand form for our culture n to keep it unchanged n unharmed.
अरे rss और आर्य समाज का direct connection है क्योंकि हेडगेवार साहब ने इसलिए ही rss खड़ी कि क्योंकि हेडगेवार जी एक आर्य समाजी परिवार में पले बड़े क्योंकि हेडगेवार जी के पिताजी एक आर्य समाजी विद्वान थे l 🚩 जय aryavart
Fundamently, Arya Samaj was not a reformist movement, rather a reawakening cult. Christianity and Islam were expanding by finding faults over Hinduism. Maharshi Dayanand was the one who strongly and meticulously compare the fundamentals of religions and successfully established the supremacy of Vedas and vadic culture.
Arya Samaj has only antagonized the Sikhs and different sects and branches of hinduism by speaking ill of them, RSS has united hindus from different sects, branches and castes.....
Arya samaj destroyed itself by aligning with RSS. Arya samaj took Hindu community towards monotheism and try to reform Hindus from polytheism and caste system. But RSS is completely different.
Arya Samaj has only antagonized the Sikhs and different sects and branches of hinduism by speaking ill of them, RSS has united hindus from different sects, branches and castes....
इससे ये स्पष्ट होता है की अच्छी फैक्ट्री से भी खराब प्रोडक्ट निकल सकते हैं । और ये आर्य समाज और r$$ को भी समझनी चाहिए और आम जनमानस में लोगों तक बात पहुचानी चाहिए की ऐसे लोग हमारा नाम लेते हैं किंतु हम इन्हे नही मानते , जय मां भारती 🚩 महादेव 🚩
आर्य समाज एक श्रेष्ठतम विचार मानने वालों का समूह है,जिसमे धर्म के दस लक्षणों का अनुपालन और पांच यज्ञ अष्टांग योग पर चलने की शाश्वत वेद की प्रेरणा मिलती है,यही वह पूरी दुनिया में अकेला संगठन है जहां मनुष्य बनने की बात कही जाती है बाकी हिंदू मत हिंदू,इस्लाम मजहब मुसलमान,ईसाई रिलीजन ईसाई बनाता है,आर्य जो आश्रम व्यवस्था जिसका अपभ्रंश श्रमण और वेदज्ञान का अपभ्रंश ज्ञान ज्यान जान जैन या जैनी है यही केवल अहिंसा के पालक हैं मांसाहार और किसी किस्म का मादक पदार्थ सेवन और व्यभिचार तीनो से बचकर चलने की प्रेरणा देते है जियो और जीने दो के खिलाफ देवी देवता के नाम पर पशु बलि करने वाला हिंदू मत सुरा भंग गांजा से शिव अर्चन, ईसाई रिलीजन और इस्लाम मजहब में कुर्बानी मांसाहार ,जन्नत में शराब की नदियों बहने पीने हूरों गिल्मो का सेवन, भाई बहन का परस्पर विवाह से आपसी व्यभिचार जिससे सामाजिक विकृति बढ़ती जा रही,दिव्य कीर्ति अधकचरे अधिकारी पढ़ कर हो सकते हैं लेकिन कच्चे आर्य समाजी परिवार में उत्पन्न होने से आर्य नही बन सकते,भ्रमित लोग भ्रम का वातावरण बनाकर अंधकार ही फैलाते हैं सूर्य नहीं हो सकते
Bahut bada bakait hai yeah , Arya samaj or rss ki kavi nahi bani mein khud Arya samaj ka hu, bachpan se dav mein tha yag kiya,rss ne Arya samaj ko takeover karne ki kosis ki,dono mein ladai hai.
@@vivekagg1984kyu hata du, bilkul ladai hai rss ne power ke dum pe Arya samaj or dav ko takeover karne ki kosis ki,mein arya samaj ka hu,inse dusmani humesa rahegi.
ज्ञान के क्षेत्र में भी आजकल ब्रैंड चलते हैं। इसी को दिव्यकीर्ति जी भुना रहे हैं अन्यथा सच तो ये है कि ये ऊंची दुकान फीका पकवान है।आर्य समाज की तुलना ब्रह्म समाज से करना इसी का प्रमाण है।
एक बात समझ आती हैं कोई किसी विषय में विशेष योग्यता रख सकता है लेकिन सब कुछ में निपुण नही हो सकता जैसे यहां सर है ये अपने विषय में निपुण हो सकते है लेकिन वेदों उपनिषदों के लिए प्राचीन संस्कृत में निपुण होना और उन्हे उस तरह समझ कर समझना मुश्किल है इनके लिए भी
विकास जी ब्रह्म समाज और आर्य समाज में बहुत अंतर है , ब्रह्म समाज ब्रिटिश कल्चर को फ़ॉलो करते थे इसीलिए स्वामी दयानंद ने उनसे संबंध तोड़ लिया था । आर्य समाज का आधार वेद और वैदिक सिद्धांत हैं, आर्यसमाज एक धार्मिक संस्था है और सामाजिक कार्य उसके उप कार्य है वहीं RSS एक सामाजिक और राजनीतिक संस्था है और वो धर्म का सहारा लेते हैं।
Hindu dharam ko pakhandiyon ne already kamzor kar diya tha , arya samaj ke aane se phele Afghanistani,pakistan almost ,Bangladesh ,myanmar se hindu saaf the
Arya Samaj has only antagonized the Sikhs and different sects and branches of hinduism by speaking ill of them, RSS has united hindus from different sects, branches and castes...
Raja Ram Mohan Ray was an employee of British East India company...he was pro- British and western culture, he wanted the British to rule over Indians , he supported British education system....
Ghanta . Ye saala coummunist hai , paisa kamame ke liy ye sab kar rha Iske baap dada honge arya smaji , lekin ye unke upar ek kalank hai ,, Apne aap ko arya smaaj se jodne laga ,, uss din jab mata seeta pe tippani kari thi , tab Arya smaaj ka khayal tha isko .
एक घोर वामपंथी अपने भावी राजनीतिक महत्वाकांक्षा हेतु स्वयं को RSS समर्थक साबित करने हेतु प्रयासरत! वैसे कुछ दिनों पहले तक यह घोर AAPiya हुआ करता था! अब BJP को चारा डालने की कोशिश कर रहा है!
RSS has politically , culturally, and ideologically united hindus from different sects and branches, Arya Samaj guys only degrade, belittle , humiliate their own hindu brothers of other sects....
इनके नाम "प्रतिगामी दुष्कीर्ति" होना चाहिए। सत्यार्थप्रकाश,या महर्षी दयानंद या स्वामि श्रद्धानंद के जीवनियाँ कभी हिंदी में पढ़ा हूआ नही लग रहे है। प्रच्छन्न क्रिशचियन राममोहन राॅय कहाँ का हिंदू सुधारक थे? चला क्यों नही ब्रह्म समाज? आज कहां है? बताओ। आम हिंदू उल्लू नहीं थे, हैं।
Vikas Divyakeerti ji apne aryasamaj thik se padha nhin. Apne satyarth prakash, Rigvedadi Bhashya bhumika ko bhi nhi padha. Ved to apne kya hi padhe honge. IAS to aap ban gaye syllabus ko padh kar kintu Vedic sahitya ki gahrai me nhi utar paye. Apki ek class maine suni jisme aap kahte Hain ki Vedon me kai Ishwar ki pooja likhi hai aur confusion hai ki kis Ishwar ki pooja kare. Issi baat se me samajh gya tha ki apka Vedic Gyan naganya hai abhi tak.
मान्यवर बुद्धि का सही प्रयोग करो। आर्य समाज कोई संगठन नहीं है, मत पंथ सम्प्रदाय नहीं है। यह एक संस्था का नाम है। रामायण गीता, महाभारत से लेकर किसी भी ग्रन्थ को पढ़ो। सब में आर्य शब्द ही मिलेगा। क्योंकि आर्य मतलब है। श्रेष्ठ। ऋषि दयानन्द जी ने वेदों की ओर लौटो यह कहकर लोगों को वेदों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। बहुत सारे काम किए-- || संसार के महान पुरुषों में महर्षि दयानन्द की शान निराली है || अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा | जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही, कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तो निर्भीक नही। कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही । कोई संयमी है तो योद्धा नही, कोई योद्धा है तो त्यागी नही, कोई त्यागी है तो सन्यासी नही। कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही । कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही। कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं। कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही, और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही। किसी को सत्यपर विश्वास है तो । किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही। कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंद जी में देखा जाना सम्भव है ||
Gaali khaani hai ? Kyuki mai tum jaise 2 kodi ke logo ke karan pure samaj jisko tum follow karte ho usko nahi bolunga . Lekin tumko achhi achhi pad jayengi . Isliye paijame se mat nikalo..
Watch Full Episode Here: ua-cam.com/video/cuFEx-7Pth0/v-deo.html
🧘
We expect discussion on
Theoretical and Practical
Spiritual Science and Philosophy
of
Ramlal ji siyag sidhayog
Nath Parampara
Unbelievable mysterious powerful Spiritual Path , experiences and Unexpected physical-mental-spiritual changes in human body
for
Laukik and Parlaukik Kalyanarth
Towards the Truth
🚩
ओ दिव्या कीर्ति जी आर्य समाज तथाकथित ब्रह्म समाज से बिल्कुल अलग है,.
राजा राममोहन राय और महर्षि दयानंद सरस्वती में बहुत अंतर है, राजा राममोहन राय अंग्रेजों का पाला हुआ था,
सही कहा, कहा ऋषि दयानंद और कहा ब्रह्म समाज 😊
😊Ha kaha Raja Bhoj aur kaha Ganguteli 😂
Arya samaj🚩
Rss के संस्थापक हेडगेवार जी आर्य समाज परिवार से थे। शुरू में rss के सिद्धान्त आर्य समाज से मेल खाते थे लेकिन आजादी के बाद rss को सिकुलर नाम का कीड़ा काट गया rss ने आर्य समाज को भी इस बीमारी से संक्रमित करने की कोसिस करी लेकिन आर्य समाज के पास वेद है उपनिषद है ब्राह्मण ग्रँथ है और महर्षि दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश है जो कि सिकुलर के खिलाफ एक vaccine है। इसलिए आर्य समाज के सिद्धांत आज भी वही है। और आर्य समाज और rss मे दूरी बढ़ती गयी है। अब आर्य समाज का rss से कोई लेना देना नही हैं। बल्कि rss ने तो आर्य समाज को खा जाने तक कि कोसिस करी लेकिन सफल नही हो पाए
Kya proof pr bol rhe ho khane ki koshish ki
अनेक प्रूफ हैं ,अगर दृष्टि देखने की हो तो दिख जायेंगी। भारत और भारतीय संस्कृति एवं समाज का सम्पूर्ण हित आर्य समाज में है। लेकिन.....
RSS के लोगों में सत्तालोलुपता, धन लोलुपता अवसरवादिता बहुत है ।
RSS धर्म और समाज के अल्पज्ञानी जैनी और पौराणियों का संगठन है , गोलवलकर को चुपके से फॉलो कर रहे हैं और उसमें अवसरवादी बौद्घ भी मलाई के लालच में प्रवेश कर गए हैं ।
@@shubhamsoni3604
@@shubhamsoni3604 history pado Or various author book pdo us time period ke ki.
Satyarth Prakash ka naam le liya par Satyarth Prakash parhi nahi .Agar parh leta tab aisi chutiyape ki baat nahi karta .Satya Prakash ne jis tarah Hindu Dharm ki dhajjiyan urhai hai aisa to shayad koi doosre dharm waale bhi nahi karte kabhi .
@@SurajSharma-be2kd pakhand aur kuritya , dharm.hota hai aapki nazar mai ?
Arya samajis are the real sanatanis
Arya Samaj was founded by Swamy Dayanand Saraswati Ji against the hegemony of Sanatanis.Infact he was poisoned by Brahmins of Kashi because they thought Swamy ji was a threat to Sanatan Dharma.
Achcha aur hum hindus to hai hi nahi sanatani hana
Pakhandi
बिलकुल सत्य है 🙏🙏
No
आर्य समाज
No cast discrimination 💯
No gender डिस्क्रिमिनेशन
वेदों की और लोटो...
खुद को आर्य (श्रेष्ठ ) बनाओ.
हवन करो
गौ सेवा करो
निरकार परामेश्व हमारे चारो और है( मूर्ति मे भी )..... उसकी मौजूदगी हाँ एहसान्स और आनंद लो...
जय आर्य 🚩 जय भारतवर्ष 🇮🇳🚩
agar vo nirakar parmeshwar charo aur hai aur kan kan mei hai toh murti mei kyu nahi??
@@Nareshk123agar vo kan kan mein h to kan kan ki puja kro keval murti ki hi kyun krte ho??
@@utkarsh2279 ishwar ka definition kya hai omnipresent hai toh murti mei kar skte haina toh fir kya problem hai pran pratishtha karke!!!
@@Nareshk123 Pran pratishtha sirf wo hi kar skta hai ..
wo kon..jo Sarvshaktimaan ho ..
Manushya pran pratishtha kar skta hai ??? Kisi dead body mai karde ..
@@YT_6jhbvc shastro mei likha hai atharvaveda se proof dedu mei ki ishwar ki pooja murti mei ho sakti hai karke atharvaveda 11.7.24 mei saaf likha hai vedas along with purans came from parmathma 🕉️.
ऋषि दयानंद से जुड़े मनुष्य अपने जीवन में बहुत ऊंचाई प्राप्त करते है, परन्तु विकाश दिव्यकीर्ति थोड़ा भटक गए, ऋषियों की ज्ञान परंपरा को बच्चो को बताने की जगह, विदेशी फिलोसॉपी को पसन्द करते है, पंडित गुरुदत्त विद्यार्थी ने कहा था की, विदेशी विद्वानों की 1 book के बराबर हमारे, ऋषियों के बताएं हुए एक मंत्र में ही निहित है।
देखिए शिक्षा जीवन में जरूरी है जीवन की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए।और आध्यात्म विद्या के बिना मनुष्य पूर्ण नहीं है, तुष्टि नहीं है, आनन्द नहीं है, भयभीत मनुष्य सब कुछ होते हुए भी विचलित है, भ्रम के जाल में फंसकर अपने दोष छुपाकर दूसरे में दोष देख रहा यही हमारा प्रश्न होगा जिसने इतने समाज बनाए फिर बोलते निराकार अच्छा है, साकार अच्छा है यह एक जाल फैंककर उसके अन्दर फंसे क्यों हैं लोग यह दूसरा प्रश्न होगा।
शिक्षा मनुष्य जितनी उच्च की ले रहा है वह बोल रहा है ईश्वर का सबूत चाहिए लेकिन हम तीसरा प्रश्न करेंगे क्या मनुष्य का स्वयं से साक्षात्कार हुआ।
पूर्व काल के ऋषियों ने बहुत प्यार से समझाया तर्क से बताया हम प्रश्न देंगे उत्तर यह सब देगें अपने अपने लोगों के साथ समझ में आया तुम्हारे हमें उत्तर देना होगा हम शर्त लगाएंगे इत्यादि इत्यादि।
हम क्या बता हम प्रश्न पूछेंगे, साकार वालों से भी निराकार वालों से और नास्तिकों से भी अपना अपना समाज लेकर आना। क्या तुमने स्वयं को जाना।अगर नहीं तो। कितने संस्थापक और आ सकते हैं हम एक मनुष्य हैं हमारे गुरुदेव योगेश्वर श्रीकृष्ण जी हैं। शिष्य एक सेवक होता है।और कुछ नहीं।
@@jayatewari1272 कहना क्या चाहते हो,😅 ।
@@MOHIT.आर्यवीर shi kha bhai.. M bhi yhi kahna chahta tha
-@@jayatewari1272
विकास दिव्यकीर्ति सर का यह कहना की 'अब मैं किसी ideology से नहीं हूँ' का तात्पर्य ' अब मैं सिर्फ पूंजीवादी हूँ' से है।
पूंजीवादियों की सिर्फ एक ideology होती है सिर्फ पूँजी/ पैसा/ धन कमाना।
Right...
Yes ,you are right.
Now he have ideology of earning money and money
Baad me ye Bheem meem aur jaatiwadi ho gya! Kyunki businessman ban gya dikhana hai khudko so called secular muslims bachhe ni padhenge nahi to.
If india have to survive its culture....RSS and Arya Samaj mentality is needed ❤
Rss and Arya samaj has to. Decline.......if you want india too move forward 🎉
Average librandu@@harry8601
@@harry8601Then no need to move forward.. what's the point of moving forward loosing everything that defines you especially as a society, nation & culture.
Besides why the hell people like you never talk about WAQF board & Catholics they are far more influential than RSS.
@@Death__0 do u even know what's Arya samaj
@@harry8601what about pseudo secularists. Secularism & islamists have to decline
Arya samaj is not like bhahmo samaj. Anybody who has read chapter 11 of Satyarth Prakash will know this.
Arya samaj ne Hindu Dharma ko re defined nhi kiya, balki Satya sanatan Vedic Dharma ko punah spast kiya
आदिकाल से सत्य सनातन धर्म था जो की एकमात्र धर्म है वेदों पर आधारित था इसलिए उसे सत्य सनातन वैदिक धर्म कहते हैं सत्य सनातन वैदिक धर्म का विकृत रूप हिंदू संप्रदाय है इसीलिए इसमें छुआछूत कुरीतियों पाखंड है और हमारे महापुरुष सनातन वैदिक धर्म को मानते थे भगवान राम,कृष्ण उसी को ऋषि दयानंद ने जीवित किया तो क्या गलत किया जानकारी नहीं हो तो नहीं बोलना चाहिए।
Arya samaj ❤
यथार्थ आर्य तो मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम व परमनितिज्ञ श्री कृष्ण महारज थे । आर्य बनना बहुत ही कठिन है ।
That's the reason Dayanand named the society he formed Arya Samaj which is based on Ram Rajya.
We need to create Hindu religious university where vedas , Upnishad , Agama , Ithihas will be taught .
Islam has many university like Al azhar . Need to debate with Every religion . We need to prove why our religion is right .
We have to create a school board at first for vedic and modern education in a single format. Then numerous vedic universities
@@_A_B_H_I_J_I_T_ No need to compromise with modern education .
Spearate religion from science and modern education . Religion should be taught at religious institution .
@@mayanktomar9562 Don't be in a prejudice. Vedic scriptures do not reject scientific approach, infact it accept. So we can study both science and Vedas together. As a form of literature and Vedic studies along with science, maths and other subjects.
@@_A_B_H_I_J_I_T_ Need religious scholar who can teach millions about our religion
@@mayanktomar9562 In any point of time we have to begin it as soon as possible. And yes, we have to create scholars and need them
आर्यसमाज अमर रहे..❤
Initial congress leaders were from Arya samaj. Arya samaj also had influence in states like Hyderabad state ( erstwhile Marathwada, Telangana, Hyderabad - karnatak)
आर्य समाज और ब्रह्मो समाज में केवल "समाज" इस शब्द की समानता है। बाकी सिद्धांत के अनुसार दोनो में जमीन आसमान का अंतर है।
आर्य समाज वैदिक है। और आज के हिंदू धर्म का शुद्धतम रूप है।
Also Atya Samajam was the body that initiated reconversion of Hindus who were forcefully converted to Islam during Moplah Rebellion 1921 1922
Arya samaj ko apnaoge toh jald hi ye jaati vad hatega subsequently reservations bhi
पूछने वाले और बताने वाले दोनों ही एक समान परिवेश और विचारधारा के हैं 😅
आप आर्य समाजी वह है कि आपके पिता माता जी ने जो माना लेकिन असल आर्य वह होता है जो स्वाध्याय करके आर्य बनता है इसलिए प्रोपेगेंडा बंद करो
Sir kisi ideology me ni hona bhi ek trh s kisi ideology ne hone k saman h n saying I m liberal I see everyone with equal eyes.. n I become neutral now is very poisonous approach for this country. Always we should stand form for our culture n to keep it unchanged n unharmed.
Arya Samaji follows vedic culture . Love from Bangladesh
Ones an aryasamaji always an aryasamaji. लोगों को मुर्ख मत बनाइये. Aryasamaj को अपनाने वाला कभी पथभ्रष्ट नहीं होता
Ye nahi tha. ..inke pariwar ke log the .but ye unse alag hai .aur communist bussinessman hai .
RSS and Arya Samaj is Real deal !!
अरे rss और आर्य समाज का direct connection है क्योंकि हेडगेवार साहब ने इसलिए ही rss खड़ी कि क्योंकि हेडगेवार जी एक आर्य समाजी परिवार में पले बड़े क्योंकि हेडगेवार जी के पिताजी एक आर्य समाजी विद्वान थे l 🚩 जय aryavart
हिंदू आर्य बनो जाति त्यागो
बहुत खूब, अच्छे विचार, धन्यवाद l ओम l
As a rightist hmne kabhi iski coaching me admission nahi liya..na bewakoof bane. 👍
Good job 👍👍👍👍
Kaha ke sdm lge ho??
@@vivekkailash9308
Kitne SDM lagwa diye iss Wampanthi ne??
कृनवंतो विश्वआर्यम 🕉 🚩
ये पक्का हो गया की इन्हे न तो rss का पता न ही आर्य समाज का 😂
Best answer sir ...👍
Fundamently, Arya Samaj was not a reformist movement, rather a reawakening cult. Christianity and Islam were expanding by finding faults over Hinduism.
Maharshi Dayanand was the one who strongly and meticulously compare the fundamentals of religions and successfully established the supremacy of Vedas and vadic culture.
यह विकास दिव्यकीर्ति बहुत बड़ा प्रोपेगेंडा वादी है इसकी बातों में नहीं आना चाहिए,
सत्य कहा
Arya samaj ki aaj bohot jarrorat hai
Arya Samaj has only antagonized the Sikhs and different sects and branches of hinduism by speaking ill of them, RSS has united hindus from different sects, branches and castes.....
बहुत ही सामान्य स्तर का विश्लेषण। आर्य समाज और मुस्लिम संबंध का भी बहुत ही सतही आंकलन किया है।
Arya samaj destroyed itself by aligning with RSS. Arya samaj took Hindu community towards monotheism and try to reform Hindus from polytheism and caste system. But RSS is completely different.
👍
Hinduism actually monopolyteatic religion
@@HarshGarg-sj2li I think you are saying monotheism?
Arya Samaj has only antagonized the Sikhs and different sects and branches of hinduism by speaking ill of them, RSS has united hindus from different sects, branches and castes....
@@eternally.skeptical RSS never United. We all see how rapists are realised by modi. Modi is a product of RSS.
जय महर्षि दयानन्द सरस्वती 🙏🙏🙏🙏🙏🇳🇵
एक आर्य समाज का वो होता है जो बाप दादा ने माना तो मैं भी मानता हु
2==एक वो होता है जो पढ़ कर आर्य समाज को मानता है
Redefine nhi kiya asli definition samne rakhi
इससे ये स्पष्ट होता है की अच्छी फैक्ट्री से भी खराब प्रोडक्ट निकल सकते हैं ।
और ये आर्य समाज और r$$ को भी समझनी चाहिए और आम जनमानस में लोगों तक बात पहुचानी चाहिए की ऐसे लोग हमारा नाम लेते हैं किंतु हम इन्हे नही मानते ,
जय मां भारती 🚩
महादेव 🚩
Arya Samaj zindabad ⚔️🚩⚔️ om
क्या मर गया है ? या मरने वाला है ।
हर हर महादेव ❤️
DRISHTI Coaching Institute inhi ka hai na?? Isko Jail kab bhejenge?
आर्य समाज एक श्रेष्ठतम विचार मानने वालों का समूह है,जिसमे धर्म के दस लक्षणों का अनुपालन और पांच यज्ञ अष्टांग योग पर चलने की शाश्वत वेद की प्रेरणा मिलती है,यही वह पूरी दुनिया में अकेला संगठन है जहां मनुष्य बनने की बात कही जाती है बाकी हिंदू मत हिंदू,इस्लाम मजहब मुसलमान,ईसाई रिलीजन ईसाई बनाता है,आर्य जो आश्रम व्यवस्था जिसका अपभ्रंश श्रमण और वेदज्ञान का अपभ्रंश ज्ञान ज्यान जान जैन या जैनी है यही केवल अहिंसा के पालक हैं मांसाहार और किसी किस्म का मादक पदार्थ सेवन और व्यभिचार तीनो से बचकर चलने की प्रेरणा देते है जियो और जीने दो के खिलाफ देवी देवता के नाम पर पशु बलि करने वाला हिंदू मत सुरा भंग गांजा से शिव अर्चन, ईसाई रिलीजन और इस्लाम मजहब में कुर्बानी मांसाहार ,जन्नत में शराब की नदियों बहने पीने हूरों गिल्मो का सेवन, भाई बहन का परस्पर विवाह से आपसी व्यभिचार जिससे सामाजिक विकृति बढ़ती जा रही,दिव्य कीर्ति अधकचरे अधिकारी पढ़ कर हो सकते हैं लेकिन कच्चे आर्य समाजी परिवार में उत्पन्न होने से आर्य नही बन सकते,भ्रमित लोग भ्रम का वातावरण बनाकर अंधकार ही फैलाते हैं सूर्य नहीं हो सकते
Once a संघी always a संघी.
आज के युवा हिंदु को भी ये बात समझनी चाहिए ।
Same with me
Bahut bada bakait hai yeah , Arya samaj or rss ki kavi nahi bani mein khud Arya samaj ka hu, bachpan se dav mein tha yag kiya,rss ne Arya samaj ko takeover karne ki kosis ki,dono mein ladai hai.
Ladai word ko hata do baki batein sach hain
@@vivekagg1984kyu hata du, bilkul ladai hai rss ne power ke dum pe Arya samaj or dav ko takeover karne ki kosis ki,mein arya samaj ka hu,inse dusmani humesa rahegi.
@@Sleepyrevolutionarybhai lekin common enemy hamare islam or Christianity jaise cancer hain
Unse ladna hain phele
Cancer to tum hi lte ho pongu@@mandakinijha1116
हम सब भारतवंशी आर्यन है 🚩🚩🚩
जय हिंद जय सनातन 🔱🔱🔱
आर्य बनो समाज को सुंदर बनाउ
ज्ञान के क्षेत्र में भी आजकल ब्रैंड चलते हैं। इसी को दिव्यकीर्ति जी भुना रहे हैं अन्यथा सच तो ये है कि ये ऊंची दुकान फीका पकवान है।आर्य समाज की तुलना ब्रह्म समाज से करना इसी का प्रमाण है।
Jai AryaVrat❤
Ishwar ek hai aur uski koi pratima nahi
Sahi kha pr wo mumhd ka allah nhi jo uske isaro pr ayate utare..
@@axyz310 ishaaro pr aayat utarti to Muhammad shb ko 2 mahine intezar nahi Krna padta apni biwi Ayesha ke liye jab un pr jab ilzam lagaya gaya tha
एक बात समझ आती हैं कोई किसी विषय में विशेष योग्यता रख सकता है लेकिन सब कुछ में निपुण नही हो सकता जैसे यहां सर है ये अपने विषय में निपुण हो सकते है लेकिन वेदों उपनिषदों के लिए प्राचीन संस्कृत में निपुण होना और उन्हे उस तरह समझ कर समझना मुश्किल है इनके लिए भी
Abhi kis ideology se ho sir left, right or neutral?
Ghar wapsi.. Arya samaj
जय आर्य ❤
विकास जी ब्रह्म समाज और आर्य समाज में बहुत अंतर है , ब्रह्म समाज ब्रिटिश कल्चर को फ़ॉलो करते थे इसीलिए स्वामी दयानंद ने उनसे संबंध तोड़ लिया था । आर्य समाज का आधार वेद और वैदिक सिद्धांत हैं, आर्यसमाज एक धार्मिक संस्था है और सामाजिक कार्य उसके उप कार्य है वहीं RSS एक सामाजिक और राजनीतिक संस्था है और वो धर्म का सहारा लेते हैं।
Arya samaj vedic Dharm ha ved ka alva or kisi ko ishwarya book nahi manta arya samaj Santan dharm ki roots ha jay shree ram 🚩🚩🕉️
Arya samaj is badly needed nowadays
RSS Head was from the Telangana. Nizam's G.Had was responsible for the RSS establishment.
Arya samaj is the Liberal and Secular version of Hinduism, a result of coloniality.
Arya Samaj is not liberal , it is well known for its bigotry ..it puts down all those who reject it's version of Vedas...
Prarthana, Brahmo, Arya and 13 other cuIts known as 'Samaj' were formed by Briitishers to weaken Hiindu Dharma from within.
Hindu dharam ko pakhandiyon ne already kamzor kar diya tha , arya samaj ke aane se phele Afghanistani,pakistan almost ,Bangladesh ,myanmar se hindu saaf the
महर्षि दयानंद सरस्वती जी ने सत्यार्थ प्रकाश में इसाईओ की बैंड बजाई है आप ऐसा कह सकते हैं
Arya Samaj has only antagonized the Sikhs and different sects and branches of hinduism by speaking ill of them, RSS has united hindus from different sects, branches and castes...
सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय आर्य समाज की जय हो
British chle gye pr gujrat lobby chod gye
Hard Truth: Prarthana, Brahmo, Arya and 13 other cuIts known as 'Samaj' were formed by Briitishers to weaken Hiindu Dharma from within.
That's pure Bullshit...many of them reformist movement.
I do not see any conflict between Swami Dayanand and Raja Ram Mohan Ray. Sanatan is indebted to all reformers.
Raja Ram Mohan Ray was an employee of British East India company...he was pro- British and western culture, he wanted the British to rule over Indians , he supported British education system....
Vikas se aapse anurodh hai ki Satyarth Prakash aur Rigvedadi Bhashya Bhumika ko saap me ek baar padh liya Karo
ये साला काला अंग्रेज है विनाश कीर्ति
I love arya smaj🙏 Isshe pta chlta hain vikas sir ne kbhib kuran and sahi-al-bukhari read nhi kiya ,,, abhi fek rhe h..
झूठ बोल रहा है ये! इसकी औकात नही है आर्य समाज में कुछ भी बोलने की 😡😡😡
आर्यसमाज की अपनी अलग पहचान है , संघ से न जोड़े उसे।
Pahle guru ji bhi RSS join kiye the
Teaching of Budha is the need of hour to preserve sanatan culture
Face of Arya Samaj dr. Divya kirti
Ghanta .
Ye saala coummunist hai , paisa kamame ke liy ye sab kar rha
Iske baap dada honge arya smaji , lekin ye unke upar ek kalank hai ,,
Apne aap ko arya smaaj se jodne laga ,, uss din jab mata seeta pe tippani kari thi , tab Arya smaaj ka khayal tha isko .
Jai arya, Jai aryawarat 🚩
गंगाधर ही शक्तिमान है
Rss and आर्य जिंदाबाद
दियाकीर्ति जी की विवेचना ठीक नही है।
Dhire dhire right ki taraf badh rahe Hain sir ji
Arya samaj.. hope of Hindus
Swami ji ne hindu kabhi nai kaha शब्द थे "आर्य"
ये व्यक्ति बहुत बड़ा धुर्त है
अब क्या मानना है?
Divya Kirti vidharmi ki chappal chatne wala hai
एक घोर वामपंथी अपने भावी राजनीतिक महत्वाकांक्षा हेतु स्वयं को RSS समर्थक साबित करने हेतु प्रयासरत! वैसे कुछ दिनों पहले तक यह घोर AAPiya हुआ करता था! अब BJP को चारा डालने की कोशिश कर रहा है!
आर्य समाज मेंटली काम करता है अगर साथ साथ में फिजिकल काम करता तो दुनिया का सबसे बड़ा संगठनहोता
RSS has politically , culturally, and ideologically united hindus from different sects and branches, Arya Samaj guys only degrade, belittle , humiliate their own hindu brothers of other sects....
All the hindu organisations mostly Waste only 3-4 Are truely Worked❤❤❤
गुरुदेव को भी सेलिब्रिटी बनने का तगड़ा शौक लग गया।महाराज क्लास में ज्यादा अच्छे लगते अप कहा दलाल और दलाली में फस रहे हो।
Jo kisi ideology ka nahi vo ya to महापुरुष hai..ya ढोंगी hai
इनके नाम "प्रतिगामी दुष्कीर्ति" होना चाहिए।
सत्यार्थप्रकाश,या महर्षी दयानंद या स्वामि श्रद्धानंद के जीवनियाँ कभी हिंदी में पढ़ा हूआ नही लग रहे है।
प्रच्छन्न क्रिशचियन राममोहन राॅय कहाँ का हिंदू सुधारक थे? चला क्यों नही ब्रह्म समाज? आज कहां है? बताओ।
आम हिंदू उल्लू नहीं थे, हैं।
Ye सब इससे क्या पूछ रहे हो... ये इस फील्ड का expert h kya?
Vikas Divyakeerti ji apne aryasamaj thik se padha nhin. Apne satyarth prakash, Rigvedadi Bhashya bhumika ko bhi nhi padha. Ved to apne kya hi padhe honge. IAS to aap ban gaye syllabus ko padh kar kintu Vedic sahitya ki gahrai me nhi utar paye.
Apki ek class maine suni jisme aap kahte Hain ki Vedon me kai Ishwar ki pooja likhi hai aur confusion hai ki kis Ishwar ki pooja kare. Issi baat se me samajh gya tha ki apka Vedic Gyan naganya hai abhi tak.
मान्यवर बुद्धि का सही प्रयोग करो।
आर्य समाज कोई संगठन नहीं है, मत पंथ सम्प्रदाय नहीं है। यह एक संस्था का नाम है।
रामायण गीता, महाभारत से लेकर किसी भी ग्रन्थ को पढ़ो। सब में आर्य शब्द ही मिलेगा। क्योंकि आर्य मतलब है। श्रेष्ठ।
ऋषि दयानन्द जी ने वेदों की ओर लौटो यह कहकर लोगों को वेदों के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
बहुत सारे काम किए--
|| संसार के महान पुरुषों में महर्षि दयानन्द की शान निराली है ||
अन्य महापुरुषों में किसी में एक गुण है तो किसी में दूसरा |
जैसा कोई विद्वान् है तो वक्ता नही,
कोई वक्ता है तो सत्य वादी नहीं। कोई सत्य वादी है तो निर्भीक नही।
कोई निर्भीक है तो सुधारक नही, कोई सुधारक है तो ब्रह्मचारी नही, कोई ब्रह्मचारी है तो तपस्वी नही। कोई तपस्वी है तो संयमी नही ।
कोई संयमी है तो योद्धा नही,
कोई योद्धा है तो त्यागी नही,
कोई त्यागी है तो सन्यासी नही।
कोई सन्यासी है तो वेदज्ञ नही, कोई वेदज्ञ है तो दयालु नही ।
कोई दयालु है तो परोपकारी नही, कोई परोपकारी है तो याज्ञिक नही।
कोई याज्ञिक है तो कर्मठ नही, कोई कर्मठ है तो राष्ट्रभक्त नही, कोई राष्ट्रभक्त है तो दुष्ट संहारक नहीं।
कोई दुष्ट संहारक है तो दृढ़ता नही,
और किसी में दृढ़ता है तो सत्य पर विश्वास नही।
किसी को सत्यपर विश्वास है तो । किसी ने पाखंड को छेड़ा नही, किसी ने पाखंड को छेड़ा तो ईश्वर का भक्त नही।
कोई ईश्वर भक्त है तो उन्हें ईश्वर की पहचान नही | ये सभी गुण अगर किसी एक में देखना हो तो सिर्फ महर्षि दयानंद जी में देखा जाना सम्भव है ||
भाई, थोड़ा लिमिट(Limit) में फैंको ।
तुम्हारे कहे अनुसार तो दयानंद
अवतार घोषित हो जाते अब तक !
सिर्फ लोगों का माइंड वाश करता है ज्ञान पेल रहा है
Arya namaji ✅
Gaali khaani hai ?
Kyuki mai tum jaise 2 kodi ke logo ke karan pure samaj jisko tum follow karte ho usko nahi bolunga .
Lekin tumko achhi achhi pad jayengi .
Isliye paijame se mat nikalo..
रील वाला टीचर। कुछ नही फुडू बनाता हैं ये । भगवान राम का भी अपमान किया था इस ने ।
If superior. Casts..nt ve the desired gdns thn thr s no point in supporting them caste system i s at its worst form
Arya Samaj ko jaan jayega toh maan jayega
The principles of Arya Samaj can never ever be associated with RSS,please don't ever mess Arya Samaj with terrorism.