नदिया के पार के असली गाँव( कोहबर के शर्त ) के रचनाकर केशव प्रसाद मिश्र जी के गाँव घर बलिहार भाग-१
Вставка
- Опубліковано 19 жов 2024
- कोहबर की शर्त (नदिया के पार) के रचनाकर केशव प्रसाद मिश्र जी के गाँव घर बलिहार
#sahanigroup#ashalibalihar#nadiyakepargawka
बहुत बहुत धन्यवाद आपका आप ने हमारे दिलो पर राज करने वाले उपन्यास कोहबर की शर्त और केशव प्रसाद का घर तथा बल्हार और चौबे छपरा को दिखाया। अगर हो सके तो इस उपन्यास से जुडे और घटना क्रम को जरूर दिखाना ❤️ 🚩
जैसा की नॉवेल में बताया है चंदन और गुंजा जिस रास्ते से जाते है जब चंदन गुंजा को पैदल चौबे छपरा से बलहार लिबा कर ले जाता अगर ऐसा कुछ वास्तविक में हो तो दिखाना किसी बुजुर्ग व्यक्ति का इंटरव्यू लेना 🚩😍 और चौबे छपरा गांव दिखाना।और एक बात और दीपा सत्ती का बरगद का पेड़ अगर आस पास हो तो दिखाना। एक न एक दिन इन गांवों का भ्रमण हम को भी करना है 😍
जी सर
❤ bahut accha Bhai 🙏 kohbar ki shart ki prishth Bhumi dekhkar 😊❤
Asli gunja chandan ke barein mein bataiye
Dusra part jaldi banaye❤😊 aur kohbar ki shart kahani bhi sunaye saath me😊
बहुत ही शानदार जानकारी दी आपने पुरानी याद ताजा हो गई,बहुत साल पहले मैंने ये कहानी पढ़ी आज भी पुस्तक मेरे पास सुरक्छित है,,धन्यवाद
बहुत-बहुत धन्यवाद सर जी नदिया के पार मूवी मेरी सबसे पसंदीदा फिल्म है जो भी इस फिल्म को देखेगा वह कभी भूल नहीं पाएगा आपने बहुत अच्छा दिखाया बलिहार और चौबेपुर का नजारा इस को अच्छे ढंग से देखाईऐ नदिया के पार २ बनेगी तो फिल्म सुपर डुपर हिट अभी तो गुंजा और चंदन है आप गुंजा और चंदन से कहिए अपने पति या या और कोई डायरेक्टर से कह कर नदिया के पार २ बनाए नदिया के पार की वीडियो दिखाते रहिए धन्यवाद
बहुत बहुत धन्यबाद सर जी । आपने आग्रह पर वीडियो बनाया । वीडियो काफी अच्छा लगा और लोगो को मिश्र जी और उनके उपन्यास के बारे में जानकारी है यह भी पता चला
Bhai fhullesvari or gunja ki or sahelio ka bhi batao aaj kis haal me or kaha hai 😢😢
I really appreciate your hard work and dedication. People will come to know about our Village, House and Ballia district. Outstanding work 👏 👌
थैंक्स भाई ❤️❤️❤️💞💞💞
Good ❤️❤️❤️❤️
Nice
Nice Location 👌
Mera gaon
❤❤❤❤❤❤❤
किसी बुजुर्ग से पूछो आगे की स्टोरी क्या है
Main bhi balihar se hoon 🙏
Bhai kohbar ki शर्त में शर्त क्या थी, समझ नहीं आया
@@akashtripathi8496Muje bhi samjh nahi aaya ... Anyone plz explain
सर किसी गांव के ही व्यक्ति से उपन्यास के पात्रों जी काका का पात्र किस्से प्रेरित था ओंकार चंदन अनिरुद्ध बिहँसी आदि पात्र किस्से प्रेरित थे । उपन्यास में नेटुये जो बाग में रहते थे वह कौनसा खेत है शायद बाग तो अब नही होगा । और क्या उस बाग में नेटुये रहते थे । वीडियो में बताना । सवाल तो और भी है उन्हें आगे पूँछउँगा
सर
शायद नट की बस्ती नही बिन्द लोगो की है
सर
कोहबर की शर्त से जुड़े किसी और cheenal के कमेंट मे इस वीडियो का लिंक जरूर शेयर करे
@@sahanigroup3206 शेयर करने की आप मत कहो कोहबर की शर्त के ऊपर बने आपके इस वीडियो को देखने के बाद कम से कम 50 लोग इसे देख चुके है शेयर करके । हमारा नदिया के पार नाम से व्हाट्स एप ग्रुप है जिसमे कोई भी बलिहार साइड का बन्दा नही है और ग्रुप में 131 लोग है जो कोहबर की शर्त की कहानी के बारे में में अधिक से अधिक जानना चाहते है
थैंक सर वीडियो का दुसरा भाग परसो डाल देंगे बन gai hay bas अपलोड करना है
@@sahanigroup3206 जनेरा मतलब बाजरा । पर जोनहरी और सांबा फसल कौनसी होती है । उपन्यास में आया है आजकल तो रामपुर के सामने भरी हुई नदी सोना पर करनी पड़ती है । क्या यह नाला रामपुर के सामने से होकर भी गया है
किसी गाँव के बुजुर्ग व्यक्ति जिसने उपन्यास पढा हो का इंटरव्यू ले तो सब पता चल जाएगा । बलिहार गाँव को और इस नाले को भी दिखाइए की क्या यह नाला चौबे छपरा तक जाता है । बलिहार और चौबे छपरा गांव का अंदर गलियों का भी वीडियो बनाइये
दूबे जी बता रहे थे की एक बुजुर्ग है जो कुछ अधिक बता सकते थे लेकिन o काफि अस्वस्थ थे इस लिए हम लोग उनके यहा नही जा पाए
और हम लोग 5-6 लोगे से बाते किये लेकिन कुछ खास जानकारी नही मिल पाई
ह नाला जाता है
और नाला भी दिखा ने की कोशिश की गई है
@@sahanigroup3206 सर एक बार और प्रयास कीजिये किसी से कहानी के पात्रों के बारे में और कहानी में आई हुई जगहों के बारे में । जो नाला दिखाया है क्या वह चौबे छपरा तक जाता है
Map dakh Bhai right 👍 hay💯
Dal chhapra
Bhai balihar gaon me chandan ke bare me pata kijiye please
Jee
@@sahanigroup3206 bhai aap our blog bnaiye balihar ke bo jo son nadi btai gai hai upnyas me uske bare me bhi khuch btaiye please
जी और वीडियो ओ देखिए
Chandan ka ghar dikhao bhai
पता किए पर कोई पता नहीं चला
बहुत बढ़िया वीडियो है। एक छोटा सा सलाह है, यदि आप बुरा न मानें तो, आप cinematography पर थोड़ा काम कीजिए, आपका वीडियो बिल्कुल भी stable नहीं है।
Jee
My friend चैनलua-cam.com/users/shortsrs3hJ_tToHk?feature=share
मैने "कोहबर की शर्त" उपन्यास पढा तो बहुत दुख हुआ | कहानी में गुंजा का विवाह ओंकार से हो जाता है, और चन्दन के सामने ही उसके काका, उसकी भावी खतम हो जाते हैं, फिर चेचक से ओकर भी खतम हो जाता है, और बाला का चेहरा बिगड़ जाता है, और अंत में गुंजा भी बीमारी से मर जाती है, क्या सच में ऐसा हुआ था या फिर यह कहानी काल्पनिक है,
1. चन्दन के सामने रूपा, ओकार, गुंजा मर जाते हैं जो कि15 से 28 की उम्र के रहे होंगे|
2. वैधजी कहानी में शुरू से अंत तक रहते हैं |
3. पूरे उपन्यास को सही से देखें तो लगता है कि गुंजा को ध्यान में रखकर यह कहानी गढी गई है क्वारी गुंजा, सुहागन गुंजा, विधवा गुंजा, कफन में लिपटी गुंजा |
यदि लोकेशन और कहानी का वर्णन देखा जाये तो उपन्यास वास्तविक लगता है लेकिन कहानी के हिसाब से यह कहानी काल्पनिक प्रतीत होती है |
चूंकि लेखक का जन्म भी उसी गांव में हुआ तो सच भी हो सकता है|
""पर मैं अब भी दुविधा में हूं उपन्यास की कहानी वास्तविक है या काल्पनिक""
कृपया जबाब जरूर दें ||
Mai ahi sab puchhna chahta tha but apni bato ko is prakar nahi rakh pa raha tha thanks for this
Mai v kohabar ki shart novel padha hu mujhe realty pratit hota h
Please send me your number