सबकुछ बराबर कटपीस - टपकी जाय जलेवी रस की | 5 | दुर्गेश नंदनी & लालमन चंचल | मोहनपुर शाह फतेहपुर

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  • Опубліковано 30 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 2

  • @VipulPandey-f1t
    @VipulPandey-f1t 9 годин тому

    जय हो गुरुजी🎉

  • @bhanvarsingh3086
    @bhanvarsingh3086 10 днів тому +5

    धीर न कोई राम बराबर, बीर नहीं हनुमान बराबर |
    नहीं लड़ैया बालि बराबर, क्रोधी नहिं भृगुराज बराबर ||
    नहिं सपूत कोई भीष्म बराबर, भाई न कोई भरत बराबर |
    तीरथ नहिं गंगा के जैसा, मंत्र न कोई 'राम' बराबर ||