दैनिक लग्न में 1 लिखा हुआ ही वो प्रतिपदा तिथि है। 2 द्वितीया तिथि 3 तृतीया तिथि 4 चतुर्थी तिथि 5 पंचमी तिथि 6 षष्ठी तिथि 7 सप्तमी तिथि 8 अष्टमी तिथि 9 नवनी तिथि 10 दशमी तिथि 11 एकादशी तिथि 12 द्वादशी तिथि 13 त्रयोदशी तिथि 14 चतुर्दशी तिथि 15 पूर्णिमा तिथि अगर कृष्ण पक्ष हो तो 15 के जगह 30 लिखा हुआ होगा जिसे अमावस्या तिथि कहते है।
दैनिक लग्न में जो आपने बताया है द्वितीय और तृतीय उसको थोड़ा सा नंबरिंग में जो समझ में नहीं आ रहा उसको थोड़ा ठीक ढंग से समझाइए
दैनिक लग्न में 1 लिखा हुआ ही वो प्रतिपदा तिथि है।
2 द्वितीया तिथि
3 तृतीया तिथि
4 चतुर्थी तिथि
5 पंचमी तिथि
6 षष्ठी तिथि
7 सप्तमी तिथि
8 अष्टमी तिथि
9 नवनी तिथि
10 दशमी तिथि
11 एकादशी तिथि
12 द्वादशी तिथि
13 त्रयोदशी तिथि
14 चतुर्दशी तिथि
15 पूर्णिमा तिथि
अगर कृष्ण पक्ष हो तो
15 के जगह 30 लिखा हुआ होगा जिसे अमावस्या तिथि कहते है।
9 नवमी तिथि
@shreejyotishkendraa धन्यवाद