शैव मत, नाथ संप्रदाय के महान संत मत्स्येन्द्रनाथ की समाधि, पीर मत्स्येन्द्रनाथ उज्जैन शहर के क्षिप्रा नदी के तट पर गढ़कालिका मंदिर और भर्तृहरि गुफाओं के समीप स्थित है। यह पर्यटक सर्किट पर एक लोकप्रिय स्मारक है। यहां के 6 वीं और 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पुरातन अवशेष पर्यटकों को लुभाते हैं। माना जाता है कि मत्स्येन्द्रनाथ, गोरक्षनाथ के गुरु थे, जिन्होंने लोकप्रिय हठ योग की शुरुआत की थी। मत्स्येन्द्रनाथ को नाथ पंथ का अगुआ और नौनाथ (नौ संतों का एक समूह) में से एक माना जाता है। माना जाता है कि इस संत ने इसी जगह समाधि ली थी, इसीलिए उनकी कब्र यहां बनाई गई। विभिन्य धर्मों के पर्यटक विश्व भर से इस स्मारक को देखने आते हैं और इस संत के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
🙏जय महाकाल🚩 उज्जैन के दोस्तो अपने धर्म स्थलो कि रक्षा करे (पीर ) नाम हटवा दे श्री मस्तयेन्द्रनाथजी नाथ संप्रदाय से थे l एक घटना महाराष्ट्र के राहुरी के पास के गाव गुहा कि है जहाँ श्री कानिफनाथजी के मंदिर को मस्जिद बाताकर हतीयाने कि कोशिश कि जा रही है l यहाँ भी यही करेंगे 🙏वक्त रेहेते सतर्क हो जाये
this is one of the nath tradition.started by maha yogi mastyendra nath.that's why i type their jai.this is gollapothu vishal from andhra pradesh state.
Guru matsyendranath (or Macchindranāth) the first nathji among navnath.His sanjeevan samadhi is known as Shri Kshetra Machindranath Samadhi mandir maymba situated in Sawargaon,pathardi, Dist Ahmadnagar. Check wikipedia bro. There is temple of lord macchindranath in ujjain but not sanjeevan samadhi.
ओम आदेश गुरुदेव नाथ जी का 🙏🏻 दादा गुरु के दरबार में अपने गुरु देव जी के प्यार में गुरु गोरखनाथ जी उज्जैनी में आए हां भाग 😭 देशद्रोही 👍 मां चामुंडा तो पूछेंगी 🎯 क्या गलती थी हमारी महा तांडव एक्शन शुरू किया 🙄 बाबा कायर नहीं फायर है मैरादादागुरूमेरादिलदारहै😭 गिरगिट गैंग चापलूस मंडली कट्टर ईमानदार गद्दार देश के 😭 रायता फैलाया अब हिसाब दो 🌅 कमीनो रेड अलर्ट बचना नामुमकिन है 😂 श्री राम जी की सेना चली हर हर महादेव 💯 अलख निरंजन राधे राधे जय हो गौरी गणेश जी 🙏🏻 2025 तक मेरा देश नंबर वन पर होने जा 🙄 विक्रम मोदी जी बेताल योगी जी संग श्री चित्रगुप्त जी ❤️ जनम जनम का साथ है तुम्हारा हमारा ❤️ मुझे चरणों से लगा ले मेरे श्याम मुरली वाले ❤️ तेरे भक्तों ने भी कलयुग में कमाल कर दिया जय हो राधे-राधे जय हो बागेश्वर धाम सरकार ने बवाल कर दिया ❤️ श्री महाकाल न्यायालय खुल गया 🎯💯🔥👹👽💥⚡💫 उज्जैन😅🎉😮😅😊❤😢
No doubt that , Ujjain is highly sacred place on this earth. The original & real samadhi of Baba Shri Chaitanya Macchindranath Is located in Maharashtra City Ahmadnagar Village Savargaon. One must visit in life time .
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
शैव मत, नाथ संप्रदाय के महान संत मत्स्येन्द्रनाथ की समाधि, पीर मत्स्येन्द्रनाथ उज्जैन शहर के क्षिप्रा नदी के तट पर गढ़कालिका मंदिर और भर्तृहरि गुफाओं के समीप स्थित है। यह पर्यटक सर्किट पर एक लोकप्रिय स्मारक है। यहां के 6 वीं और 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पुरातन अवशेष पर्यटकों को लुभाते हैं। माना जाता है कि मत्स्येन्द्रनाथ, गोरक्षनाथ के गुरु थे, जिन्होंने लोकप्रिय हठ योग की शुरुआत की थी। मत्स्येन्द्रनाथ को नाथ पंथ का अगुआ और नौनाथ (नौ संतों का एक समूह) में से एक माना जाता है। माना जाता है कि इस संत ने इसी जगह समाधि ली थी, इसीलिए उनकी कब्र यहां बनाई गई। विभिन्य धर्मों के पर्यटक विश्व भर से इस स्मारक को देखने आते हैं और इस संत के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
प्रणाम, समाधी स्थान उज्जैन और महाराष्ट्र दोनों पर बना है, दोनों स्थान पर जाने से अपने आप पता चल जाता है की कौनसा सही है, यह केवल बात करने का विषय नहीं है, अनुभूति का है l धन्यवाद l
@@mindyourmind6415 जिसने गुरुदेव को अनुभव किया है, उसे दोनों ही स्थान पर अनुभूति होगी, नहीं तो जाकर भी कुछ नहीं होगा, चाहे यहाँ चाहे वहां, धन्यवाद, प्रणाम l
मच्छिंद्रनाथ महाराज जी की संजीवन समाधी महाराष्ट्र के सावरगाव मे हे ओर मच्छिंद्रनाथ जी को बडे बाबा कहते हे मीननाथ उनके पुत्र थे आप नवनाथ ग्रंथ पढिये सब मालुम पड जायेगा
ग्रंथ अनुसार नवनाथो की समाधी वही है जहां समाधी कबर के समान है और वहां यवन पुजारी है क्योंकि औरंगजेब ने नाथों की समाधी करब जैसी देखकर उनके नाम बदल दिये जैसी की मच्छिंद्रनाथा का मायाबा जालींधरनाथ का जानपिर और गहनीनाथ का गैबीपिर 🙏आलख निरंजन 🙏
@@mindyourmind6415 ji पता करने की आवश्यकता नही है क्यो की प्रारम्भिक नौ नाथ अयोनीज है अतः जो जन्म मरण से परे है उनकी समाधि या मजार बनाना एक महान मुर्खता पूर्ण कार्य है!
Bai machindranath ki samadhi Maharastra me need jile me savrgaon me hai or najdik me kanifnath gahininath jalindarnath ki samadhi hai googal pe to gaon ka mandhir bhi dhikata hai
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
Sachin isme koi achraj nahi ki GuruMachindranathji ki Samadhi Maharashtra ke Ahmednagar District ke bid me bhi hai Bilkul sahi hai agar aapko lagata hai ki Ujjain me Samadhi nahi hai ek baar aap Ujjain aao or dekho phir kaho aapko aascharya hoga Mere DadaGurudev Param Dayalu ShriGangainathji ki eksoek Samadhi hai kiyuki wo apne Shishya ko Dhundhane ke liye So baar Dharti par Aaye or ek so ek vi baar me unhone Mere Gurudev ko Shaktipat Dikshit kar ke Sidhha Kardiya ab GuruGadi unhen Sop di Alkha Niranjan Aadesh GuruMaharaj ka 🙏
Ujjain (MP) me city se 4 km, door hai, Ujjain aane ke baad koi bhi Taxi , Auto, ya Ujjain Darshan ki bus se aasani se jaa sakte hai, Samadhi tak Pakka Road hai , Pas me hi Bhrihtari Caves aur Grihkalika Tample bhi hai, jo raste me hi hai,
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
Aap ek baar waha jaiye aur 1-2 ghanta dhyan me jaiye, aapko apne aap apne sawalo ka jabab mil jayega, vaise bhi alokik anubhav ko likh ke nahi bataya jaa sakta
अरे भाई मच्छिंद्रनाथ बाबा की मुख्य समाधी महाराष्ट्र के सावरगाव जिल्हा बीड है ऊने बडे बाबा के नाम से जाना जाता है उनकी समाधी मढी के पास है मढी मै बाबा कानिफनाथ की समाधी है मढी से वह समाधी 5कि.मी है हर साल गुढीपाडवा के दिन ऊनका मेला लगता है.मेले के दिन सिर्फ आदमी समाधी के दर्शन ले सकते है
शैव मत, नाथ संप्रदाय के महान संत मत्स्येन्द्रनाथ की समाधि, पीर मत्स्येन्द्रनाथ, उज्जैन शहर के क्षिप्रा नदी के तट पर गढ़कालिका मंदिर और भर्तृहरि गुफाओं के समीप स्थित है। यह पर्यटक सर्किट पर एक लोकप्रिय स्मारक है। यहां के 6 वीं और 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पुरातन अवशेष पर्यटकों को लुभाते हैं। माना जाता है कि मत्स्येन्द्रनाथ, गोरक्षनाथ के गुरु थे, जिन्होंने लोकप्रिय हठ योग की शुरुआत की थी। मत्स्येन्द्रनाथ को नाथ पंथ का अगुआ और नौनाथ (नौ संतों का एक समूह) में से एक माना जाता है। माना जाता है कि इस संत ने इसी जगह समाधि ली थी, इसीलिए उनकी कब्र यहां बनाई गई। विभिन्य धर्मों के पर्यटक विश्व भर से इस स्मारक को देखने आते हैं और इस संत के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
Namaskar sir.... mai ek garasth hu (family man). Mai b nath sampardaye mein diksha lena chahta hoon. Kripa karke mera marag darshan kare ki mai kahan se diksha lu. Ek sid guru se diksha lena chata hu... please help.
mai 9 nath ka parayan karta hu, our hindu muslim ke point lo clear karna chahta hu. Shree Machindar Nath ne future ko jaan liya tha. unko pata tha ki future me Aurangjeb badhsha ka kapja aane wala hai, isiliye unhone Samadhi ka shape Kabar jaise karke rakha hai, taki Audangjeb usko destroy na kare. unme future janne ki ability the. ye jo mai pothi padhta hu. usme saaf mentioned kiya hai
@@yogeshpaisode2085thanks.do you know about म्हातारदेव reference in any granth or navnath pothi?all these types of sacred personality(navnath also) wanted to be live in invisible form from people with different name sometimes.i got only one reference about म्हातारदेव in navnath book.
@@pankajnaik2280 अध्याय 23 ( सोन्याची वोट! की सोन्याचा परवत ), पेज नंबर 144 (Page number might vary based on publication & font size) Or mai marathi me padhta hu..
Matsyandra nath jii nath sampradaye k first siddha h jo ki Shiv hi the साक्षात्.................or Peer ko Pandit bata rahi h ye aourat ataa pata kuch h nhi bakwaas kar rahi isko bole thoda history padh k jaati udhar nath sampradaaye ki ......nath sampradaaye jitne bhi siddha hue h unko Peer bhi bola jaata h mere khud k daddu ne jinda samaadhi li h
Nice information
Thanks Amit
हर हर महादेव
जय दादा गुरु मच्छेंद्रनाथ जी
जय सिद्ध गुरु गोरखनाथ जी
जय नवनाथ
सावरगाव मायंबा मढी ..बडे बाबा मच्छिंद्रनाथ संजीवन समाधी..नगर जिल्हा महाराष्ट्र
जय जय बाबा मछिन्द्रनाथ
Barobar bhau
दो दो जगह समाधी कैसे ? महाराष्ट्र में भी है
@@pawankshirsagar9373 भाई श्री नवनाथ भक्तीसार पढो सब समझ में आएगा
Which is real samadhi ?
🙏❤️जय हो महा योगी गुरु मत्स्येंद्र नाथ जी महाराज ❤️🙏की सदा ही जय हो 🙏🙏🙏❤️
जय हो
Jai Shree Dada Guru Matsayendra Nath Ji Ki ......... 🙏🙏
Jay Guru Matsyendra Nath Jee
परम पूज्य श्रद्धेय सदगुरु श्री मछेन्द्रनाथ नाथ जी के पावन चरणों में कोटि कोटि प्रणाम 🌺🌺🙏🙏🙏🙏🙏🌺🌺
jay ho
महाराष्ट्र मे मच्छिंद्रनाथ और कानिफनाथ श्रद्धा है एक बार मच्छिंद्रनाथ के दर्शन लेके जाना भाई
शैव मत, नाथ संप्रदाय के महान संत मत्स्येन्द्रनाथ की समाधि, पीर मत्स्येन्द्रनाथ उज्जैन शहर के क्षिप्रा नदी के तट पर गढ़कालिका मंदिर और भर्तृहरि गुफाओं के समीप स्थित है। यह पर्यटक सर्किट पर एक लोकप्रिय स्मारक है। यहां के 6 वीं और 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पुरातन अवशेष पर्यटकों को लुभाते हैं। माना जाता है कि मत्स्येन्द्रनाथ, गोरक्षनाथ के गुरु थे, जिन्होंने लोकप्रिय हठ योग की शुरुआत की थी। मत्स्येन्द्रनाथ को नाथ पंथ का अगुआ और नौनाथ (नौ संतों का एक समूह) में से एक माना जाता है। माना जाता है कि इस संत ने इसी जगह समाधि ली थी, इसीलिए उनकी कब्र यहां बनाई गई। विभिन्य धर्मों के पर्यटक विश्व भर से इस स्मारक को देखने आते हैं और इस संत के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
श्री जगद्गुरु नवनाथ सबजागृतमहाराजहै।शतकों की। नमस्कार 🙏🇧🇴☀️🌼🍊🙏
जय गुरु देव
शिव गोरख नवनाथ, आदेश
Jay ho
Om Swami Gurudev Dattatrey Namah Om Swami Shri Navnath Namah Jay machindranath
Jay Gurudev
Jai Baba Matsyendranathji🙏🙏❤️🙏🙏
Jai baba Matsyendranathji
आदेश आदेश पीरजी महाराज
Jay Ho
🙏जय महाकाल🚩 उज्जैन के दोस्तो अपने धर्म स्थलो कि रक्षा करे (पीर ) नाम हटवा दे श्री मस्तयेन्द्रनाथजी नाथ संप्रदाय से थे l एक घटना महाराष्ट्र के राहुरी के पास के गाव गुहा कि है जहाँ श्री कानिफनाथजी के मंदिर को मस्जिद बाताकर हतीयाने कि कोशिश कि जा रही है l यहाँ भी यही करेंगे 🙏वक्त रेहेते सतर्क हो जाये
जरूर भाई
🙏
Very nice information of Navnath
Thanks a lot
nice information
Thanks
thanks
मछिन्दर नाथ जी शतप्रतिशत हिंदुओ के गुरु रहे है । नाथो के आशीर्वाद से ही क्षत्रियों ने मुस्लिमो को खदेड़ा था
ji haa, aap sahi kah rahe hai
मच्छिंद्रनाथ की समाधी अहमदनगर के पास सावरगाव मे है
mai ek aur video bana ke bataunga
Jay guru machidra nath om namo aadesh
Jay Guru Matsyendra nath
Jay ho
नाथ संप्रदाय के प्रवर्तकाचार्य योगी मछन्दर नाथ जी।
Jay ho
बहुत बहुत धन्यवाद यहाँ के बारे में बताने के लिए
Bahut bahut swagat aapka mere channel par
jai mastyendra nath ji.
Jai Ho Matsyendra Nath Jee
Mind Your MIND galthi kya hi.
what's wrong going on this.
अरे भाई कोई गलती नहीं थी, मेने भी जय हो बोला 🙏🙏🙏🙏
this is one of the nath tradition.started by maha yogi mastyendra nath.that's why i type their jai.this is gollapothu vishal from andhra pradesh state.
जय गुरुदेव जय दादा गुरुदेव
Jay Gurudev
Jai Baba Macchendra Nath
Jay ho
बडे बाबा. संजीवन समाधी मच्छिंद्रनाथ स्थळ सावरगाव श्री ओंम नमो आदेश नगर जिल्हा महाराष्ट्र
Guru matsyendranath (or Macchindranāth) the first nathji among navnath.His sanjeevan samadhi is known as Shri Kshetra Machindranath Samadhi mandir maymba situated in Sawargaon,pathardi, Dist Ahmadnagar. Check wikipedia bro. There is temple of lord macchindranath in ujjain but not sanjeevan samadhi.
me pn savargao cha
@@akashchandanshiv3891 .mi bodhegaon cha
Aap bhi sahi hai , par yaha ujjain me bhi samadhi ho hai, ek baar ujjain aakar jaroor darshan kijiyega
आदेश गुरुजी को
Jay Ho
Guru machhindra nath ki samadhi Maharashtra me he garbhagiri parvat par .
Jee ha, unki samadhi nahi mandir kahna chahiye , kyoki vo jivit mane jaate hai
Mai har sunday ko jata hu bhaut hi shant jagah hai❤️🙏
Good Pankaj , kaha ke rahne wale ho aap
Ujjain m.p.
mai bhi Ujjain ka hu
जय हिन्दू राष्ट्र जय नव नाथ जय गोरखनाथ जी सनातन धर्म की जय
Jay Gurudev
Jai shri Krishna
Jai Shree Krishna
Hari om
Hari Om
Hari Om
Sai navnath Maharaj ki jai.,.
Sai machindranath Maharaj ki jai...
Jay ho
Aadesh
jay ho
ओम आदेश गुरुदेव नाथ जी का 🙏🏻 दादा गुरु के दरबार में अपने गुरु देव जी के प्यार में गुरु गोरखनाथ जी उज्जैनी में आए हां भाग 😭 देशद्रोही 👍 मां चामुंडा तो पूछेंगी 🎯 क्या गलती थी हमारी महा तांडव एक्शन शुरू किया 🙄 बाबा कायर नहीं फायर है मैरादादागुरूमेरादिलदारहै😭 गिरगिट गैंग चापलूस मंडली कट्टर ईमानदार गद्दार देश के 😭 रायता फैलाया अब हिसाब दो 🌅 कमीनो रेड अलर्ट बचना नामुमकिन है 😂 श्री राम जी की सेना चली हर हर महादेव 💯 अलख निरंजन राधे राधे जय हो गौरी गणेश जी 🙏🏻 2025 तक मेरा देश नंबर वन पर होने जा 🙄 विक्रम मोदी जी बेताल योगी जी संग श्री चित्रगुप्त जी ❤️ जनम जनम का साथ है तुम्हारा हमारा ❤️ मुझे चरणों से लगा ले मेरे श्याम मुरली वाले ❤️ तेरे भक्तों ने भी कलयुग में कमाल कर दिया जय हो राधे-राधे जय हो बागेश्वर धाम सरकार ने बवाल कर दिया ❤️ श्री महाकाल न्यायालय खुल गया 🎯💯🔥👹👽💥⚡💫 उज्जैन😅🎉😮😅😊❤😢
🙏
No doubt that , Ujjain is highly sacred place on this earth. The original & real samadhi of Baba Shri Chaitanya Macchindranath Is located in Maharashtra City Ahmadnagar Village Savargaon. One must visit in life time .
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
Jai guru dev
Jai guru dev
आदेश 🙏
जय हो
Bhagwan matchendranath ki jai,,,bhagwan goraknath ki jai
Jay Gurudev
Jai mayayogi bana gorakh nath
Jay ho
thank u
Most welcome
Like it
Thanks Preetam 🙏
Shree macchindranath samadhi is located in Maharashtra
Ji , Ujjain me bhi hai
औरते समाधी के पास कैसे?नाथसाहेब तो ब्रम्हचारी है!!हमारे यहाँ सावरगाव मे. दुरसे दर्शन करते हे🙏🏻🙏🏻🙏🏻
शैव मत, नाथ संप्रदाय के महान संत मत्स्येन्द्रनाथ की समाधि, पीर मत्स्येन्द्रनाथ उज्जैन शहर के क्षिप्रा नदी के तट पर गढ़कालिका मंदिर और भर्तृहरि गुफाओं के समीप स्थित है। यह पर्यटक सर्किट पर एक लोकप्रिय स्मारक है। यहां के 6 वीं और 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पुरातन अवशेष पर्यटकों को लुभाते हैं। माना जाता है कि मत्स्येन्द्रनाथ, गोरक्षनाथ के गुरु थे, जिन्होंने लोकप्रिय हठ योग की शुरुआत की थी। मत्स्येन्द्रनाथ को नाथ पंथ का अगुआ और नौनाथ (नौ संतों का एक समूह) में से एक माना जाता है। माना जाता है कि इस संत ने इसी जगह समाधि ली थी, इसीलिए उनकी कब्र यहां बनाई गई। विभिन्य धर्मों के पर्यटक विश्व भर से इस स्मारक को देखने आते हैं और इस संत के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
जी नही मत्स्येन्द्र नाथ सती नही जति थे।उनका विवाह भी हुआ था। और उनके बच्चे भी थे
बरोबर आहे नाथाच्या सामदी मधे महिलाना entry नसते बंधु
@@vaibhavmehar3444 हा फिर उनके लड़के का नाम क्या था
@@amanchavade5591 Meen Nath
👍👍🙏💐💐💐
Thanks Leena Ji
भाई चैतन्य मच्छिंद्रनाथ जी की समाधी मायंबा, नगर जिला, महाराष्ट्र मे हे.
जो कानीफनाथ जी की समाधी से 10-12 km पर पड़ती हे...
Ji , mai manta hu , par aap ek bar Ujjain aakar bhi dekhiye
Mayamba me bhi Guru Machindra Nath ji ki samadhi hai
Unka sthan kai jagah par hai vo aaj bhi ek jivit guru maane jate hai
Very nice.
Thank you! Cheers!
Holy place
Jay Ho
🙏🌷
Thanks
मच्छिन्द्र नाथ की समाधी महाराष्ट्र मे मायाअंबा याह है
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
दोनों स्थान पर है, यहाँ भी देखे l
प्रणाम, समाधी स्थान उज्जैन और महाराष्ट्र दोनों पर बना है, दोनों स्थान पर जाने से अपने आप पता चल जाता है की कौनसा सही है, यह केवल बात करने का विषय नहीं है, अनुभूति का है l धन्यवाद l
बहुत बहुत धन्यवाद, प्रेरणा , क्या आप ने दोनों स्थानों पर जाकर अनुभव किया है, कृपा करके अपने अनुभव शेयर कीजिये
@@mindyourmind6415 जिसने गुरुदेव को अनुभव किया है, उसे दोनों ही स्थान पर अनुभूति होगी, नहीं तो जाकर भी कुछ नहीं होगा, चाहे यहाँ चाहे वहां, धन्यवाद, प्रणाम l
बिल्कुल सही कहा प्रेरणा जी आपने, क्या इस विषय पर आप और चर्चा कर सकते है मेरे फ़ोन पर
@@mindyourmind6415 जी आपका मो नंबर?
जाग मत्स्येन्द्र गोरख आया, तन्त्र तोड़ने के लिए ध्वनि तन्त्र का प्रयोग किया त्रिया राज में ग्रस्त होने से निकलने के लिए गोरखनाथ ने प्रयोग किया,
aapke comment aur jaaankari ke liye bahut bahaut dhanywad Yashutosh jee
Nav naato ki samadhi khaa hai agar aap bataa sakthai hai to pls batana jarura
mujhe pura nahi maloom, aapko google se pata lag jayega
मच्छिंद्रनाथ महाराज जी की संजीवन समाधी महाराष्ट्र के सावरगाव मे हे ओर मच्छिंद्रनाथ जी को बडे बाबा कहते हे मीननाथ उनके पुत्र थे आप नवनाथ ग्रंथ पढिये सब मालुम पड जायेगा
Ji Bhai saab
He wasnt a peer and he has nothing to do with sufism ,but sufis learnt from yoga ,you can search about it ,he was a siddha ,a mahayogi
You are absolutely right Nishant
Location?
Maharashtra mein kitne natho ne sanjivani samadhi li hain
Actually mujhe pata nahi mai kahi se search karunga fir aapko batata hu
correct me if i am wrong ,they are still living in invisible form at certain place since 1788(शके १७१०).tab tak wo prakat rup mein the.
आदेश आदेश 🙏🙏
जय हो
ग्रंथ अनुसार नवनाथो की समाधी वही है जहां समाधी कबर के समान है और वहां यवन पुजारी है क्योंकि औरंगजेब ने नाथों की समाधी करब जैसी देखकर उनके नाम बदल दिये जैसी की
मच्छिंद्रनाथा का मायाबा
जालींधरनाथ का जानपिर
और
गहनीनाथ का गैबीपिर
🙏आलख निरंजन 🙏
जानकारी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद🙏🙏🙏
@@mindyourmind6415 🙏🙏
यहां समाधि होगी किन्तु यह वह नौ नाथ में जो मत्स्येंद्रनाथ जी है
उनकी नही हो सकती किसी और साधु की होगी संयोग वश उनका नाम मत्स्येंद्रनाथ हो सकता है!
Ji aap kahte hai to mai pata karunga
@@mindyourmind6415 ji
पता करने की आवश्यकता नही है
क्यो की प्रारम्भिक नौ नाथ अयोनीज है
अतः जो जन्म मरण से परे है
उनकी समाधि या मजार बनाना एक महान मुर्खता पूर्ण कार्य है!
Bai machindranath ki samadhi Maharastra me need jile me savrgaon me hai or najdik me kanifnath gahininath jalindarnath ki samadhi hai googal pe to gaon ka mandhir bhi dhikata hai
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
मध्य प्रदेश उज्जैन में ये मंदिर है क्या पूरा एड्रेस बता सकते हैं
Aap Ujjain me aake kisi bhi auto wale ko le kar jaa sakte hai
Are galat information mat do , machindranath ki samadhi mandir Maharashtra ke beed jilhe me savargaon me he
are bhaii , galat nahi hai, mene khud hi jake dekha hai kai baar
To bhai ek bar Maharashtra ke machindranath samadhi mandir ko jarur ana tumhe sachai pata chal jayegi
aap ek baar Ujjain aake kisi bhi vyakti se puch ke waha jaa sakte ho aur khud sachchai ka pata lagana
Bhai tum Google pe machindranath sanjivan samadhi mandir search kar ke dekho
yaar apko puri video bana ke dikha dee ab aur kya karu
Bhai galat information mat do
Machindranth samadhi
Maharastra ke beed jila ke savargav me he
Navnath granth pado pata chalega you tube pe bhi he
Are Bhai Ujjain me Hai , Mai khud Kai baar gaya hu, Google pe check karlo
Bhai mai bhi har sal jata hu google pe chek kiya he
Aap check karo machindranath samadhi karke
@@KachreSachin Bhai abhi mene dekha Google bhi Ujjain bataa raha Hai, Mai Ujjain me hi rahta hu , Bhai
Sachin isme koi achraj nahi ki GuruMachindranathji ki Samadhi Maharashtra ke Ahmednagar District ke bid me bhi hai Bilkul sahi hai agar aapko lagata hai ki Ujjain me Samadhi nahi hai ek baar aap Ujjain aao or dekho phir kaho aapko aascharya hoga Mere DadaGurudev Param Dayalu ShriGangainathji ki eksoek Samadhi hai kiyuki wo apne Shishya ko Dhundhane ke liye So baar Dharti par Aaye or ek so ek vi baar me unhone Mere Gurudev ko Shaktipat Dikshit kar ke Sidhha Kardiya ab GuruGadi unhen Sop di Alkha Niranjan Aadesh GuruMaharaj ka 🙏
Aap mujhe phone lagake baat kar sakate ho 9752212044 ya apna no Do please bhai 🙏
Exact loction please
Ujjain (MP) me city se 4 km, door hai, Ujjain aane ke baad koi bhi Taxi , Auto, ya Ujjain Darshan ki bus se aasani se jaa sakte hai, Samadhi tak Pakka Road hai , Pas me hi Bhrihtari Caves aur Grihkalika Tample bhi hai, jo raste me hi hai,
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
Sanjivan samadhi sthal beed jela me mayamba savargaan karke hi mere gavn se karib hi
Matsyendranath or Machhindranath is the leader of the Nath Sect and master of Guru Gorakshnath who started Hath Yoga. He is also the guru to seven other disciples that together with Gorakshnath form a group of nine saints called Navnath. The Muslim community believes Matsyendranath to be a Pir (Muslim Saint). It is believed that Matsyendranath took Samadhi here in Ujjain and his tomb is located in a very attractive and secluded place near Gadhkalika temple and Bhartrihari caves near the Kshipra river, around 4 kms from the Ujjain railway station. You can reach the tomb by private auto rickshaws and cabs.
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Jay Gurudev
Kis Tarah ke alokik anubhav
Aap ek baar waha jaiye aur 1-2 ghanta dhyan me jaiye, aapko apne aap apne sawalo ka jabab mil jayega, vaise bhi alokik anubhav ko likh ke nahi bataya jaa sakta
Sarkar mandir ki development karaye plsss🙏🛕
ji , bilkul hona chahiye
Mae tooh Kai bar gya hu samadhi pae
Thanks Vinit
अरे भाई मच्छिंद्रनाथ बाबा की मुख्य समाधी महाराष्ट्र के सावरगाव जिल्हा बीड है ऊने बडे बाबा के नाम से जाना जाता है उनकी समाधी मढी के पास है मढी मै बाबा कानिफनाथ की समाधी है मढी से वह समाधी 5कि.मी है हर साल गुढीपाडवा के दिन ऊनका मेला लगता है.मेले के दिन सिर्फ आदमी समाधी के दर्शन ले सकते है
शैव मत, नाथ संप्रदाय के महान संत मत्स्येन्द्रनाथ की समाधि, पीर मत्स्येन्द्रनाथ, उज्जैन शहर के क्षिप्रा नदी के तट पर गढ़कालिका मंदिर और भर्तृहरि गुफाओं के समीप स्थित है। यह पर्यटक सर्किट पर एक लोकप्रिय स्मारक है। यहां के 6 वीं और 7 वीं शताब्दी ईसा पूर्व के पुरातन अवशेष पर्यटकों को लुभाते हैं। माना जाता है कि मत्स्येन्द्रनाथ, गोरक्षनाथ के गुरु थे, जिन्होंने लोकप्रिय हठ योग की शुरुआत की थी। मत्स्येन्द्रनाथ को नाथ पंथ का अगुआ और नौनाथ (नौ संतों का एक समूह) में से एक माना जाता है। माना जाता है कि इस संत ने इसी जगह समाधि ली थी, इसीलिए उनकी कब्र यहां बनाई गई। विभिन्य धर्मों के पर्यटक विश्व भर से इस स्मारक को देखने आते हैं और इस संत के प्रति सम्मान प्रकट करते हैं।
और यहां तो औरते भी लिपट रही हैं 🙏
यहां कोई भी माना नही करता है क्या 🙏🙏🙏
अरे भाई , महाराष्ट्र के सावरगाव मे बडे बाबा मच्छींनद्रनाथ की समाधी है ,गर्भगिरी पर्वतपर ,🚩🚩
जी भाई , गुरुदेव के बारे में एक बार और डिटेल वीडियो बनाऊंगा
धन्यवाद
वो समाधी मंदिर होगा
उनकी समाधी महाराष्ट्र मे बीड जिल्हे सावर गाव मे हे
जय सद्गुरु चेतन्य मच्िंद्रनाथ
ओर एक बात वो महा योगी थे पिर नाही
सत्य वचन
यही मै ढूंढ रहा था
Proffer location milega kya
Ujjain me aake kisi bhi auto riksha ya Taxi wala aaram se leke jayega , railway station se 4 km dur hai
Allakhh niranjan
Allakh Niranjan
कुठे आहे हे समाधीचे ठिकाण कळेल का
समाधि का स्थान उज्जैन में है
Sir khari machindranath samadhi mandir beed madhe savargaon ethe ahe
ho saargaon maharashtra
Peer ki jaga guru likha kro
Sahi kaha aapne
😢
Namaskar sir.... mai ek garasth hu (family man). Mai b nath sampardaye mein diksha lena chahta hoon. Kripa karke mera marag darshan kare ki mai kahan se diksha lu. Ek sid guru se diksha lena chata hu... please help.
Hariyana Rohtak me Guru Gadi Bohar me Yogi mastnath math se aap Diksha le sakte ho
@@s.meditationrelaxation8065 bahut bahut sukeriya dear.....🙏
@@s.meditationrelaxation8065 🙏❤️जय हो महायोगी गुरु बाबा मस्त नाथ जी महाराज ❤️🙏की सदा ही जय हो 🙏🙏🙏❤️
Shiv gorakh aadesh aadesh aadesh .
Jay ho
alak niranjan
Aalakh Niranjan
नौ नाथजी की कहीं समाधि स्थल नहीं मिलेगी। कहा वल चरण पादुका मिलेगी
Ji bhai saab
Musalmanone hamare mahan sant aur Navnath ji ko peer bana Diya
Kya kare etihaas me mahan galtiya hui hai
Janpeer or genpeer ye 2 nam ka varnan kiya hai baki ye nam hamne hi nirman kiye bohot karan hai uske piche
Bhai us time peer woard hi nhi tha y naath ji h
Ye Ujjain ki samadhi me board pe likha hai
Adesh Adesh
Dhanywad Swapnil,
माता जी मर्यादा तो सीखो ध्यान लगाने की
aap ki baat un tak pahucha dee hai
आपका सादर धन्यवाद
ye mandir hey samadhi madhi savargao may hey titel change karo
aap ujjain aakr bhi dekhiye please
Machindrnath ki samadhi maharashtra me machindra gadh me hai
unka mandir hai , unki koi samadhi nahi kyoki unhe jivit mana jata hai
@@mindyourmind6415 apane title kya diya hai
Ye lady kuch galat information de rahi hai
"Jag माचींद्रा Gorakh aya"
Yeh to kisi dusre incidence की बात है
Mai es par ek aur video banaunga taki aap sabhi ke sawalo ke jabab de saku
mai 9 nath ka parayan karta hu, our hindu muslim ke point lo clear karna chahta hu.
Shree Machindar Nath ne future ko jaan liya tha. unko pata tha ki future me Aurangjeb badhsha ka kapja aane wala hai, isiliye unhone Samadhi ka shape Kabar jaise karke rakha hai, taki Audangjeb usko destroy na kare. unme future janne ki ability the.
ye jo mai pothi padhta hu. usme saaf mentioned kiya hai
Jee bahut bahut dhanyavad aapne mere jankari badayi
konse adhyay mein likha hai? aur mhataradev ke bare mein pothi mein kaha likha hai?
@@pankajnaik2280 15 se 30 me koi ek adhy me hai. Us adhy ke end me hai. Exact number Monday ko batata hu. As now i am traveling
@@yogeshpaisode2085thanks.do you know about म्हातारदेव reference in any granth or navnath pothi?all these types of sacred personality(navnath also) wanted to be live in invisible form from people with different name sometimes.i got only one reference about म्हातारदेव in navnath book.
@@pankajnaik2280 अध्याय 23 ( सोन्याची वोट! की सोन्याचा परवत ), पेज नंबर 144 (Page number might vary based on publication & font size)
Or mai marathi me padhta hu..
पीर हटाओ गुरु मच्छेन्द्र लिखो
Ji bhai saab
मछंदर नाथ महायोगी थे पीर या फकिर नहीं
बिल्कुल सही कहा आपने🙏🙏🙏
हमारे गुरु क्रम मे इनकी नित्य पूजा है ।
Pir kyo kaha jata hai
Kya?
Matsyandra nath jii nath sampradaye k first siddha h jo ki Shiv hi the साक्षात्.................or Peer ko Pandit bata rahi h ye aourat ataa pata kuch h nhi bakwaas kar rahi isko bole thoda history padh k jaati udhar nath sampradaaye ki ......nath sampradaaye jitne bhi siddha hue h unko Peer bhi bola jaata h mere khud k daddu ne jinda samaadhi li h
jay ho
नाथ पंथींयो को ग्यान हुवा था आगे यवऩ काल आनेवाला था ईसलिये पंथियोंने अपनी कबर बनवाली क्योंकी मंदीर बनाया होता तो यवन मंदीर को तोड डालते,
Aoratoko aandar pravesh nahi he
Aandar purush jate he
Aapka kahna sahi ho sakta hai maine waha baat ki thi
Didi Flower tho ghar se leke aati vahi k uthakar fir dal rahi ho samadhi par..
mai aapse sahmat hu
😣
what happened ,
samadhi sirf ek jagah hoti hai
Sahi hai, par ujjain me mene khud visit kiya hai