पहली गढ़वाली फिल्म 'जग्वाल' का बनना बिटिया की शादी करने जैसा था। Film Maker Parashar Gaur Interview
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- Опубліковано 9 лют 2025
- कनाडा में रहने वाले फिल्मकार पाराशर गौड़ उत्तराखण्ड में स्थानीय बोली के सिनेमा के पितामह जैसे हैं। उन्होंने 1983 में पहली गढ़वाली फिल्म 'जग्वाल' बनाई थी। उस फिल्म ने कई रिकॉर्ड तोड़े थे और उत्तराखण्ड में स्थानीय बोलियों के सिनेमा की राह खोली। फिल्म 'जग्वाल' उत्तराखण्ड की अपनी बोली के सिनेमा के क्षेत्र में कई मायनों में मील का पत्थर है। इसलिए इस फिल्म से जुड़ी कहानी जाननी बहुत जरूरी है। इससे जुड़े ऐसे कई दिलचस्प किस्से हैं जोकि लोगों ने सुने नहीं होंगे। 'जग्वाल' फिल्म के निर्माता पाराशर गौड़ इस इंटरव्यू में फिल्म के बनने से लेकर रिलीज तक की पूरी कहानी बता रहे हैं।
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पंवार साहब आपने अच्छी प्रस्तुति दी
पाराशर गौड़ जी उत्तराखंडी फिल्म जगत के दादा साहेब फालके हैं उन्हें नमन
गौड़ साहब चूंकि दिल्ली में थे यदि मुंबई में होते तो निश्चित उनकी मुलाकात तरन तारन धस्माना जो गढ़वाली थे और मनोज कुमार की संन्यासी जैसी सुपरहिट फिल्म के सहायक निदेशक थे और चरण सिंह चौहान जो गढ़वाली थे और शक्ति सामंत जैसे जाने माने निर्माता निर्देशक जिन्होंने आराधना, कश्मीर की कली और कटी पतंग जैसी सुपरहिट फिल्में दीं उनके साथ फिल्म मेकिंग में काम करते थे इन दोनों दिग्गजों से होती और तब शायद कुछ और अच्छी गढ़वाली फिल्में बनाती
गढ़वाली फिल्मों के जनक श्री पाराशर गौड़ जी को बहुत बहुत प्रणाम । आप स्वस्थ रहें ।आपकी वार्ता सुनकर मन अत्यधिक प्रसन्न हुआ । आप दीर्घायु हों । आपका परिवार सदा खुश रहे ।
श्रीमान मनु पंवार जी ! पहली गढ़वाली फिल्म ' जग्वाल' के निर्माता एवं वर्तमान में कनाडा में बसे श्री परासर गौड़ जी के साथ आपकी रोचक वार्ता बहुत अच्छी लगी। इस वार्ता के माध्यम से इस उम्र में भी इतने सहज,सरल एवं उर्जावान व्यक्तित्व एवं स्वभाव के धनी श्री परासर गौड़ जी के द्वारा अपने अनुभवों को साझा किया गया एवं गढ़वाली भाषा के प्रति उनके लगाव के मुखारविंद से सुनकर भी अच्छा लगा। श्रीमान पंवार जी इस रोचक वार्ता के कार्यक्रम के आयोजन के लिए आपका धन्यवाद।
बहुत धन्यवाद आपका
मनु भाई,,,गढ़वाल मंडल की बस, कर्नल हाउस ,एक छोटे से रोल में हमारे अंग्रेजी के सर के सी डोभाल जो बाद में एस एस बी में अफसर बन गये थे,,श्रीनगर रोड वाले पिक्चर हॉल हाउस फूल व पांच पांच शो,,,क्या गजब की यादे है जग्वाल फिल्म की!!! तबकी एक फ़िल्मी पत्रिका में इसका रिव्यु छपा था ,,,
Aapka Podkast ke liye aabhaar
पवार जी आप को कोटी कोटी नमन आप ने आज सालो के बाद आप ने गोड जी से मिलवाया
पंवार जी आपने गढ़वाली फिल्म जगत के जनक का इन्टरव्यू दिखाके मेरी 1980के दसक की याद ताजा कर दी । मेरी पारेसर भाई से पहली मुलाकात 1980 में constitution कल्ब में हुई थी आप लोगौ को साधुवाद । दीर्घ एवं स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं
बहुत धन्यवाद
❤❤आदरणीय श्री पराशर गौड़ जी का वास्ता दीर्घायु की कामना करदु छ मैं
उत्तराखण्डी फ़िल्म जगत का भीष्म पितामह छ आप
❤❤
पराशर गौड़ जी बहुत ही मिलनसार व्यक्ति हैं, मैं बहुत प्रभावित हूं उनके व्यक्तित्व से।
नमस्कार mamji
U have to fight u r self
Like जोशीजी ही वोन the case सबको पार्टी बना कर
Without having any proof .
Any how yad aty है निराला kee कबिता एक बूँद की अभिलाषा
All the best for rest ऑफ़ life 🙏🙏🙏🙏❤️❤️❤️❤️🙏🙏🙏🙏
पराशर जी नमस्कार
बहुत सालो के बाद आप को देखा बहुत खुशी हुई मुझे सब यादे आज तरोताजा हो गई जब घणटो आप सेconstitution club मे बातचीत होती थी उस समय मे बुगयाल गढबाली पत्रिका से आप से मिलता था राजेन्द्र धसमाना जी चातक जी, राही जी फिल्म के कलाकार सभी लोगो से अच्छा परिचय था फिल्म के हिरो मेरे पडोस मे रहते थे नेताजी नगर मे
पराशर जी आप को हम आज भी बहुत याद करते है आप के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते है
पंवार। जी आपके प्रयास को नमन।और परासर गोंड जी को उत्तराखंड सरकार द्वारा महान सांस्कृतिक सम्मान मिलना चाहिए। और उत्तराखंड के सांस्कृतिक इतिहास में गौड़ साहब को जगह मिलनी चाहिए।
बहुत ही अच्छा लगा काफी साल हो गए आपके दर्शन पाने को,मेरे मामाजी के गांव से हैं, ग्राम मिर्चोड़ा पट्टी असवालस्यूँ, ब्लॉक काळजीखाल, पौड़ी गढ़वाल.
बहुत बहुत धन्यबाद। हम प्रतिक्षा करेगे अगली फिल्म की। वैसे 76 वां साल मेरा चल रहा है। कोटद्वार आओगे तो सायद दर्शन हो जायें।
Mr Gaur I have seen you after 1984 I am son of SSDixit who was at V P House when you were working at Constitution Club.I vividly remember when this movie was released at Mavlankar Auditorium.Now I live at SydneyAustralia.I wish you a good health and continue your creative journey.
भौत बढ़िया परिचर्चा, आदरणीय पाराशर गौड़ जी से ७५-८२ का कालम ऊंकु सानिध्य मी भि मिल, आप बहुमुखी प्रतिभा का धनि छवा।🎉🎉
सौभाग्य हमारा गौड़ साब से मुलाकात देखने का मौका मिला।
गजब की बातचीत करने का तरीका ।
बहुत सुन्दर इंटरव्यू gadwal फ़िल्मी का पहला सफर इनकी दें न है
बहुत सुंदर इंटरव्यू, गढ़वाली संस्कृति को पहचान दिलाने में पाराशर गौड़ जी का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। बेहतरीन पत्रकारिता के लिए मनु पंवार को भी बहुत बहुत बधाई ❤❤👌👌
बहुत धन्यवाद आपका
गौड़ साहब। आपते सादर प्रणाम। आपका दीर्घ जीवन की कामना करदु। आप स्वस्थ राहुन
पवार जी का बहुत बहुत धन्यवाद । पराशर गौड़ जी को आज के समय मैं हम सब की जग्वाल यात्रा का साथी बनाया ।सब को प्रणाम ।
इस फिल्म को देखने का सौभाग्य मुझे भी प्राप्त हुआ था धन्यवाद मनु पवार जी पुरानी यादें ताजा होगी
धन्यवाद
मजा आ गया,बहुत अच्छी गढ़वाली सुनकर गौड़ साहब के मुंह से ।अभी भी इतने ऊर्जावान बने हुए है।
बहुत सुंदर वार्ता पवार जी आपने गढ़वाल के महान विचारक गौड़ जी से बात की l भविष्य मे आने वाली पीढियो को इतिहास मिल गया l नमन्
दुर्भाग्य हरु यो छा हमरु कि आप गढवाल बटि कनाडा चलि ग्याओ।
आदरणीय गौड़ अंकल जी को सादर प्रणाम 🙏❤️
गौड़ साहब तो हमारे पड़ोसी गांव के है प्रणाम 🙏
नमन 🙏
Shaandar bhula.... proud of you ❤️
Dhanyvad ji Parashar Gaur ji bahut bahut dhanyvad aap bahut mahan atma hai
बहुत सुंदर मनु भाई आप अच्छे अच्छे टॉपिक लाते हो।
Bahut dhanyawaad 🙏
भगवान भी बहादुरों का साथ देता हे ,आप के जज्बे को सलाम🙏🎉
बहुत ही सुन्दर संस्मरणात्म व एतिहासिक सराहनीय एवं प्रशंसनीय साक्षात्कार।
भाई साहब प्रणाम आपने सबसे पहले यह अछा किया कि आप पहले ही कनाडा में बस गये नहीं तो आज लोग घर बार बेचकर जा रहे और हथकड़ी मे वापस आ रहे हैं मैंने आज ही यूं टियूब पर देखी कहानी में कोई खास नहीं है मगर कलाकार सब अच्छे थे कोई नैपाली जैसे नहीं दिख रहे हैं बाकी सब ठीक है बाकी हम टोकरी के केकड़े है अगर कोई उपर आ रहा है तो उनको सब केकड़े निचे खिंचते है जैसे हमारे में टांग खिंचने वाले बहुत हैं बाकी अपना कर्म ओम नमो शिवाय ॐ
Bahut bahut dhanyawad ❤❤ Film show man🎉🎉🎉❤❤ Dil se salute 🙏💐💐🙏❤❤❤
वाह बहुत खूब मनु जी ....बहुत धन्यवाद इस बेहद खास बातचीत के लिए🙏 गौड़ जी की आने वाली नई फिल्म का बेसब्री से इंतजार रहेगा 🙏
पंवार जी आप कु आभार व धन्यवाद कि आपन श्री गौड़ दगड़ी या मुलाकात करै। श्री जी बणैईं पैली गढ़वाली फिल्म जगवाल मीन भी मसूरी मा देखी छै तब। ईश्वर से श्री गौड़ जी की लंबी उम्र व स्वस्थ जीवन की कामना करद।
भौत धन्यवाद सेमवाल जी
मनु भाई जी का हृद्य से आभार आपने गौड़ जी के जीवनभर के संघर्ष की प्रस्तुति को लोगों के लिए प्रेरणा दायक बना दिया आप दोनो का आभार
बहुत धन्यवाद रावतजी
गड़वळि फिल्मूं क जनक आदरणीय गौड़ जि कु तैं, नमन🙏, व इन सुंदर साक्षात्कार क वस्ता भुला मनु पंवार तैं साधुवाद 👌👍👏🙋♀️
जग्वाल फिल्म का पिक्चराइजेशन, कथा और एक्टिंग वाकई बहुत सुंदर था। एक सुंदर हिंदी आर्ट मूवी लगती है। जग्वाल फिल्म अभी भी यू-ट्यूब उपलब्ध है।
पराशर गोड जी से बहुत सुन्दर मुलाकात । बधाई मन्नू पंवार जी ।
Bahut bahut Dhanyabaad pawar ji purani yaade taja ho gayi ,teesare hi din yh picture dekhane ka saubhagy prapt hua thha,
बहुत धन्यवाद
मनु पवार भाई जी को ऐसे महापुरुष की जानकारी देने का बहुत बहुत धन्यवाद ।
Garhwali filmo ke janamdata Parasher Gaur ji ko mera parnaam. Bahut he achha interview.❤❤
मनु भाई बहुत बहुत धन्यवाद। आपका हर पॉडकास्ट बेहतरीन रहता है।
आभार
My father Jagdamba Prasad Baunthiyal also used to get money from various Garhwali shops and businesses in Delhi for uncle's film. We were present at the premiere of the film. Most of the people associated with the film were my father's close friends. Sadly most of them are not with us anymore including my father.
Dhanya hai aap aap, jinhone pahlee garhwali film banai hai. Ek jaman tha jab bhi film release hoti thee, waha mablanker hall Delhi main lagti thi. Aajkal mablanker hall per film nahi lagti.
Rakesh Thapliyal
Bahut sundar ❤
Panwar ji aap ka bahut bahut dhanyawad jo aapne gorji se baat sunwa di
भाई साहब नमस्कार बहुत दिन बाद दर्शन हुए आपके।
Uttarakhandi cinema ke janak aadarniya gourji ko pranaam .bahot sunder baatchit.aapki lambi aayu ho ishwar se yahi prarthana hai or aapka aashirvad sab par bana rahe 🌹🙏
शानदार बातचीत.....फिल्म की याद ताजा हो गई....🎉🎉🎉❤❤
पारा सर गौड़ जी आप को ईश्वर लम्बी उम्र दे।
Uttrakhandi cinema ke purodha urf dadaseb falke shri parasar gaur sahaab ko cinema ke abhootpoorn yogdaan ke liye yugo yugon tak koti koti pranaam 😅
Bahut badiya
Bahut hi shandar. Pahad ki atma Gaur ji. Nai pidi ko shiksha himmat motivation milega es prakar ke kam ke liye.
गौड़ जी की सुन्दर गढवाली सुणि क आनंद ऐ गे।
बहुत सुंदर मामा जी
पवार जी भौत भौत बधै। आपन् पार सर गौड जी से मुलाकात करि दे। पैलि गडवळि हि ना, पैलि बात उतराखंडी फिलम बणौणा वाले पारा सर गौड़ जी से मुलाकात करै दे। यूं एक किताब भि लेखि छै। सैद काव्य छायो। 2007-8 माँ बिमोचन गढवाल भवन दिल्ली मा ह्वे। उखमा भी भी गै छायी।
पारा सर गौड़ जी का दरशन करै दे आपन। धन्यबाद आप थैं।
भौत सुंदर। साधुवाद।
प्रणाम 🙏 आपको सादर नमस्कार 🙏 आपके आशीर्वचन से हम सभी को देवभूमि में अपनी पहचान को सपरिवार हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🙏 जय हो❤देवभूमि उत्तराखंड 🙏
Prasar gour ji baate sunke mza aa gya . 🙏🙏
Manu bhai namskar aaj apne dil khush kar diya hamare garhwali ke film ke pitamah jinki wajah se aaj garhwali filmon ka danka baj raha hai unhone pahli gharwali film banai thi aaj ham bhi soch rahe they ki gord ji kahan honge aaj dekha man khush hua apka bahut bahut dhanyabad main bhi pouri se hi hun kitna sangharsh kiya gourd ji ne film banane ke liye
बहुत धन्यवाद
Main 1975 mein pauri mein padhta tha, us samay maine jagwal film dekhi thi. In sahab ko maine satpuli mein bhi dekha tha. Ye log camera ke sath wahan par kuchh photography kar rahe the. Garhwali filmo k janak, garhwali filmo k dada saheb, ko bahut subhkamnaye or lambi umar ki kamna karta hun. Thanks.
Bhaisaab jagwal film 1983 mein bani thi na ki 1975 mein
Bhagwan Aap ko lambe Aayou De Aap jesha mahan Purush uttarakhand me Peda huyi he Aap logo ne Filem me Roshan kiya he Ham Desh ki Raksha me naam Roshan karegi Jia hind uttarakhand
पंवार जी बहुत ही अच्छी मुलाकात। गौड़ जी से मेरा निजी परिचय था।
धन्यवाद
Sir Salute🙏🙏 for your Sturugle and Thought 🙏🙏
सुंदर प्रस्तुति।
Bahut Sundar prayas
Nice information
Thanks for film making
Jai uttrakhand 🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤❤
पवार जी आपकू भौत भौत धन्यवाद। जु आपन गौड जी से वार्तालाप करिक कनाटा बसना बाद भी गौण जी उत्तराखंड भबोलि पर अभि भी अच्छी पकड़ च। जभकि आजकल मनिक द्वि दिन हुदिन भेर आकि अपनि भाषा बोलि भूलि जदिनि।
गौड जी आप आजकलक मनिक्कू मिसाल छा
आपकू भौत भौत धन्यवाद
आभार आपकु
Inko life time achievement award dilwao uttrakhand ka
Panwar ji dhanyawad.iss historical interview ke liye.❤❤
Bhot👍 badiya😊 hame toh ap ki batchit bhot achi lagi kyun ki😊 ham bhi jara se kapke podi chamoli ke Mason ke han bora na manna kyun ki mai kirachn isai family se hon Or pati gadval se👍😅😅
❤bahut sundar
बहुत सुंदर पराशर जी नमन आपको...
और पवार जी को भी ....
धन्यवाद नेगीजी
Impressive personality..gourji ..
सुन्दर फिल्म
बहुत सुन्दर
Panwar ji aap ka bahut bahut dhanyawad jo aapne gorji ki aawaj suna di mere goun ke pass ke hai
"कगार की आग" नाटक को ITO के एक थियेटर में 1985 में देखा था कुमाऊँनी बोली में "कगारै आग"
Aaj kaphi saal bad gaur ji ke darshan huye,enke sath maine garhwali natak khabesh mein kaam kiya, khabesh natak madan dobhal dwara l8khit rha🙏❤
मनु पवार जी आज की वार्तालाप बहुत सुन्दर लगी
बहुत धन्यवाद
Sat sat naman
पारासर जी नमस्कार, मै सनित जोशी भवाली से मिरचोडा गाव जहा तक मुझे याद है आया था दो दिन यूनिट के साथ रूकना हुआ था।आपको याद होगा मै दो दिन बाद आप के साथ आप की कार मै दिल्ली तक लोटा था पौडी हरिद्वार होते हुए फिल्म की हीरोइन जो थी वो भी हरिद्वार तक आई थी। मै आपके साथ काॅस्टिट्युशन कलब दिल्ली तक आया था फिर उसी रात को वहा से भवाली के लिए बस स्टैंड से भवाली, ननीताल के लिए वापस हुआ था। आज इस बात को चौवालिस वर्ष हो गए है।
तैतालिस नही चौवालिस वर्ष
Nice information pawar ji🙏🙏
उत्तरांचली सिनेमा के युगपुरुष श्री पाराशर गौड़ जी से आपकी वार्ता बहुत अच्छी और जानकारीपूर्ण रही।ये उनका जूनून ही था कि इतनी सारी विषम परिस्थितियों और झंझावातों के बाद भी गौड़ जी ने उत्तरांचली सिनेमा का पहला "मील का पत्थर" स्थापित किया।....श्री गौड़ जी को मेरा नमस्कार पहुंचे... आपके माध्यम से।...जय उत्तराखंड।
आवा जरूर गौड़ जी मिरूचवडा गौ तुम थै बुलाणु ।अब उख रोड भी चलिगयाई।
Gaur ji thanks film seen by me
दिल्ली में मावलंकर हाल में मुझे भी ये पिक्चर देखने का मौका मिला था।
"सतपोलि कू सैंणां" 🙏🙏🙏
❤❤ aanand parmanand ji🎉🎉🎉
Jay jay himal
मनु भाई, प्राशर गौर जी को सभी लोग देखना चाहते थे। धन्यवाद।
इस इंटरव्यू में वो नाम का खुलासा नहीं हुआ जिसको प्राशर जी पीठ में खंजर भोकने को कह रहे है?
उन व्यक्ति का देहांत हो चुका है. सो उचित नहीं लगा
Devbhumi filmon ke janak,adarniya parashar Gaud जी का ऋषि पाराशर जैसा
स्वभाव है,वे भूरी 2 प्रशंसा के पात्र
हैं।गढ़वाली प्रथम फिल्म जगवाल के प्रोड्यूसर डायरेक्टर।।रही बात इनके रास्तों के विलेन,खर दुश्मनों की, तो वो आज भी , देवभूमि से उभरते लोगों के बीच,रहकर उनकी ही हर वक्त टांग खींचते ... कुंठा से,या जातिवाद से,या ईर्ष्या से।..खेद हुआ,कि..पाराशर साहब की,नौकरी तक के, पर काट दिए,जी की सामाजिक कार्यों से बेहद जुड़े थे।धन्य होगा,वो जीवात्मा। इंटरव्यू अच्छा है, ईश्वर फिल्म जनक गौड़ साहब
को दीर्घायु, स्वास्थ्य दें। नाम तो अजर अमर है ही उनका।.धन्यवाद......
✨✨✨✨....
मजेदार बातचीत
बहुत बढ़िया मनु👍👍
धन्यवाद भाभीजी
❤
Bahut sunder baatcheet main gaur sahib ko achhi tarah se janta huin shubh ko amnayain
गौर जी हमारे गांव के हैं🎉
Kan caha
Jagwal film ka digital varzon uplabdh hai kya
कन स्पष्ट बात कना सीधापन मा आजकल त लोग बनावटीपन पर ज्यादा ध्यान देंदा न🙏🙏
पंवार जी गोड जी का गांव kalgeekhal और आप ku ju आप इतना गढ़वाली बोलना छान
आप को बहुत बहुत धन्यवाद
Lekin yah film milegi Kahan iss movie me school me Mera bhi seen tha bachpan ka