क्या हम ड्रामा को ड्रामा की तरह देखते हैं ? Q&A
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- Опубліковано 16 вер 2024
- Q & A Session
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Very very beautiful 🎉🇲🇰👌🌹
Os kavita didi..muje ek question poochna hai app se,kaise pooch sakti hu? Plz reply
अपने बाबानूसार एक फरीसते के माधयम से---
अपने बेहद मीठे एकरस नीराकार एक बाबा के आप संबंध या चेनल के लीए नीराकार आतमाभाइभाइ संखया- नो नीराकार आतमाभाइभाइ--- जेसे माधयम के रूप में आप समझा रहे हं --- अपने बाबा के यग(या ज्ञान यज्ञ)के नीमीत आतमाओं से बहूत अचछा ह---
लेकीन अपने सतयूग तरेतायूग में दहभीमान नहीं होता इसलीए वहां मतरी (या मंत्री)के आवसयकता नहीं--- अपने बाबा के समझनूसार ओर जहां मंतरी के आवसयकता नहीं--- वहां दास दासी राज परजा सबद नहीं होते -
यह हो ही नहीं सकता के वहां राजा परजा दास दासी याद हो- अपने बाबा ने इस एक फरीसते को यही समझाया ह --- वेसे आप समझदार हं --- समझदार के लीए इसारा ही अधीक ह ---
फरीसते सबद अपने बेहद मीठे एकरस संगमयूग का सबद संबंध ह --- एंजेल सबद दवापर कलयूग का हद अधीनता या वीकारी सबद ह ---
फरीसते हींदी भासा को छोड़कर दूसरी भासा का परयोग नहीं करते सतयूग तरेतायूग के भासा हींदी ह --- हींदी को छोड़कर एक सबद के मीलावट का संसकार फरीसते सथीती से अलग व सतयूग तरेतायूग से बाहर कर सकता ह --- एकरस एकपन के सथान पर दो रस दो भासा होने से---
जब तक पता नहीं था तब तक यह उचीत था या 18 जनवरी 1969 तक दो भासा या वीभीनन भासा यह उचीत था अब नहीं--- बेहद के समझदार के लीए यही इसारा अधीक ह ---
Om shanti didi 🙏 didi 5 September ki murli class bheje
अपने बाबानूसार एक फरीसते के माधयम से--- बेहद के समझदार के लीए---
हद में रहने वाले सीरफ अपने बी के परीवार के लीए नहीं--- अपने बेहद मीठे एकरस नीराकार एक बाबा के बचचे फरीसते संसार के लीए -
लोकीक दूनीया में रहना बीके नहीं--- ओर अपने बाबा के समझ में आना सापताहीक पाठयकरम के बाद मूरली के धारना सूरू होते हं --- बीके बन गए-
इसके बाद ह ---उड़ने के सथीती इसके बाद ह बेहद सथीती या फरीसते सथीती कहा जाता ह --- या सीढ़ी चढ़ना से भी उपर के सथीती कहा जाता ह --- नीरकारी सथीती या फरीसते के सथीती में रह कारय करना---
फरीसते अपने आप में सभी के सहयोगी हं ---
सेवा मजबूरी ओर मूसकील का सबद होता ह --- मंदीर या सेवा सथान का---
अपने बाबा के यग(या ज्ञान यज्ञ)में सहयोग करना होता ह --- सेवा सबद वरतमान समय या समझदार के लीए उचीत नहीं ह ---
अपने बेहद मीठे एकरस नीराकार एक बाबा के बचचे माधयम फरीसते--- बेहद के समझदार सहयोग करते हं --- सेव नहीं---
सहयोग अपने आप लेनदेन के रूप में रहता ह --- अपने बेहद मीठे एकरस नीराकार एक बाबा के नीराकार आतमा अपने बचचे सभी का---
अपने बाबा के समझ को समझाने में आप बहूत अचछा माधयम बन रहे हं --- लेकीन समझाते समय असरीरी सथीती ओर रूहानीरस के सथीती अपने जांच लीजीए---
अपने बेहद मीठे एकरस नीराकार एक बाबा ने अपने बाबानूसार----- इस एक फरीसते के माधयम से कीसी भी पंकती पर कोइ लाइन नहीं लगाइ ह --- लाइन जीसका अभीनय या पारट ह सायद उनहोंने लगाइ ह