शनि देव सपने में आकर देते है ये संकेत तो हो जाओ सावधान

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  • Опубліковано 15 лис 2022
  • शनि देव सपने में आकर देते है ये संकेत तो हो जाओ सावधान
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КОМЕНТАРІ • 1

  • @vijaykumardhanshettigudage6639

    ************** ऊँ शं शनैश्चराय नमः *************
    नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्।
    छाया मार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम्।।
    **********
    कोणोन्तको रौद्रयमोथ बभ्रु: कृष्ण: शनि: पिंगल मंदसौरि:
    नित्यं स्मृतो यो हरते च पीड़ा तस्मै नमः रविनन्दनाय।।
    सुरासुरा किंपुरुषोरगेन्द्रा गन्धर्व विद्याधर पन्नगाश्च।
    पीडयन्ति सर्वे विषमस्थितेन तस्मै नमः रविनन्दनाय।।
    नरा नरेन्द्रा पशवो मृगेन्द्रा वन्याश्च ये कीटपतड्ग भृंगा:।
    पीडयन्ति सर्वे विषमस्थितेन तस्मै नमः रविनन्दनाय।।
    देशाश्च दुर्गाणि वनानि यत्र सेनानिवेशा: पुरपत्तनानि।
    पीडयन्ति सर्वे विषमस्थितेन तस्मै नमः रविनन्दनाय।।
    तिलैर्यवैर्माष गुडान्नदानैर्लोहेन नीलाम्बर दानतो वा।
    प्रीणाति मन्त्रैर्निजवासरे च तस्मै नमः रविनन्दनाय।।
    प्रयागकूले यमुनातटे च सरस्वतीपुण्यजले गुहायाम्।
    यो योगिनां ध्यानगतोपि सूक्ष्मस्तस्मै नमः श्रीरविनन्दनाय।
    अन्य प्रदेशात्स्वग्रहं प्रविष्टस्तदीयवारे स नर सुखी स्यात्।
    गृहाद्गतो यो न पुनः प्रयाति तस्मै नमः श्री रविनन्दनाय।।
    स्त्रष्टा स्वयं भूर्भूवन त्रयस्य त्राता हरीशो हरते पिनाकी।
    एकस्त्रिधा ऋग्यजु: साममूर्ति तस्मै नमः श्रीरविनन्दनाय।।
    शन्यष्टकं य: प्रयत: प्रयाते नित्यं सुपुत्रै: बंधुबांधवैश्च।
    पठेतु सौख्यं भुवि भोगयुक्त: प्राप्नोति निर्वाणप्रदं तदन्ते।।
    कोणस्थ: पिंगलो वभ्रु: कृष्णो रौद्रोन्तको यम:।
    सौरि: शनैश्चरो मन्द: पिप्पलादेन संस्तुत:।।
    एतानि दशनामानि प्रातरुत्थाय य पठेत्।
    शनैश्चरकृता पीड़ा न कदाचिद्भविष्यति।।
    ** इति श्री दशरथकृत शनिस्तोत्रं सम्पूर्णम्*