1.5 crore ki population hai 8 dino mai 18 k views knowledge ki chize nahi dekhni kisi ko Yahi agar bat hoti ki nepal se sadi kar li to 3/4 lakh views ho jate abhi tak Itni achi jankari k liye thanku bheji🙏🙏
ये गढ़वाली या कुमाऊनी की बात नहीं हैं।। ये उत्तराखंड के पहाड़ी समाज के अस्तित्व की बात है।। अनूप बिष्ट जी आप आगे बढ़ो।। हम आपके लिए अपनी जान तक दे देंगे ।। आदिवासी समुदाय से कम कुछ भी नहीं मंजूर है अब।।
धन्यवाद आपका भट्ट जी। और बहुत बहुत आभार बिष्ट जी एवं उनके साथ जुड़े हुए साथी महानुभावों का। निश्चित ही प्रत्येक उत्तराखंडी कंधे से कंधा मिलाकर आपके साथ खड़ा होगा उत्तराखंड के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ ❤
शानदार इंटरव्यू। इस विषय पर अनूप बिष्ट जी के साथ 5th Schedule के अति आवश्यक मुद्दे पर यह इंटरव्यू करने के लिए रमेश भट्ट जी के आभारी हैं। उत्तराखंड के पहाड़ियों को यह जानना जरूरी है कि क्यो उनको ट्राइबल दर्जा मिलना चाहिए। जानकारी के अभाव में हम लोग कभी यह सार्थक मांग भी नहीं उठा पाए। लेकिन अब पूरा जोर इसी मांग पर लगाना है क्योंकि ट्राइबल दर्जे के साथ हमें मूलनिवास 1950 व सख्त भूकानून स्वतः ही मिल जाएगा। जय बद्री विशाल, जय महासू, जय गोल्ज्यू 🙏🏻🙏🏻
Sahee kaha yhaa ke log rajput bhrman fake theory bjp 0obgress or ye plains area ke wjah se khatam h dhere dhere pahad v bik rhe pahale hee nanital rishieksh or masoori tehri kho dya ab josimathvme dam ki wjah se khatam kar dya inhone
मीणा जाति राजस्थान की जमींदार और अमीर जाति है, फिर भी उनको आदिवासी का दर्जा दिया हुआ है।। और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों मै अपना जीवन जीने वाले पहाड़ियों को स्वर्ण का दर्जा दिया हुआ है जिनके पास स्वास्थ और शिक्षा जैसी सामान्य सुविधा तक नहीं है।। घोर अन्याय है ये सीमांत उत्तराखंड के पहाड़ियों के साथ 😢😢😢😢😢
देश के असली आदिवासी उत्तराखंड के पहाड़ी है।। अंग्रेजो के समय भी पहाड़ियों को खास जनजाति माना गया था और उत्तराखंड का के पहाड़ी क्षेत्रों को scheduled area में डाला गया था।। साजिश के तहत उत्तराखंड के पहाड़ियों से उनका हक छीना गया है।।
ज्ञान वर्धक चर्चा अच्छी लगी.. 5th schedule के प्रावधानों का भी पता चला..सुंदर कोशिश पहाड़ और उत्तराखंड की संस्कृति जिंदे रह पाए तो आने वाली पीढ़ी का भी भला होगा..
बहुत सुंदर विचार हैं आपके विचारों से हम सभी को गर्व महसूस हो रहा हैं कि हमारे समाज में ऐसे लोग भी रहते है जो उतराखड की बात करते हैं काश हमारे नेता भी ऐसे बिचार करते
बहुत बढ़िया❤ उत्तराखंड में भी ऐसा ही मजबूत कानून आना चाहिए जिससे बाहर के लोग यहां जमीन लेने के लिए 10 बार सोचे 😢 और राज्य का आम नागरिक यहीं रहकर अपना जीवन यापन करें❤❤
मुगलो ने गढवाल पर जैसे ही आक्रमण किया तो गढवाल की रानी ने अपनी फोज लेकर हरिवार और ऋषिकेश के ही बीच मे घिराया और मुगल सैनिको की नाम तक काट डाली इसी लिए वे भाग गये
@@surendrasinghgusain874aur wo hi garwali apne purvajon ko rajasthani bhagoda bta te h ab Ki hm rajput h kyunki hamare purvaj rajasthan se bhaag ke aaye the 😂
बहुत Good...One of the best Podcast। कहा जाता हैं कि स्वतंत्रता से पहले और बाद में लगभग पूरे उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र को ट्राइबल tribals घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन उस वक्त नेताओं और आम लोगो को लगा कि ट्राइबल टाइटल का मतलब अपमान जनक है और ठुकरा दिया।😊। वो तो ओबीसी में भी आने को तैयार नहीं थे।
🙏हमें आपके शब्दों को सुनने में बहुत खुशी हुई, 5वीं अनुसूची के कानून को हर उत्तराखंडवासी के लिए सबसे जरूरी है, मैं आपके काम की सराहना करता हूं और हम हमेशा उत्तराखंड के लिए इस खूबसूरत पहल का समर्थन करते हैं। jai Uttrakhand jai devbhumi
बहुत ही सूचनाप्रद साक्षात्कार। उत्तराखण्ड की जनता को जानना होगा कि भू क़ानून स्वतः ही लागू हो जाएगा यदि ५ शेड्यूल लागू हो जाए। सभी उत्तराखण्डियों को यह वीडियो देखने की ज़रूरत है।
सर बहुत बहुत आभार आपने अपने माध्यम से इतनी विस्तार से चर्चा मैने अभी तक का सबसे अच्छा पॉडकास्ट इस विषय पर देखा है क्युकी और सब में कोई न कोई विषय छूट जाता था। मैने बहुत पहले आपसे ये मांग की थी। पूरा करने के लिए धन्यवाद 🙏
बिष्ट जी आप उत्तराखण्ड को आने वाली पीढ़ियों आपकी एहसानमंद रहेगी। सोए हुए उत्तराखण्डियों के लिए कोई जगा हुआ उत्तराखंडी लड़ाई लड़ रहा है। जय बद्री केदार। जय नंदा।
मोदी जी कहते है की उत्तराखंड के पहाड़ों और पहाड़ियों का विशेष स्थान है उनके दिल मै।। अगर सच मै ऐसा है तो मोदी जी पहाड़ियों को उनका हक दे दो और हमे आदिवासी घोषित करो।। 1967 मै आदिवासी का दर्जा लेने से नेताओं ने इंकार किया था, ना की उत्तराखंड की जनता ने।।
Britishers ke caste census me bhi garwali aur kumauni ST me the Ye Uttarakhand ka sankritization aur rajputisation ke karan ye haal ho chuka h pahadiyon ka
5th schedule hota tehri dam ni bana hota na josimath dam k chkr me brbad hota bijli sab bahar walo ko or yhq vanw sahar jameen dubao or yha bijli mehnga in bade dams ne bjp congress ne brabad kiya uk ko
जल जंगल जमीन पर उत्तराखंड के लोगो का अधिकार होना चाहिए, अपने खेत में लगाया हुआ पेड़ को काटने के लिए भी सरकार से परमिशन लेनी पड़ती है, फिर क्यू आदमी पेड़ लगाएगा, जो खेती लोगो ने छोड़ दी है उनको उसमें पेड़ व्यवसायिक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए सरकार को
Aapka subject bahut achcha hai Anup ji.....but aap un logo se milkar ise pahle unhe samjhaiye jo abhi Bhu kanoon ki maag kar rahe hain kyoki unki galat maang ki wajah se hamara main aur jaruri maang ki bat divert ho jayegi. Govt bar bar thodi hi public ki bat manegi. Sab log milkar 5th schedule ki maang karo uttarakhand govt se aur wo is mudde ko delhi tak pahuchaye.
#Khasiya ek kabila hai jaise ki Yadav, Jat, Saini, Gujjar, Meena. Jo humse kafi adhik sampan hone ke bawjood OBC/ST mein aate hain aur hum 'general category'. Sare Delhi NCR mein inka dabdaba hai ( education+ politics+ property+ government jobs+ business). 'Reservation' chhinane ki wajah se humare Yuva apna bhavishya banane ko jagah jagah thokre kha rahein hain. Jo Ghar baithe hain woh nashe aur mansik avsaad ka shikar ban rahe hain resources ki kami ki wajah se. Unke liye IIT, IIM, NEET, IAS, IPS jaisi pratiyogita prakishayon mein dakhila lena matr ek sapna hai. Majbooran palaayan karke metro cities aur videsho mein naukri khojni pad rahi hai. #5th schedule hi iska ekmatra samadhaan hai.
Bahut gahri bat batayi h sir ne 5 th shedule lagu honi chahiye hum log jal jangal jamin ki bat karte h hum log sach m tribe h jal jangl jamin ki seva karne wale apko bhoo kanoon par kam karne wale andolankari aur rajy ke andolkariyo se bhi bat karni chahiye
Sahee kaha jaise tehri josimath me dam ki wjah se barbad kiya in mafia ne aise kahee v ni hua q ki hak log bss anbhkti nstional party ko vite de rhe hame apun bhasa pahad se pyar ni rule pata ni unity ni tavi ye hal h uk ka
सही व्यक्तिव बुलाए आप ,ऐसे ही बुलाओ नाकि वो जोशी प्रकरण वाले पूर्व सच्ची वालय वाले समझ रहें है और ना ही पत्रकार रावत जी जो एक सिरे से भू कानून मिल नही सकता बता गये पर सोल्यूशन नही दिए
जागो पहाड़ियों जागो।। अपने हक के लिए लड़ो।। जब बीजेपी जम्मू कश्मीर के पहाड़ियों को आदिवासी का दर्जा दे सकती है तो उत्तराखंड के पहाड़ियों को क्यों नहीं दे सकती जिसने बीजेपी को लोकसभा और विधानसभा चुनावों मै बंपर जीत दिलाई।।
1.5 crore ki population hai 8 dino mai 18 k views knowledge ki chize nahi dekhni kisi ko
Yahi agar bat hoti ki nepal se sadi kar li to 3/4 lakh views ho jate abhi tak
Itni achi jankari k liye thanku bheji🙏🙏
Please share kijiye apne contacts ke sath
@ ji Ma’am already share kar chuka hu 🙏🙏
Thankyou! @@Imfromdevbhomi
@@Imfromdevbhomi1.5 crore me se aade se jyada desi log h
अनूप बिष्ट जी जैसे व्यक्तित्व ही हमारे पहाड़ी समाज को बचा सकते है ❤
ये गढ़वाली या कुमाऊनी की बात नहीं हैं।। ये उत्तराखंड के पहाड़ी समाज के अस्तित्व की बात है।।
अनूप बिष्ट जी आप आगे बढ़ो।।
हम आपके लिए अपनी जान तक दे देंगे ।।
आदिवासी समुदाय से कम कुछ भी नहीं मंजूर है अब।।
भट्ट जी एवं विष्ट जी का बहुत आभार।
उत्तराखंड की सरकार को हमारे उत्तराखंड के देवता सद्बुद्धि दें।
हमारे इष्टदेव सबका भला करें।
भट्ट जी ऐसे ज्ञानी लोगों का इंटरव्यू लिया करो जिनसे हमें तो सीख मिल रही है मगर हमारे बच्चों को भी पता चले धन्यवाद
बहुत सुंदर किया जानकारी दी आज तक कभी ni सुना ये जरुरी है लागू होना चाहिए
खस जाति समुदाय का बिन्दु हमें एकजुट करने के साथ ही अपने मांग मनवाने में महत्व पूर्ण है,जग जागरण हेतु धन्यवाद।
धन्यवाद आपका भट्ट जी।
और बहुत बहुत आभार बिष्ट जी एवं उनके साथ जुड़े हुए साथी महानुभावों का। निश्चित ही प्रत्येक उत्तराखंडी कंधे से कंधा मिलाकर आपके साथ खड़ा होगा उत्तराखंड के उज्जवल भविष्य की कामना के साथ ❤
5वीं अनुसूची, भू कानून, मूल निवास 1950,अनुच्छेद 371, इनर लाइन परमिट और वन अधिनियम
ऐसे ज्ञानी लोगों का इंटरव्यू बार बार होना चाहिए जिन्हें जान कुछ सीखने को मिलेगा प्लान करने वाले हैं जय उत्तराखंड
सिर्फ 5th Schedule ही उत्तराखंड के पहाड़ी समाज और संस्कृति को बचा सकता है।।
जागो पहाड़ियों जागो, अपने हक के लिए लड़ो।।
अनूप भाई बहुत उपयोगी जानकारी
धन्य हो भट्ट जी आप ही हैं जो जरूरत की बात करते हो। पाॅडकास्ट = देवभूमि डायलॉग।
Naman Bisht Ji ❤
बहुत ही ज्ञानवर्धक और उत्तराखण्डियों के लिए उपयोगी वार्ता। ऐसे ज्ञानी लोग ही हमारे नेतृत्वकर्ता होने चाहिए।
शानदार इंटरव्यू। इस विषय पर अनूप बिष्ट जी के साथ 5th Schedule के अति आवश्यक मुद्दे पर यह इंटरव्यू करने के लिए रमेश भट्ट जी के आभारी हैं।
उत्तराखंड के पहाड़ियों को यह जानना जरूरी है कि क्यो उनको ट्राइबल दर्जा मिलना चाहिए। जानकारी के अभाव में हम लोग कभी यह सार्थक मांग भी नहीं उठा पाए। लेकिन अब पूरा जोर इसी मांग पर लगाना है क्योंकि ट्राइबल दर्जे के साथ हमें मूलनिवास 1950 व सख्त भूकानून स्वतः ही मिल जाएगा।
जय बद्री विशाल, जय महासू, जय गोल्ज्यू 🙏🏻🙏🏻
bilkul bhai hme poore gaon gaon jake ye batana chaiye taki sabhi log isse engage ho
Sahee kaha yhaa ke log rajput bhrman fake theory bjp 0obgress or ye plains area ke wjah se khatam h dhere dhere pahad v bik rhe pahale hee nanital rishieksh or masoori tehri kho dya ab josimathvme dam ki wjah se khatam kar dya inhone
@@doctornightcore5262shuruwat kro fir apne gaon se bheji
@@Digubisht8057 kuch samay aur bas sabko ek ju karke schedule 5 mil jaye to phir ye fake identity bhi faik denge sabhi plains ki
We need fifth schedule. It's the only hope for Uttarakhand.
Great idea. We are with Anoop ji. Guys like and share this with your friends.
5th schedule के बिना पहाड़ी संस्कृति का अस्तित्व खतरे में है।
जागरूकता के लिए साधुवाद।
अत्यंत महत्वपूर्ण ज्ञानवर्धन साक्षात्कार 🙏🙏
उतराखंड सरकार को इस अत्यंत महत्वपूर्ण स्कीम को संज्ञान लेकर लागु करना चाहिये 👍
मीणा जाति राजस्थान की जमींदार और अमीर जाति है, फिर भी उनको आदिवासी का दर्जा दिया हुआ है।।
और दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों में विषम परिस्थितियों मै अपना जीवन जीने वाले पहाड़ियों को स्वर्ण का दर्जा दिया हुआ है जिनके पास स्वास्थ और शिक्षा जैसी सामान्य सुविधा तक नहीं है।।
घोर अन्याय है ये सीमांत उत्तराखंड के पहाड़ियों के साथ 😢😢😢😢😢
देश के असली आदिवासी उत्तराखंड के पहाड़ी है।। अंग्रेजो के समय भी पहाड़ियों को खास जनजाति माना गया था और उत्तराखंड का के पहाड़ी क्षेत्रों को scheduled area में डाला गया था।। साजिश के तहत उत्तराखंड के पहाड़ियों से उनका हक छीना गया है।।
साजिशकर्ता ब्राह्मण समाज और मंद बुद्धी खस्या, जो शक़्ल से "डुटयाल" लगता है और खुद को राजस्थानी बताता है
Bhut sundar...... Hm jada kuch nhi to ye video apne phad k logo tk hi share kr le....mera visvash he logo ko ye bat smajh me ayegi
जय गोल देवता देव भूमी में सबने भला क्रिया भट्ट जी बिष्ट जी उत्तराखंड राज्य में निवास को जागरूक करने के दीए आपका धन्यवाद
धन्यवाद... आपके इस podcast से हमे हमारे पहाड़ के बारे मे बहुत कुछ जानने को मिला।
ये हमारी responsibility है कि इस video को उत्तराखंड के एक एक व्यक्ति तक पहुंचे। और हर गांव तक ये बात जानी चाहिए।
Apne gaon ke logon jo bta iye is baare me video bhi share kre
❤❤
Great podcast,,, gest is Great hero . Anup ji I. love you .. aaj aakhy khol di aap ny ...
Anoop bisht ji ka bahut bahut dhnywad hmko hmari jado ko smjhane hetu ❤❤❤
🎉🎉🎉 बहुत ही सुन्दर कार्य उत्तराखंड के लिए बहुत ही सुन्दर प्रयास 🎉🎉जय उत्तराखंड देव भूमि 🎉🎉जय हिन्द जय भारत जय उत्तराखंड 🎉🎉
ज्ञान वर्धक चर्चा अच्छी लगी.. 5th schedule के प्रावधानों का भी पता चला..सुंदर कोशिश पहाड़ और उत्तराखंड की संस्कृति जिंदे रह पाए तो आने वाली पीढ़ी का भी भला होगा..
#uttarakhand_wants_5thschedule
भट्ट जी को कोटि कोटि नमन जगल और नदी पर नौरथ ईष्ट के लग भग सभी राज्य मे वा के जनता का हक चलाता है ना कि सरकार की
You are doing a great service to the society at large. We didn't know any thing.
God bless you both
Sir no need to know anything whenever voting machines come in front of people they elect modi Yogi 😂😂😂
बहुत सुंदर विचार हैं आपके विचारों से हम सभी को गर्व महसूस हो रहा हैं कि हमारे समाज में ऐसे लोग भी रहते है जो उतराखड की बात करते हैं काश हमारे नेता भी ऐसे बिचार करते
बहुत बढ़िया❤ उत्तराखंड में भी ऐसा ही मजबूत कानून आना चाहिए जिससे बाहर के लोग यहां जमीन लेने के लिए 10 बार सोचे 😢 और राज्य का आम नागरिक यहीं रहकर अपना जीवन यापन करें❤❤
मुगलो ने गढवाल पर जैसे ही आक्रमण किया तो गढवाल की रानी ने अपनी फोज लेकर हरिवार और ऋषिकेश के ही बीच मे घिराया और मुगल सैनिको की नाम तक काट डाली इसी लिए वे भाग गये
@@surendrasinghgusain874aur wo hi garwali apne purvajon ko rajasthani bhagoda bta te h ab
Ki hm rajput h kyunki hamare purvaj rajasthan se bhaag ke aaye the 😂
10 बार नहीं.... मै तो केहती हूँ की बाहर का आदमी सोचे ही नहीं पहाड़ पर कब्जा करने की।
Right 👍
5 वां शेडयूल 1932मे लागू था , तो क्यों रेग्युलर लागू नहीं रखा गया ।इस गलती को जल्द सुधारा जाये ।
Great work sir 👏👏👏
भोते भल पॉडकास्ट। अद्भुत प्रस्तुति। धन्यवाद।
This video is a must-watch for all Uttarakhandis. Please share this video to all groups in Uttarakhand.
Thank you bisht sir.
न्याय को देवता! चंपावत को राजा!! गोल्यु ज्यू महाराज!!! भल करै🙏🙏🙏
अनूप जी को बहुत बहुत धन्यवाद। भाई जी आपने बहुत ज्ञानवर्धक बातें बताई है।
Bht achi jankari di sir aapne aap jese log bht km h ❤dil se thanks
बहुत सुंदर वार्ता इस को सरकार के सामने रखनी चाहिए आप जैसे लोग ही उत्तराखंड को मुसलमानों से बचा सकते हो जय देव भूमि जय उत्तराखंड
Bhatt ji aapka bahut bahut dhanyvad Jo aapke channel ke Madhyam se Aise interview liye Jaate Hain
100%Right. खस बडे योद्धा होते है . इसी लिये खसो की खास पट्टी के योद्धाओ से टिहरी का राजा भी अपने काले कानुनो लागु करवाने में घबराता था ।
Lekin yahan ke rajvansh khud khas converted h
Chand shah dono jahan tk mujhe lgta h
Sankritization ke karan rajput bne the
❤
Arre bhai yodha nhi hai tribal hai yodha bolo ge to nhi mile ga tribal status
@@royalphysiodigvj8287
yodha the
aur khas me tribe me aate h bs apne aap ko khas sabit krna h darpok nahi
❤❤
बहुत सुंदर जानकारी ऐसे जानकर लोगों को बार बार सुनने का मन करता है।
Sahi keh rahe hai 5 th schedule jyada important hai wajaye bhu kanoon Or mool niwas ke.
बिष्ट जी ने एक शब्द बोला कि हम जजमान है बहुत सुन्दर ठेठ गढ़वाली भाषा 👍👍😊😊अति सुन्दर विश्लेषण 👍👍
पूंगड़ा सगोड़ा शब्द भी
❤❤ बहुत महत्वपूर्ण जानकारी अनूप भैया।
अगर हमारे विधायक और संसद भी अनूप बिष्ट जी की तरह पहाड़ी समाज के लिए इतना अच्छा सोचते तो 🥺🥺🥺🥺🥺
बहुत Good...One of the best Podcast। कहा जाता हैं कि स्वतंत्रता से पहले और बाद में लगभग पूरे उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र को ट्राइबल tribals घोषित करने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन उस वक्त नेताओं और आम लोगो को लगा कि ट्राइबल टाइटल का मतलब अपमान जनक है और ठुकरा दिया।😊। वो तो ओबीसी में भी आने को तैयार नहीं थे।
❤❤❤❤❤❤❤❤
आप महान हो भट्ट जी बट दुख इस बात का है अभी तक 771 लोग ही देख पर या लाइक किया इतनी महत्व पून जानकारी के लिए
आप उत्तराखंड के हीरो हो
Isoiye uk ka ye hal h bhai votw bjp congress ko doge modi rastrwad ke name pr apin bhasa ni boldu to yhi hal hoga
बहुत सुन्दर जी 🙏
🙏हमें आपके शब्दों को सुनने में बहुत खुशी हुई, 5वीं अनुसूची के कानून को हर उत्तराखंडवासी के लिए सबसे जरूरी है, मैं आपके काम की सराहना करता हूं और हम हमेशा उत्तराखंड के लिए इस खूबसूरत पहल का समर्थन करते हैं। jai Uttrakhand jai devbhumi
Bahut badhiya jankari di bhaiji, Hume humare jungle aur Nadiya aur pahado par apna hak Lena hai, jagrook karne ke liye dhanyawaad 👏👏
Bhut bdiya is pr jald s jald Uttarakhand m logo ko smjhao or laagu krao 🚩🚩🚩🚩🚩🚩🕉️🕉️🕉️
बहुत ही सूचनाप्रद साक्षात्कार। उत्तराखण्ड की जनता को जानना होगा कि भू क़ानून स्वतः ही लागू हो जाएगा यदि ५ शेड्यूल लागू हो जाए। सभी उत्तराखण्डियों को यह वीडियो देखने की ज़रूरत है।
Meltey hai 22 ko
❤❤
Grt 👍👍👍👍👍👍
Bahut sundar
Sir ji baat Kahi aapne ❤
बहुत सुंदर रिवर्स पलायन का सबसे सटीक तरीका
हम बिष्ट जी के साथ हैं हम भी खस है तभी हमको पहले खशिया बोलते थे और लोग❤❤
बहुत सुन्दर सर. आज ये सब पता चला. नयी पीढ़ी को कुछ पता नहीं.
आम उत्तराखंडी सोया है बंटा हुआ है। उसे हिलाना, जगाना व संघर्ष करना अब रास नहीं आता है।
सर बहुत बहुत आभार आपने अपने माध्यम से इतनी विस्तार से चर्चा मैने अभी तक का सबसे अच्छा पॉडकास्ट इस विषय पर देखा है क्युकी और सब में कोई न कोई विषय छूट जाता था। मैने बहुत पहले आपसे ये मांग की थी। पूरा करने के लिए धन्यवाद 🙏
"केदारे खस मंडलम्"
Very interesting nd Rootbased points❤❤❤❤
Our government must take steps towards 5th schedule.
बिष्ट जी आप उत्तराखण्ड को आने वाली पीढ़ियों आपकी एहसानमंद रहेगी।
सोए हुए उत्तराखण्डियों के लिए कोई जगा हुआ उत्तराखंडी लड़ाई लड़ रहा है।
जय बद्री केदार। जय नंदा।
भाई जी आपकी 5 शेड्यूल में मैं आपके साथ जुड़ना चाहता हूं
जय देवभूमि❤
Great job Bhai ji 👏👏👏
अनूप सर को लख लख सैल्यूट
Bahut hi achha laga dazyu
Apki bat sunkar
Pahar ko dubara basane ki kawayad suru ki hai
Bahut bahut dhanyawad apka
संसद में बिल लाना पड़ेगा।इसे उत्तराखण्ड के सांसद ही संसद में उठा सकता है।
Hum apke sath hai sir i love u
नौटंकी नाच की वीडियो तो सब शेयर करते है।।
आज अपने पहाड़ को बचाने के लिए भी ये वीडियो शेयर कर दो 🏞️
Anoop bhaiyya good work ❤ apki mehnat kaam aayegi
बहुत ही अच्छा काम कर रहे बिष्ट जी आप
मोदी जी कहते है की उत्तराखंड के पहाड़ों और पहाड़ियों का विशेष स्थान है उनके दिल मै।।
अगर सच मै ऐसा है तो मोदी जी पहाड़ियों को उनका हक दे दो और हमे आदिवासी घोषित करो।।
1967 मै आदिवासी का दर्जा लेने से नेताओं ने इंकार किया था, ना की उत्तराखंड की जनता ने।।
Britishers ke caste census me bhi garwali aur kumauni ST me the
Ye Uttarakhand ka sankritization aur rajputisation ke karan ye haal ho chuka h pahadiyon ka
5th schedule hota tehri dam ni bana hota na josimath dam k chkr me brbad hota bijli sab bahar walo ko or yhq vanw sahar jameen dubao or yha bijli mehnga in bade dams ne bjp congress ne brabad kiya uk ko
5 सूची से ही सारे काम होते दिख रहे हैं, उत्तराखंडी लोगों को सोचना चाहिए
जल जंगल जमीन पर उत्तराखंड के लोगो का अधिकार होना चाहिए, अपने खेत में लगाया हुआ पेड़ को काटने के लिए भी सरकार से परमिशन लेनी पड़ती है, फिर क्यू आदमी पेड़ लगाएगा, जो खेती लोगो ने छोड़ दी है उनको उसमें पेड़ व्यवसायिक पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए सरकार को
I fully support this ,
5th schedule hi Pahad ko bacha sakta hai
शहरों में दम घुटने लगा है हर इंसान अपने गांव जाना चाहता है
Aapka subject bahut achcha hai Anup ji.....but aap un logo se milkar ise pahle unhe samjhaiye jo abhi Bhu kanoon ki maag kar rahe hain kyoki unki galat maang ki wajah se hamara main aur jaruri maang ki bat divert ho jayegi. Govt bar bar thodi hi public ki bat manegi. Sab log milkar 5th schedule ki maang karo uttarakhand govt se aur wo is mudde ko delhi tak pahuchaye.
#Khasiya ek kabila hai jaise ki Yadav, Jat, Saini, Gujjar, Meena.
Jo humse kafi adhik sampan hone ke bawjood OBC/ST mein aate hain aur hum 'general category'.
Sare Delhi NCR mein inka dabdaba hai ( education+ politics+ property+ government jobs+ business).
'Reservation' chhinane ki wajah se humare Yuva apna bhavishya banane ko jagah jagah thokre kha rahein hain.
Jo Ghar baithe hain woh nashe aur mansik avsaad ka shikar ban rahe hain resources ki kami ki wajah se.
Unke liye IIT, IIM, NEET, IAS, IPS jaisi pratiyogita prakishayon mein dakhila lena matr ek sapna hai.
Majbooran palaayan karke metro cities aur videsho mein naukri khojni pad rahi hai.
#5th schedule hi iska ekmatra samadhaan hai.
5th Schedule... Only solution for uttarakhand.
Bahut gahri bat batayi h sir ne 5 th shedule lagu honi chahiye hum log jal jangal jamin ki bat karte h hum log sach m tribe h jal jangl jamin ki seva karne wale apko bhoo kanoon par kam karne wale andolankari aur rajy ke andolkariyo se bhi bat karni chahiye
शानदार
I am always says same since last 20 year wow time will come when our coming generation will exits
पांचवीं अनुसूची यदि इतनी व्यापक है तो क्यों नहीं हम इसकी मांग करने के बजाय अन्य मांगे क्यों कर रहे हैं ?
Gyan ki kami
Uttarakhand ke phadon me jitne bhi hai utne khas hai ,bad me sare jatiyon me bante hai,
जल्दी करो भाई।।।।बेघर हो रहे हैं लोग।बात सही है सभी प्रवासी एक हो जाओ आप लोग ही कुछ कर सकते हैं। जो गांव में रह गए हैं वो तो जमीन बेच रहे हैं।
Sahee kaha jaise tehri josimath me dam ki wjah se barbad kiya in mafia ne aise kahee v ni hua q ki hak log bss anbhkti nstional party ko vite de rhe hame apun bhasa pahad se pyar ni rule pata ni unity ni tavi ye hal h uk ka
सही व्यक्तिव बुलाए आप ,ऐसे ही बुलाओ नाकि वो जोशी प्रकरण वाले पूर्व सच्ची वालय वाले समझ रहें है और ना ही पत्रकार रावत जी जो एक सिरे से भू कानून मिल नही सकता बता गये पर सोल्यूशन नही दिए
बहुत अच्छी जानकारी दी है। बिष्ट जी को नमस्कार। बिष्ट जी का मोबाइल नंबर भी दे दीजिए।
Bilkul sahi baat agar aisa hota hai to ham log pahad ki taraf jaane ko
जागो पहाड़ियों जागो।।
अपने हक के लिए लड़ो।।
जब बीजेपी जम्मू कश्मीर के पहाड़ियों को आदिवासी का दर्जा दे सकती है तो उत्तराखंड के पहाड़ियों को क्यों नहीं दे सकती जिसने बीजेपी को लोकसभा और विधानसभा चुनावों मै बंपर जीत दिलाई।।