पितृ पक्ष में ये गलती मत करना | तर्पण मंत्र in description | Prashant Mukund Prabhu | श्राद्ध

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 25 вер 2023
  • pitra paksh & shraddh related all questions.
    mantras for tarpan ♡♡♡♡♡
    गरुड़ पुराण के अनुसार, पितृ पक्ष में जिनकी माता या पिता अथवा दोनों इस धरती से विदा हो चुके हैं उन्हें आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से आश्विन अमावस्या तक जल, तिल, फूल से पितरों का तर्पण करना चाहिए। जिस तिथि को माता-पिता की मृत्यु हुई हो उस दिन उनके नाम से अपनी श्रद्धा और क्षमता के अनुसार ब्राह्मणों या गाय को भोजन करवाना चाहिए ।
    पितरों को जल देने की विधि को तर्पण कहते हैं। तर्पण कैसे करना चाहिए, तर्पण के समय कौन से मंत्र पढ़ने चाहिए और कितनी बार पितरों से नाम से जल देना चाहिए आइए अब इसे जानेंः- हाथों में कुश लेकर दोनों हाथों को जोड़कर पितरों का ध्यान करना चाहिए और उन्हें आमंत्रित करेंः- ‘ओम आगच्छन्तु में पितर एवं ग्रहन्तु जलान्जलिम’ इस मंत्र का अर्थ है, हे पितरों, पधारिये और जलांजलि ग्रहण कीजिए।
    *मंत्र क्या बोले तर्पण के समय*।
    अश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनुमांश्च विभीषणः ।
    कृपः परशुरामश्च सप्तैते चिरंजीविनः ॥1
    तर्पण पिता को जल देने का मंत्र
    अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें, गोत्रे अस्मतपिता (पिता का नाम) शर्मा वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः
    इस मंत्र को बोलकर गंगा जल या अन्य जल में दूध, तिल और जौ मिलकर 3 बार पिता को जलांजलि दें। जल देते समय ध्यान करें कि वसु रूप में मेरे पिता जल ग्रहण करके तृप्त हों। इसके बाद पितामह को जल जल दें।
    तर्पण पितामह को जल देने का मंत्र
    अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें, गोत्रे अस्मत्पितामह (पितामह का नाम) शर्मा *वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः*। इस मंत्र से पितामह को भी 3 बार जल दें।
    तर्पण माता को जल देने का मंत्र
    जिनकी माता इस संसार के विदा हो चुकी हैं उन्हें माता को भी जल देना चाहिए। माता को जल देने का मंत्र पिता और पितामह से अलग होता है। इन्हें जल देने का नियम भी अलग है। चूंकि माता का ऋण सबसे बड़ा माना गया है इसलिए इन्हें पिता से अधिक बार जल दिया जाता है। माता को जल देने का मंत्रः- (गोत्र का नाम लें) गोत्रे *अस्मन्माता (माता का नाम) देवी वसुरूपास्त् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जल वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः*।
    दादी के नाम पर तर्पण
    (गोत्र का नाम लें) गोत्रे पितामां (दादी का नाम) देवी *वसुरूपास्त् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जल वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः*।
    श्रद्धा पूर्वक दिया गया अन्न जल ही पितर ग्रहण करते हैं।
    }}}}}}
    mrityu ke bad - Rahasya ka pardafash - Sriman Prashant mukund prabhu
    What happens after death - Secrets finally revealed by Prashant mukunda Das
    What is death? What happens at the time of death? What happens immediately after death? When we die, does everything just finish? How the soul get accustomed for next body?
    Can we get rid of death? Is death an incident to be cried upon?
    मृत्यु के बाद की सच्ची यात्रा की कथा - प्रशांत मुकुंद प्रभु (Life After Death)
    Its one of my favourite, which opens eyes of human being from the illusion that whats the journey after death.
    mar gaye tou fir kya...
    Prabhu Ji many lectures on ISKCON Desire Tree make me amazed to hear.
    He is Disciple of ISKCON.
    You can listen more videos on pitra and death
    • Life After Death (Shra...
    मृत्यु के समय मनुष्य को कष्ट होता है?
    म्रत्यु के समय क्या होता है | Death Ke Time Par Kya Hota Hai
    मृत्यु के कुछ क्षण पहले क्या होता है? Mrutyu ke kuchh kshan pahale kya hota hai?
    ऐसे होती है इंसान की मौत - What happens when a person is about to die - WisdomBug - HINDI
    मौत से पहले यमराज भेजते हैं सभी को 4 संकेत !! मौत के पहले के संकेत
    शास्त्रों कहते है, मरने से पहले इंसान में दिखाई देते हैं ये लक्षण
    मरते समय क्या होता है । Near Death Experience
    मरते समय कितना दर्द होता है? Thanks Bharat
    जानिए मृत्यु के समय मनुष्य के प्राण शरीर के किन जगहों से निकलते है |
    मरने के बाद क्या होता है आपके शरीर के साथ? NDE and What happens after death? (Scientific Fact)
    मृत्यु के संकेत | Mrityu Ke Sankeet | मौत से पहले के लक्षण | Symptoms Before Death
    मृत्यु के बाद का सच क्या है || Life After Death// प्रशांत मुकुंद प्रभु // Prashant Mukunda Prabhu
    #LifeAfterDeath
    #PrashantMukundPrabhu
    #GarudaPuran
    #prashantmukundprabhu #prashantmukunddas #iskcon #bhagvatkatha #bhagavatam #garudpuran #death #pitradosh #pitruamavasya #pitrapaksha #pitrapaksh2023 #pitradoshnivaran

КОМЕНТАРІ • 146