मोदी जी तो एक नेता है इनको वोट लेना है ये सबके बारे अच्छा बोलेंगे ये अभी बुद्ध की बात करते है कल जो है ही नही उसकी भी तारीफ करने उनका तो विशाल मंदिर ही बना दिए
Kyo Jab hindu raashtra ki baat ho tb Ssvidhan ki duhai dete ho Keval buddh raastra ko Baat kyo kar rahe ho Kya soch he Ab sabidhan k anusar Bt kyo nhi kar rhe ho
HA HA HALALA 😂 🤣 😆 😄 4 WIFE IS LAW BY KONGRESS पाकिस्तान ने सभी पूजा धर्म खत्म कर दिए (लेकिन वहां 4 पत्नी हलाला है)। यहां जय भीम फोटो पूजा...जय भीम मूर्ति पूजा..जय हो बुद्ध पूजा...जय संविधान पुस्तक पूजा
प्रिय देशवासी बन्धुओं आप सभी लोगों ने हाल में कुछ महीने पहले तथागत बुद्ध ऐतिहासिक धरोहर स्थल साकेत _अवध में प्राचीन बावरी बुद्ध विहार को भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार ने नष्ट कराकर वहां अयोध्या राम मन्दिर है। अयोध्या खुदाई में प्राप्त अभी बुद्ध अवशेषों को लाक डाउन में नष्ट करवा कर वहां मनमाने ढंग से राम मन्दिर बनाने को मा ०सुप्रीम कोर्ट ने सहयोग दिया। साक्ष्यों एवं प्रमाणों के आधार पर अयोध्या ऐतिहासिक बौद्ध स्थल है। यदि मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी में कुछ नैतिकता ईमानदारी बची है तो ऐतिहासिक बुद्ध विरासत बौद्ध स्थल जैसे विहार प्रदेश का महाबोधि विहार (मन्दिर) जहां तथागत भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। उस महाबोधि विहार बुद्ध मन्दिर पर मानवता विरोधी मनुवादियों का कब्जा हटाकर। मानवतावादी बुद्ध अनुयाइयों बौधिष्ठों को प्रदान करें । इसी तरह संकिसा आदि अनेकों बौद्ध स्थलों को मानवता विरोधी मनुवादियों से मुक्त कराएं। यदि इन ऐतिहासिक बौद्ध स्थलों पर जबरन अवैध कब्जा करने वाले लोगों को तत्काल जल्द से जल्द वहां से अवैध कब्जा मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी नहीं हटवाते हैं तो मानवतावादी प्यारे देशवासियों को भली भांति जान लेना चाहिए कि वर्तमान मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी भगवान बुद्ध का नाम लेकर बौद्ध स्थलों को मिटवा (नष्ट) कर रहे हैं। जो एक नम्बर के झुठ्ठा, जुमलेबाज , पिछड़ों दलितों (शूद्रों) के हकाधिकार छीनने वाले नरेन्द्र मोदी प्रधान मंत्री हैं। जय भारत जय संविधान जय विज्ञान। जय सम्राट अशोक महान जय भीम।😊
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
Nich OBC aur pandat ki koi baat seriously nai lene ka hum general category castes wale inko seriously nai lete toh phir Dalit adivasi inko kyo seriously lete ho yeh kaluve subse bade shudar aur varnashankar hai aur baat dusro ki kar rahe hai
जितने यह बुद्धिस्ट के बुद्ध विहार हैं पूजा स्थल बनाए हुए ब्राह्मण पूजा करवा रहा है वह सब बुद्धिस्ट की विरासत को बुद्धिस्ट को एससी एसटी ओबीसी को लौटा दिया जाए यह सबसे बड़ा काम है मोदी जी
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
@@krishnabaitha7246 आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
ये तो गिरगिट से भी आगे हैं । ब्राह्मणवाद को सबसे ज्यादा मजबूत करने वाला यही व्यक्ति है। हालाकि इन लोगों की सोच की विपरीत हो गया। इन्ही के शासन काल में बौद्ध विरासत का बहुत तेजी से उभार हो रहा है
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
इंन लोगोमे इतनी ताकद नही है यह लोग धम्म लिपी नही पढ पाये सम्राट अशोक ने शिलालेख लिखे वह पिल्लर को भीम की गदा बोल रहे जब अंग्रेज प्रिन्सेप ने पाली की खोज की तब ब्राह्मण नालायक साबित हुये
कुछ नहीं ये सब राजनीति है ऐसा भाषण करके बहुजनो तथा बौद्धों का दिल जितना चाह रहा है मोदी ऐसे व्यक्ति के बहकावे में भूलकर भी ना आएं हमारे सीधे-साधे भोले-भाले भाईयो सावधान रहना सियरा वहीं है पोंछवा रंगइले बा ।
Namo budhay भगवान बुद्ध की वाणी में इतनी शक्ति हैं कि किसी का भी हृदय परिवर्तन कर सकता हैं बुध ही एकमात्र कल्याण का रास्ता है.... ये भगवान बुद्ध की धरती है ❤
पाली भाषा से मोदीजी का पुराना नाता है और जो भिक्षुगण तालियां बजा रहे हैं क्या उन्हें नहीं पता कि तालियां बजाने की बजाय साधु साधु साधु बोलने की परम्परा है इनमें भी आर एस एस के लोग हो सकते हैं बहुत से भिक्षु ऐसे हैं।
Recognition of Pali Language is a good decision of Government of India. The next step should be taken to free Bodhgaya from the illegal occupation by the Brahmins. Thanks.
बुद्ध के देश में ऐसे बिजनेसमैंन टाइप स्वार्थी लोग हैं जो अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर अपने किसी न किसी स्वार्थ के लिए बुद्ध का नाम तो लेते हैं लेकिन उनके आचरण में बुद्ध की शिक्षाओं का अंश मात्र भी नहीं है। कुछ लोग अभिधम्म मंगल पर्व पर भी राजनीति करने से नहीं चूकते हैं बुद्ध राजनीति की वस्तु नहीं हैं बुद्ध की शिक्षाएं राजनीति करने के लिए नहीं, जनमानस के मंगल के लिए हैं।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
Bhai modi tum Kitna hi achchha karo y mahsoos karne wale nahi Aur tumko koste bhi rahenge Tum jain darshan turtho ko bachao kabjo se sbki janch karoo Jaino ne bahut yogdan diya he Badane me
@@hemantsethia5611 मोदी कार्यकाल के कुछ अच्छे काम और उनके परिणाम पुलवामा काण्ड. जवान शहीद. जांच मुक्कमल नही नोटबन्दी काला धन नही रुका कपडो से पहचान. साम्प्रदायिक दंगो को समर्थन दिया लाक डाऊन. कोरोना मे बद इ्तजामी से बदतर स्थिती बनी राममन्दिर बनवाना यह पीएम का काम है ही नही
महाशय एक दूसरे के विपरीत दिशाओं में चलने वाली दो नावों पर पैर रख कर क्यों चलना चाहते है? मन्दिर राम का बनाते हैं, भारत को बुद्ध की भूमि मानते हैं हिंदू राष्ट्र बनाने का समर्थन भी करते हैं। कैसे विश्वास किया जाये?
Jain pratham tirthankar Srashti k aarambh k Rishabh dev ke putra Mahantam chakravarti Bharat ke nam par hi Bharat vsrsh pada Kya har jagah buddh boudh hi he the Soch badi rakho Bhatratva k bhavna rakho 1947 k pahle pak me kitne Buddhist the ab kitne he Vaha dalito ke sath kya hota tha ab bhi kya hota he Kasam he y chenal walo ki tumne seedhe Dade bhole hamare dalit obc bhaiyo ko y sahi baat na batayi to Kasam he Jai shri ram Jai jinendra Namo mahavir Namo buddhay Jai hind
नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए माननीय प्रधानमंत्री नालंदा विश्वविद्यालय बनवारी नालंदा विश्वविद्यालय बनवारी नालंदा नालंदा नालंदा तभी हमारे देश के विकास और प्रगति होगी प्रगति होगी प्रगति होगी
विदेश में आपकेभाषण बुद्ध के प्रति सहानुभूति है। भारत भूमि पर,बुद्ध के प्रति समर्पण भाव में आप बहुत देर में आए हैं। आवश्यकता के अनुरूप आपका संरक्षण प्राप्त नहीं हुआ। आशा है बचे हुए समय में जरूर पूराकरेंगे।
मोदी जी को आज आ रहा है।बुद्ध की याद पाली की याद ये आप लोगों की मेहनत है। वरना आज तक कोई प्रधान मंत्री बुद्ध के लिए एक शब्द नहीं बोले न पाली भाषा के लिए । ये संगठन का ही एक नमूना है आगे तो सभी प्रधान मंत्री बुद्ध के नाम लिए बिना प्रधान मंत्री नहीं बन सकता ऐसे रास्ता खुद बनाना पड़ेगा ।।
Self यानी मस्तिष्क-शरीर प्रणाली का केंद्र विचार या विचार से रहित शुद्ध ऊर्जा है। और यह शुद्ध ऊर्जा ही धम्म है। धम्म में कोई सोच या विचार प्रक्रिया नहीं होती।
यह मदारी है वोट के खातिर सही बोल रहा है पर करता कुछ और है विदेश में जाएगा तो बुद्ध बोलेगा और भारत में आएगा तो बुद्ध के खिलाफ युद्ध चलेगा बोधगया मंदिर बुद्ध को वापस कर तब माने आपकी सच्चाई नमो बुद्धाय जय भीम
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है: 1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके। 2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए। 3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए। 4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए। 5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था। 6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं। 7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है। 8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले। ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे। यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
बुद्ध को बुद्ध भगवान के रूप में संबोधित नहीं किया जाए क्योंकि बुद्ध ने कहा था मुझे भगवान के रूप में नहीं ज्ञान के प्रतीक के रूप में इस्तेमाल करना अष्टांग मार्ग मध्य मार्ग को अपनाना भगवान नहीं बनाना मूर्ति पूजा नहीं करना
आप थोडा और अध्ययन करे भगवा भगवान भग्नवान ये शब्द पालि भाषा के है भग्ग रागो भग्ग दोसो भग्ग मोहो भगवाति राग द्वेष मोह को भग्न करने वाले को भगवान कहा जाता था महावीर स्वामी तथागत बुद्ध को ही उस काल मे भगवान कहा गया बाद मे बामनजमात ने इन दोनो का अवमूल्यन करने के लिए भगवान शब्द को ईश्वर का पर्यायवाची बना दिया और अपने हर ऐरे गैरे को भगवान कह कर सम्बोधित करना शुरु कर दिया
एस धम्मो सनतनो बुद्ध ही सनातन है ❤❤❤
बुद्ध की शरण मे ही भय,भूख और हिंसा द्वेष नफरत का समाधान है ।
अंगुलीमाल जैसे क्रूर प्राणी का ह्रदय परिवर्तन संभव है बुद्ध की शरण मे।
सब सुधर सकते हैं लेकिन मोदी का सुधरना मुश्किल है ।
मोदी जी तो एक नेता है इनको वोट लेना है ये सबके बारे अच्छा बोलेंगे ये अभी बुद्ध की बात करते है कल जो है ही नही उसकी भी तारीफ करने उनका तो विशाल मंदिर ही बना दिए
@@mahenderSingh-ix1egकही पर भी गलत मत बोलो गलत तो गलत बोलना चाहिए।इस समय ये बहुत बड़ा काम किया मोदीजी ने।
Modi ji ranga Hua siyar hain.mithe Bol isliye Hain ki sare bharatwasi b.j.p.ko vote de aur Bharat ko Hindu rastra banaya jaye.
Mahavir ko bhi padna chahiye
भारत सरकार सारे बौद्ध स्थलों और बौद्ध विहारों को पाखंडियों से मुक्त कराये और उन्हें बुद्धिस्ट को सौंपने का कष्ट करें
Buddhist monestries??where are indian monestries in india??
बुद्ध राष्ट बना तभी मैं मानूंगा कि आपके प्रति बुद्ध पर गर्व करते हो
Kyo
Jab hindu raashtra ki baat ho tb
Ssvidhan ki duhai dete ho
Keval buddh raastra ko
Baat kyo kar rahe ho
Kya soch he
Ab sabidhan k anusar
Bt kyo nhi kar rhe ho
भारत में मुख्य लड़ाई दो धाराओं के बीच होने वाली है आंबेडकरवाद और ब्राह्मणवाद जिसकी शुरुआत हो चुकी है।
HA HA HALALA 😂 🤣 😆 😄 4 WIFE IS LAW BY KONGRESS
पाकिस्तान ने सभी पूजा धर्म खत्म कर दिए (लेकिन वहां 4 पत्नी हलाला है)। यहां जय भीम फोटो पूजा...जय भीम मूर्ति पूजा..जय हो बुद्ध पूजा...जय संविधान पुस्तक पूजा
प्रिय देशवासी बन्धुओं आप सभी लोगों ने हाल में कुछ महीने पहले तथागत बुद्ध ऐतिहासिक धरोहर स्थल साकेत _अवध में प्राचीन बावरी बुद्ध विहार को भाजपा नरेंद्र मोदी सरकार ने नष्ट कराकर वहां अयोध्या राम मन्दिर है।
अयोध्या खुदाई में प्राप्त अभी बुद्ध अवशेषों को लाक डाउन में नष्ट करवा कर वहां मनमाने ढंग से राम मन्दिर बनाने को मा ०सुप्रीम कोर्ट ने सहयोग दिया।
साक्ष्यों एवं प्रमाणों के आधार पर अयोध्या ऐतिहासिक बौद्ध स्थल है।
यदि मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी में कुछ नैतिकता ईमानदारी बची है तो ऐतिहासिक बुद्ध विरासत बौद्ध स्थल जैसे विहार प्रदेश का महाबोधि विहार (मन्दिर) जहां तथागत भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। उस महाबोधि विहार बुद्ध मन्दिर पर मानवता विरोधी मनुवादियों का कब्जा हटाकर।
मानवतावादी बुद्ध अनुयाइयों बौधिष्ठों को प्रदान करें ।
इसी तरह संकिसा आदि अनेकों बौद्ध स्थलों को मानवता विरोधी मनुवादियों से मुक्त कराएं। यदि इन ऐतिहासिक बौद्ध स्थलों पर जबरन अवैध कब्जा करने वाले लोगों को तत्काल जल्द से जल्द वहां से अवैध कब्जा मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी नहीं हटवाते हैं तो मानवतावादी प्यारे देशवासियों को भली भांति जान लेना चाहिए कि वर्तमान मा ०प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी जी भगवान बुद्ध का नाम लेकर बौद्ध स्थलों को मिटवा (नष्ट) कर रहे हैं। जो एक नम्बर के झुठ्ठा, जुमलेबाज , पिछड़ों दलितों (शूद्रों) के हकाधिकार छीनने वाले नरेन्द्र मोदी प्रधान मंत्री हैं।
जय भारत जय संविधान जय विज्ञान।
जय सम्राट अशोक महान जय भीम।😊
Bahat Jaldi hoaa
@@Hatthinkers पाकिस्तान चले जाओ 🤣🤣
Ham santi yani budh ke sath hai namo budhy jai shree krishna 🙏🙏🙏
सरकार अब एक और काम करवा दे जितने भी बौद्ध स्थल हैं सारे मुक्त करवाएं पाखंडियों से और बौद्धो को सौप दे
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है:
1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके।
2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए।
3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए।
4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए।
5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था।
6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं।
7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है।
8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।
ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे।
यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
Bahot sahi baat kahi hai bhai aapne. 👌👌👍 🙏🙏
ye log kuch nhi karenge,vote lena h bs
Very good
Yah log Satya ko kab tak chhupaye ge
राम और कृष्ण से अब इनका काम चलने वाला नहीं है तब इन्हें बुद्ध याद आने लगे हैं
@@GovindnarayanKushwaha बुद्ध ही सत्य है
Dharamdas Dholera Zholerawala 😂😅
Right 😂😂😂
ua-cam.com/video/IVHzoepg4Uk/v-deo.htmlsi=B2YOTJVmWzS_2BX8
Namo buddhaya 🇮🇳🦚☸️💟❤️🙏🙏🙏🙏🙏
Barabar bola bro
मोदी जी अपने इस भाषण में बोले गए शब्दों को याद रखियेगा आप बदलते बहुत जल्दी हैं।
मोदी जी को मेधा वटी का नियमित सेवन करना चाहिए 😅स्मृति वर्धक है 😅
HA HA HALALA 😂 🤣 😆 😄
Nich OBC aur pandat ki koi baat seriously nai lene ka hum general category castes wale inko seriously nai lete toh phir Dalit adivasi inko kyo seriously lete ho yeh kaluve subse bade shudar aur varnashankar hai aur baat dusro ki kar rahe hai
जितने यह बुद्धिस्ट के बुद्ध विहार हैं पूजा स्थल बनाए हुए ब्राह्मण पूजा करवा रहा है वह सब बुद्धिस्ट की विरासत को बुद्धिस्ट को एससी एसटी ओबीसी को लौटा दिया जाए यह सबसे बड़ा काम है मोदी जी
Right 👍
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है:
1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके।
2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए।
3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए।
4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए।
5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था।
6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं।
7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है।
8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।
ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे।
यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
ये इ तना बढ़िया काम मरते दम तक नही करेगा
ये सारी भाषा इसकी दिखावे की हे।और कुछ नहिं।
शतरी bhsa नहीं चाहे हम बहुजन को पाली प्राकृत भाषा ही रहने दo
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
किसी को रंग बदलना सीखना है तो मोदी जी से सीखे
जय भीम नमो बुद्धाय
जय मूलनिवासी 🙏🙏
@@krishnabaitha7246 आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है:
1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके।
2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए।
3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए।
4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए।
5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था।
6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं।
7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है।
8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।
ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे।
यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
Like your comment Bhai
भगवान बुद्ध को विचारों को धन्यवाद दिया हुं बहुत अच्छा बात लगा है मैं बुद्ध को साथ हुं
ये तो गिरगिट से भी आगे हैं । ब्राह्मणवाद को सबसे ज्यादा मजबूत करने वाला यही व्यक्ति है। हालाकि इन लोगों की सोच की विपरीत हो गया। इन्ही के शासन काल में बौद्ध विरासत का बहुत तेजी से उभार हो रहा है
Right
अब पालि भाषा मे जरूर मिलावट की जाएगी
😊😊😊
😂baat to sahi hai.... sj sir dr rajinder parsad ji... hai so don't worry
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है:
1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके।
2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए।
3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए।
4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए।
5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था।
6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं।
7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है।
8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।
ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे।
यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
इंन लोगोमे इतनी ताकद नही है यह लोग धम्म लिपी नही पढ पाये सम्राट अशोक ने शिलालेख लिखे वह पिल्लर को भीम की गदा बोल रहे जब अंग्रेज प्रिन्सेप ने पाली की खोज की तब ब्राह्मण नालायक साबित हुये
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
कुछ नहीं ये सब राजनीति है ऐसा भाषण करके बहुजनो तथा बौद्धों का दिल जितना चाह रहा है मोदी ऐसे व्यक्ति के बहकावे में भूलकर भी ना आएं हमारे सीधे-साधे भोले-भाले भाईयो सावधान रहना सियरा वहीं है पोंछवा रंगइले बा ।
Don't warry Bhai ,ab hum sab Educated hain ! Don't warry Bhai
मोदीजी और एक काम कर दिजिए..पालि भाषा को संविधान की आठवी अनुसुचि में सामिल किजिए..🎉
महामानव तथागत गोतम बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने से ही राष्ट्र समृद्ध हो सकता है ❤❤❤❤❤❤❤
Like your comment Bhai
Namo budhay भगवान बुद्ध की वाणी में इतनी शक्ति हैं कि किसी का भी हृदय परिवर्तन कर सकता हैं बुध ही एकमात्र कल्याण का रास्ता है.... ये भगवान बुद्ध की धरती है ❤
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
@divyawhy you need modi to free them,why can't you ..imagine if it under muslim leader.you dare to speak against.nshnaturals2246
घड़ियाली आंसू बहा रहा है। झूठों के सरदार है। जुमले बाज है। कोई षडयंत्र रचा रच रहा है।जिसका भी जीक्र किया उसका सर्वनाश किया है। सतर्क रहें ❤❤❤
महाराष्ट्र चुनाव के बाद ये फिर से भगवा रंग में रंग जाएंगे भूलना मत महाराष्ट्रवासियों 😊
Right
मोदी जी सिर्फ एक काम कर दीजिये नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिये और कुछ मठो को स्वतंत्र करवा दीजिये
पाली भाषा से मोदीजी का पुराना नाता है और जो भिक्षुगण तालियां बजा रहे हैं क्या उन्हें नहीं पता कि तालियां बजाने की बजाय साधु साधु साधु बोलने की परम्परा है इनमें भी आर एस एस के लोग हो सकते हैं बहुत से भिक्षु ऐसे हैं।
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
S
जय मूलनिवासी नमो budhay
Thanks
पाली से ही संस्कृत की रचना हुई है।णमो से ही नमो बना।
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
हमारे प्रधानमंत्री बुद्ध के बात करते हैं साकेत नगर बुध विहार को राम का मंदिर बना दिए नमो बुद्धाय जय सम्राट अशोक जय भीम
विररत्ने भंतेजी का आभार और धन्यवाद
Buddha Dhamma is great Dhamma, Namo Buddhaya
💚🍂♈ अरे सुनो रे भाई सुनो
🌾🌴🌱 आज तो ये बेसुरा बाजा से मीठा मनहरन सुर निकल रहा है 🙏🍀💦 पहला बार सुना 🌺💐
अयोध्या से हारने के बाद सत्ता बचाने की नई राजनीति ।। बची विरासत को बहुरूपिया आया लूटने ।।
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
Recognition of Pali Language is a good decision of Government of India. The next step should be taken to free Bodhgaya from the illegal occupation by the Brahmins. Thanks.
बुद्ध के देश में ऐसे बिजनेसमैंन टाइप स्वार्थी लोग हैं जो अन्तर्राष्ट्रीय मंचों पर अपने किसी न किसी स्वार्थ के लिए बुद्ध का नाम तो लेते हैं लेकिन उनके आचरण में बुद्ध की शिक्षाओं का अंश मात्र भी नहीं है। कुछ लोग अभिधम्म मंगल पर्व पर भी राजनीति करने से नहीं चूकते हैं बुद्ध राजनीति की वस्तु नहीं हैं बुद्ध की शिक्षाएं राजनीति करने के लिए नहीं, जनमानस के मंगल के लिए हैं।
बहुत बड़ा रहस्य छुपा है तर्क शक्ति होगा तो जान पाएंगे बाकी आपलोग खुद समझदार है
सर आप बौद्ध धर्म को मानते हो या हिंदू धर्म को जहां ऊंच नीच की मानव मानव में खाई पैदा करती है नमो बुधाय जय भीम
समझ नहीं आता कि देश में दलित आबादी 15% होने के बाबजूद बौद्ध आबादी देश में मात्र 0.6% ही क्यों है? आखिर दलित समाज के लोग बौद्ध बन क्यों नहीं रहे?
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है:
1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके।
2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए।
3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए।
4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए।
5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था।
6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं।
7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है।
8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।
ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे।
यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
आप देश को बुद्धमय बनाने का प्रयास करीये,
जिंदगी में एक काम तो सही किया आपने मोदीजी!आपको धन्यवाद
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
नमो बुद्धाय
क्रांतिकारी जय भीम नमो बुद्धाय जय मूलनिवासी जय संविधान जय जोहार
Jai bheem jai Samvidhan ❤bhuddh dhamm Amar rahe
पहले मोदी जी अयोध्या को उसकी वास्तविक पहचान दिलाओ तब हम विश्वास करेंगे।
❤❤❤❤❤❤❤🎉
ये बेहरुपीये लोग हैं सत्ता के खिलाड़ी ,ये अच्छे भाषण जरूर देते हैं पर उन विचारों पर चलते नहीं।
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
Bhai modi tum Kitna hi achchha karo y mahsoos karne wale nahi
Aur tumko koste bhi rahenge
Tum jain darshan turtho ko bachao kabjo se sbki janch karoo
Jaino ne bahut yogdan diya he
Badane me
@@hemantsethia5611 मोदी कार्यकाल के कुछ अच्छे काम और उनके परिणाम
पुलवामा काण्ड. जवान शहीद. जांच मुक्कमल नही
नोटबन्दी काला धन नही रुका
कपडो से पहचान.
साम्प्रदायिक दंगो को समर्थन दिया
लाक डाऊन. कोरोना मे बद इ्तजामी से बदतर स्थिती बनी
राममन्दिर बनवाना यह पीएम का काम है ही नही
भारत बुद्ध की धरती से जाना जाता है नमो बुद्धाय
Tere hisab se 😅😅😂😂
Sahi kah Raha hai Buddh Bhumi @@samardeka1233
Great thanks 🙏
Buddha a proud of india
नमो बुद्धाय
❤❤❤❤❤❤
Jay Bhim❤
महाशय एक दूसरे के विपरीत दिशाओं में चलने वाली दो नावों पर पैर रख कर क्यों चलना चाहते है? मन्दिर राम का बनाते हैं, भारत को बुद्ध की भूमि मानते हैं हिंदू राष्ट्र बनाने का समर्थन भी करते हैं। कैसे विश्वास किया जाये?
Ise gahrai se samzo
Dusre desho ke
Buddhist buraiya kyo nahi karte
Unk bhasha me to ramayan
Bhi
Padate he
Good 👍 नमः बुढ़ाए जय भीम
Namobuddhay 🙏
Buddhay namo Jay bheem Jay bharat Jay shamvidhan sir
Jay Bhim Namo budhhay 💙🙏
बौद्ध धर्म के सभी कार्यक्रमों को टीवी पर प्रसारित करने लगें तो सभी देश वासियों को पता चलने लगेगा कि यह देश बौद्ध निवासियों का ही था।
Jain pratham tirthankar
Srashti k aarambh k
Rishabh dev ke putra
Mahantam chakravarti
Bharat ke nam par hi
Bharat vsrsh pada
Kya har jagah buddh boudh hi he the
Soch badi rakho
Bhatratva k bhavna rakho
1947 k pahle pak me kitne
Buddhist the ab kitne he
Vaha dalito ke sath kya hota tha ab bhi kya hota he
Kasam he y chenal walo ki tumne seedhe Dade bhole hamare dalit obc bhaiyo ko y sahi baat na batayi to
Kasam he
Jai shri ram
Jai jinendra
Namo mahavir
Namo buddhay
Jai hind
नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए नालंदा विश्वविद्यालय बनवा दीजिए माननीय प्रधानमंत्री नालंदा विश्वविद्यालय बनवारी नालंदा विश्वविद्यालय बनवारी नालंदा नालंदा नालंदा तभी हमारे देश के विकास और प्रगति होगी प्रगति होगी प्रगति होगी
Jay bhim jai bharat namo budh
Namo buddhay jai samrat
भगवान बुद्ध की शिक्षाएँ ही धम्म हैं। भगवान बुद्ध ही धम्म हैं और धम्म ही भगवान बुद्ध हैं।
मोदी जी के भाषण में 5//पर्सन बात सही होता है 95/बात जुटा होता है
आम तौर पर मैं मोदी जी का भाषण नहीं सुनता हूं लेकिन आज मैं गम्भीरता से सुना
Namo buddhay 🙏
Chalo Budh ki or Namo buddhay
विदेश में आपकेभाषण बुद्ध के प्रति सहानुभूति है।
भारत भूमि पर,बुद्ध के प्रति समर्पण भाव में आप बहुत देर में आए हैं।
आवश्यकता के अनुरूप आपका संरक्षण प्राप्त नहीं हुआ।
आशा है बचे हुए समय में जरूर पूराकरेंगे।
मोदी जी को आज आ रहा है।बुद्ध की याद पाली की याद ये आप लोगों की मेहनत है। वरना आज तक कोई प्रधान मंत्री बुद्ध के लिए एक शब्द नहीं बोले न पाली भाषा के लिए । ये संगठन का ही एक नमूना है आगे तो सभी प्रधान मंत्री बुद्ध के नाम लिए बिना प्रधान मंत्री नहीं बन सकता ऐसे रास्ता खुद बनाना पड़ेगा ।।
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
हिंदू धर्म एकता से बुद्ध धर्म एकता में कैसे आ गया लक्ष्य इसमें भी कोई दोगली चाल है मोदी जी अपने शब्द याद रखना पलटना मत
क्या आप के पास बौद्ध स्थलों बौध गया, पुरी जगन्नाथ, केदारनाथ, बद्री नाथ, तिरूपति बालाजी आदि को बौद्धों को लौटाने की कोई योजना है?
That's very important treasure of hon'ble PM sh.Narendra Modi ji, India.
बुद्ध ही सत्य है.. सत्य ही बुद्ध है... बुद्ध ही सुन्दर है... चारो ओर देखो.. बुद्ध ही बुद्ध है.... जय भीम 🙏🌾नमो बुद्ध 🙏🌾
Self यानी मस्तिष्क-शरीर प्रणाली का केंद्र विचार या विचार से रहित शुद्ध ऊर्जा है। और यह शुद्ध ऊर्जा ही धम्म है। धम्म में कोई सोच या विचार प्रक्रिया नहीं होती।
मोदी जी ,जिन बौद्ध स्थलों पर मनुवादियों का कब्जा है उन को पज
पहले मुक्त करवाएं
कौन स्थल है
@@sourabhkumar5148 संकिसा , बौद्ध गया आदि बहुत से बौद्ध स्थलों पर मनुवादियों ने कब्ज़ा कर रखा है
अयोध्या भी बौद्ध स्थल था जहां मंदिर बना है
मोदीजी को धन्यवाद ,पाली भाषा आजका बहुत बड़ा दान किया मोदीजी ,आपको बधाई जय भीम नमो बुद्धाय,।
❤Jay bhim Jay bharat Jay savedhan namo budhay Jay Ashok Samrat
Namo Buddhay
भारत के सभी गांव शहर का नाम पाली भाषा में नामांकन घोषित कर दिया जाना चाहिए, अयोध्या को साकेत, पेशावर को पुरुषपुर
बहुजन की राजनीति में भाजपा कांग्रेस सब का रूख दिखाई देने लगा। इससे इतना तो तय है कि हमारी जागृति दुश्मन को डराया है।
ये पीएम बोलता कुछ और है करता कुछ और है। इस बात को सभी को समझना होगा ,सभी बौद्ध विरासत को बौद्धों को सौंप देना चाहिए ।
समानित बुद्ध भिक्षु ओ को बुलाकर समानित किया स्वागत योग्य है पर एस सी एस स्टी के कोटा को हरियाणा में खत्म कर दिया गया।
बुद्धमय भारत बनेगा मोदी जी दीपदान दिवस पर दीक्षा संस्कार लेने जा रहा हु नागपुर 💙
❤ आपका मार्ग तथागत का मार्ग बने यही निवेदन है शान्ति पूर्ण रूप से विश्व के लिए अपेक्षित है
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
देशी मौजूद केदारनाथ हो या जगन्नाथ सभी बौद्ध धार्मिक स्थल को बौद्ध संगठन के अनुयायियों को सौंप दे। इज्जत के साथ। ☝️☝️☝️☝️
The Teachings of Lord Buddha is the DHAMMA. Lord Buddha is the DHAMMA and DHAMMA is Lord Buddha.
Jay bhim🙏🙏🙏🙏 namo bhudhay Jay bhim💙💙💙💙 Jay samvidhan bachao🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 Jay bhim
यह सिर्फ और सिर्फ शिगुफा है विदेशों से रकम वसुलने की बाकी तो हिन्दू राष्ट्र बनाना है बहुत खुश नही होना है जागो भारत जागो
यदि मोदी जी आप नौटंकी नही कर रहे हो तो
बुद्ध विहारो व बुद्ध मूर्तियो को बामन जमात से मुक्त करवा दो
इतिहास सम्राट असोक की तरह ही याद करेगा।
Budhhism is real religion of India
Jay Bharat Jay Bheem
Namo buddhay budh hi Satya hai
Good 🎉
Duniya ka best pm, best modi ji, best thouhgts, best thinking. Love you best pm ❤️🤗😎👏💐💫
यह मदारी है वोट के खातिर सही बोल रहा है पर करता कुछ और है विदेश में जाएगा तो बुद्ध बोलेगा और भारत में आएगा तो बुद्ध के खिलाफ युद्ध चलेगा बोधगया मंदिर बुद्ध को वापस कर तब माने आपकी सच्चाई नमो बुद्धाय जय भीम
एकदम सही बात ❤
How many times you been to boudhgaya.??don't worry about boudhgaya.we are safe.
तो फिर भगवान बुद्ध जी का विशाल धम् को लागू किया जाये
मोदीजी भाशन सुंदर मन प्रसन्न 🎉
जय भारत, नमो बुद्धाय, जय भीम,जय संविधान, जय विज्ञान 🙏🏻💙💐
पीएम पढ़ने-लिखने में प्रिय! हुए पूर्ण सज्ञान।
इसी जीवन में-प्रियवर! वह हुए मुक्त अज्ञान।
The base or basis of this universe is the DHAMMA.
Boudh se hi buddhi prapta hosekta hai...❤❤.jai hind 🇮🇳🙏🏼
Namo buddhay jay bhim
Dilme ram .........
नमो।बुधाय 🌹🛞🙏🌹
ज्याभिमन्नमोनः
Modiji do please....
Sc st and obc will be conversion into Buddhism only....legacy only....
Jai bhim jai bharat namo Buddha....
आर एस एस जी कहेगा वही ये बोलेंगे।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी और श्री @Kiren Rijiju जी आपका आभार कि आपने बुद्ध और उनकी शिक्षाओं पर चर्चा की और पाली-प्राकृत को सांस्कृतिक भाषा के रूप में मान्यता प्रदान की। यह एक सराहनीय कदम है, लेकिन इससे हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं होगी। कुछ महत्वपूर्ण माँगें हैं, जिन पर तत्काल विचार करने की आवश्यकता है:
1. पाली-प्राकृत को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किया जाए ताकि इसे आधिकारिक भाषा का दर्जा मिल सके।
2. पाली-प्राकृत विश्वविद्यालयों की स्थापना की जाए, जिनमें से एक विश्वविद्यालय महाराष्ट्र में खोला जाए।
3. महाबोधि विहार का प्रबंधन पूर्ण रूप से बौद्धों को सौंपा जाए, और वहाँ २ 3/4 से अन्य समुदायों का हस्तक्षेप समाप्त किया जाए।
4. महाराष्ट्र की बौद्ध लेणियों (गुफाओं) पर हो रहे अतिक्रमण को तुरंत रोका जाए और उन्हें बौद्धों के संरक्षण में सौंपा जाए।
5. तथागत गौतम बुद्ध की जन्म तिथि को नवीनतम पुरातात्विक तथ्यों के अनुसार संशोधित किया जाए, क्योंकि नए प्रमाणों के अनुसार उनका जन्म वर्तमान तिथि से पहले हुआ था।
6. तथागत से पूर्व के बौद्धों को बौद्ध इतिहास में उचित स्थान दिया जाए, विशेषकर उन लोगों को जिनके पुरातात्विक साक्ष्य उपलब्ध हैं।
7. भारतीय पुरातत्व विभाग में बौद्धों को समुचित प्रतिनिधित्व दिया जाए, जहाँ वर्तमान में ब्राह्मण समुदाय का प्रभुत्व है।
8. सभी बौद्ध पुरातात्विक स्थलों को विश्व पर्यटन के लिए विकसित किया जाए, जिससे बौद्ध धरोहर की जानकारी पूरी दुनिया तक पहुँचे और भारत के पर्यटन को भी बढ़ावा मिले।
ये माँगें समय की आवश्यकता हैं, और इन पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। केवल भाषणों से बदलाव नहीं आएगा, इसके लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। मुझे विश्वास है कि मेरे साथ अन्य लोग भी इन माँगों का समर्थन करेंगे।
यह बुद्ध की धरती है इसमें कोई दो राय नहीं लेकिन RSS BJP इसे विष्णु का अवतार मानकर पूजते है....यह लोग वास्तविक history को बदलकर परोसना चाहते हैं
बुद्ध को बुद्ध भगवान के रूप में संबोधित नहीं किया जाए क्योंकि बुद्ध ने कहा था मुझे भगवान के रूप में नहीं ज्ञान के प्रतीक के रूप में इस्तेमाल करना अष्टांग मार्ग मध्य मार्ग को अपनाना भगवान नहीं बनाना मूर्ति पूजा नहीं करना
आप थोडा और अध्ययन करे
भगवा भगवान भग्नवान ये शब्द पालि भाषा के है
भग्ग रागो भग्ग दोसो भग्ग मोहो भगवाति
राग द्वेष मोह को भग्न करने वाले को भगवान कहा जाता था
महावीर स्वामी तथागत बुद्ध को ही उस काल मे भगवान कहा गया
बाद मे बामनजमात ने इन दोनो का अवमूल्यन करने के लिए भगवान शब्द को ईश्वर का पर्यायवाची बना दिया
और अपने हर ऐरे गैरे को भगवान कह कर सम्बोधित करना शुरु कर दिया
Bhart ki pahchan Duniya me Buddha se hi hoti hai
बुद्ध की शरण में आने का मतलब है शाति!
जीवन भर झूठ बोलने वाले दूर रहे😂
दुकान बंद हो जाएगी नफ़रत की😂😂