Dhanya Hain yeisa vyktitwa jinhone yeise honhar putra ko janm dekar gurudev ewam vandaniya mataji ke shree charno me samarpit karke jiwan dhanya banaya Jay gurudev 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai gurudev . I also feel blessed to be attached to gurudev and gayatri pariwar. Meri to itni patrata nahi hai ke mai gayatri pariwar se judi rahu magar gurudev ne kripa ki hai aur mera jevan saphal kiya hai .
महोदय, दुर्योधन, कंस को भी शान्ति का धर्म नहीं पता था। जब स्वयम् कृष्ण भी दुर्योधन को नहीं समझा सके तो बाबर और औरंगजेब को कौन समझाता।उनके पास तो कोई राम, कृष्ण, बुद्ध, ईसा या मोहम्मद थे नहीं।कठमुल्ले शान्ति नहीं समझाते, केवल स्वार्थ समझाते हैं।कृपया हमारी फोटो पर क्लिक कर चैनल @swamisharan vedayan पर आयें। सनातन धर्म का मूल वेद है। वेदों के मन्त्रों का सही और सटीक अर्थ जानने के लिए फोटो पर क्लिक कर चैनल पर विडियो देखें, उनपर कमेंट कर प्रश्न करें। हम प्रमाण सहित उत्तर देंगे। हमारे वेवसाइट v4.simplesite.com/#/pages/443... web. vedayan.simplesite.com पर पुस्तक सूची देखें।धन्यवाद। हमारा @swamisharan vedayan चैनल है।फोटो पर क्लिक करें और चैनल पर आ जायेंगे। आपका हार्दिक स्वागत है।.सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद नहीं पढ़ता है, वह नास्तिक है, अधर्मी है।वेद पढ़ो, सच्चे आस्तिक, सच्चे धार्मिक बनो।चार वर्ण मान्यता तथा जाति व्यवस्था वेद के विरुद्ध है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। वेद में जन्मगत जातिभेद नहीं है। वेद में चार वर्ण नहीं हैं, सैकड़ों वर्ण हैं जो कोई भी चुन सकता है। ये फर्जी ब्राह्मण और सारे हिन्दूवादी वेद विरोधी दुष्ट हैं, समाजविरोधी हैं, राष्ट्र विरोधी हैं। वेद में कोई देवी-देवता नहीं है।कोई मूर्ति या हवनकुण्ड नहीं है। वेद, उपनिषद्, रामायण, महाभारत, सिन्धूु घाटी सभ्यता से मौर्य काल तक कहीं कोई देवी-देवता नहीं मिलता है। ये सब तो बहुत बाद में राजपूत काल के आसपास पता नहीं कहाँ से हिन्दू और उनके काल्पनिक देवी-देवता आये और भारत में फैल गये।हाँ भाई, सही बात है।रावण, दुर्योधन, कंस को भी शान्ति का धर्म नहीं पता था। जब स्वयम् कृष्ण भी दुर्योधन को नहीं समझा सके तो बाबर और औरंगजेब को कौन समझाता।उनके पास तो कोई राम, कृष्ण, बुद्ध, ईसा या मोहम्मद थे नहीं।कठमुल्ले शान्ति नहीं समझाते, केवल स्वार्थ समझाते हैं।धन्यवाद वेदों के मन्त्रों का सही और सटीक अर्थ जानने के लिए हमारे चैनल को लाइक और सब्सक्राइब जरूर करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर करके इस ज्ञान को आगें और लोगों तक पहुँचाने की कृपा करें।अन्धविश्वास पाखण्ड भ्रम दूर हो जायेंगे।वेदों के मन्त्रों का सही और सटीक अर्थ जानने के लिए हमारी वेबसाइट देखें। हमारे चैनल पर विडियो देखें, उनपर कमेंट कर प्रश्न करें। हम प्रमाण सहित उत्तर देंगे। v4.simplesite.com/#/pages/443... web. vedayan.simplesite.com
धन्य है ऐसे माता-पिता जिन्होंने ऐसा पुत्र प्राप्त किया और जिन्हे गुरुदेव ने अपने परिवार से जोड़ा I
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*🕉️ भूर्भुवः स्वः*
*तत्सवितुर्वरेण्यं*
*भर्गो देवस्य धीमहि*
*धियो यो नः प्रचोदयात्।*
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Dhanya Hain yeisa vyktitwa jinhone yeise honhar putra ko janm dekar gurudev ewam vandaniya mataji ke shree charno me samarpit karke jiwan dhanya banaya Jay gurudev 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Jai gurudev . I also feel blessed to be attached to gurudev and gayatri pariwar. Meri to itni patrata nahi hai ke mai gayatri pariwar se judi rahu magar gurudev ne kripa ki hai aur mera jevan saphal kiya hai .
Jay Gurideo Jay gaytri Mata . Jay gaytri Maha mantra...
aadarneey baboo ji ke charnon me naman
जय गायत्री वेद माता की जय परम पूज्य गुरुदेव की जय परम पूज्य गुरु बंदनीया माता जी कोटि-कोटि नमन गायत्री परिवार बिहार भागलपुर से हैं
परम आदरणीय श्री सत्यनारायण पण्ड्या जी को सत् सत् नमन , प्रणाम । परमपूज्य गुरू सत्ता के श्रीचरणों में कोटिशः नमन , वन्दन , प्रणाम ।
Jai maa bhagwati gayatri ki jai ho
शत शत नमन 🙏🙏🙏
ଦିବ୍ୟ ଶକ୍ତିର ଆଧାର ପୂଜ୍ୟ ଗୁରୁ ବର। ସ୍ଵୟଂ ମହକାଲେଶ୍ୱର୍ ।
आदरणीय पूज्य बाबुजी को मेरा सत सत प्रणाम,
विनम्र श्रद्धांजलि
App great h
Dsvvm hmesa shaddhaye nr ye sb hm sbko batya bt aj apke dawra sun kar bhut acha lga. Pranaam🙏🏻
Jai guru dev jai mata Di.🙏🙏🙏🙏🙏
जय महाकाल
आ. बाबू जी को सादर नमन। श्रद्धापूरित श्रद्धांजलि।
गुरुदेव त्रिकालदर्शी थे,उन्होंने बचपन से पंड्याजी मे संभावना देख ली थी।
जय गुरुदेव
Jay gaytri parivar
Jai Gurudev 🙏
Aap bahut hi bhagy shali hai bhai sahab Gurudev ke sath aap ko bhi koti koti naman 🙏🙏🙏🙏
Satya
Pujya Judge sahab ki pawan smruti me bhawpurna shradhanjali.💐
बापूजी को श्रद्धांजलि अर्पित
aadarniya babuji pranam
आदरणीय बाबूजी को भाव पूर्ण श्रध्दा जलि
Jai gurudev
Pranam Babuji
sat sat naman
जय गुरूदेव 🙏🙏🙏🙏🙏💐
Veena Bhushan
Babuji ko naman
Sat sat pranam
आदरणीय बाबूजी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि
Pranam guruji thanku
Pranam babu ji
ॐतत्सत् ।
सदार नमन ।
👏👏👏
🙏🙏🙏❤️❤️
Pranam guruji
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
श्रद्धांजलि बाबूजी को 🙏🙏🙏
श्रीराम जय राम जय जय राम
Prnam pujniy
Ham bhi ujjain se gaytri Parijn he ham 1930 se Es Pariwar se Jude he
jay gurudev
Babu ji ko sradhanjali
🕉️🙏🙏🙏🕉️
Bhavpurna shradhanjali Gurudev
मै कैलाश सोनी gayatri परिवार में
शामिल होना चाहता हु मेरा मागदशन करे
Very nice line
True follower
Jaygurudeo
Pranam
Pranam
Pandya ji
Ho sake to gurudeo Ko bathe main bandh
When I can reach go him
Do his work
Pl Pl convey
Pranam
Om Santi
Babuji Ko sardhanjali
Dhari Singh gayatriparibar
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Hardiksamvednaen parampujya judgesahab papajikeliy
5421
महोदय, दुर्योधन, कंस को भी शान्ति का धर्म नहीं पता था। जब स्वयम् कृष्ण भी दुर्योधन को नहीं समझा सके तो बाबर और औरंगजेब को कौन समझाता।उनके पास तो कोई राम, कृष्ण, बुद्ध, ईसा या मोहम्मद थे नहीं।कठमुल्ले शान्ति नहीं समझाते, केवल स्वार्थ समझाते हैं।कृपया हमारी फोटो पर क्लिक कर चैनल @swamisharan vedayan पर आयें। सनातन धर्म का मूल वेद है। वेदों के मन्त्रों का सही और सटीक अर्थ जानने के लिए फोटो पर क्लिक कर चैनल पर विडियो देखें, उनपर कमेंट कर प्रश्न करें। हम प्रमाण सहित उत्तर देंगे। हमारे वेवसाइट v4.simplesite.com/#/pages/443... web. vedayan.simplesite.com पर पुस्तक सूची देखें।धन्यवाद। हमारा @swamisharan vedayan चैनल है।फोटो पर क्लिक करें और चैनल पर आ जायेंगे। आपका हार्दिक स्वागत है।.सनातन धर्म का मूल वेद है।जो वेद नहीं पढ़ता है, वह नास्तिक है, अधर्मी है।वेद पढ़ो, सच्चे आस्तिक, सच्चे धार्मिक बनो।चार वर्ण मान्यता तथा जाति व्यवस्था वेद के विरुद्ध है। हम सब एक ही ईश्वर के व्यक्त रूप हैं।हमारे पास सभी वर्गों के युवा वेदपाठ तथा व्याकरण सम्मत प्रामाणिक धातुज वेदार्थ करना सीख रहे हैं। वेद में जन्मगत जातिभेद नहीं है। वेद में चार वर्ण नहीं हैं, सैकड़ों वर्ण हैं जो कोई भी चुन सकता है। ये फर्जी ब्राह्मण और सारे हिन्दूवादी वेद विरोधी दुष्ट हैं, समाजविरोधी हैं, राष्ट्र विरोधी हैं। वेद में कोई देवी-देवता नहीं है।कोई मूर्ति या हवनकुण्ड नहीं है। वेद, उपनिषद्, रामायण, महाभारत, सिन्धूु घाटी सभ्यता से मौर्य काल तक कहीं कोई देवी-देवता नहीं मिलता है। ये सब तो बहुत बाद में राजपूत काल के आसपास पता नहीं कहाँ से हिन्दू और उनके काल्पनिक देवी-देवता आये और भारत में फैल गये।हाँ भाई, सही बात है।रावण, दुर्योधन, कंस को भी शान्ति का धर्म नहीं पता था। जब स्वयम् कृष्ण भी दुर्योधन को नहीं समझा सके तो बाबर और औरंगजेब को कौन समझाता।उनके पास तो कोई राम, कृष्ण, बुद्ध, ईसा या मोहम्मद थे नहीं।कठमुल्ले शान्ति नहीं समझाते, केवल स्वार्थ समझाते हैं।धन्यवाद वेदों के मन्त्रों का सही और सटीक अर्थ जानने के लिए हमारे चैनल को लाइक और सब्सक्राइब जरूर करें और ज्यादा से ज्यादा शेयर करके इस ज्ञान को आगें और लोगों तक पहुँचाने की कृपा करें।अन्धविश्वास पाखण्ड भ्रम दूर हो जायेंगे।वेदों के मन्त्रों का सही और सटीक अर्थ जानने के लिए हमारी वेबसाइट देखें। हमारे चैनल पर विडियो देखें, उनपर कमेंट कर प्रश्न करें। हम प्रमाण सहित उत्तर देंगे। v4.simplesite.com/#/pages/443... web. vedayan.simplesite.com
Edited
🙏🙏🇮🇳🇮🇳
Jay gurudev ji 🙏🙏
Jai gurudev
आदरणीय बाबूजी को भाव पूर्ण श्रध्दा जलि
jai gurudev
jay gurudev
Jay Guru Dev
Jai gurudev
Jay gurudev