Jaigurudev ki Bhavisyawani । 7 दिनों मेंभारी विनाश भारत में हाहाकार शुरू।

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  • Опубліковано 27 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 2

  • @sharanshdwivedi
    @sharanshdwivedi 13 днів тому +1

    सत्य सनातन एक ऐसा सिद्धांत है जो किसी एक धर्म या समाज का नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवता का है। यह प्रेम, करुणा, शांति, और एकता का मार्ग है, जो सभी लोगों को जोड़ता है। सभी धर्मों का सार इस सत्य में है और इसे अपनाकर हम दुनिया को एक बेहतर स्थान बना सकते हैं।
    1. सत्य
    सत्य केवल विचार या सिद्धांत नहीं, बल्कि वह प्रकाश है, जो हमारे भीतर और बाहर दोनों जगह मौजूद है। हर धर्म सत्य की खोज का रास्ता दिखाता है, और यह सत्य सभी को जोड़ता है। सत्य का मतलब यह नहीं कि हम अलग-अलग मान्यताओं को गलत कहें, बल्कि यह कि हम हर चीज में एकता और वास्तविकता को देख पाएं।
    2. प्रेम
    प्रेम सभी धर्मों का सबसे महत्वपूर्ण संदेश है। प्रेम ही वह धागा है, जो इंसानों को जोड़ता है। यह केवल शब्द नहीं, बल्कि हर इंसान के प्रति आदर, सेवा और अपनत्व की भावना है। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, सब प्रेम का ही संदेश देते हैं। प्रेम से ही हम अपने सभी मतभेदों को भूल सकते हैं और एक दूसरे को खुले दिल से अपना सकते हैं।
    3. करुणा
    करुणा का मतलब है कि हम दूसरों की तकलीफ को महसूस कर सकें और उनकी मदद करने के लिए हमेशा तैयार रहें। यह केवल किसी एक धर्म की बात नहीं, बल्कि हर इंसान के दिल की सच्ची भावना है। इस्लाम में रहमत, ईसाई धर्म में काइंडनेस, बौद्ध धर्म में करुणा, और हिंदू धर्म में दयालुता - सभी में करुणा की सीख है। करुणा हमें एक-दूसरे के करीब लाती है और हमें बेहतर इंसान बनाती है।
    4. एकता
    सभी धर्मों में यह शिक्षा है कि हम एक हैं, चाहे हमारे रास्ते अलग हों। हिंदू धर्म कहता है, "वसुधैव कुटुंबकम्" यानी पूरा संसार एक परिवार है। इस्लाम का संदेश है कि सभी इंसान एक ही ईश्वर की रचना हैं। ईसाई धर्म में कहा गया है, "लव योर नेइबर" यानी अपने पड़ोसी से प्रेम करो। जब हम यह समझते हैं कि हम सब एक ही परिवार के सदस्य हैं, तो नफरत और विभाजन की जगह एकता और भाईचारे की भावना पनपती है।
    5. शांति
    शांति वह अवस्था है, जो तब आती है, जब हम अपने अंदर और बाहर से हर संघर्ष को छोड़ देते हैं। हिंदू धर्म में "शांति पाठ" है, इस्लाम में "सलाम", ईसाई धर्म में "पीस", और बौद्ध धर्म में "शांति" का ही संदेश है। जब हम सबके लिए शांति चाहते हैं, तब हम एक संतुलित और सुखी समाज की ओर कदम बढ़ाते हैं।
    6. नफरत और हिंसा का त्याग
    नफरत और हिंसा से हमें कभी भी सच्ची खुशी नहीं मिलती। यह सभी धर्मों का संदेश है कि हमें एक-दूसरे के प्रति नफरत और हिंसा को छोड़कर प्यार, दया, और सहानुभूति का मार्ग अपनाना चाहिए। जब हम नफरत का त्याग करते हैं, तो हमारे दिल और दिमाग को सच्चा सुख मिलता है।
    निष्कर्ष
    सत्य सनातन का अर्थ यह है कि हम एक ऐसे मार्ग को अपनाएं, जो हर किसी के लिए समान रूप से प्रेम और शांति का रास्ता हो। यह सभी धर्मों का मूल है, और इसे अपनाकर हम बिना किसी भेदभाव के, सभी के साथ प्रेम, करुणा, और सम्मान से रह सकते हैं। चाहे हमारी आस्थाएँ अलग हों, सत्य सनातन हमें यह सिखाता है कि हमारे भीतर की आत्मा एक ही है, और यही सच्चा धर्म है।
    सत्य, प्रेम, करुणा, और एकता के इस मार्ग पर चलकर हम दुनिया में शांति और सद्भाव ला सकते हैं। यही सबका असली धर्म है, और यही हमारा सबसे प्यारा कर्तव्य है।

  • @Kalyanfoujdar
    @Kalyanfoujdar 14 днів тому +1

    भगवान का पता चला है कि भगवान किस गांव में रहते है और कहा से यह लीला कर है जिसकी जानकारी प्राप्त करके हमे बताने कृपा करने की कोशिश करें।