माननीय dattopant ji thengdi के इस महत्वपूर्ण मार्गदर्शन की वर्तमान समय में बहुत आवश्यकता है। ये उनके अनुभव सर्वकालिक और सभी संगठनों के लिए अनुकरणीय है।
❤ राष्ट्र ऋषि श्रद्धेय श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी जी के अनुभव की बातें भारतीय मजदूर संघ की बुनियाद के पिलर हैं, जिस पर हम सभी कार्यकर्ताओं को चलकर राष्ट्र हित, उद्योग हित एवं मजदूर हित में हमेशा काम करते रहना चाहिए भारत माता की जय ❤
काले बाल शक्ति-सामर्थ्य के प्रतीक और सफेद बाल अनुभव के प्रतीक होते हैं।शक्तिशाली संगठन दोनों में समन्वय करके चलता है। बदलती परिस्थितियाँ, कार्यशैली में संशोधन माँगती हैं।
सरकार की परिभाषा और सरकार से भारतीय मजदूर संघ का कैसा संबंध हो? यह बहुत सही विचार है राष्ट्रऋषि ठेंगड़ी जी का। जहां उन्होंने तब राजनेता शब्द इस्तेमाल किया आज यदि वो दोबारा बोलें तो शायद मजदूर नेता भी इस्तेमाल करेंगे। 🙏
सरकार की नीति देखकर हम अपना रुख तय करेंगे, पार्टी देखकर नहीं। इसलिए हमने कहा था कि responsive co-operation - यह हमारी नीति है चाहे पार्टी कांग्रेस रहे, कम्युनिस्ट रहे, bjp रहे या कोई रहे। सरकार यदि मजदूर और राष्ट्र के साथ co-operation करती है तो हम उसके साथ co-operation करेंगे, यदि वह असहकार करती है तो हम असहकार करेंगे और यदि वह मजदूर और राष्ट्र का विरोध करती है तो हम उसका विरोध करेंगे। यह responsive co-operation ही हमारी नीति है। - BMS (SDBT)
एकदम साधारण तरीके से जीवन भर का अपना सारा अनुभव आदरणीय ठेंगड़ी जी भाईसाहब बताते हैं। मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही गई बातें, हिदायतें प्रत्येक विभाग में लाभकारी सिद्ध होंगी।
आपके पास बहुत अच्छा मटेरियल हैं | मेरा अपसे निवेदन है की, घंटे भर के बौध्दीक केवल स्वयंसेवक ही सूनेंगे, आप कूच शॉर्ट्स , reels बना कर यह अमूल्य चिंतन प्रदर्शित करे. इसे ज्यादा बाते सामने आयेगी.
गीता उच्च विद्यालय में [१९७८-१९७९ में मैं शिक्षक था] और मुख्य अध्यापक का नाम याद नहीं आ रहा लेकिन गुड़गाँव में रहने लग गये । वहाँ के गीता रंगम में प्रथम वर्ष था और गीता विद्यालय में द्वितीय वर्ष । मुझे भूल लग सकती है । ख़ैर! श्रद्धेय दत्तोपंत जी वहाँ आये थे । वे विश्राम के समय में ठेंगड़ी जी अतिथियों के कमरे में बैठते थे । तब हिसार में मेरे द्वारा बनाये गये स्वयंसेवक हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे । अब डीन हैं । वे प्रथम वर्ष कर रहे थे । मैंने उसे कहा था कि दोपहर की विश्रांति में दत्तोपंत जी से मिलवाने ले जाऊँगा । वहाँ पहुँचते ही ठेंगड़ी जी ने कहा-हरिदेव मेरा propaganda minister है । दत्तोपंत जी ने William Wordsworth की कविता Yarrow Unvisited का सारांश सुनाया और कहा कि मैं एक साधारण [ज्ञान रखनेवाला] स्वयंसेवक हूँ । तुम हरिदेव के बहकावे में न आना । पाठक समझ सकते हैं कि श्रद्धेय दत्तोपंत जी ने विश्व साहित्य पढ़ा था । आचार्य रजनीश [ओशो] से अधिक साहित्य पढ़ा था । क्योंकि ओशो को संस्कृत नहीं आती थी । ठेंगड़ी जी ने संस्कृत का विपुल साहित्य पढ़ा था ।
Once in its lecture honourable Dattopant Ji Thengri referred the name of Henry Ford, manufacturer of Ford cars. His great grandson Alfred Ford came to India. In the words of Dattopant Ji [uttered by Alfred Ford] मेरी इच्छा है कि मैं गंगा के किनारे एक कुटिया बाँध लूँ और यहीं रहने लग जाऊँ । आगे ठेंगड़ी जी कहते हैं-आप जानते हैं कि press correspondents बहुत प्रोग्रेसिव होते हैं । उन्होंने अलफ्रेड फ़ोर्ड से पूछा कि अगर आप यहाँ रहते हैं तो आपकी सम्पत्ति का क्या होगा । तब अलफ्रेड फ़ोर्ट ने जवाब दिया-Wealth, who’s wealth; all wealth belongs to Lord Krishna. क्या यह बौद्धिक hinduway पर है । आप बताते हैं तो अवश्य सुनूँगा ।
जी, अपलोड किया हुआ है ऐसा मुझे याद आ रहा है लेकिन एकदम बता देना कि कौन से बौद्धिक में है, इतनी स्मरण शक्ति मेरी नहीं है इसलिए संभावित एक दो बौद्धिक सुनकर मैं आपको बताता हूं।
भगवते वासुदेवाय नमः
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार!
बहुत सारगर्भित बौद्धिक। कार्यकर्ताओं के और सभी के लिए बहुत उपयोगी। वन्देमातरम
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
माननीय dattopant ji thengdi के इस महत्वपूर्ण मार्गदर्शन की वर्तमान समय में बहुत आवश्यकता है। ये उनके अनुभव सर्वकालिक और सभी संगठनों के लिए अनुकरणीय है।
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
भारत माता कि जय
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार!
Bharat mata ki jai ho
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार!
जय राम जी री
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
सही और सटीक मार्गदर्शन
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
❤ राष्ट्र ऋषि श्रद्धेय श्री दत्तोपंत ठेंगड़ी जी के अनुभव की बातें भारतीय मजदूर संघ की बुनियाद के पिलर हैं, जिस पर हम सभी कार्यकर्ताओं को चलकर राष्ट्र हित, उद्योग हित एवं मजदूर हित में हमेशा काम करते रहना चाहिए भारत माता की जय ❤
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
वन्दे मातरम
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार!
नमस्ते सदा वत्सले मतृभूमे 🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आभार
काले बाल शक्ति-सामर्थ्य के प्रतीक और सफेद बाल अनुभव के प्रतीक होते हैं।शक्तिशाली संगठन दोनों में समन्वय करके चलता है। बदलती परिस्थितियाँ, कार्यशैली में संशोधन माँगती हैं।
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
भारत माता की जय 🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार!
राष्ट्र ऋषि thengdi जी का यह मार्गदर्शन वर्तमान समय में बहुत ही सामयिक है।
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
Jai shree ram
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
भारत माता की जय 🎉🎉🎉🎉🎉
बहुत सुंदर
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
सरकार की परिभाषा और सरकार से भारतीय मजदूर संघ का कैसा संबंध हो? यह बहुत सही विचार है राष्ट्रऋषि ठेंगड़ी जी का। जहां उन्होंने तब राजनेता शब्द इस्तेमाल किया आज यदि वो दोबारा बोलें तो शायद मजदूर नेता भी इस्तेमाल करेंगे। 🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
सरकार की नीति देखकर हम अपना रुख तय करेंगे, पार्टी देखकर नहीं। इसलिए हमने कहा था कि responsive co-operation - यह हमारी नीति है चाहे पार्टी कांग्रेस रहे, कम्युनिस्ट रहे, bjp रहे या कोई रहे। सरकार यदि मजदूर और राष्ट्र के साथ co-operation करती है तो हम उसके साथ co-operation करेंगे, यदि वह असहकार करती है तो हम असहकार करेंगे और यदि वह मजदूर और राष्ट्र का विरोध करती है तो हम उसका विरोध करेंगे। यह responsive co-operation ही हमारी नीति है। - BMS (SDBT)
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
एकदम साधारण तरीके से जीवन भर का अपना सारा अनुभव आदरणीय ठेंगड़ी जी भाईसाहब बताते हैं। मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कही गई बातें, हिदायतें प्रत्येक विभाग में लाभकारी सिद्ध होंगी।
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
💐🙏🏼🙏🏼🍃 bahut bahut abhar bandhu , itna gyani vilakshan vibhuti guru ji ko sun rhe hai
बहुत बहुत धन्यवाद आभार
बहुत शानदार
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
राष्ट्र ऋषि माननीय ठेंगड़ी जी के विचारों को जन तक पहुंचाने के आदरणीय रणजीत सिंह जी के प्रयास स्तुत्य हैं।
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
👏👏
Bharat Mata ki jai
बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार !
भारतमाता की जय
बहुत-बहुत धन्यवाद, आभार !
भारत माता कि जय
वन्दे मातरम ❤❤
बहुत बहुत धन्यवाद आभार
Sat Sat Pranam to Mahan Rashtra Rishi Late Shri Dattopanta Thengde ji whose book Karyakarta is a guiding light for all Swayamsewaks of RSS .
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
ग्रेट...
Rashtra rushi Dattopant ji ko shat shat Naman🙏🏻Adhatmik,Samajik ,wawharik Purna gyan 🙏🏻
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार।
श्रद्धेय दत्तोपंत ठेंगडी जी का मराठी साहित्य अभी तक मराठी कार्यकर्ता का इन्तजार कर रहा है। कोई है?
Under certain circumstances it is better to be irresponsible and right then to be responsible and wrong.
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
👌🌹🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार!
आदरणीय सादर प्रणाम जी 🌹🌹❤️👏👏
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
अति सुन्दर विश्लेषण व मार्गदर्शन🙏
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
Correct advice namaste
@@anirudhprasad6890 बहुत बहुत धन्यवाद आभार
आपके पास बहुत अच्छा मटेरियल हैं | मेरा अपसे निवेदन है की, घंटे भर के बौध्दीक केवल स्वयंसेवक ही सूनेंगे, आप कूच शॉर्ट्स , reels बना कर यह अमूल्य चिंतन प्रदर्शित करे. इसे ज्यादा बाते सामने आयेगी.
@@yograjk1925 बहुत-बहुत धन्यवाद।
Nice
गीता उच्च विद्यालय में [१९७८-१९७९ में मैं शिक्षक था] और मुख्य अध्यापक का नाम याद नहीं आ रहा लेकिन गुड़गाँव में रहने लग गये । वहाँ के गीता रंगम में प्रथम वर्ष था और गीता विद्यालय में द्वितीय वर्ष । मुझे भूल लग सकती है । ख़ैर! श्रद्धेय दत्तोपंत जी वहाँ आये थे । वे विश्राम के समय में ठेंगड़ी जी अतिथियों के कमरे में बैठते थे । तब हिसार में मेरे द्वारा बनाये गये स्वयंसेवक हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे । अब डीन हैं । वे प्रथम वर्ष कर रहे थे ।
मैंने उसे कहा था कि दोपहर की विश्रांति में दत्तोपंत जी से मिलवाने ले जाऊँगा । वहाँ पहुँचते ही ठेंगड़ी जी ने कहा-हरिदेव मेरा propaganda minister है । दत्तोपंत जी ने William Wordsworth की कविता Yarrow Unvisited का सारांश सुनाया और कहा कि मैं एक साधारण [ज्ञान रखनेवाला] स्वयंसेवक हूँ । तुम हरिदेव के बहकावे में न आना ।
पाठक समझ सकते हैं कि श्रद्धेय दत्तोपंत जी ने विश्व साहित्य पढ़ा था । आचार्य रजनीश [ओशो] से अधिक साहित्य पढ़ा था । क्योंकि ओशो को संस्कृत नहीं आती थी । ठेंगड़ी जी ने संस्कृत का विपुल साहित्य पढ़ा था ।
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार।
Once in its lecture honourable Dattopant Ji Thengri referred the name of Henry Ford, manufacturer of Ford cars. His great grandson Alfred Ford came to India. In the words of Dattopant Ji [uttered by Alfred Ford] मेरी इच्छा है कि मैं गंगा के किनारे एक कुटिया बाँध लूँ और यहीं रहने लग जाऊँ । आगे ठेंगड़ी जी कहते हैं-आप जानते हैं कि press correspondents बहुत प्रोग्रेसिव होते हैं । उन्होंने अलफ्रेड फ़ोर्ड से पूछा कि अगर आप यहाँ रहते हैं तो आपकी सम्पत्ति का क्या होगा । तब अलफ्रेड फ़ोर्ट ने जवाब दिया-Wealth, who’s wealth; all wealth belongs to Lord Krishna.
क्या यह बौद्धिक hinduway पर है । आप बताते हैं तो अवश्य सुनूँगा ।
जी, अपलोड किया हुआ है ऐसा मुझे याद आ रहा है लेकिन एकदम बता देना कि कौन से बौद्धिक में है, इतनी स्मरण शक्ति मेरी नहीं है इसलिए संभावित एक दो बौद्धिक सुनकर मैं आपको बताता हूं।
अयोग्य करण्यापेक्षा न करणे योग्य.
कैसा भारत बनाने की कोशिश करने की सोच रहे हो तुम लोग । क्या कलयुगी भारत बनाना चाहते हो (हंस चुगेगा दाना कौवा मोती चुग कर खायेगा)
T P Pathak ji Namskar 🎉🎉
राम राज्य लाना चाहते हैं ❤❤❤❤
भारत माता की जय
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार!
Under certain circumstances it is better to be irresponsible and right then to be responsible and wrong.
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
भारत माता कि जय
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
भारत माता की जय
बहुत-बहुत धन्यवाद आभार !
भारत माता कि जय